शेयर बाजार भविष्यवाणी 2026

Author: AstroGuru Mragaank | Updated Wed, 10 Dec 2025 07:56 AM IST
शेयर बाजार भविष्यवाणी 2026 - वैदिक ज्योतिष और ग्रह गोचर पर आधारित निवेश मार्गदर्शन

शेयर बाजार भविष्यवाणी 2026 बताती है कि बाजार केवल आर्थिक नीतियों या दुनिया भर की खबरों से ही प्रभावित नहीं होता, बल्कि ग्रहों की चाल भी इसकी दिशा और गति तय करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। वैदिक ज्योतिष के अनुसार हर ग्रह किसी न किसी विशिष्ट उद्योग और बाजार का कारक होता है, इसलिए जब ग्रह अपनी राशि या अवस्था बदलते हैं, तो बाजार भी बदलता है, कभी रफ्तार पकड़ता है, तो कभी अचानक धीमा पड़ जाता है।


इसी सिद्धांत के आधार पर एस्ट्रोसेज एआई के विद्वान ज्योतिषाचार्यों ने शेयर निवेशकों के लिए यह विशेष शेयर बाजार भविष्यवाणी 2026 तैयार की है। इसका उद्देश्य यही है कि आप बाजार में आने वाले उतार-चढ़ाव को पहले से जानकर सही समय पर सही निर्णय करें और अधिक लाभ कमाने में सफल हों। हालांकि, इसी के साथ हम यह भी स्पष्ट कर देते हैं कि आप अपने स्वयं विवेक का पालन करते हुए ही निवेश करें क्योंकि बाजार जोखिमों के अधीन होता है इसलिए बहुत सोच-समझकर निवेश करें। साथ ही, अपनी कुंडली से अपनी वर्तमान ग्रह दशा और गोचर को जानने के बाद कि वह अनुकूल चल रहे हैं तभी व्यापार करें। किसी भी प्रकार की लाभ-हानि के लिए हम जिम्मेदार नहीं होंगे। यदि कुंडली में आपके ग्रहों की स्थिति अनुकूल चल रही है तभी आप निवेश करें क्योंकि किसी प्रतिकूल ग्रह की दशा अथवा गोचर में व्यापार में निवेश करने से आपको हानि उठानी पड़ सकती है इसका ध्यान रखें।

शेयर बाजार भविष्यवाणी 2026 — ग्रह बताएंगे सही समय

इस भविष्यवाणी से आपको यह समझने में आसानी होगी:

✔ बाजार में कब तेजी की लहर आएगी ✔ कब मंदी से सतर्क रहना होगा ✔ कब खरीदारी का सर्वोत्तम अवसर होगा ✔ और कब लाभ लेकर बाहर निकलना आवश्यक है

जब बाज़ार का मूड पहले से पता हो तो निवेशक नुकसान कम और मुनाफ़ा ज़्यादा कमा सकते हैं।

कौन-सा शेयर ऊँचाई पकड़ेगा? कौन सा गिरेगा?

शेयर बाजार भविष्यवाणी 2026 यह भी दर्शाती है कि:

🔹 किन सेक्टरों में उछाल की संभावना रहेगी 🔹 किन सेक्टरों में गिरावट के संकेत मिलेंगे 🔹 कब बड़े बदलाव बाज़ार को हिला सकते हैं

इन संकेतों को समझकर निवेश करेंगे तो—

जोखिम में कमी रहेगी

लाभ की संभावना में वृद्धि होगी

निवेश में आत्मविश्वास बढ़ेगा

उपरोक्त तीनों लाभ एक साथ मिलेंगे!

अब जब आपने समझ लिया है कि ग्रह बाजार को सीधा प्रभावित करते हैं तो आगे हम विस्तार से बताएँगे—

वर्ष 2026 में ग्रह कब राशि परिवर्तन करेंगे

किस गोचर का किस सेक्टर पर असर होगा

कौन-सा समय आपके लिए शुभ या चुनौतीपूर्ण रहेगा

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बृहस्पति (गुरु)

11 मार्च 2026 से बृहस्पति वक्री से मार्गी अवस्था में आएंगे।

2 जून 2026 को बृहस्पति बुध की राशि मिथुन से निकलकर अपनी उच्च राशि कर्क में प्रवेश करेंगे।

14 जुलाई 2026 को बृहस्पति अस्त हो जाएंगे।

इसके बाद 12 अगस्त 2026 को बृहस्पति उदय होंगे।

31 अक्टूबर 2026 को बृहस्पति अपने मित्र सूर्य की राशि सिंह में प्रवेश करेंगे और वर्ष के अंत तक इसी राशि में बने रहेंगे।

इसके उपरांत 13 दिसंबर 2026 को बृहस्पति वक्री हो जाएंगे।

शनि

इस पूरे वर्ष शनि महाराज मीन राशि में बने रहेंगे।

7 मार्च 2026 को शनि महाराज अस्त हो जाएंगे।

इसके बाद 13 अप्रैल 2026 को शनि महाराज उदय होंगे।

27 जुलाई 2026 से शनि महाराज वक्री अवस्था में गति करेंगे।

11 दिसंबर 2026 को शनि वक्री से मार्गी हो जाएंगे।

राहु

लगभग पूरे साल राहु महाराज कुंभ राशि में बने रहेंगे, लेकिन 5 दिसंबर 2026 को वह मकर राशि में प्रवेश करेंगे।

केतु

राहु की ही भांति केतु भी इस वर्ष 5 दिसंबर 2026 को कर्क राशि में प्रवेश करेंगे।

मंगल

वर्ष की शुरुआत में 16 जनवरी 2026 को मंगल अपनी उच्च राशि मकर में प्रवेश करेंगे।

इसके बाद 23 फरवरी 2026 को कुंभ राशि में मंगल का गोचर होगा।

वर्ष की शुरुआत से ही अस्त मंगल 26 मार्च 2026 को उदय होंगे।

2 अप्रैल 2026 को मंगल मीन राशि में प्रवेश करेंगे।

मेष राशि जो मंगल की स्वयं की राशि है उसमें मंगल का गोचर 11 मई 2026 को होगा।

वृषभ राशि में मंगल का गोचर 21 जून 2026 को होगा।

बुध की राशि मिथुन में मंगल 2 अगस्त 2026 को गोचर करेंगे।

18 सितंबर 2026 को मंगल का गोचर अपनी नीच राशि कर्क में होगा।

इसके उपरांत 12 नवंबर 2026 को मंगल अपने मित्र सूर्य की राशि सिंह में प्रवेश करेंगे।

शुक्र

वर्ष 2026 की शुरुआत में शुक्र महाराज 13 जनवरी 2026 को मकर राशि में प्रवेश करेंगे।

