बुध का वृश्चिक राशि में गोचर (28 दिसंबर 2023)

Author: Acharyaa Parul | Updated Thu, 02 Nov 2023 01:01 PM IST

बुध का वृश्चिक राशि में गोचर: वैदिक ज्योतिष में, बुद्धि और विकास के कारक ग्रह बुध वक्री अवस्था में 28 दिसंबर की सुबह 11 बजकर 07 मिनट पर राशि चक्र की आठवीं राशि वृश्चिक में गोचर करने जा रहे हैं। हालांकि यह गोचर लंबे समय के लिए नहीं हो रहा है क्योंकि इसके बाद बुध 02 जनवरी 2024 को अपनी चाल में परिवर्तन करते हुए मार्गी होंगे और 07 जनवरी 2024 को पुन: राशि में परिवर्तन करते हुए धनु राशि में गोचर करेंगे। बुध का गोचर भले ही कम समय के लिए हो रहा हो लेकिन इसका प्रभाव सभी 12 राशियों पर भिन्न-भिन्न प्रकार से देखने को मिलेगा। एस्ट्रोसेज के इस लेख में आपको जानकारी मिलेगी कि बुध का गोचर सभी 12 राशियों के जीवन में क्या-क्या बदलाव लेकर आने वाला है, जो कि पूर्ण रूप से वैदिक ज्योतिष पर आधारित है और हमारे विद्वान ज्योतिषियों द्वारा बुध ग्रह की चाल, स्थिति व जातक की दशा का विश्लेषण कर तैयार किया गया है। यहां आपको भविष्यवाणियों के साथ-साथ बुध के नकारात्मक प्रभावों को कम करने के आसान व अचूक उपाय भी बताए जाएंगे। जिनकी मदद से आप अपने आने वाले कल को बेहतर बना सकते हैं। लेकिन इससे पहले जान लेते हैं बुध ग्रह के वक्री और मार्गी गति के बारे में।


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वैदिक ज्योतिष में, सभी ग्रहों में बुध को सबसे युवा और सुंदर ग्रह माना जाता है, बुद्धि, बेहतर तर्क क्षमता और अच्छे संचार कौशल का प्रतिनिधित्व करते हैं। समस्त ग्रहों में से चन्द्रमा के बाद बुध को सबसे छोटा और सबसे तेज गति से चलने वाला ग्रह माना गया है। ये चंद्रमा की तरह ही संवेदनशील होते हैं। राशियों की बात करें तो बुध को मिथुन और कन्या राशियों का स्वामित्व प्राप्त है। बुध ही वो ग्रह हैं जिसकी स्थिति जातक की बुद्धि, स्मरण शक्ति, सीखने की क्षमता, भाषण, संवाद, प्रतिबिंब और संचार उपकरणों को नियंत्रित करती है। इसके अलावा वाणिज्य या व्यापार, बैंकिंग, मीडिया आदि के सभी साधनों का कारक तत्व बुध को ही प्राप्त है।

अब बात करते हैं वृश्चिक राशि की तो, राशि चक्र की समस्त राशियों में से वृश्चिक राशि सबसे संवेदनशील राशि होती है। यह राशि उन चरम सीमाओं को दर्शाती हैं जो हमारे जीवन में उतार-चढ़ाव और निरंतर परिवर्तन को नियंत्रित करने का कार्य करती हैं। साथ ही ये हमारे जीवन के छिपे गुप्त व गहरे रहस्यों का प्रतिनिधित्व भी करती हैं। वृश्चिक राशि खनिज और भूमिगत संपत्ति जैसे पेट्रोल, तेल और गैस क्षेत्र, रत्न आदि का कारक भी है। साथ ही, यह हमारे दैनिक जीवन में दुर्घटनाओं, घावों, चिकित्सा प्रक्रियाओं का भी प्रतिनिधित्व करता है।

