विवाह मुहूर्त 2026

Author: Ruchi Sharma | Updated Tue, 23 Sep 2025 01:10 PM IST

विवाह मुहूर्त 2026: सनातन धर्म में विवाह केवल दो व्यक्तियों का नहीं, बल्कि दो परिवारों का भी मिलन माना जाता है। इस शुभ कार्य को अच्छे से सफल और मंगलमय बनाने के लिए विवाह मुहूर्त का विशेष महत्व होता है। विवाह मुहूर्त का अर्थ है विवाह के लिए शुभ तिथि, दिन, नक्षत्र और समय का चयन करना। मान्यता है कि यदि विवाह शुभ मुहूर्त में किया जाए, तो दांपत्य जीवन में सुख, समृद्धि, प्रेम और सौहार्द बना रहता है।


ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, विवाह मुहूर्त 2026 निकालते समय वर और वधु की जन्म कुंडली का मिलान करके ग्रह-नक्षत्रों की स्थिति को ध्यान में रखा जाता है। इसके आधार पर पंडित या ज्योतिषी विवाह के लिए उत्तम समय और तिथि का निर्धारण करते हैं। इस प्रकार, विवाह मुहूर्त एक ऐसा वैदिक उपाय है जो वैवाहिक जीवन को सौभाग्य प्रदान करने में सहायक होता है।

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विवाह मुहूर्त 2026 की संपूर्ण सूची