6 फरवरी 2026 को शुक्र का गोचर कुंभ राशि में होगा।

17 फरवरी 2026 को शुक्र उदित होंगे।

इसके उपरांत मीन राशि में शुक्र का गोचर 2 मार्च 2026 को होगा।

26 मार्च 2026 को शुक्र मेष राशि में प्रवेश करेंगे।

स्वयं की राशि वृषभ में शुक्र का गोचर 19 अप्रैल 2026 को होगा।

अपने मित्र बुध की राशि मिथुन में शुक्र का गोचर 14 मई 2026 को होगा।

शुक्र 8 जून 2026 को कर्क राशि में गोचर करेंगे।

सिंह राशि में शुक्र का गोचर 4 जुलाई 2026 को होगा।

1 अगस्त 2026 को शुक्र अपनी नीच राशि कन्या में गोचर करेंगे।

2 सितंबर 2026 को शुक्र का गोचर अपनी तुला राशि में होगा।

3 अक्टूबर 2026 को शुक्र वक्री चाल प्रारंभ कर देंगे।

19 अक्टूबर 2026 को शुक्र अस्त हो जाएंगे।

29 अक्टूबर 2026 को शुक्र उदित होंगे।

इसी वक्री अवस्था में ही शुक्र का कन्या राशि में गोचर 6 नवंबर 2026 को होगा।

14 नवंबर 2026 को शुक्र मार्गी होंगे।

इसके उपरांत 22 नवंबर 2026 को शुक्र एक बार फिर से तुला राशि में प्रवेश करेंगे।

बुध

17 जनवरी 2026 को बुध का गोचर मकर राशि में होगा।

इसके उपरांत 3 फरवरी 2026 को बुध कुंभ राशि में प्रवेश करेंगे।

10 फरवरी को बुध अस्त से उदय हो जाएंगे।

26 फरवरी 2026 को बुध वक्री हो जाएंगे।

इसके उपरांत 28 फरवरी 2026 को बुध अस्त हो जाएंगे।

13 मार्च 2026 को बुध उदित होंगे।

21 मार्च 2026 को वक्री से मार्गी अवस्था में आएंगे।

अपनी नीच राशि मीन में बुध का प्रवेश 11 अप्रैल 2026 को होगा।

30 अप्रैल 2026 को बुध मंगल के आधिपत्य वाली मेष राशि में गोचर करेंगे।

इसके बाद 01 मई 2026 को बुध अस्त अवस्था में आ जाएंगे।

15 मई 2026 को वृषभ राशि में बुध का गोचर होगा।

26 मई 2026 को बुध उदय होंगे।

29 मई 2026 को बुध मिथुन राशि में प्रवेश करेंगे जो उनकी स्वयं की राशि है।

इसके बाद कर्क राशि में बुध का गोचर 22 जून 2026 को होगा।

29 जून 2026 को बुध फिर से वक्री होंगे।

5 जुलाई 2026 को बुध अस्त होंगे।

7 जुलाई 2026 को बुध वक्री अवस्था में मिथुन राशि में फिर से गोचर करेंगे।

21 जुलाई 2026 को बुध उदय होंगे।

24 जुलाई 2026 को बुध वक्री से मार्गी अवस्था में आ जाएंगे।

5 अगस्त 2026 को एक बार फिर कर्क राशि में बुध का गोचर होगा।

14 अगस्त 2026 को बुध अस्त होंगे।

22 अगस्त 2026 को बुध सिंह राशि में प्रवेश करेंगे।

अपनी राशि कन्या में बुध का गोचर 7 सितंबर 2026 को होगा।

इसके उपरांत बुध का उदय 13 सितंबर 2026 को होगा।

इसके उपरांत 26 सितंबर 2026 को वह अपने मित्र शुक्र की राशि तुला में प्रवेश करेंगे।

24 अक्टूबर 2026 को बुध वक्री अवस्था में आएंगे।

30 अक्टूबर 2026 को बुध अस्त होंगे।

बुध का उदय 10 नवंबर 2026 को होगा।

इसके उपरांत 13 नवंबर 2026 से बुध मार्गी हो जाएंगे।

वृश्चिक राशि में बुध का गोचर 2 दिसंबर 2026 को होगा।

7 दिसंबर 2026 को बुध अस्त होंगे और पूरे वर्ष अस्त ही रहेंगे।

इसके उपरांत 22 दिसंबर 2026 को बुध का गोचर धनु राशि में होगा।

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शेयर बाजार भविष्यवाणी 2026

मासिक शेयर बाजार भविष्यवाणी 2026 — निवेशकों के लिए वार्षिक भविष्यफल

अब हम आपको जनवरी 2026 से दिसंबर 2026 तक प्रत्येक महीने की शेयर बाजार भविष्यवाणी 2026 से अवगत कराएँगे। इससे आपको यह स्पष्ट रूप से पता चलेगा कि किस महीने बाज़ार में तेजी आने की उम्मीद है और किस समय मंदी या उतार-चढ़ाव से सतर्क रहना चाहिए।

यह मासिक विश्लेषण आपको सही समय पर निवेश करने की तैयारी करने में मदद करेगा और विपरीत परिस्थितियों के आने से पहले ही सतर्क होने का अवसर भी प्रदान करेगा, ताकि आप अपने धन और निर्णय, दोनों को सुरक्षित रख सकें और लाभ के अधिकतम अवसरों का फायदा उठा सकें।

Read in English: Share Market Predictions 2026

जनवरी 2026: शेयर बाजार भविष्यवाणी 2026 — निवेशकों के लिए महत्वपूर्ण संकेत

शेयर बाजार भविष्यवाणी 2026 के अनुसार,साल 2026 की शुरुआत गुरुवार के दिन वृषभ राशि और रोहिणी नक्षत्र के शुभ योग के साथ होगी। वर्ष का पहला महीना जनवरी शेयर बाजार के लिए रोमांच और उतार-चढ़ाव से भरा रहने वाला है। शुरुआत में फाइनेंशियल इंस्टीट्यूशन्स, फार्मा, आईटी, सॉफ्टवेयर और मीडिया सेक्टर में दबाव बनता और टूटता रहेगा, मानो यह सेक्टर नए साल के मूड को समझने की कोशिश कर रहे हों।

1 जनवरी से 2 जनवरी तक सीमेंट, ऑटोमोबाइल, पावर, स्टील, गैस, पेट्रोकेमिकल और हेवी इंजीनियरिंग सेक्टर के शेयरों को अच्छा सपोर्ट मिलता दिखाई देगा, जिससे बाजार की चाल में मजबूती का संकेत मिल सकता है। इसके ठीक बाद 5 जनवरी से 9 जनवरी तक की अवधि शेयर बाजार में एक नई जान डाल सकती है। इस दौरान कई सेक्टर्स बारी-बारी से चमक सकते हैं और सूचकांक ऊपर की ओर गति पकड़ सकता है, निवेशकों के मन में उम्मीद की किरण जगाते हुए।

लेकिन 12 जनवरी से 16 जनवरी का समय थोड़ा चुनौतीपूर्ण रहेगा। वैश्विक और राष्ट्रीय परिस्थितियाँ, साथ ही बाज़ार में फैलते अफवाहों के बादल, इन सभी का असर मीडिया, फार्मा, बैंकिंग और सॉफ्टवेयर सेक्टर पर नज़र आएगा। इन्हें कुछ हद तक दबाव झेलना पड़ सकता है। हालांकि ऑटोमोबाइल, स्टील, सीमेंट, रियल एस्टेट, पावर और मेटल सेक्टर के शेयर बीच-बीच में स्थिरता लाकर मार्केट को संभालने की कोशिश करेंगे। इस अवधि में निवेशकों को हर कदम सावधानी से रखना होगा।