वक्री गति का अर्थ

किसी भी ग्रह का वक्री होना वह प्रक्रिया है, जब कोई भी ग्रह अपनी सामान्य दिशा की बजाए उल्टी दिशा यानी विपरीत दिशा में चलता हुआ प्रतीत होता है तो उसे वक्री ग्रह कहा जाता है। वास्तव में कोई ग्रह उल्टा नहीं चलता लेकिन परिभ्रमण पथ की स्थिति के अनुसार ऐसा प्रतीत होता है कि वह उल्टी दिशा में जा रहा है। वैदिक ज्योतिष के अनुसार, वक्री ग्रह किसी भी जातक के जीवन में विशेष प्रभाव डालते हैं।

वक्री शब्द को लेकर कुछ मिथक है, आमतौर पर ग्रह की वक्री अवस्था को अच्छा नहीं कहा जाता है। ऐसा माना जाता है कि यह जीवन में कठिनाई और बहुत परेशानी लाता है, लेकिन वास्तव में यह सच नहीं है क्योंकि वक्री बुध हमेशा कठिनाई और दुर्भाग्य नहीं लाता, बल्कि इस दौरान ग्रह बहुत शक्तिशाली हो जाते हैं और कुंडली में ग्रहों की दशा के अनुसार परिणाम देते हैं।

मार्गी गति क्या है?

ज्योतिष में "मार्गी" शब्द एक ग्रह की गति को दर्शाता है जब वो ग्रह अपनी वक्री गति से मार्गी अवस्था में आकर सामान्य रूप से आगे की ओर बढ़ना शुरू कर देता है। मार्गी अवस्था वक्री अवस्था के विपरीत होती है और इससे ये ज्ञात होता है कि ग्रह अब अपनी सामान्य गतिविधियों को अंजाम दे रहे हैं और इस दौरान ग्रह की ऊर्जा को बाहरी रूप से भी महसूस किया जा सकता है। वैदिक शास्त्रों में ये भी माना गया है कि जब कोई ग्रह वक्री से मार्गी दिशा में अपनी गति बदलता है तो पृथ्वी से देखने पर ऐसा प्रतीत होता है कि वे कुछ अवधि के लिए उसी स्थान पर यात्रा करना बंद कर देता है। इस स्थिति में वो ग्रह प्रत्यक्ष रूप से सीधी चाल चलने की तैयारी करता हुआ नज़र आता है।

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यह राशिफल आपकी चंद्र राशि पर आधारित है। अपनी व्यक्तिगत चन्द्र राशि अभी जानने के लिए चंद्र राशि कैलकुलेटर का उपयोग करें।

बुध का वृश्चिक राशि में गोचर: राशि अनुसार राशिफल और उपाय

मेष राशि

मेष राशि के जातकों के लिए बुध तीसरे और छठे भाव के स्वामी हैं। बुध का वृश्चिक राशि में गोचर आपके आठवें भाव में होने जा रहा है। कुंडली का यह भाव दीर्घायु, अचानक होने वाली घटनाएं, गोपनीयता, रहस्य विज्ञान और परिवर्तन के भाव को दर्शाता है। बुध का आठवें भाव में गोचर मेष राशि के जातकों के अनुकूल प्रतीत होता नहीं दिख रहा है और जातकों के लिए यह समय कुछ चुनौतीपूर्ण समय सिद्ध हो सकता है क्योंकि आशंका है कि इस दौरान आप बातचीत के कारण किसी विवाद या झगड़े में पड़े। बुध के वक्री अवस्था में आठवें भाव में गोचर करना आपके स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकता है। कोई पुरानी बीमारी आपको दोबारा परेशान कर सकती है। जैसे- आप त्वचा की समस्याओं या गले से संबंधित किसी बीमारी से पीड़ित हो सकते हैं या अचानक होने वाली घटनाओं के कारण आप तनाव में आ सकते हैं। बुध गोचर बहुत कम समय के लिए हो रहा है लेकिन फिर भी आपको सलाह दी जाती है कि इस दौरान सावधान रहें। हालांकि 2 जनवरी 2024 के बाद जब बुध मार्गी होंगे तब आपको इन सभी समस्याओं में कुछ कमी देखने को मिलेगी ।

