खुदरा बाजार 2026

Author: Acharyaa Parul | Updated Wed, 10 Dec 2025 12:40 PM IST

भारत को प्राचीन समय से व्यापार का मुख्य केंद्र माना जाता था और यहां के लोग इस कला में बहुत कुशल थे। जैसे सूर्य और अन्य ग्रह मानव जीवन को प्रभावित करते हैं, वैसे ही ग्रहों का प्रभाव अलग-अलग वस्तुओं के दामों और उनके उतार-चढ़ाव पर भी पड़ता है। व्यापारी अक्सर जहां कोई वस्तु अधिक मात्रा में मिलती है, वहां से उसे खरीदकर दूसरी जगह बेचते हैं।


इसलिए यदि किसी व्यापारी को पहले से यह पता चल जाए कि कब, कहां कितनी मात्रा में और कौन-सा अनाज या वस्तु ज्यादा या कम पैदा होगी, या उसकी भविष्यवाणी सही निकल जाए, तो वह अच्छा लाभ कमा सकता है। ज्योतिष का उद्देश्य भी यही है, मनुष्य को उसके जीवन-मार्ग में दिशा देना।

यह भी पढ़ें: राशिफल 2026

विद्वान ज्योतिषियों से फोन पर बात करें और जानें शुक्र का मकर राशि में गोचर का अपने जीवन पर प्रभाव

प्राचीन काल से ही व्यापारी इस विद्या का सहारा लेते आए हैं और आज भी लेते हैं। इसी कारण प्राचीन ज्योतिष में खरीद-फरोख्त और अर्थव्यवस्था से जुड़े शुभ समय जानने की परंपरा रही है। इसी ज्ञान के आधार पर खुदरा बाजार 2026 यह लेख वर्ष 2026 में विभिन्न वस्तुओं के व्यापार के लिए मार्गदर्शन प्रदान करेगा।

जनवरी 2026

खुदरा बाजार 2026 के अनुसार, 04 जनवरी से बृहस्पति के पुनर्वसू नक्षत्र में प्रवेश करने पर बाजार में तेजी देखी जा सकती है, जिससे अनाज, सोना और तेल के दाम बढ़ने की संभावना है। 06 जनवरी को बुध के पुष्य नक्षत्र में जाने से अनाज और कीमती धातुओं में गिरावट के संकेत मिलते हैं। 10-11 जनवरी के बीच जब शुक्र सूर्य और मंगल उत्तराषाढ़ा नक्षत्र से गुजरेंगे, तब कुछ वस्तुओं में मंदी आ सकती है, हालांकि कपास जैसी वस्तुओं में लाभ का योग रहेगा।

12 जनवरी को शुक्र के मकर राशि में प्रवेश करने से बाज़ार में अच्छी तेजी आने की संभावना है। महीने के मध्य तक कई वस्तुओं में दाम बढ़ सकते हैं, लेकिन 15 जनवरी के बाद बुध के प्रभाव से गिरावट हो सकती है। महीने के अंत तक कुछ ज्योतिषीय घटनाएं फिर से अनाज और कीमती धातुओं में तेजी ला सकती हैं, लेकिन 30 जनवरी को बृहस्पति के वक्री होने पर बाजार का रुख थोड़ा नकारात्मक हो सकता है।

जनवरी के अंत में शुक्र और बुध धनिष्ठा नक्षत्र में प्रवेश करने पर बाजार में उतार-चढ़ाव बना रहेगा, कुछ वस्तुओं में तेजी दिखेगी तो कुछ में मंदी।

To Read in English Click Here: Commodity Market 2026

यह राशिफल आपकी चंद्र राशि पर आधारित है। अपनी व्यक्तिगत चन्द्र राशि अभी जानने के लिए चंद्र राशि कैलकुलेटर का उपयोग करें