फिर आता है 19 जनवरी से 23 जनवरी का वह दौर, जब बाजार का मूड एकदम से बदल सकता है। प्रतिकूल आर्थिक संकेतों और भारी बिकवाली के दबाव के कारण सूचकांक तेज़ी से गिर सकता है और मंदी का पलड़ा भारी पड़ने का खतरा रहेगा। यह समय बेहद सतर्क रहकर कदम उठाने का है क्योंकि जरा सी लापरवाही निवेशकों को नुकसान पहुंचा सकती है।

अंतिम दिनों में यानी 26 जनवरी से 30 जनवरी तक बाज़ार फिर से संभलने की कोशिश करेगा। अस्थिर किंतु सकारात्मक सुधार की संभावना दिखाई देती है। कुल मिलाकर जनवरी का महीना शेयर बाजार को कभी खुशी, कभी बेचैनी और कभी उत्साह का अनुभव करवाता रहेगा। भावनाओं और बाजार की चाल दोनों में ही उतार-चढ़ाव बना रहेगा।

इस महीने की कुछ तारीखें 12, 13, 14, 20, 21, 27, 28 और 31 जनवरी आदि पर निफ्टी तथा बैंक निफ्टी में खास तेजी दिखाने वाली हो सकती हैं। यह समय उन निवेशकों के लिए दिलचस्प होगा, जो बाजार की हर धड़कन को बारीकी से महसूस करते हैं।

फरवरी 2026: शेयर बाजार भविष्यवाणी 2026 — निवेशकों के लिए महत्वपूर्ण संकेत

शेयर बाजार भविष्यवाणी 2026 के अनुसार फरवरी का महीना भावनात्मक और उत्साहपूर्ण शुरुआत के साथ सामने आ रहा है। रविवार के दिन, कर्क राशि और शुभ पुष्य नक्षत्र के योग में आरंभ होने वाला यह महीना शुरुआत में थोड़ी अस्थिरता दिखाएगा। 2 फरवरी को बाजार घट-बढ़ की स्थिति में रह सकता है, जिससे निवेशकों की धड़कनें तेज़ हो सकती हैं। हालांकि, यह उतार-चढ़ाव अधिक देर टिकने वाला नहीं होगा, क्योंकि 3 से 6 फरवरी के बीच अधिकतर ब्लू-चिप कंपनियों में शानदार समर्थन मिलने के योग बन रहे हैं। इस समय निफ्टी सूचकांक तेजी से ऊपर उठ सकता है और बाजार में सकारात्मकता लौट सकती है, लेकिन बैंकिंग, फार्मा और सॉफ्टवेयर सेक्टर इस उछाल में थोड़े कमजोर दिखाई दे सकते हैं।

9 फरवरी से लेकर 13 फरवरी तक राजनीति का बाजार पर गहरा प्रभाव दिखाई दे सकता है, जिससे अस्थिरता बनी रहेगी। 9 और 10 फरवरी के दौरान सूचकांक अचानक ऊपर-नीचे हो सकता है, तो वहीं 11 से 13 फरवरी के बीच मीडिया, फार्मा, सॉफ्टवेयर और फाइनेंशियल सेक्टर में कुछ सपोर्ट देखने को मिल सकता है। इस दौरान निवेशकों को राष्ट्रीय और वैश्विक स्थितियों पर कड़ी नज़र रखते हुए ही अपने कदम बढ़ाने चाहिए, क्योंकि एक छोटी सी अनदेखी नुकसान पहुंचा सकती है।

फरवरी के मध्य में 16 से 20 फरवरी तक का समय बाजार के लिए थोड़े तनावपूर्ण हालात लेकर आएगा। अंतरराष्ट्रीय परिस्थितियों और राजनीतिक गतिविधियों का दबाव मार्केट की सांसें रोक सकता है, जिससे कई सेक्टर्स में भारी बिकवाली की आशंका है। सूचकांक बहुत तेजी से नीचे फिसल सकता है, इसलिए निवेशकों के हर कदम में परिपक्वता और धैर्य की आवश्यकता होगी।

महीने के अंत तक पहुँचते-पहुँचते बाजार एक बार फिर से सुधार की राह पर लौट सकता है। 23 फरवरी से 27 फरवरी का समय मीडिया, सॉफ्टवेयर, आईटी, बैंकिंग और फार्मा सेक्टर के लिए पुनः ऊर्जा और समर्थन लेकर आएगा। निवेशकों का भरोसा फिर बढ़ सकता है और बाज़ार की रफ्तार भी सकारात्मक दिखाई दे सकती है।

पूरे महीने में कई महत्वपूर्ण तारीखें बाजार को उत्साह की ओर ले जाएंगी। 8, 9, 10 और 11 फरवरी को निफ्टी में तेजी का संकेत मिलता है। वहीं 25 और 28 फरवरी को भी सूचकांक अच्छा प्रदर्शन कर सकता है। महीने का सबसे आकर्षक पहलू यह है कि 26, 27 और 28 फरवरी को बैंक निफ्टी में विशेष उछाल देखने की प्रबल संभावना है, जो निवेशकों के लिए लाभ कमाने का स्वर्णिम अवसर बन सकती है।

अंततः, फरवरी 2026 उतार-चढ़ाव वाला महीना जरूर है, परंतु सही समय पर सही निवेश रणनीति बनाने वाले लोगों के लिए यह अत्यंत लाभकारी साबित हो सकता है। शेयर बाजार भविष्यवाणी 2026 यह संदेश देती है कि इस महीने समझदारी, धैर्य और विश्लेषण — इन तीनों का संयोजन ही सफलता की कुंजी बनेगा।

मार्च 2026: शेयर बाजार भविष्यवाणी 2026 — उतार-चढ़ाव के बीच निवेश के अवसर

मार्च 2026 की शुरुआत रविवार के दिन कर्क राशि और पुष्य नक्षत्र के शुभ प्रभाव में होगी। महीने के आरंभ में आईटी सेक्टर, मीडिया, दूरसंचार, फार्मा और फाइनेंशियल सेक्टर के शेयरों पर दबाव बनता और टूटता रहेगा। यह समय बाजार को थोड़ा हिचकिचाहट वाला बना सकता है, जहाँ निवेशक लगातार यह सोचते नज़र आएंगे कि अगला कदम क्या हो।

हालांकि, 2 मार्च से 6 मार्च के बीच स्टील, हेवी इंजीनियरिंग, सीमेंट, ऑटोमोबाइल, रियल एस्टेट, पावर सेक्टर, पेट्रोकेमिकल और मेटल कंपनियों के शेयरों में सुधार के संकेत मिलते हैं। इन सेक्टर्स में मिलने वाला सामान्य समर्थन सूचकांक को हल्का उछाल दे सकता है और बाजार के मनोबल को भी फिर से मजबूत बना सकता है।

