बृहस्पति का मेष राशि में गोचर (22 अप्रैल, 2023)

Author: Acharyaa Parul | Updated Mon, 05 Dec 2022 11:20 AM IST

बृहस्पति के मेष राशि में गोचर का समय

गुरु गोचर 2023: गुरु बृहस्पति जिन्हें देवताओं का गुरु कहा जाता है और वैदिक ज्योतिष में सबसे शुद्ध दृष्टि वाला शुभ ग्रह माना जाता है, 22 अप्रैल 2023 को प्रातः काल 3:33 पर अपनी स्वराशि मीन राशि से निकलकर अपनी मित्र राशि मेष राशि में प्रवेश करेंगे। जब देव गुरु बृहस्पति मेष राशि में प्रवेश करेंगे, उस समय वह अपनी अस्त अवस्था में होंगे क्योंकि 28 मार्च से बृहस्पति मीन राशि में अस्त अवस्था में आ जाएंगे और फिर 27 अप्रैल प्रातः काल 2:07 तक अस्त अवस्था से बाहर निकल आएंगे। जब बृहस्पति का गोचर मेष राशि में होगा तो वहां पर पहले से ही उपस्थित राहु बृहस्पति से संयोग करेंगे और इन दोनों की यह युति गुरु - चांडाल दोष का प्रभाव भी दिखाएगी। बृहस्पति 4 सितंबर को शाम 4:58 पर वक्री अवस्था में आ जाएंगे और वर्ष के अंतिम दिन 31 दिसंबर 2023 को प्रातः काल 7:08 पर वक्री अवस्था से बाहर आएंगे। वैदिक ज्योतिष के अनुसार बृहस्पति का राशि परिवर्तन बहुत महत्वपूर्ण प्रभाव देने वाला माना जाता है क्योंकि देव गुरु बृहस्पति की दृष्टि अमृत के समान होती है और यह जिन भावों पर अपनी दृष्टि डालते हैं, उनकी वृद्धि करते हैं। वैसे भी यह एक वृद्धि कारक ग्रह हैं। इस प्रकार बृहस्पति का मेष राशि में गोचर सभी राशियों में जन्मे लोगों पर अलग-अलग रूप में प्रभाव दिखाएगा। तो आइए जानते हैं आपकी राशि पर गुरु गोचर 2023 क्या प्रभाव दिखाने वाला है।


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गुरु गोचर - मेष राशि फलादेश

देव गुरु बृहस्पति आपके नौवें और बारहवें भाव के स्वामी हैं। आपकी ही मेष राशि में गुरु गोचर होने से आपके लिए बहुत महत्वपूर्ण घटनाओं का समय आने वाला है। मेष राशि बृहस्पति की मित्र राशि है और इसलिए आपकी राशि में बृहस्पति का गोचर और भी ज्यादा महत्वपूर्ण रहेगा। बृहस्पति जहां आपके द्वादश भाव के स्वामी हैं तो वहीं भाग्य स्थान के स्वामी होकर प्रथम भाव में आना आपको अनेक प्रकार के शुभ परिणामों की प्राप्ति कराएगा लेकिन यहां बृहस्पति का गठबंधन राहु के साथ होने से गुरु चांडाल योग का प्रभाव आपको दिखाई देगा, जो कि विशेषकर मई से अगस्त के बीच में प्रभावशाली रहेगा इसलिए आपके स्वास्थ्य में गिरावट आ सकती है। बनते हुए कामों में विघ्न उपस्थित होने से आपका मानसिक तनाव बढ़ेगा और आपका मनोबल भी कम हो सकता है। जब 22 अप्रैल को बृहस्पति आपकी राशि में प्रवेश करेंगे तो राहु के अतिरिक्त सूर्य भी वहां विराजमान होंगे इसलिए इस समय मानहानि और शारीरिक समस्याओं का समय हो सकता है इसलिए थोड़ा ध्यान जरूर रखें। इसके बाद सूर्य वहां से निकलेंगे तो समस्याओं में कुछ कमी आएगी लेकिन गुरु चांडाल दोष का प्रभाव बना रहेगा। इसी बीच 30 अक्टूबर को जब राहु आपकी राशि से निकलकर द्वादश भाव में चले जाएंगे और अकेले बृहस्पति मेष राशि में होंगे तब आपको अच्छे और शुभ परिणामों की प्राप्ति होगी। आपको संतान संबंधित सुखद समाचारों की प्राप्ति होगी। शिक्षा में सफलता मिलेगी। प्रेम संबंधों के लिए अनुकूल समय होगा। विवाह के योग बनेंगे। दांपत्य जीवन में समस्याओं में कमी आएगी और भाग्य का सहयोग मिलने से आपके सभी काम बनने लगेंगे और आप एक विजेता की भांति खुशी-खुशी जीवन व्यतीत करेंगे।