उपाय: किन्नरों का सम्मान करें और हो सके तो उन्हें हरे रंग के कपड़े उपहार स्वरूप भेंट करें और उनका आशीर्वाद प्राप्त करें।

मेष साप्ताहिक राशिफल

वृषभ राशि

वृषभ राशि के जातकों के लिए बुध दूसरे और पांचवें भाव के स्वामी हैं। बुध का वृश्चिक राशि में गोचर आपके सातवें भाव में होने जा रहे है और यह भाव जीवन साथी और बिज़नेस पार्टनरशिप के भाव को दर्शाता है। सातवें भाव में बुध का वक्री अवस्था में गोचर करना आपके वैवाहिक जीवन के लिए प्रतिकूल साबित हो सकता है, खासकर उन लोगों के लिए जो अपने रिलेशनशिप को शादी में बदलने का प्रयास कर रहे हैं। यदि आप अपने साथी को अपने परिवार से मिलवाने की योजना बना रहे थे तो, इस दौरान योजना को स्थगित कर दें या आगे के लिए टाल दें क्योंकि यह आपके लिए अवधि अनुकूल प्रतीत नहीं हो रही है।

इसके अलावा, जो लोग पारिवारिक व्यवसाय में शामिल हैं या परिवार के किसी सदस्य के साथ मिलकर बिज़नेस शुरू करने की योजना बना रहे हैं, उनके लिए भी बेहतर होगा कि इस प्लान को अभी कुछ दिनों के लिए टाल दें। आपको सलाह दी जाती है कि 02 जनवरी 2024 के बाद जब बुध मार्गी अवस्था में आएंगे तब इस योजना पर कार्य करने का विचार बनाए। बुध सातवें भाव से आपके लग्न भाव पर भी दृष्टि डाल रहे हैं, इसके परिणामस्वरूप आपको कुछ स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है या आपकी प्रतिष्ठा को हानि पहुंच सकती है।

उपाय: अपने बेडरूम में इनडोर पौधे रखें और उनकी देखभाल करें।

वृषभ साप्ताहिक राशिफल

मिथुन राशि

मिथुन राशि के जातकों के लिए बुध पहले और चौथे भाव के स्वामी हैं। बुध का वृश्चिक राशि में गोचर आपके आपके शत्रु, स्वास्थ्य, प्रतिस्पर्धा और मामा के छठे भाव में होने जा रहा है। बुध का वक्री अवस्था में छठे भाव में गोचर करना आपके साथ-साथ आपकी माता के स्वास्थ्य के लिए भी अच्छा समय साबित न होने की आशंका है और हो सकता है इस वजह से आपको अधिक धन खर्च करने पड़े इसलिए आपको सलाह दी जाती है कि अपनी और अपनी माता के स्वास्थ्य पर ध्यान दें व उनकी अच्छे से देखभाल करें।

बुध का गोचर आपके घरेलू उपकरणों में भी कुछ खराबी दे सकता है। इस बात के भी आसार है कि इस दौरान आपके वाहनों में कुछ समस्या के कारण आपको उसपर अधिक खर्च करना पड़े। इसके अलावा, इस दौरान आपको कोई बीमारी घेर सकती है या कोई पुरानी बीमारी फिर से पुनर्जीवित हो सकती है। इसके अलावा, बारहवें भाव पर वक्री बुध की दृष्टि आपके स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकता है। ऐसे में अपने स्वास्थ्य का विशेष ध्यान दें। हालांकि 02 जनवरी 2024 के बाद बुध मार्गी हो जाएंगे जिसके बाद आपके जीवन में कई सकारात्मक बदलाव देखने को मिलेंगे।

उपाय: बुधवार के दिन 5-6 कैरेट का पन्ना चांदी या सोने की अंगूठी में धारण करना मिथुन राशि के जातकों के लिए शुभ फलदायी रहेगा।