जनवरी

दिनांक एवं दिन

नक्षत्र

तिथि

मुहूर्त का समय

05 जनवरी 2026

सोमवार

मृगशिरा

नवमी

सुबह 09 बजकर 11 मिनट से अगली सुबह 06 जनवरी 04 बजकर 25 मिनट तक

09 जनवरी 2026

शुक्रवार

मघा

चतुर्दशी

सुबह 02 बजकर 01 मिनट से 10 जनवरी सुबह 07 बजकर 41 मिनट तक

10 जनवरी 2026, शनिवार

मघा

चतुर्दशी

सुबह 07 बजकर 41 मिनट से दोपहर 02 बजकर 55 मिनट तक

11 जनवरी 2026, रविवार

उत्तराफाल्गुनी

चतुर्दशी

सुबह 06 बजकर 42 मिनट से 12 जनवरी सुबह 07 बजकर 41 मिनट तक

12 जनवरी 2026, सोमवार

हस्त

द्वितीया

सुबह 03 बजकर 56 मिनट से 13 जनवरी सुबह 07 बजकर 41 मिनट तक

13 जनवरी 2026, मंगलवार

हस्त

तृतीया

सुबह 07 बजकर 41 मिनट से दोपहर 01 बजकर 52 मिनट तक

14 जनवरी 2026, बुधवार

स्वाती

चतुर्थी

दोपहर 01 बजकर 28 मिनट से रात 11 बजकर 57 मिनट तक

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विवाह मुहूर्त 2026: फरवरी

दिनांक एवं दिन

नक्षत्र

तिथि

मुहूर्त का समय

17 फरवरी 2026, मंगलवार

उत्तराषाढ़ा

अष्टमी

सुबह 09 बजकर 30 मिनट से अगली सुबह 18 फरवरी 07 बजकर 27 मिनट तक

18 फरवरी 2026, बुधवार

उत्तराषाढ़ा

नवमी

सुबह 07 बजकर 27 मिनट से दोपहर 12 बजकर 36 मिनट तक

22 फरवरी 2026, रविवार

उत्तर भाद्रपद

त्रयोदशी

रात 09 बजकर 04 मिनट से अगली सुबह 07 बजकर 23 मिनट तक

23 फरवरी 2026, सोमवार

उत्तर भाद्रपद

त्रयोदशी

सुबह 07 बजकर 23 मिनट से सुबह 10 बजकर 20 मिनट तक

27 फरवरी 2026, शुक्रवार

रोहिणी

तृतीया, चतुर्थी

शाम 06 बजकर 39 मिनट से 28 फरवरी सुबह 07 बजकर 19 मिनट तक

28 फरवरी 2026, शनिवार

रोहिणी

चतुर्थी

सुबह 07 बजकर 19 मिनट से शाम 05 बजकर 08 मिनट तक

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मार्च

दिनांक

दिन

नक्षत्र

तिथि

मुहूर्त का समय

07 मार्च 2026

शनिवार

उत्तराफाल्गुनी

द्वादशी

शाम 10 बजकर 52 मिनट से अगली सुबह 07 बजकर 12 मिनट तक

08 मार्च 2026

रविवार

हस्त

द्वादशी, त्रयोदशी

सुबह 07 बजकर 12 मिनट से शाम 08 बजकर 48 मिनट तक

10 मार्च 2026

मंगलवार

स्वाती

चतुर्दशी

सुबह 07 बजकर 10 मिनट से सुबह 10 बजकर 43 मिनट तक

12 मार्च 2026

गुरुवार

अनुराधा

प्रतिपदा द्वितीया

सुबह 08 बजकर 26 मिनट से दोपहर 03 बजकर 48 मिनट तक

14 मार्च 2026

शनिवार

मूल

चतुर्थी

शाम 06 बजकर 36 मिनट से 15 मार्च की सुबह 07 बजकर 06 मिनट तक

15 मार्च 2026

रविवार

मूल

चतुर्थी

सुबह 07 बजकर 06 मिनट से दोपहर 02 बजकर 31 मिनट तक

16 मार्च 2026

सोमवार

उत्तराषाढ़ा

षष्ठी

शाम 05 बजकर 26 मिनट से 17 मार्च की सुबह 07 बजकर 04 मिनट तक

17 मार्च 2026

मंगलवार

उत्तराषाढ़ा

षष्ठी

सुबह 07 बजकर 04 मिनट से शाम 08 बजे तक

22 मार्च 2026

रविवार

उत्तराभाद्रपद

एकादशी, द्वादशी

शाम 98 बजे से23 मार्च की सुबह 06 बजकर 58 मिनट तक

23 मार्च 2026

सोमवार

रेवती

द्वादशी

सुबह 06 बजकर 58 मिनट से 24 मार्च की मध्यरात्रि 12 बजकर 50 मिनट तक

27 मार्च 2026

शुक्रवार

रोहिणी, मृगशिरा

प्रतिपदा, द्वितीया

सुबह 08 बजकर 31 मिनट से 28 मार्च की सुबह 06 बजकर 53 मिनट तक

28 मार्च 2026

शनिवार

मृगशिरा

द्वितीया, तृतीया

सुबह 06 बजकर 53 मिनट से रात 11 बजकर 14 मिनट तक

विवाह मुहूर्त 2026: अप्रैल

दिनांक

दिन

नक्षत्र

तिथि

मुहूर्त का समय

02 अप्रैल 2026

गुरुवार

