विवाह मुहूर्त 2026: सनातन धर्म में विवाह केवल दो व्यक्तियों का नहीं, बल्कि दो परिवारों का भी मिलन माना जाता है। इस शुभ कार्य को अच्छे से सफल और मंगलमय बनाने के लिए विवाह मुहूर्त का विशेष महत्व होता है। विवाह मुहूर्त का अर्थ है विवाह के लिए शुभ तिथि, दिन, नक्षत्र और समय का चयन करना। मान्यता है कि यदि विवाह शुभ मुहूर्त में किया जाए, तो दांपत्य जीवन में सुख, समृद्धि, प्रेम और सौहार्द बना रहता है।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, विवाह मुहूर्त 2026 निकालते समय वर और वधु की जन्म कुंडली का मिलान करके ग्रह-नक्षत्रों की स्थिति को ध्यान में रखा जाता है। इसके आधार पर पंडित या ज्योतिषी विवाह के लिए उत्तम समय और तिथि का निर्धारण करते हैं। इस प्रकार, विवाह मुहूर्त एक ऐसा वैदिक उपाय है जो वैवाहिक जीवन को सौभाग्य प्रदान करने में सहायक होता है।
भविष्य से जुड़ी किसी भी समस्या का समाधान मिलेगा विद्वान ज्योतिषियों से बात करके
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दिनांक एवं दिन |
नक्षत्र |
तिथि |
मुहूर्त का समय |
|---|---|---|---|
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05 जनवरी 2026 सोमवार |
मृगशिरा |
नवमी |
सुबह 09 बजकर 11 मिनट से अगली सुबह 06 जनवरी 04 बजकर 25 मिनट तक |
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09 जनवरी 2026 शुक्रवार |
मघा |
चतुर्दशी |
सुबह 02 बजकर 01 मिनट से 10 जनवरी सुबह 07 बजकर 41 मिनट तक |
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10 जनवरी 2026, शनिवार |
मघा |
चतुर्दशी |
सुबह 07 बजकर 41 मिनट से दोपहर 02 बजकर 55 मिनट तक |
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11 जनवरी 2026, रविवार |
उत्तराफाल्गुनी |
चतुर्दशी |
सुबह 06 बजकर 42 मिनट से 12 जनवरी सुबह 07 बजकर 41 मिनट तक |
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12 जनवरी 2026, सोमवार |
हस्त |
द्वितीया |
सुबह 03 बजकर 56 मिनट से 13 जनवरी सुबह 07 बजकर 41 मिनट तक |
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13 जनवरी 2026, मंगलवार |
हस्त |
तृतीया |
सुबह 07 बजकर 41 मिनट से दोपहर 01 बजकर 52 मिनट तक |
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14 जनवरी 2026, बुधवार |
स्वाती |
चतुर्थी |
दोपहर 01 बजकर 28 मिनट से रात 11 बजकर 57 मिनट तक |
बृहत् कुंडली में छिपा है, आपके जीवन का सारा राज, जानें ग्रहों की चाल का पूरा लेखा-जोखा
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दिनांक एवं दिन |
नक्षत्र |
तिथि |
मुहूर्त का समय |
|---|---|---|---|
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17 फरवरी 2026, मंगलवार |
उत्तराषाढ़ा |
अष्टमी |
सुबह 09 बजकर 30 मिनट से अगली सुबह 18 फरवरी 07 बजकर 27 मिनट तक |
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18 फरवरी 2026, बुधवार |
उत्तराषाढ़ा |
नवमी |
सुबह 07 बजकर 27 मिनट से दोपहर 12 बजकर 36 मिनट तक |
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22 फरवरी 2026, रविवार |
उत्तर भाद्रपद |
त्रयोदशी |
रात 09 बजकर 04 मिनट से अगली सुबह 07 बजकर 23 मिनट तक |
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23 फरवरी 2026, सोमवार |
उत्तर भाद्रपद |
त्रयोदशी |
सुबह 07 बजकर 23 मिनट से सुबह 10 बजकर 20 मिनट तक |
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27 फरवरी 2026, शुक्रवार |
रोहिणी |
तृतीया, चतुर्थी |
शाम 06 बजकर 39 मिनट से 28 फरवरी सुबह 07 बजकर 19 मिनट तक |
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28 फरवरी 2026, शनिवार |
रोहिणी |
चतुर्थी |
सुबह 07 बजकर 19 मिनट से शाम 05 बजकर 08 मिनट तक |
