June, 2024 का वृश्चिक राशिफल - अगले महीने का वृश्चिक राशिफल

June, 2024
सामान्य
यह महीना वृश्चिक राशि के जातकों के लिए कुछ मामलों में बहुत बढ़िया परिणाम देगा लेकिन कुछ मामलों में सावधानी रखने की आवश्यकता पड़ेगी। सर्वप्रथम तो आपको इस बात का ध्यान रखना होगा कि बेवजह किसी के झगड़ों में न उलझें अन्यथा उसमें आपको परेशानी उठानी पड़ सकती है। जहां तक व्यापार की बात है तो आपको इस महीने अच्छी सफलता मिलने की संभावना है। बहुत सारे व्यावसायिक साझेदार अगर आपके हैं तो उनसे थोड़ी सतर्कता बरतें क्योंकि उनमें से कुछ आपके विरुद्ध जाने का प्रयास कर सकते हैं। नौकरी करने वाले जातकों के लिए यह महीना उम्मीदों से भरा रहने वाला है। आपको पदोन्नति मिल सकती है। आपकी आमदनी में बढ़ोतरी भी हो सकती है। प्रेम संबंधों के लिए यह महीना मानसिक तनाव के साथ-साथ कुछ खुशी भरे पल प्रदान करेगा। आप प्यार में सब कुछ करना चाहेंगे लेकिन हो सकता है कि आपको अपने प्रियतम से उतना ना मिला जितने क्या उम्मीद कर रहे हैं। वैवाहिक जीवन बिता रहे जातकों को अपने वैवाहिक जीवन में धूप छांव का सामना करना पड़ेगा। एक तरफ तो आपके रिश्ते में बहुत ज्यादा प्यार होगा और दूसरी तरफ तकरार भी होगी। सावधानी में ही बचाव है इसलिए वाद-विवाद से दूर रहें। पंचम भाव के स्वामी देव गुरु बृहस्पति सप्तम भाव में विराजमान रहकर आपके प्रेम विवाह के योग बना सकते हैं। स्वास्थ्य को लेकर कुछ सावधानियां बरतनी होगी भले ही मंगल महाराज छठे भाव में अपनी राशि के होकर सहयोग बनाए और आप अपने विरोधियों पर भारी पड़े लेकिन आपके राशि स्वामी होने के कारण और उससे छठे भाव में होने के कारण स्वास्थ्य समस्याएं बढ़ा भी सकते हैं इसलिए कुछ सावधानी रखनी अपेक्षित होगी। ऊपर से मंगल के ऊपर शनि की दृष्टि भी होगी इसलिए वाहन सावधानी पूर्वक चलाएं और किसी से लड़ाई झगड़ा ना करें। विद्यार्थियों को छोटी-मोटी समस्याओं के बाद अपनी पढ़ाई में अच्छा प्रदर्शन करने का मौका मिल सकता है। मंगल महाराज के कारण आप किसी लंबी विदेश यात्रा पर जा सकते हैं हालांकि आपके खर्चे अधिक होंगे।
कार्यक्षेत्र
करियर के दृष्टिकोण से यह महीना कई मामलों में अनुकूल रहने की संभावना दिखाई दे रही है। दशम भाव के स्वामी सूर्य महाराज अपने से दशम भाव अर्थात सप्तम भाव में विराजमान रहेंगे। उनके साथ देव गुरु बृहस्पति, बुध महाराज और शुक्र महाराज भी विराजमान होंगे। सूर्य देव की स्थिति के कारण आपको नौकरी में अच्छी पदोन्नति मिलने के योग बनेंगे। आपका काम सराहनीय रहेगा। आपको आपके वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा सांत्वना के साथ-साथ कुछ अच्छा प्रतिफल भी प्राप्त हो सकता है। इस प्रकार महीने का पूर्वार्ध आपके लिए