उपाय : आपको गुड़ में काले तिल मिलाकर लड्डू बनाकर गाय को खिलाने चाहिए।

गुरु गोचर - वृषभ राशि गोचरफल

देव गुरु बृहस्पति आपकी राशि के लिए आठवें और ग्यारहवें भाव के स्वामी हैं। यह गुरु गोचर 2023 वृषभ राशि के जातकों के लिए कुछ परेशानियों का समय भी हो सकता है क्योंकि पहली बात तो बृहस्पति आपके लिए बहुत अनुकूल ग्रह नहीं हैं। उसके बाद उनका अपनी राशि से निकलकर आपके द्वादश भाव में जाना खर्चों में बढ़ोतरी कराएगा। राहु और बृहस्पति सूर्य के साथ अप्रैल में आपके द्वादश भाव में खड़े होकर स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याओं में बढ़ोतरी कर सकते हैं। यदि आपने उन पर ध्यान नहीं दिया तो आपको अस्पताल भी जाना पड़ सकता है। इस दौरान अपने कर्मों की गति अवश्य सही रखें क्योंकि जेल जाने की नौबत उन लोगों को आ सकती है जो किसी न किसी कानून के विरुद्ध कार्य में संलिप्त हैं। हालांकि इस दौरान एक फायदे की बात यह है कि आप नौकरी या बिजनेस के उद्देश्य से विदेश जाने में कामयाब हो सकते हैं। बृहस्पति का यह गोचर आपको घरेलू खर्च करने पर जोर देगा। परिवार को लेकर आपकी चिंताएं रहेंगी। शत्रु आपकी परेशानियां बढ़ाएंगे। हालांकि अन्य ग्रहों की मदद से आप उन पर जीत हासिल कर लेंगे और बीमारियों से भी बाहर निकलने की क्षमता रखते होंगे। इस दौरान धार्मिक विचार मन में ज्यादा आएंगे और धार्मिक क्रियाकलापों पर आपका अच्छा खर्च होगा। मंदिरों अथवा धार्मिक स्थानों पर तीर्थाटन करने के भी योग बनेंगे।

उपायः गुरुवार के दिन भूरे रंग की गाय को आटे में काले तिल और गुड़ मिलाकर रोटी बना कर हल्दी का तिलक लगाकर खिलाएं।

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गुरु गोचर - मिथुन राशि फलादेश

बृहस्पति आपकी राशि के जातकों के लिए सातवें और दसवें भाव के स्वामी हैं। बृहस्पति महाराज आपकी मिथुन राशि से एकादश भाव में गोचर करेंगे। यह गुरु गोचर 2023 कुछ मामलों में बहुत अनुकूल परिणाम प्रदान करेगा और आपकी आर्थिक स्थिति के लिए मिश्रित परिणाम दायक होगा। आपको अर्थ प्राप्ति के लिए थोड़े ज्यादा प्रयास करने होंगे तभी आपकी आर्थिक इच्छाएं पूर्ण हो पाएंगी। करियर के क्षेत्र में यह बृहस्पति का गोचर आपको अद्भुत सफलता प्रदान करेगा। इस गोचर की शुरुआत में संभवतः आपका झगड़ा आपके किसी वरिष्ठ अधिकारी से हो सकता है जो आपके लिए परेशानी बन सकती है इसलिए थोड़ी सी सावधानी रखना जरूरी होगा। उसके बाद चिंता की घड़ियां धीरे-धीरे समाप्त हो जाएंगी। प्रेम संबंधों में प्रगाढ़ता आएगी। आप और आपके प्रियतम के बीच अच्छे संबंधों का समय होगा और आप प्रेम विवाह की ओर अग्रसर होंगे। दांपत्य जीवन में भी समस्याओं में कमी आएगी और आप एक दूसरे के प्रति आकर्षित होंगे और अपने रिश्ते की अहमियत को समझेंगे तथा अपनी जिम्मेदारियों का सही निर्वाह करेंगे। आप अपने भाई-बहनों की मदद करते हुए नजर आएंगे और इस दौरान छोटी यात्राओं की स्थिति भी बनेगी जो धार्मिक के साथ-साथ कुछ काम के लिए भी हो सकती हैं। व्यवसाय में बढ़ोतरी होगी और आपका संपर्क कुछ विशेष व्यक्तियों से होगा जो आप के लिए बड़े कारगर साबित होंगे। विद्यार्थियों को शिक्षा में रुकावट के बावजूद आगे बढ़ने का मौका मिलेगा।

