मेष का मासिक राशिफल / Mesh Masik Rashifal in Hindi

December, 2025
सामान्य

दिसंबर मासिक राशिफल 2025 के अनुसार, यह महीना आपके लिए उतार-चढ़ाव से भरा रहने वाला है। करियर की बात करें, तो इस पूरे महीने आपको नौकरी में भागदौड़ करनी पड़ेगी और आप बहुत ज्यादा व्यस्त रहेंगे। व्यापार करने वाले जातकों को अच्छे परिणाम मिलेंगे और उनकी मेहनत सफल होगी, लेकिन महीने का पूर्वार्ध उनके लिए ज्यादा अच्छा रहेगा। विद्यार्थी वर्ग को कठिन चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार रहना होगा। केतु महाराज पूरे महीने पंचम भाव में विराजमान रहकर पढ़ाई में कुछ समस्या उत्पन्न कर सकते हैं, लेकिन गहन शिक्षा में आपकी रुचि जागेगी। प्रेम संबंधों के लिए उतार-चढ़ाव से भरा समय रहेगा। महीने के उत्तरार्ध में हल्के-फुल्के अच्छे समाचार सुनने को मिल सकते हैं। विवाहित जातकों के लिए महीने की शुरुआत अच्छी रहेगी। आपके संबंध मधुर बनेंगे। हालांकि, उत्तरार्ध में उतार-चढ़ाव की स्थितियां उत्पन्न हो सकती हैं और उसके बाद भी 20 तारीख से शुक्र के नवम में जाने से स्थिति अच्छी होगी।

आर्थिक रूप से यह महीना उतार-चढ़ाव से बहुत ज्यादा भरा रहेगा। आपके खर्च बहुत ज्यादा बढ़ेंगे, तो आमदनी भी बढ़ेगी लेकिन धीरे-धीरे इसलिए आपको ध्यान देना होगा। पारिवारिक जीवन ठीक-ठाक रहेगा। सेहत के मामले में आपको सावधानी बरतनी होगी, नहीं तो बीमारियां आपको परेशान कर सकती हैं। बृहस्पति महाराज महीने की शुरुआत में चौथे भाव में उच्च राशि कर्क में होंगे। लेकिन, 4 तारीख को ही वक्री अवस्था में मिथुन राशि में तीसरे भाव में चले जाएंगे। राहु ग्यारहवें भाव और केतु पूरे महीने पांचवे भाव में रहेंगे। शनि पूरे महीने द्वादश भाव में रहेंगे जबकि महीने की शुरुआत में बुध सप्तम भाव में रहेंगे। ऐसे में, सूर्य, शुक्र और मंगल तीनों अष्टम भाव में होंगे, जहां से 6 तारीख को बुध अष्टम में जाएंगे और 29 तारीख को नवम भाव में प्रवेश करेंगे। सूर्य 16 तारीख को नवम भाव में जाएंगे, मंगल 7 तारीख को नवम भाव में गोचर करेंगे और शुक्र का गोचर 20 तारीख को नवम भाव में होगा, तब आपका भाग्य आपका साथ देगा। लंबी यात्रा और विदेश जाने के योग बन सकते हैं।
कार्यक्षेत्र
करियर के दृष्टिकोण से, यह महीना आपके लिए बहुत ज्यादा व्यस्तता से भरा रहेगा। दशम भाव के स्वामी शनि महाराज पूरे महीने द्वादश भाव में विराजमान रहेंगे जो आपको लगातार व्यस्त रखेंगे। आपको काम के सिलसिले में बहुत भागदौड़ करनी पड़ेगी और ऐसे में, आपके एक राज्य से दूसरे राज्य और विदेश जाने की स्थिति भी बन सकती है। आपको नौकरी के सिलसिले में विदेश जाने में कामयाबी मिलेगी जिससे आपको खुशी होगी और आपके कार्यक्षेत्र में सफलता भी मिलेगी। लेकिन, आपके ऊपर काम का दबाव लगातार बना रहेगा इसलिए अपने आप को तैयार रखें। छठे भाव के स्वामी बुध महाराज महीने की शुरुआत में सप्तम भाव में और उसके बाद 6 तारीख को आपके अष्टम भाव में चले जाएंगे। 6 तारीख तक तो कार्यक्षेत्र बढ़िया रहेगा, परंतु उसके बाद बुध के अष्टम भाव में जाने से आपकी चुनौतियां और विरोधी बढ़ेंगे इसलिए आपको सावधानी बरतनी होगी।