मिथुन साप्ताहिक राशिफल

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कर्क राशि

कर्क राशि के जातकों के लिए बुध तीसरे और बारहवें भाव के स्वामी हैं। बुध का वृश्चिक राशि में गोचर आपके पांचवें भाव में होने जा रहा है, जो कि हमारी शिक्षा, प्रेम संबंधों, बच्चों का प्रतिनिधित्व करता है और इसे पूर्व पुण्य भाव भी कहा जाता है। ऐसे में, कर्क राशि के जो जातक प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं, उन्हें इस दौरान से किसी कारणवश देरी का सामना करना पड़ सकता है या उनकी परीक्षा स्थगित हो सकती है। इसके अलावा, अन्य छात्रों को भी इस दौरान पढ़ाई में ध्यान लगाने में समस्या हो सकती है। संभावना है कि पढ़ाई से आपका मन भटक जाए।

कर्क राशि की जो महिलाएं गर्भवती हैं, उन्हें इस अवधि में कुछ चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है। वहीं जो लोग किसी रिलेशनशिप में हैं, उनके रिश्ते में गलतफहमी पैदा होने के आसार है इसलिए आपको सलाह दी जाती है कि एक-दूसरे को समझने के प्रयास करें, विवाद को जल्द ही हल करते हुए अपने बेहतर संवाद व अच्छी बॉन्डिंग के माध्यम से एक मजबूत बंधन विकसित करने की कोशिश करें। तीसरे भाव के स्वामी के वक्री होने के कारण आपको जीवन में अनिश्चितताओं का सामना करना पड़ सकता है और आप भ्रमित भी हो सकते हैं। साथ ही,

बारहवें भाव स्वामी के रूप में वक्री बुध ग्यारहवें भाव पर दृष्टि डाल रहे हैं और इसके चलते सट्टेबाजी पर पैसा लगाने की वजह से आपको नुकसान भी उठाना पड़ सकता है और संभावना है कि इस वजह से आप अपनी किश्तें समय पर देने में असमर्थ हो इसलिए सुझाव दिया जाता है इस अवधि किसी भी प्रकार का निवेश न करें अन्यथा आपको भारी हानि हो सकती है। 2 जनवरी 2024 के बाद जब बुध मार्गी होंगे तब स्थिति आपके लिए बेहतर होती दिखेगी।

उपाय: जरूरतमंद बच्चो व छात्रों को किताबें आदि शिक्षा की सामग्री दान करना आपके लिए फायदेमंद साबित होगा।

कर्क साप्ताहिक राशिफल

सिंह राशि

सिंह राशि के जातकों के लिए बुध दूसरे भाव और ग्यारहवें भाव के स्वामी हैं। बुध का वृश्चिक राशि में गोचर आपके चौथे भाव यानी कि माता, घरेलू जीवन, घर, वाहन और संपत्ति के भाव में हो रहा है। बुध वह ग्रह है जो आपके वित्त को नियंत्रित करता है इसलिए बुध का वक्री अवस्था में गोचर करने के परिणामस्वरूप आपको धन संबंधी समस्या से दो-चार होना पड़ सकता है। आशंका है कि धन के अभाव के कारण आप अपनी किस्तें समय पर चुकाने में असमर्थ हो। यह भी संकेत मिल रहे हैं कि सट्टेबाजी पर निवेश करने की वजह से आपको धन की हानि हो सकती है या आपका पैसा कहीं फंस सकता है। ऐसे में, कोशिश करें कि इस अवधि कोई भी जोखिम न उठाएं।