शनि रिपोर्ट से जानें अपने जीवन पर शनि का प्रभाव और उपाय
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दिनांक |
दिन |
नक्षत्र |
तिथि |
मुहूर्त का समय |
|---|---|---|---|---|
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07 मार्च 2026 |
शनिवार |
उत्तराफाल्गुनी |
द्वादशी |
शाम 10 बजकर 52 मिनट से अगली सुबह 07 बजकर 12 मिनट तक |
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08 मार्च 2026 |
रविवार |
हस्त |
द्वादशी, त्रयोदशी |
सुबह 07 बजकर 12 मिनट से शाम 08 बजकर 48 मिनट तक |
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10 मार्च 2026 |
मंगलवार |
स्वाती |
चतुर्दशी |
सुबह 07 बजकर 10 मिनट से सुबह 10 बजकर 43 मिनट तक |
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12 मार्च 2026 |
गुरुवार |
अनुराधा |
प्रतिपदा द्वितीया |
सुबह 08 बजकर 26 मिनट से दोपहर 03 बजकर 48 मिनट तक |
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14 मार्च 2026 |
शनिवार |
मूल |
चतुर्थी |
शाम 06 बजकर 36 मिनट से 15 मार्च की सुबह 07 बजकर 06 मिनट तक |
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15 मार्च 2026 |
रविवार |
मूल |
चतुर्थी |
सुबह 07 बजकर 06 मिनट से दोपहर 02 बजकर 31 मिनट तक |
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16 मार्च 2026 |
सोमवार |
उत्तराषाढ़ा |
षष्ठी |
शाम 05 बजकर 26 मिनट से 17 मार्च की सुबह 07 बजकर 04 मिनट तक |
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17 मार्च 2026 |
मंगलवार |
उत्तराषाढ़ा |
षष्ठी |
सुबह 07 बजकर 04 मिनट से शाम 08 बजे तक |
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22 मार्च 2026 |
रविवार |
उत्तराभाद्रपद |
एकादशी, द्वादशी |
शाम 98 बजे से23 मार्च की सुबह 06 बजकर 58 मिनट तक |
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23 मार्च 2026 |
सोमवार |
रेवती |
द्वादशी |
सुबह 06 बजकर 58 मिनट से 24 मार्च की मध्यरात्रि 12 बजकर 50 मिनट तक |
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27 मार्च 2026 |
शुक्रवार |
रोहिणी, मृगशिरा |
प्रतिपदा, द्वितीया |
सुबह 08 बजकर 31 मिनट से 28 मार्च की सुबह 06 बजकर 53 मिनट तक |
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28 मार्च 2026 |
शनिवार |
मृगशिरा |
द्वितीया, तृतीया |
सुबह 06 बजकर 53 मिनट से रात 11 बजकर 14 मिनट तक |
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दिनांक |
दिन |
नक्षत्र |
तिथि |
मुहूर्त का समय |
|---|---|---|---|---|
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02 अप्रैल 2026 |
गुरुवार |
पूर्वाफाल्गुनी, मघा |
अष्टमी |
दोपहर 01 बजकर 33 मिनट से दोपहर 2 बजकर 30 मिनट तक |
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3 अप्रैल 2026 |
शुक्रवार |
उत्तराफाल्गुनी |
दशमी |
शाम 05 बजकर 25 मिनट से 04 अप्रैल की सुबह 06 बजकर 47 मिनट तक |
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04 अप्रैल 2026 |
शनिवार |
उत्तराफाल्गुनी, हस्त |
दशमी, एकादशी |
सुबह 06 बजकर 47 मिनट से 05 अप्रैल की सुबह 03 बजकर 37 मिनट तक |
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06 अप्रैल 2026 |
सोमवार |
स्वाती |
द्वादशी,त्रयोदशी |
दोपहर 01 बजकर 27 मिनट से अगली सुबह 1 बजकर 04 मिनट तक |
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08 अप्रैल 2026 |
बुधवार |
अनुराधा |
चतुर्थी |
दोपहर 03 बजकर 29 मिनट से रात 10 बजकर 12 मिनट तक |
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09 अप्रैल 2026 |
गुरुवार |
अनुराधा |
पूर्णिमा |
सुबह 10 बजकर 43 मिनट से शाम 05 बजकर 11 मिनट तक |
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10 अप्रैल 2026 |