उपायः बृहस्पतिवार के दिन किसी ब्राह्मण अथवा विद्यार्थी को पठन-पाठन की सामग्री भेंट करें।

गुरु गोचर - कर्क राशि भविष्यवाणी

देव गुरु बृहस्पति आपके नवम भाव और छठे भाव के स्वामी हैं। कर्क राशि से दशम भाव में देव गुरु बृहस्पति का यह गोचर कार्यक्षेत्र में कोई बड़ा परिवर्तन कर सकता है। बहुत लंबे समय से आप जिस परिवर्तन की तलाश कर रहे थे, वह आपको इस दौरान प्राप्त हो सकता है लेकिन थोड़ा सा आपको धैर्य भी रखना होगा। एकदम से बदलाव करने से बचें और अगस्त 2023 के बाद अपने कार्यक्षेत्र में बदलाव कर सकते हैं। यदि आप कोई व्यापार करते हैं तो उस व्यापार में बड़ा बदलाव या व्यापार बदलने में आपको सफलता मिलेगी। यदि आप नौकरी करने वाले व्यक्ति हैं तो इस दौरान आपके पास कोई बहुत अच्छा मौका हाथ लग सकता है जिसे आजमा कर आप अपनी नौकरी को बदल भी सकते हैं और अच्छी तरक्की प्राप्त कर सकते हैं। पारिवारिक जीवन में सुख और शांति रहेगी। हालांकि गोचर की शुरुआत में अप्रैल से लेकर अगस्त के बीच आपके पिताजी को स्वास्थ्य से संबंधित समस्याएं परेशान कर सकती हैं लेकिन उसके बाद धीरे-धीरे सब ठीक हो जाएगा। आपकी आर्थिक स्थिति मजबूत होगी। आपको पता भी नहीं चलेगा कि धन आपके पास कैसे आ गया। यह आपके लिए समृद्धिशाली समय होगा। परिवार की सुख सुविधाओं में भी बढ़ोतरी होगी और आप विरोधियों को भी मुश्किल में डालते हुए नजर आएंगे। कोर्ट और कचहरी से जुड़े मामलों में आपको सफलता मिलेगी और आप अपने क्षेत्र में अग्रणी बनेंगे।

उपायः बृहस्पतिवार के दिन केले के वृक्ष को जल चढ़ाएं और पीपल वृक्ष को छुए बिना जल अर्पित करें।

गुरु गोचर - सिंह राशि फलकथन

देव गुरु बृहस्पति आपके पांचवें और आठवें भाव के स्वामी हैं। 22 अप्रैल को देव गुरु का गोचर सिंह राशि से नौवें भाव में होगा। आपकी राशि के लिए बृहस्पति पंचमेश और अष्टमेश के रूप में नवम भाव में जाएंगे तो धर्म और अध्यात्म से संबंधित कार्यों में सफलता तो प्रदान करेंगे लेकिन अन्य मामलों में आपको थोड़ी सी कठिनाई होगी। हालांकि आपके अंदर जुझारूपन है जो आपको मेहनत से हर चीज उपलब्ध कराएगा। अचानक से भाग्य पलटेगा और आपको कुछ अच्छी सफलताएं प्राप्त होंगी। अर्थ प्राप्ति भी संभव है। इस दौरान लंबी दूरी की यात्राएं और तीर्थाटन के योग बनेंगे। अप्रैल से अगस्त के बीच ज्यादा लंबी यात्राओं से परहेज करना ठीक होगा। उसके बाद यात्राएं सफलता दायक साबित होंगी। आपको कई महत्वपूर्ण लोगों से मिलकर अपनी बातचीत करने का और अपने बारे में बताने का मौका मिलेगा जिससे आपकी आर्थिक स्थिति भी अच्छी हो जाएगी और वे आपके कार्यों में आपकी सहायता करते हुए नजर आएंगे। बृहस्पति के इस गोचर के प्रभाव से आपको अपने दिशानिर्देशों में बल मिलेगा। आपका व्यक्तित्व निखरेगा। भाई बहनों का सहयोग आपके कामों में रहेगा। उनसे आपका प्रेम बढ़ेगा और संतान से संबंधित सुखद समाचारों की प्राप्ति होगी। यदि आप उच्च शिक्षा प्राप्त करना चाहते हैं तो यह गुरु गोचर 2023 आपको अच्छी सफलता प्रदान कर सकता है और वर्ष के नवंबर और दिसंबर के महीनों में आपको कोई बड़ा पुरस्कार या पदवी दिला सकता है।