बुध गोचर काल के दौरान अपनी वाणी पर नियंत्रण रखें क्योंकि आपकी बातें अपनों को भ्रमित कर सकती हैं और इस वजह से वाद-विवाद या झगड़ा हो सकता है। सिंह राशि के जो जातक सरकारी अधिकारी, प्रेरक वक्ता, सट्टा निवेशक या मीडिया के क्षेत्र से जुड़े हैं, उन्हें इस दौरान अधिक जागरूक रहने और अपने कार्यों को समय पर पूरा करने का सुझाव दिया जाता है। स्वास्थ्य की दृष्टिकोण से देखें तो, आपको इस अवधि अपनी सेहत पर अधिक ध्यान देने की सलाह दी जाती है क्योंकि संभावना है कि आपको त्वचा या गले से जुड़ी समस्या का सामना करना पड़े। ऐसे में, किसी प्रकार की लापरवाही न बरतें और समस्या होने पर तुरंत डॉक्टर्स की राय लें। इसके अलावा, अपने दिनचर्या में योग और मेडिटेशन शामिल करें व स्वच्छता बनाए रखने के साथ-साथ अपने खानपान पर नज़र रखें। बता दें कि 2 जनवरी 2024 के बाद जब बुध मार्गी होंगे तब आपको जीवन में कई अच्छे बदलाव देखने को मिलेंगे।

उपाय: प्रतिदिन तुलसी के पौधे के समक्ष एक दीपक जलाकर उसकी पूजा करें।

सिंह साप्ताहिक राशिफल

कन्या राशि

कन्या राशि के जातकों के लिए बुध दसवें और लग्न भाव के स्वामी हैं। बुध का वृश्चिक राशि में गोचर आपके तीसरे भाव में होने जा रहा है, जो कि भाई-बहनों, शौक, छोटी दूरी की यात्रा, संचार कौशल का प्रतिनिधित्व करता है। ऐसे में, यह अवधि पत्रकारों के लिए अनुकूल न रहने की संभावना है क्योंकि आपको अच्छे परिणाम मिलते नज़र नहीं आ रहे हैं और आप अपने कौशल का प्रदर्शन करने में असमर्थ हो सकते हैं। इसके अलावा, कन्या राशि के जो जातक कॉलमनिस्ट, मीडिया, निबंधकार, सलाहकार, फिल्म, एंकर या हास्य कलाकार के रूप में काम कर रहे हैं, उन्हें अपने क्षेत्र में चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है।

लग्न भाव के स्वामी का वक्री अवस्था में गोचर करना आपके स्वास्थ्य के लिए भी हानिकारक साबित हो सकता है। आशंका है कि आपको कई स्वास्थ्य संबंधी समस्या से दो-चार होना पड़े इसलिए आपको सलाह दी जाती है कि आप अपने स्वास्थ्य के प्रति सचेत रहें। नौवें भाव पर बुध की दृष्टि आपके पिता के साथ कुछ समस्याएं दे सकती है। इसके अलावा, इस दौरान अपने पिता, गुरु और मार्गदर्शकों के साथ बात करते समय अपने शब्दों पर नियंत्रण रखें क्योंकि आपके द्वारा बोले गए गलत शब्दों से उन्हें ठेस पहुंच सकती है। इसलिए उनकी सेहत का ध्यान रखते हैं गलत शब्दों का प्रयोग करने से बचें। 2 जनवरी 2024 के बाद जब बुध मार्गी अवस्था में आएंगे तब आपको इन तमाम समस्याओं से छुटकारा मिलने की आशंका है।

उपाय: बुधवार के दिन 5-6 कैरेट का पन्ना चांदी या सोने की अंगूठी में धारण करना कन्या राशि के जातकों के लिए शुभ फलदायी रहेगा।

कन्या साप्ताहिक राशिफल

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तुला राशि

तुला राशि के जातकों के लिए बुध बारहवें भाव और नौवें भाव के स्वामी हैं। बुध का वृश्चिक राशि में गोचर आपके परिवार, बचत और भाषण के दूसरे भाव में होने जा रहा है। तुला राशि के जातकों के लिए यह अवधि आर्थिक जीवन में लिए प्रतिकूल हो सकती है। आपके खर्चों में अचानक वृद्धि हो सकती है या किसी प्रकार की बड़ी हानि का सामना करना पड़ सकता है, जो कि आपकी बचत योजनाओं पर प्रतिकूल प्रभाव डाल सकता है। इसी तरह इस दौरान आपको अपनी बातचीत पर भी नजर रखनी होगी और सोच-समझकर अपने शब्दों का चयन करना होगा अन्यथा यह आपके संबंधों को खराब कर सकती है, विशेष रूप से करीबी रिश्तेदारों के साथ वाद-विवाद या झगड़ा होने की संभावना है।

