नववर्ष 2026 केवल एक तारीख नहीं, बल्कि उम्मीदों की एक नई सुबह है। यह वह क्षण होता है जब हम पीछे मुड़कर बीते साल की यादों, उपलब्धियों, सीखों और अनुभवों को देखते हैं और फिर पूरे जोश, ऊर्जा और सकारात्मकता के साथ नए साल की ओर कदम बढ़ाते हैं। नववर्ष 2026 हमारे जीवन में नयापन लेकर आ रहा है, नई सोच, नए लक्ष्य और नए लक्ष्य और नए अवसरों के साथ। हर साल की तरह यह वर्ष बहुत कुछ सिखाकर गया और बहुत कुछ सहेजकर लाया। लेकिन इन नए साल में सबसे खास चीज़ है, हमारे रिश्ते।
जब हम अपनों को सच्चे मन से शुभकामनाएं देते हैं, तो वो केवल औपचारिकता नहीं होती, बल्कि उन रिश्तों में गहराई और अपनापन भर देती है। ऐसे में केवल हैप्पी न्यू ईयर कह देना काफी नहीं, क्यों न इस बार कुछ ऐसा कहा जाए जो दिल को छू जाए? नववर्ष पर भेजे गए एक सच्चे, भावनात्मक और प्रेरणादायक संदेश में इतनी ताकत होती है कि वह किसी के दिन को खास बना सकता है, उनके चेहरे पर मुस्कान ला सकता है और उन्हें इस नए साल के लिए नई प्रेरणा दे सकता है।
यही कारण है कि हम लेकर आए हैं कुछ बेहद खास, अनोखे को दिल से निकले नववर्ष 2026 के शुभकामना संदेश, जो आपके प्रियजनों को यह महसूस कराएंगे कि वे आपके लिए कितने मायने रखते हैं। तो आइए इस नववर्ष पर केवल तारीख बदलने का जश्न न मनाएं, बल्कि रिश्तों को और गहरा बनाने का संकल्प लें।
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कुछ शब्दों में अपने प्रेम, आभार और उम्मीदों को पिरोकर भेजिए ऐसे संदेश जो केवल पढ़े न जाएं, बल्कि महसूस किए जाएं। इस साल की शुरुआत हो आपके संदेश से, जो दिल से निकले और सीधे दिल तक पहुंचे। एस्ट्रोसेज एआई के इस विशेष आर्टिकल में हम आपको नववर्ष 2026 की शुभकामनाओं और भारत में मनाए जाने वाले अलग-अलग नववर्ष के बारे में बताएंगे। तो आइए बिना देरी किए आगे बढ़ते हैं।
नववर्ष 2026 का अर्थ केवल एक नई तारीख या नए कैलेंडर से कहीं अधिक गहराई रखता है। यह एक नई शुरुआत, नए संकल्पों और नवीन उम्मीदों का प्रतीक है। हर नववर्ष के साथ एक नई ऊर्जा, उत्साह और उमंग हमारे जीवन में प्रवेश करता है। यह हमें एक अवसर देता है बीते हुए साल के अनुभवों को आत्मसात कर और एक नई सोच के साथ आगे बढ़ने का। नववर्ष 2026 यह याद दिलाता है कि हम हर दिन को बेहतर बना सकते हैं। चाहे जीवन में कितनी भी बाधाएं रही हों, नया साल अपने साथ नई शुरुआत की प्रेरणा लेकर आता है।
यह समय होता है पीछे मुड़कर उन सभी लम्हों को याद करने का, जिन्होंने हमें कुछ न कुछ सिखाया। सफलता हो या असफलता, हर अनुभव का धन्यवाद करते हुए हम 2026 का स्वागत करते हैं। नववर्ष अपनों को याद करने और उन्हें शुभकामनाओं के साथ यह जताने का भी अवसर है कि वे हमारे लिए कितने खास हैं। यह समय है रिश्तों को फिर से जीने और उन्हें अधिक गहराई देने का।
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नववर्ष का हमारे जीवन में बहुत गहरा महत्व होता है। यह केवल एक तारीख बदलने का नाम नहीं है, बल्कि यह जीवन में एक नई शुरुआत, नई उम्मीदों और नए संकल्पों का प्रतीक होता है। जब हम नया साल मानते हैं, तो हम बीते वर्ष की अच्छी -बुरी यादों को पीछे छोड़कर आगे की ओर देखने की कोशिश करते हैं। यह समय होता है आत्ममंथन का कि हमने पिछले साल क्या सीखा, क्या खोया और अब हमें आना वाले समय में क्या सुधार करना है। नया साल हमें अपने अंदर झांकने का और अपने व्यवहार सोच आदतों को बेहतर बनाने का अवसर देता है।