पूर्वाफाल्गुनी, मघा

अष्टमी

दोपहर 01 बजकर 33 मिनट से दोपहर 2 बजकर 30 मिनट तक

3 अप्रैल 2026

शुक्रवार

उत्तराफाल्गुनी

दशमी

शाम 05 बजकर 25 मिनट से 04 अप्रैल की सुबह 06 बजकर 47 मिनट तक

04 अप्रैल 2026

शनिवार

उत्तराफाल्गुनी, हस्त

दशमी, एकादशी

सुबह 06 बजकर 47 मिनट से 05 अप्रैल की सुबह 03 बजकर 37 मिनट तक

06 अप्रैल 2026

सोमवार

स्वाती

द्वादशी,त्रयोदशी

दोपहर 01 बजकर 27 मिनट से अगली सुबह 1 बजकर 04 मिनट तक

08 अप्रैल 2026

बुधवार

अनुराधा

चतुर्थी

दोपहर 03 बजकर 29 मिनट से रात 10 बजकर 12 मिनट तक

09 अप्रैल 2026

गुरुवार

अनुराधा

पूर्णिमा

सुबह 10 बजकर 43 मिनट से शाम 05 बजकर 11 मिनट तक

10 अप्रैल 2026

शुक्रवार

मूल

द्वितीया

मध्यरात्रि 01 बजकर 58 मिनट से 11 अप्रैल की सुबह 06 बजकर 40 मिनट तक

11 अप्रैल 2026

शनिवार

मूल

द्वितीया

सुबह 06 बजकर 40 मिनट से रात 09 बजकर 53 मिनट तक

12 अप्रैल 2026

रविवार

उत्तराषाढ़ा

चतुर्थी

सुबह 05 बजकर 21 मिनट से अगली सुबह 06 बजकर 38 मिनट तक

13 अप्रैल 2026

सोमवार

उत्तराषाढ़ा

चतुर्थी

सुबह 06 बजकर 38 मिनट से 14 अप्रैल की सुबह 03 बजकर 51 मिनट तक

18 अप्रैल 2026

शनिवार

उत्तराभाद्रपद

अष्टमी, नवमी

दोपहर 02 बजकर 27 मिनट से 19 अप्रैल का सुबह 06 बजकर 33 मिनट तक

19 अप्रैल 2026

रविवार

उत्तराभाद्रपद, रेवती

नवमी, दशमी

06 बजकर 33 मिनट 20 अप्रैल की सुबह 04 बजकर 30 मिनट तक

21 अप्रैल 2026

मंगलवार

उत्तराषाढ़ा

अष्टमी

सुबह 06 बजकर 04 मिनट से दोपहर 12 बजकर 36 मिनट तक

29 अप्रैल 2026

बुधवार

मघा

षष्ठी

शाम 05 बजकर 42 मिनट से रात 09 बजे तक

मई

दिनांक एवं दिन

नक्षत्र

तिथि

मुहूर्त का समय

01 मई 2026, शुक्रवार

हस्त

अष्टमी

शाम 7 बजकर 55 मिनट से अगली सुबह 06 बजकर 23 मिनट तक

02 मई 2026, शनिवार

हस्त

नवमी

सुबह 06 बजकर 23 मिनट से सुबह 10 बजकर 26 मिनट तक

03 मई 2026, रविवार

स्वाती

दशमी

शाम 06 बजकर 57 मिनट से 04 मई की सुबह 06 बजकर 22 मिनट तक

विवाह मुहूर्त 2026: जून

जून में विवाह के लिए कोई भी शुभ दिन उपलब्ध नहीं है।

जुलाई

जुलाई में विवाह के लिए कोई भी शुभ दिन उपलब्ध नहीं है।

अगस्त

अगस्त में विवाह के लिए कोई भी शुभ दिन उपलब्ध नहीं है।

सितंबर

दिनांक एवं दिन

नक्षत्र

तिथि

मुहूर्त का समय

30 सितंबर 2026, बुधवार

उत्तराभाद्रपद

एकादशी

सुबह 06 बजकर 41 मिनट से सुबह 07 बजकर 39 मिनट तक

विवाह मुहूर्त 2026: अक्टूबर

दिनांक एवं दिन

नक्षत्र

तिथि

मुहूर्त का समय

04 अक्टूबर 2026, रविवार

रोहिणी

पूर्णिमा, प्रतिपदा

सुबह 10 बजकर 52 मिनट से 05 अक्टूबर की सुबह 06 बजकर 54 मिनट तक

05 अक्टूबर 2026, सोमवार

रोहिणी, मृगशिरा

प्रतिपदा, द्वितीया

सुबह 06 बजकर 54 मिनट से 06 अक्टूबर की सुबह 06 बजकर 54 मिनट

06 अक्टूबर 2026, मंगलवार

मृगशिरा

द्वितीया

सुबह 06 बजकर 54 मिनट से सुबह 08 बजकर 05 मिनट तक

नवंबर

नवंबर में विवाह के लिए कोई भी शुभ दिन उपलब्ध नहीं है।

विवाह मुहूर्त 2026: दिसंबर

दिनांक एवं दिन

नक्षत्र

तिथि

मुहूर्त का समय

11 दिसंबर 2026, शुक्रवार

अनुराधा

दशमी

सुबह 07 बजकर 30 मिनट से सुबह 09 बजकर 19 मिनट तक

12 दिसंबर 2026, शनिवार

मूल

एकादशी, द्वादशी

शाम 05 बजकर 47 मिनट से अगली सुबह 07 बजकर 32 मिनट तक

14 दिसंबर 2026, सोमवार

उत्तराषाढ़ा

त्रयोदशी

