सिंह का मासिक राशिफल / Simha Masik Rashifal in Hindi

December, 2025
सामान्य
दिसंबर मासिक राशिफल 2025 के अनुसार, यह महीना आपके लिए कई मायनों में अच्छा रहेगा, लेकिन कुछ क्षेत्रों में आपको सावधानी बरतने की आवश्यकता पड़ेगी। आपकी राशि में पूरे महीने केतु और सप्तम भाव में राहु विराजमान रहेंगे। वहीं, शनि अष्टम में पूरे महीने अपनी उपस्थिति दर्ज कराएंगे। सूर्य, मंगल और शुक्र महीने की शुरुआत में आपके चतुर्थ भाव में होंगे और बुध आपके तीसरे भाव में होंगे। देवगुरु बृहस्पति महीने की शुरुआत में द्वादश भाव में अपनी उच्च राशि कर्क में होंगे, लेकिन 4 तारीख को वक्री अवस्था में आपके एकादश भाव में लौट जाएंगे जिससे आपकी आर्थिक स्थिति को मजबूत बनाएंगे।

शनि के अष्टम भाव में होने से कुछ खर्च बने रहेंगे। सेहत को लेकर सावधानियां बरतनी होंगी, क्योंकि केतु और राहु का प्रथम और सप्तम भाव पर प्रभाव तथा चौथे भाव में सूर्य, मंगल और शुक्र का होना सेहत से जुड़ी समस्याएं दे सकता है। पारिवारिक मामलों में उतार-चढ़ाव की स्थिति रहेगी, लेकिन महीने का उत्तरार्ध अपेक्षाकृत अधिक अनुकूल रहने की संभावना है। नौकरी करने वाले जातकों के लिए महीना अच्छा रहेगा। आपको नौकरी बदलने में सफलता मिल सकती है और एक अच्छी नौकरी भी मिल सकती है। आर्थिक चुनौतियों में कुछ हद तक कमी रहेगी और आपकी आमदनी बढ़ेगी। व्यापार करने वाले जातकों को जोखिम लेने से बचना होगा और अपने काम पर पूरा ध्यान देना होगा। विद्यार्थी वर्ग के लिए महीना बढ़िया रहने वाला है। आपके विदेश जाने की संभावना बन सकती है।
कार्यक्षेत्र
करियर के दृष्टिकोण से यह महीना ठीक-ठाक रहेगा। दशम भाव के स्वामी शुक्र महाराज चतुर्थ भाव में सूर्य और मंगल के साथ बैठकर दशम भाव को देखेंगे। छठे भाव के स्वामी शनि महाराज पूरे महीने अष्टम भाव में विराजमान रहकर दशम भाव पर अपनी दृष्टि डालेंगे। ऐसे में, र्यक्षेत्र में आपके ऊपर काम का दबाव रहेगा, लेकिन आप अपने काम को बेहतर तरीके से पूरा करेंगे। आपका प्रदर्शन दिन-प्रतिदिन सुधरेगा। बृहस्पति के वक्री अवस्था में एकादश भाव में 04 तारीख से आ जाने के बाद से आप अपनी मेहनत से वरिष्ठ अधिकारियों का ध्यान अपनी तरफ आकर्षित करेंगे। ऐसे में, उनका सानिध्य आपको प्राप्त हो सकता है जिससे नौकरी में अच्छी स्थितियों का निर्माण होगा।