बुध का वृश्चिक राशि में गोचर काल के दौरान आपको एक प्रोजेक्ट के लिए ढेर सारी समस्याओं और चुनौतियों के साथ कई यात्राएं करनी पड़ सकती है। बुध के नौवें भाव के स्वामी होने के कारण आपको अपने पिता, गुरुओं और मार्गदर्शकों से बात करते समय भी सावधानी बरतने की आवश्यकता हो सकती है क्योंकि आपका अपनी वाणी पर नियंत्रण खो सकता है और इससे आपको नुकसान पहुंच सकता है। आपको उनके स्वास्थ्य की देखभाल करने की आवश्यकता हो सकती है। हालांकि 2 जनवरी 2024 के बाद जब बुध मार्गी हो जाएंगे और आपकी हालतों में बदलाव देखने को मिलेंगे।

उपाय: तुलसी के पौधे को रोजाना पानी दें और रोजाना 1 पत्ता भी खाएं।

तुला साप्ताहिक राशिफल

वृश्चिक राशि

वृश्चिक राशि के जातकों के लिए बुध ग्रह ग्यारहवें भाव और आठवें भाव के स्वामी हैं। बुध का वृश्चिक राशि में गोचर आपके लग्न में होने जा रहा है। बुध गोचर वृश्चिक राशि के जातकों के लिए अनुकूल प्रतीत नहीं हो रहा है, विशेषकर जो जातक राजनीतिक नेता, प्रेरक वक्ता या किसी मीडिया के क्षेत्र से जुड़े हैं, उन्हें इस अवधि अधिक सावधान रहने की सलाह दी जाती है। आपको अपने आर्थिक जीवन पर भी नजर रखने की सलाह दी जाती है। बुध का वृश्चिक राशि में गोचर आपको कुछ स्वास्थ्य समस्याएं भी दे सकता है। संभावना है इस दौरान आपको त्वचा से संबंधित समस्याओं से दो-चार होना पड़े। इसके अलावा, आपके जीवन में अचानक होने वाली घटनाओं में वृद्धि हो सकती है और धन की हानि का भी सामना आपको करना पड़ सकता है, जिस वजह से आप अपना लोन या ऋण देने में असमर्थ हो सकते हैं। यह भी आशंका है कि शेयर मार्केट से आपको हानि हो और आपका पैसा फंस जाए। ऐसे में, प्रयास करें कि इस अवधि किसी भी प्रकार का निवेश न करें अन्यथा आपको नुकसान उठाना हो सकता है। साथ ही, संभावना है कि इस अवधि बड़े भाई-बहनों या मामा के साथ आपके रिश्ते प्रभावित हो और सामाजिक दायरे में छवि खराब हो सकती है। हालांकि 2 जनवरी 2024 के बाद जब बुध मार्गी होंगे तब आपके हालात बेहतर होंगे और आप इन सभी समस्याओं से निजात पाएंगे।