लोग इस दिन अच्छे कामों की शुरुआत करते हैं, जैसे-व्यायाम शुरू करना, पढ़ाई में ध्यान देना, रिश्तों में सुधार लाना, समय का सदुपयोग करना, आदि। यह समय होता है नए लक्ष्य बनाने और उन्हें पाने के लिए संकल्प लेने का। साथ ही, नववर्ष हमें यह भी याद दिलाता है कि समय कभी नहीं रुकता हैं। हमें हर पल को महत्व देना चाहिए, क्योंकि हर दिन हमारे जीवन को आकार देता है।
नववर्ष 2026 की शुरुआत 1 जनवरी 2026, गुरुवार से होगी। यह दिन पूरी दुनिया में ग्रेगोरी कैलेंडर के अनुसार, नए साल की शुरुआत के रूप में मनाया जाता है। इस दिन लोग एक-दूसरे को नववर्ष की शुभकामनाएं देते हैं, नए संकल्प लेते हैं और जश्न मनाते हैं। हालांकि, विभिन्न संस्कृतियों और धर्मों में नववर्ष की तारीखें अलग-अलग होती हैं। जैसे, चीनी नववर्ष की शुरुआत 17 फरवरी 2026, मंगलवार को होगी, जिसे घोड़े का वर्ष कहा जाएगा। वहीं इस्लामी हिजरी नववर्ष (1 मुहर्रम 1448 हिजरी) के आरंभ की संभावित तिथि 16 जून 2026 मानी जा रही है, हालांकि यह तिथि चांद के दर्शन पर निर्भर करती है, इसलिए स्थान के अनुसार थोड़ा फर्फ हो सकता है।
इस तरह भले ही 1 जनवरी को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नववर्ष मनाया जाता है, लेकिन भारत समेत दुनिया के कई हिस्सों में सांस्कृतिक और धार्मिक परंपराओं के अनुसार नववर्ष अलग-अलग तिथियों को भी शुरू होता है।
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नए साल का इतिहास हजारों साल पुराना है। इसकी शुरुआत लगभग 4000 साल पहले बेबीलोन की सभ्यता से मानी जाती है, जहां लोग मार्च महीने में वसंत ऋतु के आगमन पर आकितु नाम का त्योहार मनाकर नववर्ष का स्वागत करते थे। यह उत्सव फसल बोने के समय होता था और ग्यारह दिनों तक चलता था। बाद में रोमन सभ्यता में समर सम्राट जूलियस सीज़र 46 ईसा पूर्व में "जूलियन कैलेंडर" बनाया और 1 जनवरी को साल का पहला दिन घोषित किया। यह दिन रोमन देवता जानस को समर्पित था, जो नए आरंभ और बदलाव के प्रतीक माने जाते थे।
मध्यकाल में ईसाई प्रभाव के कारण कुछ देशों में नववर्ष को 25 दिसंबर या मार्च के अंत में मनाया जाने लगा, लेकिन 1582 में पोप ग्रेगोरी XIII ने ग्रेगोरी कैलेंडर लागू किया, जिसमें 1 जनवरी को फिर से साल की शुरुआत माना गया। आज अधिकांश देश इसी कैलेंडर का पालन करते हैं और 1 जनवरी को नववर्ष मनाते हैं। हालांकि भारत और कई संस्कृतियों में नववर्ष की अपनी-अपनी तिथियां और परंपराएं हैं जैसे चैत्र शुक्ल प्रतिपदा, गुड़ी पड़वा, बैसाखी, लोहड़ी, नवरोज़ आदि। इस प्रकार, नववर्ष केवल एक तारीख नहीं, बल्कि एक नई शुरुआत, आशा और उत्साह का प्रतीक है।
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नववर्ष सबसे पहले मेसोपोटामिया में मनाया गया था। यह परंपरा लगभग 4000 साल पुरानी है। उस समय वहां बेबीलोन सभ्यता थी, जो दुनिया की सबसे प्राचीन सभ्यताओं में से एक मानी जाती है। बेबीलोन के लोग मार्च महीने (वसंत ऋतु) में जब नई फसल बोई जाती थी, तब नए साल का त्योहार अकितु मानते थे। यह उत्सव करीब 11 दिन तक चलता था, जिसमें देवताओं की पूजा, राजा की शक्ति की पुष्टि और सामाजिक सांस्कृतिक गतिविधियां होती थीं।
यह त्योहार प्रकृति और कृषि से जुड़ा हुआ था और इसे नवजीवन की शुरुआत माना जाता था। इस तरह, इतिहास में सबसे पहले इराक के मेसोपोटामिया क्षेत्र में नववर्ष मनाने का प्रमाण मिलता है। यही परंपरा बाद में दूसरी सभ्यताओं जैसे मिस्र, यूनान और रोम में भी फैल गई और धीरे-धीरे दुनिया के बाकी हिस्सों में विभिन्न रूपों में नववर्ष मनाया जाने लगा।
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नववर्ष 2026 आपके जीवन में नई खुशियां, नई उमंगें और नई सफलताएं लेकर आए। हर दिन आपके लिए नई ऊर्जा, नई सोच और ढेरों उपलब्धियाँ लेकर आए। शुभकामनाओं सहित हैप्पी न्यू ईयर 2026!