20 तारीख को शुक्र महाराज चतुर्थ भाव से निकलकर पंचम भाव में चले जाएंगे और उससे पहले ही बुध महाराज चतुर्थ भाव में आ चुके होंगे। आप अपनी बुद्धिमानी से अपने कार्यक्षेत्र में अच्छी स्थितियों को उत्पन्न करेंगे। यदि आप नौकरी बदलना चाहते हैं, तो 20 तारीख के बाद से आपको एक अच्छी नौकरी मिलने के योग बन सकते हैं। व्यापार करने वाले जातकों को कुछ सावधानियां रखनी होंगी। राहु के सप्तम भाव में पूरे महीने बैठने और सप्तम भाव के स्वामी शनि के अष्टम भाव में पूरे महीने बैठने से व्यापार में उतार-चढ़ाव की स्थितियां रह सकती हैं। हालांकि, वक्री अवस्था में बैठे बृहस्पति की दृष्टि एकादश भाव से सप्तम भाव पर होने और महीने की शुरुआत में मंगल की दृष्टि भी चतुर्थ भाव से सप्तम भाव पर होने के कारण व्यापार में उतार-चढ़ाव के बावजूद सफलता के योग बन सकते हैं।
आर्थिक
यदि आपकी आर्थिक स्थिति को देखा जाए, तो महीने की शुरुआत आपके लिए थोड़ी कमजोर रहने वाली है, क्योंकि शनि महाराज आपके अष्टम भाव में पूरे महीने विराजमान रहेंगे और महीने की शुरुआत में बृहस्पति भी द्वादश भाव में होंगे, जो आपके खर्चों को निरंतर बनाए रखेंगे। हालांकि, मंगल की दृष्टि चतुर्थ भाव में बैठकर एकादश भाव पर होने से आमदनी भी होती रहेगी। उसके बाद 4 तारीख से बृहस्पति के एकादश भाव में आ जाने से खर्चों में कमी आएगी और आमदनी में बढ़ोतरी होने लगेगी। 7 तारीख से मंगल भी पंचम भाव में बैठकर एकादश भाव को देखेंगे और द्वादश भाव पर भी अष्टम दृष्टि डालेंगे, जिससे आमदनी बढ़ेगी और खर्चों पर नियंत्रण का योग बनेगा।

यह स्थितियां आपको आर्थिक तौर पर मजबूत बनाने का काम करेंगी। 6 तारीख से चतुर्थ भाव में मंगल, सूर्य और शुक्र की उपस्थिति होने के कारण आप कोई बड़ी संपत्ति खरीदने में सफल हो सकते हैं, जिससे परिवार में भी खुशी आएगी और आपकी आर्थिक संपन्नता भी बढ़ सकती है। 20 तारीख से शुक्र भी पंचम भाव में आकर एकादश भाव को देखेंगे और 29 तारीख से बुध भी पंचम भाव में आकर एकादश भाव को देखेंगे। इस प्रकार चार ग्रहों का प्रभाव एकादश भाव को प्रभावित करेगा, जिससे आपकी आमदनी तेजी से बढ़ेगी। एक से ज्यादा माध्यमों से धन की प्राप्ति होगी, जो आपके आर्थिक विकास के लिए बेहद अनुकूल स्थिति को निर्मित करेगी।
स्वास्थ्य
दिसंबर मासिक राशिफल 2025 के अनुसार, यह महीना स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से उतार-चढ़ाव से भरा ही रहेगा। आपकी राशि में केतु महाराज आपको अकेलापन पसंद करने वाला बनाएंगे। राहु सप्तम भाव में होंगे। शनि पूरे महीने अष्टम भाव में विराजमान रहेंगे। शनि के अष्टम भाव में होने से शारीरिक समस्याओं को नजरअंदाज करके बीमारियों को जन्म देने का न्योता इंसान स्वयं मोल लेता है, इसलिए सभी समस्याओं से बचने के लिए अपनी दिनचर्या को दुरुस्त करें और नियमित रूप से शारीरिक अभ्यास करें। बृहस्पति महीने की शुरुआत में द्वादश भाव में रहेंगे, जो स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से अनुकूल नहीं है, लेकिन 4 तारीख से उनके एकादश भाव में आ जाने से स्थितियों पर थोड़ा विराम लगेगा और सेहत में थोड़ा सुधार देखने को मिलेगा।

मंगल, सूर्य और शुक्र इन तीन ग्रहों का एक साथ चतुर्थ भाव में होना भी ज्यादा अनुकूल नहीं कहा जा सकता है। इससे पित्त संबंधित समस्याएं बढ़ सकती हैं। बुध के 6 तारीख को उनके साथ आ जाने से त्वचा संबंधित समस्याएं बढ़ने का खतरा भी उत्पन्न हो सकता है। हालांकि, मंगल भी 7 तारीख को इस राशि से निकलकर पंचम भाव में चले जाएंगे, तो यह समस्या सुलझ जाएगी। लेकिन, पंचम भाव में मंगल का बैठना उस पर वक्री बृहस्पति की दृष्टि और शनि की अष्टम भाव से उस पर दृष्टि होने के कारण पेट से जुड़ी समस्याएं परेशानी का कारण बन सकती हैं, उन पर आपको ध्यान देना होगा।
प्रेम व वैवाहिक
यदि आपका प्रेम संबंधों की बात की जाए, तो पंचम भाव के स्वामी बृहस्पति महाराज महीने की शुरुआत में द्वादश भाव में विराजमान होंगे। पूरे महीने अष्टम भाव में बैठे शनि महाराज की दृष्टि पंचम भाव पर होगी और ऐसे में, प्रेम संबंधों के लिए यह एक सामान्य समय होगा। जैसा चला आ रहा है वैसा रहेगा, लेकिन 4 तारीख से जैसे ही वक्री अवस्था में बृहस्पति एकादश भाव में आकर आपके पंचम भाव को देखेंगे, तो परिस्थितियों में परिवर्तन आएगा। आप अपने प्रेम जीवन को लेकर बहुत ज्यादा सक्रिय हो जाएंगे और आपके मन में एक अलग सी बेचैनी होगी। आप अपने रिश्ते को परिपक्व बनाएंगे।