उपायः आपको गुरुवार के दिन देव गुरु बृहस्पति के बीज मंत्र का जाप करना चाहिए और बुधवार की शाम को काले तिलों का दान किसी मंदिर में करना चाहिए।

गुरु गोचर - कन्या राशि फलादेश

देव गुरु बृहस्पति का गोचर कन्या राशि से अष्टम भाव में होगा। देव गुरु बृहस्पति आपके चौथे और सातवें भाव के स्वामी हैं। यह गोचर बहुत ज्यादा अनुकूल नहीं कहा जा सकता है और इसलिए आपको मिश्रित परिणामों की प्राप्ति होगी। यदि आप आध्यात्मिक जीवन से जुड़े हैं या पूजा-पाठ और धार्मिक कामों में मन लगाते हैं तो यह गोचर आपको हर वह सफलता प्रदान करेगा, जिसकी आपने उम्मीद की थी। आपको बहुत अच्छे और उच्च स्तर के आध्यात्मिक अनुभवों की प्राप्ति होगी। अचानक से कुछ बड़ी स्थितियां आपके सामने आएंगी जो आपके जीवन जीने की दिशा को बदल सकती हैं लेकिन भौतिक जीवन के लिए यह गोचर बहुत ज्यादा अनुकूल नहीं कहा जा सकता है। आपके जीवनसाथी और आपके बीच सब कुछ सामान्य नहीं रहेगा, ऐसा कहा जा सकता है। अगर आपके बीच वाद-विवाद बढ़ा तो वह आपके ससुराल तक भी जाएगा और ससुराल पक्ष से लड़ाई-झगड़े होने की स्थिति बन सकती है। इस गुरु गोचर 2023 के दौरान बड़ा धन का निवेश करना नुकसानदायक साबित होगा और धन हानि के प्रबल योग बन सकते हैं। आपको अपने और अपने जीवनसाथी के स्वास्थ्य का भी ध्यान देना होगा क्योंकि इस दौरान दोनों का ही स्वास्थ्य कमजोर हो सकता है और आप किसी बड़ी बीमारी की चपेट में आ सकते हैं। अप्रैल से अगस्त के बीच किसी तरह की मानहानि होने या सरकार विरुद्ध कार्य करने से प्रशासन द्वारा दंडित किए जाने की स्थिति भी बन सकती है इसलिए सावधानी रखें। बृहस्पति का गोचर विदेश यात्रा करवा सकता है और इसके लिए बहुत खर्च भी करना पड़ेगा। ससुराल पक्ष से अक्टूबर के बाद स्थिति सामान्य होने लगेगी और कुछ बड़ा लाभ मिल सकता है। आप अचानक से अपने घर और संपत्ति को लेकर कोई बड़ा निर्णय लेकर सबको आश्चर्यचकित कर सकते हैं।