9 मार्च से 13 मार्च के बीच की अवधि फिर से अस्थिरता ला सकती है। इस दौरान बाजार की दिशा राजनीतिक समाचारों, अफवाहों और बदलते सेंटीमेंट के कारण बार-बार बदलती हुई दिख सकती है। इसलिए निवेशकों को परिस्थिति को समझते हुए संतुलित दृष्टिकोण अपनाना होगा ताकि भावनाओं में बहकर कोई गलत निर्णय न हो।

मध्य मार्च यानी 16 मार्च से 20 मार्च तक का समय थोड़ा चुनौतीपूर्ण रहेगा। इस दौरान ब्लू-चिप कंपनियों के शेयरों में भारी बिकवाली देखने को मिल सकती है, जिसके चलते सूचकांक अचानक तेज़ी से नीचे गिर सकता है। बाजार में अफरातफरी जैसी स्थिति पैदा हो सकती है और यह निवेशकों की धैर्य और समझदारी दोनों की परीक्षा लेगी। शेयर बाजार भविष्यवाणी 2026 संकेत देती है कि इस अवधि में हर कदम सोच-समझकर रखें और जल्दबाजी से बचें।

इसके बाद, 24 मार्च से 27 मार्च के बीच फिर से बाजार के लिए सकारात्मक संकेत उभरेंगे। दूरसंचार, आईटी, मीडिया, फार्मा, बैंकिंग, फाइनेंशियल, ऑटोमोबाइल, पावर और मेटल सेक्टर बारी-बारी से सपोर्ट पाने लगेंगे, जिससे सूचकांक में उछाल देखने को मिल सकता है। इसी ऊर्जा के साथ 30 और 31 मार्च को भी फार्मा, बैंकिंग, सॉफ्टवेयर, मीडिया, रियल एस्टेट, सीमेंट, स्टील, पावर और पेट्रोकेमिकल सेक्टर के शेयरों में मजबूती बने रहने की संभावना है, जो मार्च के अंतिम दिनों को निवेशकों के लिए उत्साहपूर्ण बना सकता है।

मार्च 2026 की 15, 16, 21, 22, 26, 30 और 31 तारीखें विशेष रूप से तेजी के संकेत देती हैं। ये वो दिन होंगे जब निफ्टी और अन्य सूचकांक तेजी पकड़ सकते हैं और बाजार निवेशकों को अच्छा लाभ देने का सुनहरा अवसर उपलब्ध करा सकते हैं।

कुल मिलाकर मार्च 2026 उतार-चढ़ाव और चिंता के बीच भी कई चमकते मौके लेकर आएगा। यह महीना धैर्य, निरीक्षण और समझदारी के साथ निवेश करने वालों को निश्चित रूप से मजबूती और लाभ प्रदान कर सकता है। शेयर बाजार भविष्यवाणी 2026 के अनुसार निवेशक यदि सही समय पर सही क्षेत्र में कदम रखते हैं, तो यह महीना उनके लिए बेहद महत्वपूर्ण साबित हो सकता है।

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अप्रैल 2026: शेयर बाजार भविष्यवाणी 2026 — अप्रैल महीने का विस्तृत विश्लेषण

शेयर बाजार भविष्यवाणी 2026 के अनुसार अप्रैल का महीना निवेशकों के लिए उतार–चढ़ाव से भरा रहेगा। इस माह की शुरुआत बुधवार से होगी और इस समय उत्तराफाल्गुनी नक्षत्र तथा कन्या राशि का प्रभाव रहेगा। महीने की शुरुआत में 1 अप्रैल से 3 अप्रैल के दौरान टेलीकॉम, आईटी, मीडिया, फार्मा, बैंकिंग, पावर और वाहन निर्माता कंपनियों के शेयरों को बारी-बारी से समर्थन मिलने की संभावना अधिक है। इससे शेयर बाजार का मूड थोड़ा मजबूत हो सकता है और सूचकांक में हल्की बढ़त देखने को मिलेगी।

हालांकि, 6 अप्रैल से 10 अप्रैल के बीच राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय घटनाएँ बाजार की चाल को अस्थिर कर सकती हैं। इस दौरान बाज़ार में स्थिति पल–पल बदल सकती है, इसलिए अनुभवहीन निवेशकों को बिना सोचे-समझे कदम उठाने से बचना चाहिए। मार्केट में बने रहने के लिए रणनीति और सतर्कता दोनों की आवश्यकता होगी।

13 अप्रैल से 15 अप्रैल तक बाजार में भारी बिक्री का दबाव बढ़ सकता है, खासकर ब्लू-चिप कंपनियों के शेयरों पर। इसका सीधा असर सूचकांक पर दिखेगा और बाजार में तेज गिरावट संभव है। लेकिन जब-जब बाजार पर दबाव बढ़ेगा, उसके बाद सुधार की संभावना भी बनी रहेगी। जैसे 20 अप्रैल से 24 अप्रैल तक बड़े सेक्टरों के शेयरों को दोबारा समर्थन मिल सकता है और बाजार एक झटके में ऊपर उठने की क्षमता भी दिखा सकता है।

अप्रैल के अंतिम दिनों में यानी 27 अप्रैल से 30 अप्रैल के बीच, फॉरेन इन्वेस्टर्स और ट्रेडिशनल इन्वेस्टर्स दोनों की रुचि बढ़ सकती है। इससे मार्केट में तेजी की लहर देखने को मिलेगी और शेयर बाजार फिर से मजबूती के रास्ते पर आ सकता है।

अप्रैल महीने में 2, 5, 6, 12, 15, 22, 23, 24 और 28 तारीख को आईटी सेक्टर, सॉफ्टवेयर और बैंकिंग शेयरों में विशेष तेजी की संभावना दिखाई देती है इसलिए इस समय सही निवेश रणनीति अपनाने वाले निवेशकों को अच्छे लाभ के अवसर मिल सकते हैं।

अप्रैल 2026 का महीना निवेशकों के लिए मिश्रित परिणाम देने वाला रहेगा। कभी तेज़ उछाल तो कभी बड़ी गिरावट — दोनों स्थितियाँ सामने आएंगी। ऐसे में विशेषज्ञ सलाह के अनुसार और सूझबूझ के साथ लिए गए निर्णय ही सफलता दिलाएंगे।

अगर आप शेयर बाजार भविष्यवाणी 2026 के आधार पर निवेश योजना बनाना चाहते हैं, तो बाज़ार के संकेतों को ध्यान में रखकर सही समय पर कदम उठाना बेहद जरूरी होगा।

मई 2026 - शेयर बाजार भविष्यवाणी 2026: मई महीने में शेयर मार्केट की चाल कैसी रहेगी?