फरवरी 2026

खुदरा बाजार 2026 के अनुसार, फरवरी की शुरुआत में बाजार में काफी उतार-चढ़ाव देखने को मिलेंगे। 03 फरवरी को बुध के कुंभ राशि में जाने से तिल और कपास के दाम नीचे रहेंगे, जबकि घी, तेल, गुड़ और चीनी के दाम ऊंचे बने रह सकते हैं। 05 फरवरी को जब शुक्र, बुध और राहु के साथ जुड़ता है, तब मंदी के संकेत होने के बावजूद बाजार में तेजी आने की संभावना है। बड़े व्यापारियों को सोच-समझकर कदम उठाने चाहिए, खासकर कपास में अच्छा फायदा होने के योग बन रहे हैं।

आगे के दिनों में सोना-चांदी और कई तरह के अनाजों के दाम बढ़ सकते हैं, खासतौर पर 12 फरवरी को सूर्य के कुंभ राशि में प्रवेश करने के बाद। 14 फरवरी को मंगल के धनिष्ठा नक्षत्र में जाने से कपास और धातुओं में और तेजी देखने को मिल सकती है। 19 से 22 फरवरी के बीच कई चीजों के दाम बढ़ेंगे।

महीने के अंत में 26 फरवरी के आसपास, बुध के वक्री होने से बाज़ार में फिर हलचल और उतार–चढ़ाव रहेंगे। कुल मिलाकर, कुछ चीज़ों के दाम गिर भी सकते हैं, लेकिन कपास, अनाज और कई अन्य वस्तुओं के लिए फ़रवरी का महीना उम्मीद जगाने वाला रहेगा।

मार्च 2026

खुदरा बाजार 2026 के अनुसार, महीने की शुरुआत में जैसे ही शुक्र मीन राशि में प्रवेश करता है, कपास और चांदी के दाम तेजी से बढ़ सकते हैं। अनाज, तेल और गुड़ में भी अच्छा मुनाफा मिलने के योग बनेंगे। लेकिन 3 मार्च को मंगल के शतभिषा नक्षत्र में जाने के बाद अनाज, कपास, सोना और चांदी में थोड़ी मंदी या धीमापन दिखाई दे सकता है।

पूरे मार्च महीने में ग्रहों की चाल के कारण बाज़ार में लगातार बड़े उतार–चढ़ाव बने रहेंगे, खासकर तेल, सोना और चीनी जैसी वस्तुओं में। 4 मार्च को बाज़ार का रुख अचानक बदल सकता है। 9 मार्च को बुध वक्री होने से कई चीज़ों की कीमतों में हिलचाल आएगी। 20 मार्च को मंगल के पूर्वाभाद्रपदा नक्षत्र में जाने से तेल बीज और कपास के दामों में फिर से तेजी आने की संभावना है।

महीने के अंत में, 31 मार्च को जब सूर्य रेवती नक्षत्र में रहेगा, तब अगले 14 दिनों तक अलसी, सरसों, अरंडी का तेल, मूंगफली, कपास, गेहूं, जौ, चना और चावल के दामों में बढ़ोतरी होने की संभावना है। इन दिनों में तुरंत मुनाफा कमाने का अच्छा मौका मिल सकता है।

अप्रैल 2026

महीने की शुरुआत में कुंभ राशि में बुध, राहु और मंगल की स्थिति यह संकेत देती है कि अलसी, कपास और गेहूं जैसी चीजों का प्रदर्शन अच्छा रहेगा। 02 अप्रैल को मंगल के मीन राशि में जाने और सूर्य व शनि से जुड़ने पर सोना और कपास के दाम बढ़ सकते है, हालांकि व्यापार में कुछ रुकावटें भी आ सकती हैं। लगभग 05 अप्रैल के आसपास शुक्र के प्रभाव से कपास की कीमतें और बढ़ने की संभावना है।

01 से 10 अप्रैल तक शेयर बाजार में तेजी रहने के योग बन रहे हैं। 10 अप्रैल को जब बुध मीन राशि में प्रवेश करेगा और पाप ग्रहों के साथ जुड़ेगा, तो कुछ सावधान व्यापारी नुकसान झेल सकते हैं, लेकिन इसके बावजूद अचानक फायदा होने की संभावना भी रहेगी। लगभग 13 और 14 अप्रैल के आसपास बाज़ार में बड़े उतार-चढ़ाव होंगे।