उपायः आपको भगवान विष्णु की उपासना करनी चाहिए और उनकी कपूर से आरती करनी चाहिए।

गुरु गोचर - तुला राशि भविष्यवाणी

देव गुरु बृहस्पति आपके तीसरे और छठे भाव के स्वामी हैं। तुला राशि से सप्तम भाव में गुरु का गोचर होने वाला है। यह गोचर आपके जीवन में बड़ा महत्वपूर्ण रहेगा क्योंकि यह आपके जीवन में महत्वपूर्ण बदलाव लेकर आएगा। आप यदि किसी व्यापार से जुड़े हैं तो उसका व्यापक विस्तार होगा लेकिन उससे पहले आपको कोई चोट खानी पड़ सकती है। इसका सीधा सा तात्पर्य यह है कि यदि आप किसी व्यापार में हैं तो अप्रैल से अगस्त के बीच गुरु चांडाल दोष और अन्य ग्रहों के प्रभाव से व्यापार में कोई बड़ी समस्या का सामना करना पड़ सकता है जिससे व्यापार को लेकर काफी भावुक और परेशान हो सकते हैं। अगस्त के बाद समस्याएं बदलने लगेंगी और आपका व्यापार विस्तार लेगा तथा आपका व्यापार पूर्ण रूप से आगे बढ़ेगा। दांपत्य जीवन में भी सितंबर के बाद से अच्छे समय की आहट होगी और आप अपने जीवनसाथी से निकटता अनुभव करेंगे। आपके निर्णय लेने की क्षमता सुधरेगी लेकिन उससे पूर्व का समय बेहद चुनौतीपूर्ण रहेगा इसलिए आपको धैर्य के साथ आगे बढ़ना होगा। आपकी आर्थिक स्थिति में सुधार सितंबर से दिसंबर के बीच देखने को मिलेगा। इसके अतिरिक्त छोटी दूरी की यात्राएं आप का मनोबल बढ़ाने वाली साबित होंगी। कार्यक्षेत्र में भी सहकर्मियों का सहयोग आपको आपके काम में आगे बढ़ने का मौका देगा।

उपायः बृहस्पतिवार के दिन देसी घी में पीले चावल बना कर भगवान श्री हरि विष्णु जी को भोग लगाएं और फिर प्रसाद स्वरूप स्वयं ग्रहण करें।

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गुरु गोचर - वृश्चिक राशि फलकथन

वृश्चिक राशि वालों के लिए बृहस्पति का गोचर आपकी राशि से छठे भाव में होगा। वह आपके दूसरे और पांचवें भाव के स्वामी हैं। छठे भाव में होने वाला बृहस्पति का यह गोचर आपके लिए ज्यादा अनुकूल तो नहीं कहा जा सकता है, फिर भी कुछ ना कुछ अच्छे परिणाम अवश्य मिलेंगे। हालांकि आपको अपने स्वास्थ्य को लेकर बहुत ज्यादा सतर्कता बरतनी होगी। छठे भाव में देव गुरु बृहस्पति जब गोचर करेंगे तो उस समय सूर्य, बुध और राहु भी छठे भाव में होंगे। 4 ग्रहों का चतुर्ग्रही योग आप के छठे भाव में होने से लीवर से संबंधित कोई समस्या सामने आ सकती है। यदि आपने इस पर ध्यान नहीं दिया तो यह किसी विकराल समस्या का रूप भी धारण कर सकती है जिसके लिए आप को अस्पताल में भर्ती भी होना पड़ सकता है। आर्थिक रूप से गुरु गोचर 2023 उतार-चढ़ाव से भरा रहेगा। आप के खर्चे ज्यादा होंगे। आर्थिक स्थिति उतार-चढ़ाव से भरी रहेगी। स्वास्थ्य को लेकर भी खर्च करने होंगे। संघर्ष करने से आपको अपने कार्यक्षेत्र में सफलता मिलेगी। सितंबर के बाद से धीरे-धीरे स्थितियां आपकी तरफ मुड़ती हुई नजर आएंगी और नवंबर-दिसंबर में करियर में थोड़ा सा अच्छा समय देखने को मिलेगा। व्यापार को लेकर बहुत ज्यादा खर्च होंगे। विदेश यात्रा या सुदूर क्षेत्रों में आपको जाना पड़ेगा। इस दौरान संतान से संबंधित कोई सुखद समाचार आपको मिल सकता है।