शुक्रवार |
मूल |
द्वितीया |
मध्यरात्रि 01 बजकर 58 मिनट से 11 अप्रैल की सुबह 06 बजकर 40 मिनट तक |
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11 अप्रैल 2026 |
शनिवार |
मूल |
द्वितीया |
सुबह 06 बजकर 40 मिनट से रात 09 बजकर 53 मिनट तक |
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12 अप्रैल 2026 |
रविवार |
उत्तराषाढ़ा |
चतुर्थी |
सुबह 05 बजकर 21 मिनट से अगली सुबह 06 बजकर 38 मिनट तक |
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13 अप्रैल 2026 |
सोमवार |
उत्तराषाढ़ा |
चतुर्थी |
सुबह 06 बजकर 38 मिनट से 14 अप्रैल की सुबह 03 बजकर 51 मिनट तक |
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18 अप्रैल 2026 |
शनिवार |
उत्तराभाद्रपद |
अष्टमी, नवमी |
दोपहर 02 बजकर 27 मिनट से 19 अप्रैल का सुबह 06 बजकर 33 मिनट तक |
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19 अप्रैल 2026 |
रविवार |
उत्तराभाद्रपद, रेवती |
नवमी, दशमी |
06 बजकर 33 मिनट 20 अप्रैल की सुबह 04 बजकर 30 मिनट तक |
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21 अप्रैल 2026 |
मंगलवार |
उत्तराषाढ़ा |
अष्टमी |
सुबह 06 बजकर 04 मिनट से दोपहर 12 बजकर 36 मिनट तक |
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29 अप्रैल 2026 |
बुधवार |
मघा |
षष्ठी |
शाम 05 बजकर 42 मिनट से रात 09 बजे तक |
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दिनांक एवं दिन |
नक्षत्र |
तिथि |
मुहूर्त का समय |
|---|---|---|---|
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01 मई 2026, शुक्रवार |
हस्त |
अष्टमी |
शाम 7 बजकर 55 मिनट से अगली सुबह 06 बजकर 23 मिनट तक |
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02 मई 2026, शनिवार |
हस्त |
नवमी |
सुबह 06 बजकर 23 मिनट से सुबह 10 बजकर 26 मिनट तक |
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03 मई 2026, रविवार |
स्वाती |
दशमी |
शाम 06 बजकर 57 मिनट से 04 मई की सुबह 06 बजकर 22 मिनट तक |
जून में विवाह के लिए कोई भी शुभ दिन उपलब्ध नहीं है।
जुलाई में विवाह के लिए कोई भी शुभ दिन उपलब्ध नहीं है।
अगस्त में विवाह के लिए कोई भी शुभ दिन उपलब्ध नहीं है।
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दिनांक एवं दिन |
नक्षत्र |
तिथि |
मुहूर्त का समय |
|---|---|---|---|
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30 सितंबर 2026, बुधवार |
उत्तराभाद्रपद |
एकादशी |
सुबह 06 बजकर 41 मिनट से सुबह 07 बजकर 39 मिनट तक |
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दिनांक एवं दिन |
नक्षत्र |
तिथि |
मुहूर्त का समय |
|---|---|---|---|
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04 अक्टूबर 2026, रविवार |
रोहिणी |
पूर्णिमा, प्रतिपदा |
सुबह 10 बजकर 52 मिनट से 05 अक्टूबर की सुबह 06 बजकर 54 मिनट तक |
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05 अक्टूबर 2026, सोमवार |
रोहिणी, मृगशिरा |
प्रतिपदा, द्वितीया |
सुबह 06 बजकर 54 मिनट से 06 अक्टूबर की सुबह 06 बजकर 54 मिनट |
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06 अक्टूबर 2026, मंगलवार |
मृगशिरा |
द्वितीया |
सुबह 06 बजकर 54 मिनट से सुबह 08 बजकर 05 मिनट तक |
नवंबर में विवाह के लिए कोई भी शुभ दिन उपलब्ध नहीं है।
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दिनांक एवं दिन |
नक्षत्र |
तिथि |
मुहूर्त का समय |
|---|---|---|---|
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11 दिसंबर 2026, शुक्रवार |
अनुराधा |
दशमी |
सुबह 07 बजकर 30 मिनट से सुबह 09 बजकर 19 मिनट तक |