व्यापार करने वाले जातकों के लिए महीने की शुरुआत अच्छी रहेगी। बुध महाराज सप्तम भाव में विराजमान रहकर आपकी बुद्धि को तेज़ बनाए रखेंगे। आप व्यापार संबंधी अच्छे निर्णय लेंगे जिससे आपको व्यापार में लाभ होगा। 6 तारीख से वह अष्टम भाव में चले जाएंगे, लेकिन उससे पूर्व ही 4 तारीख को बृहस्पति महाराज तीसरे भाव में गोचर करेंगे और वहां से सप्तम भाव को देखेंगे जिससे साझेदारी के व्यवसाय में लाभ होगा। 29 तारीख को बुध नवम भाव में प्रवेश करेंगे और उससे पहले 20 तारीख को शुक्र, जो सप्तम भाव के स्वामी भी हैं, वह आपके नवम भाव में जाएंगे जिससे यात्राओं के माध्यम से व्यापार में लाभ होगा। साथ ही, आपकी आर्थिक चुनौतियां कम होंगी तथा व्यापार में उन्नति होगी।
आर्थिक
यदि आपकी आर्थिक स्थिति को देखा जाए, तो वह थोड़ी उतार-चढ़ाव भरी रहने की संभावना है। महीने की शुरुआत में ही सूर्य, मंगल और शुक्र आपके अष्टम भाव में होंगे। शनि महाराज पूरे महीने द्वादश भाव में विराजमान रहने वाले हैं जिससे आपके अत्यधिक खर्च होंगे, कुछ खर्चे तो लगातार चलेंगे और कुछ खर्च अचानक से होंगे। ऐसे में, आपको परेशानी होगी और इससे आपकी आर्थिक स्थिति पर बहुत बड़ा असर पड़ सकता है। आपको इसे संभालना होगा और अपने खर्चों पर नियंत्रण पाने की कोशिश करनी होगी, नहीं तो समस्याएं बढ़ सकती हैं और आप आर्थिक चुनौतियों का शिकार हो सकते हैं। वक्री अवस्था में बृहस्पति महाराज 4 तारीख को आपके तीसरे भाव में जाकर वहां से आपके नवम भाव और एकादश भाव को देखेंगे, जिससे आपकी आमदनी में कुछ बढ़ोतरी देखने को मिलेगी और आपका मन कुछ धार्मिक गतिविधियों में भी लगेगा। इससे भी आपको ईश्वर की कृपा से धन प्राप्ति मिलेगी और भाग्य का सहयोग भी मिलेगा।

6 तारीख से बुध ग्रह भी आपके अष्टम भाव में आ जाएंगे जिससे एक बार फिर समस्याएं बढ़ेंगी और आर्थिक हानि होने के योग बनेंगे। 7 तारीख को मंगल नवम भाव में चले जाएंगे और आपकी आर्थिक चुनौतियों को कुछ कम करेंगे। उसके बाद, 16 तारीख को सूर्य और 20 तारीख को शुक्र भी यहां से निकलकर नवम भाव में चले जाएंगे, तो आपकी आर्थिक स्थिति में अच्छी बढ़ोतरी देखने को मिलेगी। 29 दिसंबर को बुध भी यहां से निकलकर नवम भाव में चले जाएंगे, तब भाग्य के सहयोग से आपको धन प्राप्त के योग बनेंगे। हालांकि, पूरे महीने राहु के एकादश भाव में रहने से आपके पास आमदनी आती रहेगी, बस आपको खर्चों को नियंत्रण में रखने की आवश्यकता होगी जिससे आपकी आर्थिक स्थिति बेहतर बनी रहे।
स्वास्थ्य
दिसंबर मासिक राशिफल 2025 के अनुसार, यह महीना स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से थोड़ा कमजोर रहने की संभावना दिखाई दे रही है। सर्वप्रथम आपकी राशि के स्वामी मंगल महाराज महीने की शुरुआत में ही अष्टम भाव में सूर्य और शुक्र के साथ विराजमान होंगे। द्वादश भाव में शनि महाराज होंगे और केतु महाराज पंचम भाव में विराजमान रहेंगे, जिससे पेट, आंख, निद्रा संबंधित समस्याएं, वाहन संबंधित दुर्घटना या चोट लगना अनियमित रक्तचाप, त्वचा की एलर्जी आदि समस्याएं आपको परेशान कर सकती हैं। इनका समय रहते इलाज करने पर ध्यान दें और इनको बिल्कुल भी नजरअंदाज न करें क्योंकि यदि आप ऐसा करते हैं, तो इससे आपकी स्वास्थ्य समस्याओं में बढ़ोतरी हो सकती है।

हालांकि, महीने का उत्तरार्ध अपेक्षाकृत अनुकूल रहेगा क्योंकि धीरे-धीरे करके मंगल, सूर्य और शुक्र अष्टम भाव से निकलकर नवम भाव में चले जाएंगे और केवल बुध अष्टम भाव में रहेंगे। ऐसे में, त्वचा से जुड़ी समस्याएं और स्नायु तंत्र पर आपको ध्यान देना होगा। खान-पान पर सुधार करने से पेट से जुड़ी समस्याएं कम हो सकती हैं। रात को भरपूर नींद लें और रात को हल्का भोजन करें जिससे आपको अच्छी नींद आएगी, क्योंकि जितनी अच्छी नींद आपकी आएगी, उससे आपका स्वास्थ्य मजबूत होगा। आंखों से पानी आना और आंखों की रोशनी पर प्रभाव पड़ना जैसी समस्याएं भी हो सकती हैं, इसलिए अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखें।
प्रेम व वैवाहिक
यदि आप किसी प्रेम संबंध में हैं, तो आपके लिए इस महीने की शुरुआत बहुत कठिन रहने वाली है। केतु महाराज पूरे महीने पंचम भाव में रहेंगे और प्रेम के भाव को कठिन चुनौतियों से भर देंगे। आपस में एक-दूसरे को लेकर गलतफहमियां बढ़ सकती हैं, जो आपके रिश्ते के लिए कांटों की राह तैयार कर सकती है। पंचम भाव के स्वामी सूर्य भी प्रेम के कारक शुक्र और मंगल के साथ अष्टम भाव में होंगे जिससे प्यार के मामले में परेशानी और कड़वाहट बढ़ने की आशंका रहेगी। हालांकि, 7 तारीख को मंगल अष्टम भाव से निकलकर नवम भाव में जाएंगे जिससे इन परिस्थितियों में कुछ कमी आएगी।