16 अप्रैल को मार्केट गिर सकता है, लेकिन 17 अप्रैल से फिर तेजी लौट आएगी। 27 अप्रैल तक आते-आते कई वस्तुओं, जैसे अनाज और घी की कीमतें काफी बढ़ सकती हैं। महीने के अंत में बाज़ार में एक तेज़ और बड़ा बदलाव देखने को मिल सकता है, इसलिए व्यापारियों को सतर्क रहना चाहिए।

करियर की हो रही है टेंशन! अभी ऑर्डर करें कॉग्निएस्ट्रो रिपोर्ट

मई 2026

खुदरा बाजार 2026 के अनुसार, मई की शुरुआत में गुड़, चीनी, चावल, गेहूं और दालों के दाम कम रहे, लेकिन 06 मई से इनके बढ़ने के संकेत हैं। इसकी वजह है बुध का भरणी नक्षत्र में प्रवेश और सूर्य-बुध दोनों का मेष राशि में पहुंचना। इस समय गेहूं, चावल, चने, मूंग, मोंठ और दूसरी दालों के दाम बढ़ सकते हैं।

यह बढ़ोतरी लगभग आठ दिनों तक रह सकती है, लेकिन 8 मई के बाद कुछ अनाजों में गिरावट भी देखने को मिल सकती है। इसलिए व्यापारियों के लिए सलाह है कि जो सामान चाहिए, उसे समझदारी से जमा कर लें ताकि सही समय पर फायदा उठाया जा सके। 11 मई के आसपास बाज़ार में तेज़ उतार–चढ़ाव हो सकते हैं।

घी, सोना और तिलहन जैसी कई वस्तुओं के दामों में भी बड़े बदलाव दिख सकते हैं। मई के बीच आते-आते बाजार का माहौल फिर से बदल सकता है, कुछ चीज़ों में तेजी और कुछ में मंदी दिखेगी। महीने के आखिरी दिनों में, खासकर 26 मई के आसपास, मौसम की खराबी बाज़ार पर असर डाल सकती है, जिससे कीमतों में और भी उठापटक देखने को मिलेगी। इसलिए पूरे महीने व्यापारियों को सतर्क रहना ज़रूरी है।

जून 2026

खुदरा बाजार 2026 के अनुसार, जून में ग्रहों की चाल कर्तरी योग बनाती है, जो यह संकेत देती है कि व्यापारियों को अनाज का अच्छा स्टॉक रखना चाहिए ताकि उन्हें अधिक फायदा मिल सके। 01 जून को बृहस्पति के कर्क राशि में जाने से कपास के दाम बढ़ सकते हैं। 2 जून से बुध के प्रभाव के कारण गेहूं और दालों जैसे अनाजों में तेजी से उतार–चढ़ाव देखने को मिल सकता है।

लगभग 8 जून के आसपास कई चीज़ों के दाम बढ़ेंगे, हालांकि कुछ वस्तुओं में गिरावट की भी संभावना रहेगी। 11 जून को कई अनाज और चांदी में गिरावट आ सकती है। महीने के बीच में अनाज और अन्य वस्तुओं के लिए बाज़ार मजबूत रहने की उम्मीद है। 16 जून के आसपास गेहूं और अन्य चीज़ों के दाम बढ़ने की संभावना है, लेकिन उसके बाद कुछ गिरावट भी देखी जा सकती है।

मुहर्रम के दिन बाज़ार में तेजी रहने का योग है, जबकि 18 जून से कारोबारी वस्तुओं में अचानक कीमतें ऊपर-नीचे हो सकती हैं। महीने के आखिरी में फिर उतार-चढ़ाव बढ़ेंगे, खासकर 30 जून को बुध के वक्री होने पर। इस समय कुछ चीजों के दाम बहुत ज्यादा बढ़ सकते हैं, जबकि कुछ के दाम नीचे रहेंगे।