आप अपने प्रियतम से ज्यादा से ज्यादा मिलने और अपने रिश्ते में आगे बढ़ने के बारे में सोचेंगे। आप इस दिशा में आगे बढ़ने के बारे में सोचेंगे, तो सफलता भी मिल सकती है। यहां तक की आपको आपकी प्रियतम के साथ शादी करने का मौका भी मिल सकता है जिससे प्रेम विवाह के योग बन सकते हैं। लेकिन, 7 तारीख से मंगल के भी पंचम भाव में आ जाने से कुछ समस्याएं, कहासुनी तथा आपकी प्रियतम की तरफ से गुस्से भरा व्यवहार आपको परेशान कर सकता है। विवाहित जातकों के लिए सप्तम भाव में उपस्थित राहु और सप्तम के स्वामी शनि का अष्टम भाव में होना उतार-चढ़ाव से भरा जीवन लेकर आ सकता है। वक्री बृहस्पति की दृष्टि 04 तारीख से आपके सप्तम भाव पर रहने के कारण समस्याएं बढ़ सकती हैं, इसलिए आपको सावधानी बरतनी होगी।
पारिवारिक
यह महीना पारिवारिक जीवन के लिए उथल-पुथल से भरा रहने की संभावना है। दूसरे भाव के स्वामी बुध महाराज महीने की शुरुआत में तीसरे भाव में और फिर 6 तारीख से चतुर्थ भाव में सूर्य, मंगल और शुक्र के साथ विराजमान रहेंगे। उसके बाद, 29 तारीख को आपके पंचम भाव में चले जाएंगे, तो वहीं चतुर्थ भाव में महीने की शुरुआत में मंगल, सूर्य और शुक्र विराजमान होंगे। चतुर्थ के स्वामी मंगल 7 तारीख से आपके पंचम भाव में चले जाएंगे, जिससे पारिवारिक संबंधों में उतार-चढ़ाव की स्थिति बनी रहेगी। आपको घर में कुछ नया कंस्ट्रक्शन करवाने का मौका मिलेगा। घर की रिनोवेशन भी आप कर सकते हैं। घर में सुख सुविधाओं को बढ़ाएंगे। कुछ नया विस्तार भी घर में कर सकते हैं।

नई संपत्ति खरीदने में भी आपकी रुचि रहेगी और आप प्रयास करेंगे, तो परिवार को एक नई संपत्ति भी मिल सकती है। परिवार की आर्थिक स्थिति प्रबल होगी। माता जी को स्वास्थ्य समस्याएं परेशान करेंगी, लेकिन महीने का उत्तरार्ध उनके स्वास्थ्य समस्याओं में कमी लेकर आ सकता है। पिताजी की सेहत कुछ कमजोर बनी रह सकती है, उनका ध्यान रखें। भाई-बहनों से संबंध सहयोगात्मक रहेंगे और आपके बीच प्रेम में वृद्धि भी होगी। ऐसे में, आपको अच्छा महसूस होगा। आपके मित्र भी कई कार्यो में आपकी मदद करेंगे और उनकी मदद से भी आपके कई कार्य सिद्ध होंगे।
उपाय
आपको शनिवार के दिन साबुत उड़द का दान करना चाहिए।
मंगलवार के दिन लाल या नारंगी रंग के वस्त्र पहनकर हनुमान जी के मंदिर जाकर प्रसाद चढ़ाना चाहिए।
गुरुवार के दिन पीले वस्त्र धारण करके पीले पुष्पों से भगवान श्री राम की उपासना करें।
रविवार के दिन अवश्य ही श्वेतार्क के पौधे को जल चढ़ाएं।

यह राशिफल आपकी चंद्र राशि पर आधारित है। इसके अलावा व्यक्तिगत भविष्यवाणी जानने के लिए ज्योतिषियों के साथ फ़ोन पर या चैट पर जुड़े।


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