16 तारीख को सूर्य भी यहां से निकलकर नवम भाव में जाएंगे, जो आपके प्यार भरे रिश्ते को कुछ हद तक संभालेंगे। उसके बाद, 20 तारीख को शुक्र भी यहां से निकलकर नवम भाव में जाएंगे, तब आपको भाग्य का थोड़ा सहयोग मिलेगा जिससे आपका रिश्ता संभलने लगेगा इसलिए आपको कोई भी ऐसी बातचीत करने से बचना चाहिए, जो आप दोनों के बीच गलतफहमी बढ़ा दे। विवाहित जातकों की बात करें, तो बुध महाराज महीने की शुरुआत में आपके सप्तम भाव में होंगे और सप्तम भाव के स्वामी अष्टम भाव में सूर्य और मंगल के साथ होंगे। इससे आपके बीच आपसी सामंजस्य बढ़ेगा और संवाद शैली बेहतर रहेगी। रिश्ते में प्यार भी होगा, लेकिन ससुराल के लोगों का अत्यधिक हस्तक्षेप रिश्ते को बिगाड़ सकता है। महीने का उत्तरार्ध अपेक्षाकृत अनुकूल रहेगा, लेकिन आपको अपनी वाणी पर नियंत्रण रखना होगा।
पारिवारिक
दिसंबर मासिक राशिफल 2025 के अनुसार, यह महीना पारिवारिक जीवन के लिए ठीक-ठाक रहने की संभावना है। महीने की शुरुआत में बृहस्पति महाराज अपनी उच्च राशि कर्क में चतुर्थ भाव में विराजमान रहेंगे और ऐसे में, यह घर की सभी समस्याओं को दूर करने में आपकी मदद करेंगे। घर-परिवार का माहौल सामंजस्यपूर्ण रहेगा। परिवार के बुजुर्गों की इज्जत होगी। वह आप और अन्य लोगों को अपना आशीर्वाद और मार्गदर्शन प्रदान करेंगे जो सभी के काम आएगा। इससे परिवार में एकजुटता भी बढ़ेगी, लेकिन महीने की शुरुआत में ही अष्टम भाव में बैठे सूर्य, मंगल और शुक्र की दृष्टि दूसरे भाव पर होने से आपकी वाणी में कुछ कड़वाहट बढ़ सकती है जो आपके रिश्तों को परेशानी में डाल सकती है इसलिए आपको सावधानी बरतनी होगी और चुनौतियों से बाहर निकलने का प्रयास करना होगा।

दूसरे भाव के स्वामी शुक्र महाराज भी महीने की शुरुआत में अष्टम भाव में ही होंगे जिससे घर के लोग ससुराल के लोगों से बातचीत करेंगे। साथ ही, कोई ऐसा कार्यक्रम आयोजित हो सकता है जिसमें आपके परिवार और ससुराल के लोग एक साथ शामिल होंगे। इससे परिवार में प्रेम बढ़ेगा। 4 तारीख से बृहस्पति वक्री होकर तीसरे भाव में जाएंगे, जिससे आपके भाई-बहनों के रुके हुए काम पूरे होंगे, उन्हें अपने कार्यो में सफलता मिलेगी और आप भी उनके मददगार बनेंगे। इसके बाद 20 तारीख से शुक्र अष्टम भाव को छोड़कर नवम भाव में चले जाएंगे, जिससे परिवार की आर्थिक स्थिति में भी वृद्धि होगी और घर वालों में प्रेम की भावना बढ़ेगी।
उपाय
आपको मंगलवार के दिन किसी मंदिर में ध्वज लगाना चाहिए।
श्री गणपति अथर्वशीर्ष का पाठ करना भी आपके लिए लाभदायक साबित होगा।
गुरुवार के दिन बृहस्पति देव का व्रत रखें अथवा केले के वृक्ष और पीपल के वृक्ष की पूजा करें।
मंगलवार के दिन अनार के पौधे को जल चढ़ाएं।

यह राशिफल आपकी चंद्र राशि पर आधारित है। इसके अलावा व्यक्तिगत भविष्यवाणी जानने के लिए ज्योतिषियों के साथ फ़ोन पर या चैट पर जुड़े।


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