शेयर बाजार भविष्यवाणी 2026 के अंतर्गत मई माह निवेशकों के लिए रोमांच और सतर्कता दोनों लेकर आएगा। महीने की शुरुआत शुक्रवार को तुला राशि और स्वाति नक्षत्र के साथ होगी, जिससे बाजार के शुरुआती रुझान में हल्की सकारात्मकता देखने को मिल सकती है। खासकर 1 मई को नई और पुरानी अर्थव्यवस्था से जुड़े सेक्टरों में सामान्य सुधार संभव है, जो निवेशकों को उत्साहित रखेगा।

लेकिन खुशियों का यह दौर स्थिर नहीं रहेगा। 4 मई से 8 मई तक बाजार की चाल में उतार-चढ़ाव तेज़ी से दिखाई देगा। इस दौरान मीडिया, सॉफ्टवेयर, फार्मा और फाइनेंशियल सेक्टर के शेयरों में बार-बार गिरावट और उछाल देखने को मिल सकता है इसलिए इस समय समझदारी और सही रणनीति बहुत महत्वपूर्ण होगी।

इसके बाद 11 मई से 15 मई का समय अधिक संवेदनशील है, जब ब्लू-चिप कंपनियों सहित कई सेक्टरों पर बिकवाली का दबाव बढ़ सकता है। इस अवधि में सूचकांक तेज़ी से नीचे की तरफ जा सकता है, इसलिए गलत कदम भारी नुकसान दे सकता है। विशेषज्ञ सलाह देते हैं कि इस समय जोखिम कम रखें और स्थिरता का इंतजार करें।

हालांकि, बाजार हमेशा नीचे नहीं रहता। 18 मई से 22 मई के बीच स्थिति अचानक बेहतर होती दिख सकती है। इस दौरान रियल एस्टेट, सीमेंट, ऑटोमोबाइल, हेवी इंजीनियरिंग, पावर और मेटल सेक्टर के शेयरों में सामान्य से भारी समर्थन मिलने की संभावना है, जिससे बाजार एक बार फिर ऊपर उभर सकता है।

फिर 25 मई से 29 मई तक भी मीडिया, सॉफ्टवेयर, फार्मा, फाइनेंशियल, ऑटोमोबाइल पावर और मेटल सेक्टर निवेशकों का साथ निभा सकते हैं। इस कारण मई का आखिरी सप्ताह काफी हद तक बेहतर और कम जोखिम वाला साबित हो सकता है।

निवेशकों के लिए इस महीने की कुछ खास तारीखें उत्कृष्ट साबित हो सकती हैं जैसे 1, 7, 8 और 14 मई, जब निफ्टी में तेज़ी देखने की प्रबल संभावना रहेगी, इसलिए इन दिनों समझदारी से की गई ट्रेडिंग अच्छे लाभ का अवसर दे सकती है।

जून 2026 - शेयर बाजार भविष्यवाणी 2026: जून महीने का विस्तृत निवेश मार्गदर्शन

शेयर बाजार भविष्यवाणी 2026 के अनुसार, जून महीने की शुरुआत सोमवार को धनु राशि और ज्येष्ठा नक्षत्र के प्रभाव में होगी, जिससे बाजार में शुरुआत से ही बदलाव और उतार-चढ़ाव की स्थिति देखने को मिल सकती है। 1 जून से 5 जून के दौरान लगभग सभी सेक्टरों में घटत-बढ़त का माहौल रहेगा, कभी तेजी की उम्मीद, तो कभी मंदी की चिंता। हालांकि, इस बीच मीडिया, सॉफ्टवेयर, बैंकिंग और फार्मा सेक्टर के शेयर कुछ हद तक संभलते हुए नज़र आएंगे, लेकिन कुल मिलाकर मंदी का दबाव बना रह सकता है इसलिए इस समय जल्दबाजी में लिया गया कदम नुकसानदेह साबित हो सकता है। समझदारी है कि पूरी मार्केट की चाल पर नज़र रखकर ही निवेश बढ़ाया जाए।

8 जून से 12 जून के बीच शेयर बाजार काफी संवेदनशील मोड़ से गुज़र सकता है। इस अवधि में ब्लू-चिप कंपनियों के शेयरों पर बिकवाली का दबाव बढ़ सकता है, जिससे सूचकांक तेज़ी से नीचे फिसलने का खतरा रहेगा। बड़े निवेशकों द्वारा प्रॉफिट बुकिंग होना इस गिरावट का मुख्य कारण बन सकता है, इसलिए सतर्कता और रिस्क मैनेजमेंट बेहद ज़रूरी होगा।

महीने के मध्य में उम्मीद की किरण नज़र आती है। 15 जून से 19 जून तक स्थिति में सकारात्मक बदलाव आ सकता है। आईटी, मीडिया, बैंकिंग, फार्मा, फाइनेंस, ऑटोमोबाइल, स्टील, सीमेंट, रियल एस्टेट और पावर सेक्टर के शेयरों को एक के बाद एक मजबूत समर्थन मिलने की संभावना है। इससे सूचकांक की गिरावट रुकते हुए दिखाई देगी और निवेशकों का आत्मविश्वास फिर से लौट सकता है।

इसके बाद 22 जून से 26 जून का समय बेहद अनुकूल साबित हो सकता है, जब अधिकांश सेक्टर्स के ब्लू-चिप शेयर दमदार प्रदर्शन दिखाएंगे। बाज़ार में शानदार तेजी और भारी बढ़त की संभावनाएं बढ़ेंगी। निवेशकों को इस दौरान अच्छे रिटर्न मिलने के प्रबल योग बन रहे हैं।

हालांकि, महीने के आख़िरी दिनों में स्थिति अचानक बदल सकती है। 29 और 30 जून को मार्केट सेंटीमेंट कमजोर हो सकता है, जिसके चलते बिकवाली का दबाव बढ़ेगा और बाज़ार गिर सकता है। इसलिए इस समय पूरी सतर्कता बरतें और स्टॉप-लॉस जैसे सुरक्षा उपायों का पालन करना न भूलें।

जून 2026 में कुछ तारीखें निवेशकों के लिए बेहद अनुकूल रहने की संभावना है जैसे 1, 2, 15, 16, 21, 22 और 29 जून, इन दिनों बाजार में तेजी देखी जा सकती है, जिससे निवेशकों को बढ़िया अवसर प्राप्त हो सकते हैं।

बृहत् कुंडली : जानें ग्रहों का आपके जीवन पर प्रभाव और उपाय

जुलाई 2026 - शेयर बाजार भविष्यवाणी 2026 — जुलाई महीने में उतार-चढ़ाव का बड़ा खेल

शेयर बाजार भविष्यवाणी 2026 के अनुसार, जुलाई महीने की शुरुआत बुधवार को होगी और इस समय बाजार पर कई महत्वपूर्ण ग्रहों का प्रभाव देखने को मिलेगा। महीने की शुरुआत में ही ब्लू-चिप कंपनियों के शेयरों में बिकवाली का दबाव बढ़ सकता है, जिसके चलते बाज़ार तेज़ी से नीचे गिरने की स्थिति में आ सकता है। विशेष रूप से 6 जुलाई से 10 जुलाई के बीच बाजार में घबराहट और अराजकता का माहौल बन सकता है, इसलिए इस समय निवेश करते हुए सावधानी अत्यंत आवश्यक होगी।