जुलाई 2026

खुदरा बाजार 2026 के अनुसार, जुलाई की शुरुआत में शनि रेवती नक्षत्र के दूसरे चरण में प्रवेश करेगा और उसी समय बृहस्पति की दृष्टि भी शनि पर रहेगी। इस समय तेलबायि, सरसों और घी के दामों में गिरावट देखी जा सकती है, जबकि दालें, अनाज, तंबाकू और गुड़ में थोड़ी तेजी आ सकती है। 04 जुलाई को मंगल के रोहिणी में और बृहस्पति के पुष्य नक्षत्र के दूसरे चरण में पहुंचने से कपास, धागा, रेशम और सरसों में तेजी के अच्छे संकेत हैं। लेकिन शुक्र के सिंह राशि के मघा नक्षत्र में जाने से बाज़ार में मंदी के भी योग बनते हैं, इसलिए सावधानी जरूरी है।

6 जुलाई को सूर्य के पुनर्वसु नक्षत्र में जाने और बुध के मिथुन में वक्री होने से सोना-चांदी, कपास और कई अन्य वस्तुओं में तेजी देखी जा सकती है, हालांकि सोना-चांदी अभी भी दबाव में रह सकते हैं। ग्रहों की लगातार बदलती चाल से पूरे महीने बाज़ार में तेजी-मंदी का दौर चलता रहेगा।

महीने के अंत तक कोई बार उतार-चढ़ाव बनेंगे। खासतौर पर 26 जुलाई के आसपास शनि के वक्री होने का असर क्षेत्रीय स्तर पर खाने-पीने की चीज़ों की कमी ला सकता है, लेकिन कुल मिलाकर अनाज और कपास के दाम बढ़ने की ही संभावना ज्यादा है।

कुंडली में मौजूद राज योग की समस्त जानकारी पाएं

अगस्त 2026

खुदरा बाजार 2026 के अनुसार, 02 अगस्त को मंगल के मिथुन राशि में प्रवेश करते ही कपास, गुड़, चीनी, तेल और सोने में मुनाफे की तेजी शुरू होगी, जो 03 अगस्त को मंगल के मिथुन राशि में प्रवेश करते ही कपास, गुड़, चीनी, तेल और सोने से मुनाफे की तेजी शुरू होगी, जो 03 अगस्त तक बनी रहेगी। 03 अगस्त को सूर्य के आश्लेषा नक्षत्र में जाने और गुरु पुष्य नक्षत्र के आने से कई तरह के सामानों में अच्छा खासा फायदा होने के योग बनेंगे।

इसके बाद बुध और बृहस्पति की चाल बाजार में उतार-चढ़ाव ला सकती है और कारोबार में तेजी भी दिखा सकती है, खासकर कपास, चांदी और अन्य वस्तुओं में, जो मध्य अगस्त तक असर में रहेगा। करीब 10 अगस्त के आसपास बृहस्पति का प्रभाव कुछ जगहों पर सूखे जैसे हालात पैदा कर सकता है, जिससे अनाज के व्यापार में अच्छे मौके बन सकते हैं।

18 अगस्त के आसपास फिर से बाजार में तेजी आने की संभावना है, इसलिए रुझानों पर नज़र रखना जरूरी है। महीने के अंत तक कई कमोडिटीज़ में मजबूत मुनाफ़ा दिख सकता है, हालांकि कुछ बाजारों में गिरावट भी संभव है, इसलिए सावधानी रखना जरूरी होगा।

सितंबर 2026

खुदरा बाजार 2026 के अनुसार, सितंबर की शुरुआत में ग्रहों की स्थिति कई तरह की वस्तुओं के दामों पर असर डालेगी। 02 सितंबर को शुक्र के तुला राशि में जाने से अनाज, गुड़ और धातुओं पर खास असर दिखेगा। गुड़ और चीनी के दाम बढ़ने के योग हैं, जबकि लगभग 11 सितंबर के आसपास शुक्र के स्वाती नक्षत्र में प्रवेश करने से अनाज के दाम गिर सकते हैं।