उपायः आपको प्रतिदिन श्री विष्णु सहस्त्रनाम स्तोत्र का पाठ करना चाहिए।

गुरु गोचर - धनु राशि फलादेश

बृहस्पति का गोचर आपकी राशि से पंचम भाव में होगा। गुरु ही धनु राशि के स्वामी ग्रह हैं। पंचम भाव में हो रहा देव गुरु बृहस्पति का यह गोचर आपके लिए मिश्रित परिणाम लेकर आएगा क्योंकि जब यह गोचर होगा तो एक प्रकार से पितृदोष का निर्माण होगा। यदि आपकी कुंडली में पहले से ही पितृ दोष विद्यमान है तो इस दौरान उस पितृदोष की समस्याएं आपके सामने आ सकती हैं इसलिए इस दौरान आपको पितृदोष की शांति करा लेना अत्यंत आवश्यक होगा, नहीं तो चुनौतियों और समस्याओं का सामना करना पड़ेगा। आपको अपनी संतान को लेकर चिंता हो सकती है। आर्थिक समस्याएं धीरे-धीरे दूर होने लगेंगी और आपके पास धन प्राप्ति के मार्ग सुलभ होने लगेंगे लेकिन पारिवारिक जीवन में कमी आएगी। प्रेम संबंधों के लिए यह गुरु गोचर 2023 अनुकूल नहीं रहेगा। झगड़े होने और रिश्ते में बिखराव की स्थिति भी हो सकती है। यदि आप विद्यार्थी हैं तो आपकी एकाग्रता भंग होगी और पढ़ाई पर ध्यान नहीं रहने से शिक्षा संबंधित समस्याओं का सामना भी करना पड़ सकता है लेकिन एक अच्छी बात यह होगी कि आपको भाग्य का सहयोग मिलेगा जिससे बिगड़ते हुए काम बनने लगेंगे और आपका मनोबल भी धीरे-धीरे ऊंचा होगा। आपको अपने कुल देवी-देवता की पूजा करने से प्रबल लाभ के योग बनेंगे। यदि आप धार्मिक मार्ग अपनाएंगे तो बहुत फायदा होगा और आपकी समस्याएं स्वयं दूर हो जाएंगी। गोचर की शुरुआत में नौकरी में बदलाव की संभावना भी बन रही है।

उपायः आपको प्रतिदिन 108 बार देव गुरु बृहस्पति के बीज मंत्र का जाप अवश्य करना चाहिए।

गुरु गोचर - मकर राशि भविष्यवाणी

मकर राशि के लिए बृहस्पति तीसरे और बारहवें भाव के स्वामी ग्रह हैं और अपने इस गोचर के समय वह आपकी राशि से चतुर्थ भाव में प्रवेश करेंगे। बृहस्पति का चतुर्थ भाव में जाना ज्यादा अनुकूल नहीं माना जाता है लेकिन यह अपनी ही राशि में होना कुछ फायदेमंद अवश्य रहेगा, फिर भी सूर्य और राहु के गठजोड़ से बनने वाला गठबंधन बृहस्पति के गोचर के समय कुछ परेशानियां दे सकता है। आपको अपने स्वास्थ्य को ध्यान में रखना चाहिए। छाती में जकड़न, छाती में दर्द और किसी तरह की समस्याओं से इनकार नहीं किया जा सकता है। जिन लोगों को कोई गंभीर बीमारी है, उन्हें इस दौरान विशेष सतर्कता बरतनी चाहिए क्योंकि बीमारी में इजाफा होने के योग बनेंगे। यदि आप स्वास्थ्य को नजरअंदाज करेंगे तो आप परेशान हो सकते हैं। पारिवारिक जीवन में थोड़ी सी उथल-पुथल रहेगी। आपका पूरा ध्यान अपने परिवार की ओर जाएगा जबकि साथ ही आपको करियर पर भी ध्यान देना चाहिए। नौकरी करने वाले लोगों को इस दौरान अपनी प्रतिभा दिखाने का अच्छा मौका मिलेगा। आपके संबंध आपकी माता जी से बेहतर बनेंगे लेकिन गुरु गोचर 2023 की शुरुआत में उनको स्वास्थ्य से संबंधित समस्याएं परेशान कर सकती हैं। उनके स्वास्थ्य का ध्यान रखना बेहद आवश्यक होगा। अक्टूबर के बाद से पारिवारिक जीवन में सुख और शांति लौटने लगेगी और आप अपने परिवार के लिए कुछ अच्छा कार्य करते नजर आएंगे। किसी बड़ी संपत्ति की प्राप्ति भी हो सकती है।