उपाय: प्रतिदिन बुध ग्रह के बीज मंत्र का जाप करें।

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धनु राशि

धनु राशि के जातकों के लिए बुध सातवें और दसवें भाव के स्वामी हैं। बुध का वृश्चिक राशि में गोचर 28 दिसंबर को आपके बारहवें भाव में होने जा रहा है और इस दौरान बुध वक्री अवस्था में रहेंगे। बुध का बारहवें भाव में गोचर व्यापार से जुड़े लोगों के लिए प्रतिकूल साबित हो सकता है और जो लोग पार्टनरशिप में व्यापार कर रहे हैं, उन्हें इस दौरान बातचीत की कमी के कारण गलतफहमी का शिकार होना पड़ सकता है और इस वजह से आपका व्यवसाय प्रभावित होने की संभावना है। यदि आप बिज़नेस में किसी नई चीज़ की शुरुआत करना चाहते हैं या नया व्यापार शुरू करना चाहते हैं तो कुछ समय के लिए इस योजना को आगे के लिए टाल दें क्योंकि यह अवधि इन कार्यों के लिए शुभ साबित होती नज़र नहीं आ रही है। जो जातक नौकरी पेशा हैं, उन्हें भी इस अवधि कार्यक्षेत्र में कई बाधाओं का सामना करना पड़ सकता है। अपने सहकर्मियों के साथ गलतफहमी हो सकती है। प्रशासन से जुड़े कार्यों में चुनौतियों से दो-चार होना पड़ सकता है और कार्यभार सौंपने में देरी हो सकती है, जिसका प्रभाव आपके पेशेवर जीवन पर प्रतिकूल रूप से पड़ सकता है। यदि आप इस अवधि अपना सेटअप करने या किसी के सहयोग की उम्मीद कर रहे हैं तो आपको निराशा हाथ लग सकती है इसलिए इस योजना को आगे के लिए स्थगित कर दें क्योंकि इस समय परिणाम आपके पक्ष में आते नहीं दिख रहे हैं। सातवें भाव के स्वामी होने के कारण आपके वैवाहिक जीवन में उतार-चढ़ाव आ सकता है। ऐसे में, अपने जीवन साथी के स्वास्थ्य का ध्यान रखें और बातचीत करते समय अपने शब्दों पर नियंत्रण रखें क्योंकि हो सकता है कि आपके द्वारा बोले गए शब्दों का गलत अर्थ निकाला जाए, जिससे आपको विरोध का सामना करना पड़ सकता है।

उपाय: भगवान गणेश की पूजा करें और उन्हें दूर्वा घास अर्पित करें।

धनु साप्ताहिक राशिफल

मकर राशि

मकर राशि के जातकों के लिए बुध छठे और नौवें भाव के स्वामी हैं। बुध का वृश्चिक राशि में गोचर आपके ग्यारहवें भाव में होने जा रहा है, जो वित्तीय लाभ, इच्छा, बड़े भाई-बहन और मामा के भाव को दर्शाता है। बुध यहां 28 दिसंबर 2023 को वक्री अवस्था में गोचर कर रहे हैं। इसके परिणामस्वरूप, इस अवधि आपको आर्थिक जीवन में उतार-चढ़ाव का सामना करना पड़ सकता है। कुछ गलत फैसलों की वजह से आपको धन की हानि हो सकती है। ऐसे में, इस दौरान उद्यम से जुड़े किसी भी प्रकार के निर्णय लेने से बचें। गोचर काल के दौरान आप भौतिक चीज़ों के लिए या चिकित्सीय लागतों के लिए धन खर्च कर सकते हैं।

इसके अलावा, आपका अपने रिश्तेदारों या पिता तुल्य या चाचा या दोस्तों के साथ किसी प्रकार का विवाद हो सकता है। हो सकता है कि पेशेवर जीवन में भी आपको सकारात्मक परिवर्तन देखने को न मिले। आपको सलाह दी जाती है कि इस दौरान अपने पिता, मास्टर्स और मार्गदर्शकों के साथ बात करते समय सावधानी बरतें क्योंकि आपके शब्द कठोर हो सकते हैं जिस वजह से आपका उनसे विवाद हो सकता है और साथ ही, आपके शब्दों का गलत अर्थ निकाला जा सकता है इसलिए उनकी सेहत का ध्यान रखते हुए अपनी वाणी पर नियंत्रण रखें। मकर राशि के जो छात्र प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं, उन्हें भी इस दौरान कई समस्याओं से गुजरना पड़ सकता है। हालांकि 02 जनवरी 2024 के बाद जब बुध मार्गी होंगे तो आपके हालातों में कई परिवर्तन देखने को मिलेंगे।