जुलाई के मध्य में कुछ राहत दिखाई देती है। 13 जुलाई को भी बाजार घट-बढ़ दिखा सकता है, लेकिन 14 जुलाई से 17 जुलाई के बीच स्थिति थोड़ी स्थिरता की ओर बढ़ती दिखेगी। इस दौरान रियल एस्टेट, चीनी उद्योग, पावर सेक्टर, कॉफी-टी सेक्टर, छोटे वाहन निर्माता, गैस और मेटल संबंधित शेयरों में अच्छा समर्थन मिलने की संभावना है। इससे न सिर्फ बाजार में सुधार होगा, बल्कि निवेशकों का भरोसा भी धीरे-धीरे बढ़ने लगेगा।

हालांकि, यह स्थिरता ज्यादा देर टिकती हुई नज़र नहीं आती है। 20 जुलाई से 24 जुलाई के दौरान बाजार फिर से उतार-चढ़ाव के घेरे में आ सकता है। फार्मा, मीडिया, सॉफ्टवेयर, बैंकिंग, ऑटोमोबाइल, सीमेंट, पावर और मेटल सेक्टर के शेयरों में तेज़ गिरावट और हल्की बढ़त दोनों स्थिति देखने को मिल सकती है। यह समय ट्रेडर्स के लिए दिमाग और रणनीति दोनों की परीक्षा लेगा।

जुलाई के अंतिम सप्ताह में एक बार फिर सतर्कता बेहद जरूरी है। 27 जुलाई से 31 जुलाई तक ब्लू-चिप सेक्टर पर बिकवाली का दबाव बढ़ने से बाज़ार में गिरावट की वापसी संभव है, इसलिए अभी जोखिम लेने के बजाय मार्केट की ट्रेंड-लाइन देखते हुए विवेकपूर्ण निर्णय लेना ही समझदारी है।

बावजूद इसके, इस महीने का अंत निवेशकों को खुश करने वाला भी साबित हो सकता है। 24 जुलाई से 31 जुलाई के बीच लगातार उतार-चढ़ाव के बाद अचानक से तेजी की लहर आने की संभावनाएं भी नज़र आती हैं। यानी जुलाई 2026 निवेशकों के लिए चुनौती भी है और अवसर भी, बस सही समय को पहचानने की जरूरत है।

अगस्त 2026 - शेयर बाजार भविष्यवाणी 2026: निफ्टी-सेंसेक्स में उतार-चढ़ाव, किन सेक्टर्स में होगी तेजी? निवेशकों के लिए महत्वपूर्ण गाइड

अगस्त का महीना शनिवार से शुरू होकर भारतीय शेयर बाज़ार में रोमांचक उतार-चढ़ाव लेकर आ रहा है। शेयर बाजार भविष्यवाणी 2026 के अनुसार, कुंभ राशि और शतभिषा नक्षत्र के प्रभाव के साथ यह समय निवेशकों के लिए कई महत्वपूर्ण संकेत दे रहा है। बुध की चाल इस माह की शुरुआत में मीडिया, दूर संचार, सूचना प्रौद्योगिकी, वित्तीय संस्थानों और सॉफ्टवेयर कंपनियों के शेयरों को सीमित और अस्थिर समर्थन प्रदान करेगी। लेकिन दूसरी ओर, कुछ प्रमुख सेक्टरों पर बिकवाली का दबाव बढ़ता रहने से बाज़ार भावनाओं में नरमी दिखाई दे सकती है।

अगस्त के शुरुआती दिनों में छोटे-मोटे असर के साथ बाज़ार में गिरावट की आशंका बनी रहेगी, क्योंकि अफवाहों और बाहरी कारकों से निवेशकों का विश्वास डगमगा सकता है। हालांकि, आगे बढ़ते हुए 10 से 14 अगस्त के आसपास स्थिति में सुधार के संकेत उभरने लगेंगे। इस अवधि में रियल एस्टेट, सीमेंट, इस्पात, ऑटोमोबाइल, गैस, पावर, पेट्रोल-रसायन, भारी इंजीनियरिंग और रबर उद्योग से जुड़ी कंपनियों के शेयरों को मजबूत समर्थन मिलने के योग बनते दिखाई देते हैं। यदि यह तेजी बनी रही, तो 17 और 18 अगस्त के दौरान सूचकांक में सुधार की गति और अधिक मजबूत हो सकती है।

फिर भी, 19 अगस्त से 21 अगस्त के बीच शेयर बाज़ार एक बार फिर बढ़ते-घटते मूड में नज़र आ सकता है। ऐसे समय में मीडिया, फार्मा, बैंकिंग और आईटी सेक्टर पर दबाव की संभावना बनी रहेगी, इसलिए इस दौरान निवेश का निर्णय सोच-समझकर लेना होगा। इसके बाद महीने के अंतिम चरण में 24 अगस्त से लेकर 28 अगस्त तक परिस्थितियाँ फिर से अधिक चुनौतीपूर्ण हो सकती हैं, जब मीडिया, दूर संचार, आईटी और बैंकिंग सेक्टर की कंपनियां तेज बिकवाली की चपेट में आ सकती हैं। 31 अगस्त को भी ऐसी ही गिरावट बाज़ार को मुश्किल में डाल सकती है, इसलिए महीने के अंत तक सतर्कता बनाए रखना बेहद ज़रूरी रहेगा।

अगस्त 2025 का यह समय निफ्टी, सेंसेक्स, और Share Market Predictions को लेकर निवेशकों के लिए सबसे अहम साबित हो सकता है। यदि आप Best Stocks to Buy in August, Share Market Tips Today, Stock Market Forecast, और Investment Strategy in August 2025 जैसे सवालों के जवाब ढूंढ रहे हैं, तो इस दौरान हर निवेश निर्णय बाज़ार की स्थिति और भविष्य के संकेतों को समझकर ही लेना चाहिए। सतर्क और समझदार निवेशक ही इस अस्थिर माह में अवसरों को पहचानकर लाभ अर्जित कर पाएंगे।

शेयर बाज़ार में यह नियम बार-बार साबित हुआ है कि सही समय पर लिया गया सही निर्णय ही भविष्य में सफल निवेशक की पहचान बनता है।

सितंबर 2026 - शेयर बाजार भविष्यवाणी 2026: इस महीने कब मिलेगी तेजी और कब रहेगी गिरावट?