उपायः प्रतिदिन अपने मस्तक पर केसर का तिलक अवश्य लगाएं।

गुरु गोचर - कुंभ राशि फलकथन

कुंभ राशि के जातकों के लिए बृहस्पति दूसरे और ग्यारहवें भाव के स्वामी ग्रह हैं। बृहस्पति का यह गोचर आपकी राशि से तीसरे भाव में होगा जो कि मिश्रित परिणाम देने वाला गोचर माना जाएगा। यह गोचर जिस समय आकार लेगा, उस समय राहु, सूर्य तथा बुध भी तीसरे भाव में बृहस्पति के साथ युति करेंगे। इस दौरान आपका ध्यान अपने दोस्तों के साथ ज्यादा रहेगा। मौज-मस्ती में ज्यादा समय बिताएंगे। मटरगश्ती अधिक होने से स्वास्थ्य बिगड़ सकता है और आर्थिक रूप से कमजोर समय हो जाएगा। आपको अपने आलस्य से इस समय में दूर रहना होगा, नहीं तो वह आपको परेशानियों में डाल सकता है और आपके महत्वपूर्ण काम अटक सकते हैं। भाई-बहनों को शारीरिक समस्याएं परेशान कर सकती हैं। बेवजह की यात्राओं से आपको कम से कम अक्टूबर तक बच कर रहना चाहिए क्योंकि उनमें न केवल धन खर्च होगा बल्कि शारीरिक समस्याएं भी परेशान करने की स्थिति बना सकती हैं। इस दौरान आपको जोड़ों में दर्द या कंधों में दर्द की समस्या का सामना भी करना पड़ सकता है। यदि आपको कान से संबंधित कोई समस्या है तो इस दौरान वह थोड़ी सी बढ़ सकती है। यह गुरु गोचर 2023 आपको दांपत्य जीवन में लाभ प्रदान करेगा और जीवनसाथी से आपकी स्थिति को अच्छा बनाएगा। भाग्य को प्रबल बनाने के लिए आपको कठिन प्रयास करने होंगे लेकिन आपकी आर्थिक स्थिति में थोड़ी वृद्धि होने के योग बन सकते हैं। व्यापार में सफलता के योग बनेंगे।

उपायः पूरे गोचर काल में आप अपनी जेब में एक पीला रुमाल अवश्य रखें।

गुरु गोचर - मीन राशि फलादेश

देव गुरु बृहस्पति मीन राशि के स्वामी हैं। यह आपके दशम भाव के स्वामी ग्रह भी हैं और बृहस्पति का यह गोचर आपकी राशि से दूसरे भाव में होगा। आपको भोजन से संबंधित समस्याओं पर ध्यान देना चाहिए क्योंकि असंतुलित भोजन या विषाक्त भोजन से आपको शारीरिक समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। अपनी वाणी पर भी ध्यान देने की आवश्यकता होगी क्योंकि उसकी वजह से बहुत सारी समस्याएं सामने आ सकती हैं। आर्थिक रुप से यह समय शुरुआत में बहुत परेशानीजनक रहेगा। परिवार में धन संपत्ति को लेकर वाद-विवाद भी सामने आ सकते हैं लेकिन नवंबर और दिसंबर के महीने आर्थिक रूप से उत्तम स्थिति प्रदान करेंगे। आप धन की बचत कर पाने में भी सफल होंगे और आपकी आर्थिक स्थिति मजबूत होने लगेगी। आप अपने शत्रुओं को लेकर थोड़े से चिंतित रहेंगे क्योंकि वह आपको परेशान करने का कोई मौका नहीं छोड़ेंगे परंतु फिर भी आप उनसे एक कदम आगे ही रहेंगे। ससुराल पक्ष से अच्छे संबंध बनाए रखने से ही लाभ होगा, नहीं तो समस्याएं बढ़ सकती हैं। आपको अपने कार्यक्षेत्र को लेकर ज्यादा मेहनत करने पर जोर देना होगा और इधर-उधर की बातें करने से नहीं बल्कि अपने मन से काम करने से ही आपको लाभ होगा। गुरु गोचर 2023 आपको आर्थिक रूप से समृद्ध बनाएगा। परिवार में किसी नए मेहमान का आगमन हो सकता है या किसी का विवाह भी संपन्न हो सकता जिससे घर में खुशियां आएंगी।

उपायः आपको अपना राशि रत्न पीला पुखराज बृहस्पतिवार के दिन तर्जनी अंगुली में सोने की मुद्रिका में अवश्य धारण करना चाहिए।

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हम आशा करते हैं कि शनि गोचर 2023 आपके जीवन में खुशहाली और तरक्की लेकर आए और आप जीवन में कभी भी निराश न हों। हमारी वेबसाइट पर विजिट करने के लिए आपका बहुत-बहुत धन्यवाद!

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