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12 दिसंबर 2026, शनिवार |
मूल |
एकादशी, द्वादशी |
शाम 05 बजकर 47 मिनट से अगली सुबह 07 बजकर 32 मिनट तक |
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14 दिसंबर 2026, सोमवार |
उत्तराषाढ़ा |
त्रयोदशी |
शाम 04 बजकर 08 मिनट से अगली सुबह 03 बजकर 42 मिनट तक |
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19 दिसंबर 2026, शनिवार |
उत्तराभाद्रपद, पूर्वाभाद्रपद |
तृतीया |
सुबह 06 बजकर 52 मिनट से 20 दिसंबर की सुबह 07 बजकर 35 मिनट तक |
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20 दिसंबर 2026, रविवार |
उत्तराभाद्रपद |
तृतीया, चतुर्थी |
सुबह 07 बजकर 35 मिनट से 21 दिसंबर की सुबह 5 बजकर 18 मिनट तक |
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21 दिसंबर 2026, सोमवार |
रेवती |
पंचमी |
शाम 06 बजकर 19 मिनट से 22 दिसंबर की सुबह 05 बजकर 19 मिनट तक |
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27 दिसंबर 2026, रविवार |
मृगशिरा |
दशमी |
सुबह 11 बजकर 35 मिनट से शाम 03 बजकर 18 मिनट तक |
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विवाह को सफल, सुखद और शांतिमय बनाने के लिए शुभ मुहूर्त में विवाह करना बहुत ही आवश्यक माना गया है। ऐसा माना जाता है कि जब विवाह किसी शुभ समय में होता है, तो उस समय ग्रह और नक्षत्र वर-वधू के जीवन में सकारात्मक ऊर्जा और शुभ प्रभाव देते हैं, जिससे उनका वैवाहिक जीवन प्रेम, सामंजस्य, समर्पण और समृद्धि से परिपूर्ण होता है। शुभ मुहूर्त में विवाह करने से ग्रहों की अनुकूलता के कारण पति-पत्नी के बीच आपसी तालमेल और समझ बेहतर होती है। इससे रिश्ते में स्थिरता आती है और आपसी झगड़े या मतभेद कम होते हैं। इसके साथ ही ऐसे विवाह से घर में सुख-शांति बनी रहती है और संतान सुख व आर्थिक स्थिरता का भी आशीर्वाद मिलता है।
यदि किसी की कुंडली में दोष या अशुभ योग हों, तो शुभ मुहूर्त में विवाह करके उन दोषों के प्रभाव को कम किया जा सकता है। यही कारण है कि विवाह जैसे महत्वपूर्ण अवसर के लिए केवल तिथि या दिन नहीं देखे जाते, बल्कि नक्षत्र, योग, करण, लग्न और चौघड़िया आदि सभी पहलुओं का ध्यान रखा जाता है। आध्यात्मिक दृष्टिकोण से भी यह माना जाता है कि शुभ मुहूर्त में किए गए कार्यों में भगवान और देवी-देवताओं की विशेष कृपा बनी रहती है।
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विवाह मुहूर्त 2026 को चुनते समय समय कुछ महत्वपूर्ण बातों का ध्यान रखना बहुत जरूर होता है। आइए जानते हैं उन बातों के बारे में जो विवाह मुहूर्त निकालते समय ध्यान देना चाहिए।
ज्योतिषियों की सलाह जरूर लेनी चाहिए।
चंद्रमा की स्थिति।
नक्षत्रों की जांच।
पंचांग का अध्ययन।
इस प्रक्रिया में कई घंटे और दिन शामिल होते हैं, इसलिए सही समय चुनने के लिए सावधानी बरतें।
विवाह मुहूर्त 2026 के लिए कुछ विशेष नक्षत्रों को बहुत ही शुभ माना जाता है, क्योंकि इन नक्षत्रों में विवाह करने से दांपत्य जीवन में सुख, शांति, सामंजस्य और समृद्धि बनी रहती है।
रोहिणी
मृगशिरा
मूल
मघा
उत्तराफाल्गुनी
हस्त
स्वाति
अनुराधा
श्रवण
उत्तराषाढ़ा
उत्तराभाद्रपद
रेवती
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हम उम्मीद करते हैं कि आपको हमारा यह लेख ज़रूर पसंद आया होगा। अगर ऐसा है तो आप इसे अपने अन्य शुभचिंतकों के साथ ज़रूर साझा करें। धन्यवाद!
1. विवाह मुहूर्त क्यों देखा जाता है?
शुभ मुहूर्त में विवाह करने से देवी-देवताओं एवं ग्रहों का आशीर्वाद वर-वधू को मिलता है।
2. क्या जुलाई 2026 में शादी का मुहूर्त है?
नहीं, वर्ष 2026 के जुलाई में विवाह का कोई मुहूर्त नहीं है।
3. मई 2026 में विवाह कर सकते हैं?
वर्ष 2026 के मई में विवाह के अनेक मुहूर्त उपलब्ध हैं।