सितंबर 2026 का महीना शेयर बाजार में रोमांच और उतार-चढ़ाव से भरी शुरुआत करने जा रहा है। अश्विनी नक्षत्र और मंगल के प्रभाव के साथ यह महीना निवेशकों के लिए खास संकेत लेकर आएगा। महीने की शुरुआत में यानी 1 और 2 सितंबर को मीडिया, सॉफ्टवेयर, फार्मा और बैंकिंग सेक्टर के शेयरों पर दबाव बढ़ने की संभावना रहेगी, जिससे बाजार थोड़ी कमजोरी दिखा सकता है। लेकिन जैसे ही 3 और 4 सितंबर बीतेंगे, विभिन्न सेक्टर्स में लाभ और ब्लू-चिप कंपनियों के सपोर्ट से सूचकांक में एक बार फिर सुधार का दौर देखने को मिल सकता है।

अगर इसी सकारात्मक स्थिति का प्रभाव जारी रहा, तो 7 सितंबर से 11 सितंबर के बीच सीमेंट, स्टील, रेलवे, रियल एस्टेट, पावर, गैस, पेट्रोकेमिकल और ऑटोमोबाइल जैसे प्रमुख सेक्टरों के शेयरों में सामान्य से लेकर भारी बढ़त देखने का अच्छा मौका बन सकता है। यह समय निवेशकों के चेहरों पर नई उम्मीद की चमक वापस लौटा सकता है।

हालांकि, 14 सितंबर से 18 सितंबर के दौरान बाजार की चाल थोड़ी स्थिर रह सकती है, खासकर मिडकैप और स्मॉल कैप शेयरों में सीमित उतार-चढ़ाव की स्थिति देखने को मिलेगी। इसके बाद जैसे ही 21 सितंबर आता है, परिस्थितियाँ फिर करवट ले सकती हैं। 21 से 25 सितंबर के बीच अचानक बदलते बाजार सेंटीमेंट, अफवाहें और राष्ट्रीय-अंतर्राष्ट्रीय घटनाएँ ब्लू-चिप शेयरों में भारी बिकवाली का माहौल बना सकती हैं, जिससे सूचकांक तेजी से गिरने का खतरा रहेगा।

महीने के अंतिम दिनों में भी सतर्कता जरूरी होगी। 28 से 30 सितंबर के बीच बाजार पूरी तरह अस्थिर रह सकता है। निवेशकों को इस दौरान सोच-समझकर कदम उठाना चाहिए, क्योंकि किसी भी जल्दबाजी में किया गया फैसला नुकसानदेह साबित हो सकता है।

इस पूरे महीने में कई महत्वपूर्ण तारीखें बाजार की दिशा बदल सकती हैं। विशेष रूप से 2, 5, 7, 13, 17, 26, 27 और 28 सितंबर को शेयर बाजार में तेजी आने की संभावना अधिक बताई जा रही है, जो निवेशकों के लिए एक बढ़िया मौका साबित हो सकता है।

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अक्टूबर 2026 - शेयर बाजार भविष्यवाणी 2026: निवेशकों के लिए अहम संकेत

अक्टूबर 2026 का महीना बृहस्पतिवार से शुरू होगा और इस समय वृषभ राशि के साथ रोहिणी नक्षत्र का प्रभाव बाज़ार की चाल पर दिखाई देगा। महीने की शुरुआत में मीडिया, दूरसंचार, सूचना-प्रौद्योगिकी और वित्तीय संस्थानों के शेयरों को मजबूत सपोर्ट मिलने की संभावना है। 1 और 2 अक्टूबर के दौरान इन सेक्टरों में बढ़त बनी रहने से बाजार में सुधार का रुझान हावी हो सकता है और निवेशकों का विश्वास एक बार फिर मजबूत होगा।

यदि यही सकारात्मक स्थिति जारी रहती है तो 5 अक्टूबर से 9 अक्टूबर तक सॉफ्टवेयर, फार्मा, बैंकिंग, विद्युत, रियल एस्टेट, ऑटोमोबाइल और पेट्रो-केमिकल कंपनियों के शेयर भी अच्छा प्रदर्शन दिखा सकते हैं। इससे सेंसेक्स और निफ्टी में उल्लेखनीय सुधार देखने को मिल सकता है और बाजार की चाल धीरे-धीरे ऊपर की ओर बढ़ेगी।

12 अक्टूबर को भी बाजार के सुधरने के प्रबल योग हैं, लेकिन 13 से 16 अक्टूबर के बीच अचानक उतार-चढ़ाव बढ़ सकता है। इस दौरान शेयरों में तेज़ी और गिरावट एक साथ देखने को मिल सकती है, जिससे निवेशकों के लिए निर्णय लेना थोड़ा मुश्किल हो सकता है। बेहतर होगा कि इस समय बिना सोचे-समझे कोई बड़ा कदम न उठाएं और मार्केट ट्रेंड को करीब से समझकर ही रणनीति बनाएं।

19 अक्टूबर से 23 अक्टूबर बाजार के लिए चुनौतीपूर्ण समय हो सकता है। विभिन्न सेक्टरों के शेयरों पर बिकवाली का दबाव बढ़ने से बाजार में बड़ी गिरावट के संकेत मिलते हैं। यह केवल भारत ही नहीं, बल्कि अन्य विकासशील देशों के शेयर बाजार को भी प्रभावित कर सकता है। इसलिए इस अवधि में अत्यधिक सतर्क रहकर ट्रेडिंग करना ही लाभदायक होगा।

इसके बाद 26 और 27 अक्टूबर को बाजार में फिर से हलचल देखने को मिलेगी जहाँ छोटी-मोटी घट-बढ़ जारी रहेगी। वहीं 28 से 30 अक्टूबर तक मार्केट की स्थिति फिर स्थिर हो सकती है। इस दौरान वित्तीय संस्थानों, मीडिया, फार्मा, आईटी, ऑटोमोबाइल, पावर सेक्टर, रियल एस्टेट और मेटल शेयरों में बारी-बारी से मजबूत समर्थन मिल सकता है जिससे महीने के अंत में सूचकांक में जबरदस्त उछाल आने की संभावना है।

नवंबर 2026 शेयर बाजार भविष्यवाणी 2026 — पूरे महीने उतार-चढ़ाव, लेकिन कमाई के मौके भी खूब!

नवंबर 2026 की शुरुआत रविवार के दिन पुष्य नक्षत्र और कर्क राशि के प्रभाव में होगी। शेयर बाजार भविष्यवाणी 2026 के अनुसार, महीने की शुरुआत से ही बाजार रोमांचक मोड़ लेने वाला है। 2 नवंबर को बाजार में अचानक हलचल और गड़बड़ी देखने को मिल सकती है, इसलिए निवेशकों को शुरुआती दिनों में थोड़ा सतर्क रहना चाहिए।

हालांकि, 3 नवंबर से 6 नवंबर के बीच बाजार का मूड सुधर सकता है। इस दौरान रियल एस्टेट, सोना-चांदी, ऑटोमोबाइल, रबर, पेट्रो-केमिकल, कॉपर, इस्पात और शुगर सेक्टर के शेयरों में अच्छा समर्थन मिलने की संभावना है। तेजी का यह रुझान सूचकांक को नई मजबूती दे सकता है यानी निवेशकों के लिए शुरुआती लाभ कमाने का सुनहरा अवसर!