उपाय: प्रतिदिन गाय को हरा चारा खिलाएं।

मकर साप्ताहिक राशिफल

कुंभ राशि

कुंभ राशि के जातकों के लिए बुध ग्रह पांचवें और आठवें भाव के स्वामी हैं। बुध का वृश्चिक राशि में गोचर आपके पेशे और कार्यस्थल के दसवें भाव में होने जा रहा है। इसके परिणामस्वरूप आपको अपने पेशेवर जीवन में सतर्क रहने की आवश्यकता हो सकती है। यदि आपका खुद का व्यापार है तो आपको अपने कार्य में बार-बार रुकावटों का सामना करना पड़ सकता है और यदि आप पार्टनरशिप में बिज़नेस कर रहे हैं तो साझेदारों के साथ गलतफहमी हो सकती है। वहीं यह अवधि नौकरीपेशा जातकों के लिए भी कई समस्याएं लेकर आ सकती है और कई कारणों की वजह से आपको काम में देरी का सामना भी करना पड़ सकता है। इन समस्याओं से बचने के लिए आपको योजना बनाते समय सावधानी बरतने की आवश्यकता हो सकती है।

कुंभ राशि के जो छात्र पीएचडी की परीक्षा देने की तैयारी कर रहे हैं उन्हें भी कई बाधाओं का सामना करना पड़ सकता है और साथ ही, काम में देरी हो सकती है। वहीं जो लोग रिसर्च के कार्यों से जुड़े हैं उन्हें भी इस दौरान बड़ी सावधानी से होकर चलने की आवश्यकता हो सकती है। 02 जनवरी 2024 के बाद जब बुध मार्गी अवस्था में आएंगे तो आपको कई सकारात्मक बदलाव देखने को मिलेंगे।

उपाय: घर और कार्यस्थल पर बुध यंत्र स्थापित करें।

कुंभ साप्ताहिक राशिफल

मीन राशि

मीन राशि के जातकों के लिए बुध सातवें और चौथे भाव के स्वामी हैं। बुध का वृश्चिक राशि में गोचर आपके नौवें भाव में होने जा रहा है। यह भाव धर्म, पिता, लंबी दूरी की यात्रा, तीर्थ यात्रा और भाग्य के भाव को दर्शाता है। बुध का वक्री होना आपके घरेलू और वैवाहिक जीवन के लिए कई सारी समस्याएं लेकर आ सकता है। मीन राशि के पुरुष जातकों का इस दौरान अपनी माता और जीवनसाथी के साथ वाद-विवाद हो सकता है और इस वजह से रिश्तों में खटास आ सकती है। आर्थिक जीवन के लिए भी यह अवधि अनुकूल न रहने की संभावना है क्योंकि आपको धन की कमी का एहसास हो सकता है। स्वास्थ्य की दृष्टि से भी बुध का गोचर अनुकूल न रहने की आशंका है क्योंकि संभावना है कि कोई पुरानी बीमारी फिर उभर कर आपको परेशान करें। इस दौरान आपको अपनी माता और जीवनसाथी के स्वास्थ्य का भी विशेष ध्यान रखने की आवश्यकता है। इसके अलावा, आपके घरेलू उपकरणों या वाहनों में खराबी आ सकती है, जिस वजह से आपको धन खर्च करना पड़ सकता है। इस अवधि आपको अपनी वाणी पर भी नियंत्रण रखने की सलाह दी जाती है, विशेषकर अपने पिता, गुरु और मार्गदर्शकों के साथ बात करते समय अपने शब्दों का विशेष ध्यान दें क्योंकि आपके शब्दों का गलत अर्थ निकाला जा सकता है इसलिए उनकी सेहत का ध्यान रखते हुए अपनी वाणी पर नियंत्रण रखें।

उपाय: भगवान गणेश की पूजा करें और उन्हें दूर्वा घास अर्पित करें।

मीन साप्ताहिक राशिफल

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