12 सितंबर के आसपास प्राकृतिक आपदाएं होने की संभावना है, जिससे जरूरी वस्तुओं के दाम बढ़ सकते हैं। 17 सितंबर को सूर्य के कन्या राशि में प्रवेश करने पर कपास, तेल और सोने में लाभ होने की संभावना है, जिसमें बुध और शनि की स्थिति भी सहायक रहेगी।

लगभग 18 सितंबर को अनाज में तेजी का रुझान दिखेगा, जबकि चांदी के दामों में उतार-चढ़ाव रह सकता है। महीने के अंत में घी और दालों में बढ़त के संकेत हैं, खासकर 26 सितंबर से श्राद्ध पक्ष शुरू होने के कारण बाजार में थोड़ी अस्थिरता भी देखी जा सकती है।

अक्टूबर 2026

खुदरा बाजार 2026 के अनुसार, अक्टूबर की शुरुआत में बुध के स्वाती नक्षत्र में होने से कपास के बाजार में मंदी का माहौल रहेगा। लेकिन लगभग 03 अक्टूबर के आसपास वक्री शुक्र और उस पर मंगल की दृष्टि के कारण सरसों, अनाज और कपास जैसी कई वस्तुओं के दाम बढ़ेंगे और शेयर बाजार में भी तेजी देखने को मिलेगी।

10 अक्टूबर तक कपास और इससे जुड़े उत्पादों में लगातार तेजी बनी रहेगी। 10 अक्टूबर को सूर्य चित्रा नक्षत्र में प्रवेश करेगा और शनि के प्रभाव में रहेगा। इसके चलते आने वाले दिनों में कपास, सूत, सोना, चांदी गुड़, चीनी, दालें, गेहूं, चना तिलहन, तेल और घी, इन सभी के दामों में बढ़ोतरी की संभावना है।

जैसे-जैसे महीना आगे बढ़ेगा, खासकर 17 अक्टूबर के आसपास मंगल के प्रभाव से बाजार में तेज उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है। 23 से 29 अक्टूबर के बीच कई कमोडिटीज़ में अच्छा मुनाफा होने की उम्मीद है, हालांकि अनाज के दामों में उतार-चढ़ाव जारी रहेगा। कुल मिलाकर, महीने के अंत तक कई वस्तुओं से लाभ मिलने के योग हैं।

बृहत् कुंडली : जानें ग्रहों का आपके जीवन पर प्रभाव और उपाय

नवंबर 2026

खुदरा बाजार 2026 के अनुसार, 02 नवंबर को बुध के वक्री होकर स्वाती नक्षत्र में आने से बाजार में तेजी के संकेत मिलेंगे, हालांकि इसके तुरंत बाद कपास में मंदी देखने को मिल सकती है। 05 नवंबर को वक्री शुक्र के कन्या राशि में प्रवेश करने और शनि से जुड़ने पर मोटे अनाज, दालों और चीनी में जल्दी मुनाफा कमाने के अवसर बनेंगे। 6 नवंबर को सूर्य के विशाखा नक्षत्र में प्रवेश करने से कई वस्तुओं में तेज उतार-चढ़ाव होगा, और 9 नवंबर तक कीमतों में जोरदार बढ़त देखने को मिल सकती है।

10 और 11 नवंबर को बाजार कमजोर रहेगा, लेकिन 12 नवंबर के बाद ग्रहों के बदलाव के कारण धीरे-धीरे स्थिरता आने लगेगी। 12 से 14 नवंबर के बीच अनाज में ज्यादा तेजी और गतिविधि देखने को मिलेगी। 14 नवंबर तक बुध और शुक्र मार्गी हो जाएंगे, जिससे कपास और सोने जैसी वस्तुओं में बढ़त के योग बनेंगे।