लेकिन कहानी यहीं स्थिर नहीं रहती… 9 नवंबर से 13 नवंबर के दौरान अस्थिरता का दबाव बढ़ेगा। मार्केट सेंटीमेंट बार-बार बदलता रहेगा इसलिए इस समय बिना रिसर्च किए कदम उठाना घाटे का सौदा साबित हो सकता है। रणनीति, धैर्य और समझदारी इस समय के सबसे बड़े हथियार होंगे।

इसके बाद 16 नवंबर से 20 नवंबर तक बाजार पर बिकवाली का दबाव काफी बढ़ सकता है और ब्लू-चिप कंपनियों के शेयर भी फिसल सकते हैं। इस अवधि में सूचकांक तेजी से नीचे जाने की आशंका है, इसलिए जोखिम लेने वाले निवेश कम से कम रखें और अपने पोर्टफोलियो में सुरक्षित स्टॉक पर भरोसा बढ़ाएँ।

फिर जैसे-जैसे महीना अंत की ओर बढ़ेगा, राहत के संकेत फिर नजर आएंगे। 23 नवंबर से 27 नवंबर के बीच पावर, मेटल, स्टील और ऑटोमोबाइल सेक्टर के शेयर मजबूती से उभर सकते हैं। इससे बाजार में एक अच्छा उछाल देखने को मिलेगा और सूचकांक फिर से दमदार वापसी कर सकता है। 30 नवंबर को भी इसी समर्थन के चलते तेजी बनी रह सकती है, जिससे निवेशकों की उम्मीदें फिर ऊंची उड़ान भरेंगी।

कुल मिलाकर नवंबर 2026 में बाज़ार कई बार अपनी चाल बदलता दिखाई देगा, कभी मंदी और कभी मजबूत तेजी, इसलिए इस पूरे महीने निवेशकों के लिए मंत्र रहेगा:

स्मार्ट एनालिसिस करें, सही समय पर कदम बढ़ाएँ, और घबराहट से बचें!

दिसंबर 2026 - शेयर बाजार भविष्यफल 2026: किस सेक्टर में होगा जोरदार मुनाफा? जानिए पूरा Astro-Market अपडेट

दिसंबर महीने की शुरुआत मंगलवार, सिंह राशि और मघा नक्षत्र के साथ होगी। ज्योतिषीय गणना के अनुसार, यह महीना शेयर बाजार निवेशकों के लिए कई सुनहरे अवसर लेकर आने वाला है। शुरुआत से अंत तक अलग-अलग सेक्टरों में बड़ा मूवमेंट देखने को मिलेगा। यदि आप Stock Market (Share Market), IT सेक्टर, Banking सेक्टर, फार्मा स्टॉक्स, मेटल स्टॉक्स या Real Estate Market में निवेश करने की सोच रहे हैं, तो यह महीना बेहद महत्वपूर्ण साबित हो सकता है।

1 दिसंबर से 4 दिसंबर तक शेयर बाजार का माहौल काफी सकारात्मक रहेगा। इस दौरान इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी, टेलीकॉम, मीडिया, फार्मा, बैंकिंग, स्टील, इंफ्रास्ट्रक्चर, हेवी इंजीनियरिंग और ऑटोमोबाइल सेक्टर के शेयरों में मजबूत समर्थन देखने को मिल सकता है। निवेशक इस अवधि को लाभ कमाने के लिए बेहतर समय के रूप में उपयोग कर सकते हैं।

7 दिसंबर से 11 दिसंबर तक बाजार में अस्थिरता बढ़ती दिखाई देगी। खासतौर पर मीडिया कंपनियों, सॉफ्टवेयर सेक्टर, फार्मा इंडस्ट्री और फाइनेंशियल सेक्टर के शेयरों में तेज उतार-चढ़ाव संभव है, इसलिए इस दौरान निवेशकों को बड़ी सावधानी के साथ ट्रेडिंग करनी होगी। गलत समय पर लिया गया निर्णय नुकसान का कारण बन सकता है।

महीने के मध्य में, यानी 14 दिसंबर से 18 दिसंबर तक बाजार पर बिकवाली का जबरदस्त दबाव बन सकता है। इस अवधि में कई बड़े सेक्टरों के शेयर अचानक गिरावट की ओर जा सकते हैं, जिससे निफ्टी और सेंसेक्स में भारी गिरावट की संभावना बनेगी। यह समय जोखिमभरे निवेश से दूर रहने के लिए उपयुक्त होगा।

21 दिसंबर को बाजार में हल्की घट-बढ़ बनी रहेगी। लेकिन इसके बाद माहौल फिर से सकारात्मक होने लगेगा। 22 दिसंबर से 25 दिसंबर के बीच स्टील, सीमेंट, पावर, रियल एस्टेट, केमिकल, पेट्रोल-गैस और मेटल सेक्टर अपने निवेशकों को अच्छा रिटर्न दे सकते हैं। वर्ष के आखिरी सप्ताह में निवेशकों का भरोसा एक बार फिर लौट सकता है।

28 दिसंबर से 31 दिसंबर तक उन्हीं प्रमुख सेक्टरों में जोरदार तेजी देखने की पूरी उम्मीद है। साल का अंतिम चरण शेयर बाजार में उत्साह और मुनाफे का माहौल बनाए रखेगा और सूचकांक उम्मीद से ज्यादा ऊपर बंद हो सकते हैं।

दिसंबर 2025 शेयर बाजार के हिसाब से एक रोमांचक महीना रहने वाला है। यदि आप समझदारी और सही समय पर निवेश करेंगे, तो यह वर्ष आपके लिए आर्थिक रूप से बेहद शुभ सिद्ध हो सकता है।

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हम आशा करते हैं कि शेयर बाजार भविष्यवाणी 2026 पर आधारित यह लेख आपको पसंद आया होगा और आपके लिए उपयोगी सिद्ध होगा। आपके विश्वास और सहयोग के लिए हृदय से धन्यवाद। हम यहां पर यह स्पष्ट कर देना चाहते हैं की बाजार सदैव जोखिम से भरा होता है इसलिए विषय विशेषज्ञ की सलाह लेकर ही बाजार में निवेश करें। हम शेयर बाजार में किसी भी प्रकार के निवेश को प्रोत्साहित नहीं करते हैं इसलिए स्वविवेक का पालन करते हुए ही निवेश करें। एस्ट्रोसेज के साथ यूँ ही जुड़े रहें, क्योंकि हम आगे भी आपके लिए इसी प्रकार ज्ञानवर्धक, सटीक और निवेश-सहायक ज्योतिषीय जानकारियाँ लाते रहेंगे। आपका निवेश लाभकारी हो — यही हमारी शुभकामना है! धन्यवाद!

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

1. अगस्त का महीना निवेश के लिए कैसा रहेगा?

शेयर बाजार भविष्यवाणी के अनुसार, अगस्त माह का दूसरा भाग निवेश के लिए अनुकूल रहेगा।

2. शनि ग्रह साल 2026 में कब अस्त होंगे?

7 मार्च 2026 को शनि महाराज अस्त हो जाएंगे।

3. कौन सा ग्रह अचानक धन लाभ देता है?

मंगल देव की सातवें भाव में उपस्थिति जातक को अचानक धन प्रदान करती है।

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