शाम 04 बजकर 08 मिनट से अगली सुबह 03 बजकर 42 मिनट तक

19 दिसंबर 2026, शनिवार

उत्तराभाद्रपद, पूर्वाभाद्रपद

तृतीया

सुबह 06 बजकर 52 मिनट से 20 दिसंबर की सुबह 07 बजकर 35 मिनट तक

20 दिसंबर 2026, रविवार

उत्तराभाद्रपद

तृतीया, चतुर्थी

सुबह 07 बजकर 35 मिनट से 21 दिसंबर की सुबह 5 बजकर 18 मिनट तक

21 दिसंबर 2026, सोमवार

रेवती

पंचमी

शाम 06 बजकर 19 मिनट से 22 दिसंबर की सुबह 05 बजकर 19 मिनट तक

27 दिसंबर 2026, रविवार

मृगशिरा

दशमी

सुबह 11 बजकर 35 मिनट से शाम 03 बजकर 18 मिनट तक

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विवाह मुहूर्त 2026 के लाभ

विवाह को सफल, सुखद और शांतिमय बनाने के लिए शुभ मुहूर्त में विवाह करना बहुत ही आवश्यक माना गया है। ऐसा माना जाता है कि जब विवाह किसी शुभ समय में होता है, तो उस समय ग्रह और नक्षत्र वर-वधू के जीवन में सकारात्मक ऊर्जा और शुभ प्रभाव देते हैं, जिससे उनका वैवाहिक जीवन प्रेम, सामंजस्य, समर्पण और समृद्धि से परिपूर्ण होता है। शुभ मुहूर्त में विवाह करने से ग्रहों की अनुकूलता के कारण पति-पत्नी के बीच आपसी तालमेल और समझ बेहतर होती है। इससे रिश्ते में स्थिरता आती है और आपसी झगड़े या मतभेद कम होते हैं। इसके साथ ही ऐसे विवाह से घर में सुख-शांति बनी रहती है और संतान सुख व आर्थिक स्थिरता का भी आशीर्वाद मिलता है।

यदि किसी की कुंडली में दोष या अशुभ योग हों, तो शुभ मुहूर्त में विवाह करके उन दोषों के प्रभाव को कम किया जा सकता है। यही कारण है कि विवाह जैसे महत्वपूर्ण अवसर के लिए केवल तिथि या दिन नहीं देखे जाते, बल्कि नक्षत्र, योग, करण, लग्न और चौघड़िया आदि सभी पहलुओं का ध्यान रखा जाता है। आध्यात्मिक दृष्टिकोण से भी यह माना जाता है कि शुभ मुहूर्त में किए गए कार्यों में भगवान और देवी-देवताओं की विशेष कृपा बनी रहती है।

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विवाह मुहूर्त 2026 का चयन कैसे करें

विवाह मुहूर्त 2026 को चुनते समय समय कुछ महत्वपूर्ण बातों का ध्यान रखना बहुत जरूर होता है। आइए जानते हैं उन बातों के बारे में जो विवाह मुहूर्त निकालते समय ध्यान देना चाहिए।

ज्योतिषियों की सलाह जरूर लेनी चाहिए।

चंद्रमा की स्थिति।

नक्षत्रों की जांच।

पंचांग का अध्ययन।

इस प्रक्रिया में कई घंटे और दिन शामिल होते हैं, इसलिए सही समय चुनने के लिए सावधानी बरतें।

विवाह मुहूर्त 2026 के लिए ये नक्षत्र होते हैं शुभ

विवाह मुहूर्त 2026 के लिए कुछ विशेष नक्षत्रों को बहुत ही शुभ माना जाता है, क्योंकि इन नक्षत्रों में विवाह करने से दांपत्य जीवन में सुख, शांति, सामंजस्य और समृद्धि बनी रहती है।

रोहिणी

मृगशिरा

मूल

मघा

उत्तराफाल्गुनी

हस्त

स्वाति

अनुराधा

श्रवण

उत्तराषाढ़ा

उत्तराभाद्रपद

रेवती

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अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

1. विवाह मुहूर्त क्यों देखा जाता है?

शुभ मुहूर्त में विवाह करने से देवी-देवताओं एवं ग्रहों का आशीर्वाद वर-वधू को मिलता है।

2. क्या जुलाई 2026 में शादी का मुहूर्त है?

नहीं, वर्ष 2026 के जुलाई में विवाह का कोई मुहूर्त नहीं है।

3. मई 2026 में विवाह कर सकते हैं?

वर्ष 2026 के मई में विवाह के अनेक मुहूर्त उपलब्ध हैं।

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