16 से 19 नवंबर के बीच अनाज और सोना-चांदी जैसे कीमती धातुओं में मजबूत तेजी दिख सकती है। 20 नवंबर को देवप्रबोधिनी एकादशी के कारण बाजार में तेज खरीद-बिक्री होगी। 22 नवंबर को शुक्र के तुला में प्रवेश करने से कीमतों में और बढ़त आएगी। हालांकि 25 नवंबर के आसपास बाजार में उतार-चढ़ाव बढ़ सकता है और मंदी का खतरा बना रहेगा, इसलिए सावधानी जरूरी है।

दिसंबर 2026

खुदरा बाजार 2026 के अनुसार, 02 दिसंबर को बुध के वृश्चिक राशि में प्रवेश करने से घी, तेल, सरसों तेल, कपास, चांदी और सोने में तेजी के संकेत मिलेंगे। अनाज के दामों में उतार-चढ़ाव रहेगा, लेकिन 05 दिसंबर तक इनके बढ़ने की संभावना है। 03 दिसंबर को सूर्य के ज्येष्ठा नक्षत्र में प्रवेश करने से सोने सहित कई अनाज और अन्य वस्तुओं के दाम बढ़ेंगे, जबकि 04 दिसंबर को इनकी कीमतों में गिरावट आ सकती है। 5 दिसंबर को उत्कृष्ट लाभ योग बन रहा है, जिसमें जौ, चना और अन्य वस्तुओं में बड़े उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकते हैं, खासकर जब राहु और केतु नए चरणों में प्रवेश करेंगे।

10 दिसंबर को शनि के मार्गी होने से बाजार में तेज उतार-चढ़ाव के बीच स्टॉक रखने वालों को फायदा होगा, और 14 दिसंबर तक अनाज में काफी हलचल देखने को मिलेगी। 13 दिसंबर के आसपास कुछ धातुओं और अनाज के दाम तेजी से बढ़ सकते हैं।

16 दिसंबर को सूर्य के मूल नक्षत्र में प्रवेश करने से कई वस्तुओं में लाभ के अवसर बनेंगे, लेकिन 19 दिसंबर के आसपास बाजार उलट भी सकता है। 22 और 29 दिसंबर के आसपास बाजार में तेज गतिविधि होगी, लेकिन अनाज कमजोर रह सकते हैं। वहीं सोना और चांदी में भी इस समय गंभीर गिरावट की आशंका है, इसलिए सावधानी जरूरी है।

सभी ज्योतिषीय समाधानों के लिए क्लिक करें: एस्ट्रोसेज ऑनलाइन शॉपिंग स्टोर

हम आशा करते हैं कि आपको ये आर्टिकल पसंद आया होगा। एस्ट्रोसेज के साथ जुड़े रहने के लिए आपका बहुत-बहुत धन्यवाद!

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

1. खुदरा बाजार 2026 की भविष्यवाणी किस आधार पर की गई है?

खुदरा बाजार 2026 की भविष्यवाणियां ग्रहों की चाल, नक्षत्रों की स्थिति, और वर्ष भर होने वाले ग्रह गोचरों पर आधारित हैं। ज्योतिषीय घटनाएं अलग-अलग वस्तुओं की कीमतों में तेजी और गिरावट का संकेत देती हैं।

2. 2026 में कौन-कौन सी वस्तुओं में सबसे ज्यादा तेजी रहने की उम्मीद है?

कपास, सोना-चांदी, तेल, सरसों, अलसी, गुड़ और कई दालों में वर्ष के कई महीनों में तेज़ी के मजबूत योग देखे जाते हैं।

3. क्या 2026 में अनाज के दाम बढ़ेंगे या घटेंगे?

2026 में अनाज में बार-बार उतार-चढ़ाव रहेगा। कुछ महीनों में गेहूं, चावल, चना और जौ में तेज़ी दिखेगी, जबकि कई ग्रह परिवर्तन के समय इनके दामों में गिरावट भी संभव है।

Talk to Astrologer Chat with Astrologer