पुराना साल विदा हुआ कुछ खट्टी-मीठी यादों के साथ,नया साल आया अनगिनत सपनों, उम्मीदों और विश्वास के साथ। नववर्ष 2026 की हार्दिक शुभकामनाएं!
नववर्ष 2026 आपके लिए सुख, शांति, स्वास्थ्य और समृद्धि का वरदान लेकर आए। यह वर्ष आपके अधूरे सपनों को पूरा करे और जीवन में नई रौशनी भर दे।
2026 में कोई दुख न हो, कोई कमी न रहे, हर दिन सफलता आपके कदम चूमे। आपको और आपके पूरे परिवार को नववर्ष की ढेर सारी शुभकामनाएं!
हर सुबह एक नई शुरुआत हो, हर दिन आपके सपनों के साथ हो। नववर्ष 2026 आपके लिए सौभाग्य, सफलता और सुखद जीवन लेकर आए।
बीते वर्ष की सीख के साथ, और नए वर्ष की आशा के साथ,चलें आगे विश्वास और आत्मबल के साथ। शुभ हो नववर्ष 2026!
नववर्ष का हर दिन आपके जीवन में नई रोशनी, नई सोच और नई उपलब्धियां लेकर आए। यह वर्ष आपके लिए मंगलमय हो।
नया साल एक खाली किताब की तरह है, आपकी कलम और सोच मिलकर उसमें बेहतरीन कहानी लिख सकती हैं। इस नए साल में आपकी ज़िंदगी खुशियों से भर जाए। शुभ नववर्ष 2026!
गुज़रा हुआ कल यादों में है, आने वाला कल ख्वाबों में है, लेकिन आज का दिन हकीकत में है,उसे हँसी, प्यार और उम्मीद से जिएं। नववर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं।
नया साल लाए जीवन में उजास, हर मन में हो शांति और हर चेहरे पर मुस्कान। नववर्ष 2026 आपके लिए मंगलकारी और सुखद हो।
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शहर/धर्म |
पर्व |
नव वर्ष की शुरुआत |
|---|---|---|
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महाराष्ट्र |
गुड़ी पड़वा |
मार्च-अप्रैल, चैत्र शुक्ल प्रतिपदा |
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कर्नाटक और आंध्र प्रदेश / तेलंगाना |
उगादी |
मार्च-अप्रैल |
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पंजाब |
बैसाखी |
13 या 14 अप्रैल |
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तमिलनाडु – |
पुथांडु |
4 अप्रैल |
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बंगाल (पश्चिम बंगाल) |
पोइला बोइशाख |
14 या 15 अप्रैल |
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केरल |
विशु |
14 अप्रैल |
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असम |
रंगाली बिहू / बोहाग बिहू |
14 अप्रैल के आसपास |
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गुजरात |
बेस्टु वर्ष |
दीपावली के अगले दिन, अक्टूबर-नवंबर |
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कश्मीर (कश्मीरी पंडित) |
नवरेह |
मार्च-अप्रैल |
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राजस्थान / मारवाड़ी समाज |
थापना दिवस |
दीपावली के अगले दिन |
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उत्तर भारत |
चैत्र शुक्ल प्रतिपदा |
मार्च-अप्रैल |
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सिख धर्म |
1 चैत्र |
14 मार्च के आसपास |
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जैन धर्म |
भगवान महावीर के निर्वाण के बाद पहला |
दीपावली के अगले दिन |
नोट: सभी तिथियां हिंदू पंचांग या सौर कैलेंडर पर आधारित होती हैं, इसलिए हर साल 1-2 दिन का अंतर हो सकता है। यह सभी नववर्ष सांस्कृतिक और धार्मिक रूप से गहरे जुड़े होते हैं, और इन्हें स्थानीय रीति-रिवाज़ों के साथ मनाया जाता है।
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1. नववर्ष 2026 कब शुरू हो रहा है?
नववर्ष 2026 की शुरुआत 1 जनवरी 2026, गुरुवार से होगी। यह ग्रेगोरी कैलेंडर के अनुसार नए साल का पहला दिन है, जो दुनियाभर में मनाया जाता है।
2. नववर्ष का इतिहास क्या है?
नववर्ष सबसे पहले मेसोपोटामिया (ईराक) की बेबीलोन सभ्यता में लगभग 4000 वर्ष पहले मनाया गया था। आधुनिक नववर्ष (1 जनवरी) की परंपरा रोमन सम्राट जूलियस सीज़र द्वारा शुरू की गई थी और ग्रेगोरी कैलेंडर में इसे मान्यता दी गई।
3. नववर्ष 2026 का महत्व क्या है?
नववर्ष 2026 नई शुरुआत, आशा और सकारात्मक सोच का प्रतीक है। यह समय होता है पुरानी गलतियों से सीख लेने और नए संकल्पों के साथ आगे बढ़ने का। यह आत्मविश्लेषण, संबंधों में सुधार, और खुद को बेहतर बनाने का अवसर है।