बहुत अनुकूल रहेगा लेकिन 12 जून को शुक्र 14 जून को बुध और फिर 15 जून को सूर्य देव के मिथुन राशि में आपके अष्टम भाव में चले जाने से कार्यक्षेत्र में थोड़ी सावधानी बरतनी आवश्यक होगी। आपसे कुछ गलतियां हो सकती हैं। कुछ उपयोगी बातें बाहर आ सकती हैं जिनका असर आपके काम पर पड़ सकता है इसलिए अपनी ओर से कोई गलती करने की कोशिश ना करें और सावधानी रखें। इसके अतिरिक्त अपने विरुद्ध चल रहे षडयंत्रों के प्रति खबरदार रहें। छठे भाव के स्वामी मंगल महाराज छठे भाव में विराजमान देकर नौकरी में आपके प्रभुत्व को बढ़ाएंगे। आप खूब मन लगाकर काम करेंगे और आपकी मेहनत साफ दिखाई देगी। साथ काम करने वाले सहकर्मियों का रवैया अनुकूल रहेगा। वह आपकी मदद करेंगे लेकिन उनमें से कुछ ऐसे होंगे जो पीठ पीछे कष्ट दे सकते हैं उनसे सावधान रहें। भले ही आपका वह कुछ ना बिगाड़ पाए लेकिन कुछ समय के लिए परेशान तो कर ही देंगे व्यापार करने वाले जातकों के लिए महीना अच्छा रहेगा। सूर्य, बृहस्पति, बुध, और शुक्र एक साथ आपके सप्तम भाव में विराजमान रहेंगे। व्यापार में प्रगति के योग बनेंगे, नए-नए ऑर्डर आपको प्राप्त हो सकते हैं जिनसे आपके व्यवसाय को विस्तार मिलेगा। हालांकि अगर आप साझेदारी में व्यवसाय करते हैं तो आपके साझेदार यदि एक से ज्यादा हैं तो कुछ सावधानी रखें क्योंकि उनमें से कुछ आपके विरोध जाने का प्रयास कर सकते हैं। यदि आप अकेला काम करते हैं या आपका केवल एक ही साझेदार है तो ज्यादा परेशान होने की आवश्यकता नहीं है। व्यापार में अच्छी उन्नति के योग बनेंगे। हालांकि इस दौरान आपका कोई व्यवसायिक ससाझेदार भी अच्छा लाभ प्राप्त करा सकता है। जो आपसे भी ज्यादा होगा इसलिए आंख कान खुले रखें। व्यवसाय में विस्तार होने के योग बन रहे हैं। अपनी ओर से प्रयासरत रहें। महीने के पूर्वार्ध में सरकारी क्षेत्र से सफलता मिल सकती है लेकिन महीने का उत्तरार्ध कमजोर हो सकता है। कोई भी ऐसा काम ना करें जिससे कानूनन आपको परेशानी उठानी पड़े। किसी तरह की कर चोरी करने से बचें।
आर्थिक
यदि आपकी आर्थिक स्थिति को देखा जाए तो यह महीना मध्यम रूप से फलदायक रहने की संभावना है। सप्तम भाव में बैठे दूसरे भाव के स्वामी देव गुरु बृहस्पति आपके प्रथम भाव, तृतीय भाव, और एकादश भाव को देखेंगे जिससे आपकी आमदनी में बढ़ोतरी करेंगे। आपकी दैनिक आमदनी भी अच्छी रहेगी जिससे धन की कोई कमी आपको परेशान नहीं करेगी। राहु महाराज पूरे महीने पंचम भाव से सब एकादश भाव पर प्रभाव डालेंगे जहां पर पहले से ही केतु महाराज विराजमान हैं इससे आपकी आर्थिक स्थिति अनुकूल रहेगी और आपकी आमदनी में बढ़ोतरी के योग बनेंगे। हालांकि राशि स्वामी मंगल महाराज छठे भाव में अपनी राशि के होकर द्वादश भाव को देखेंगे। जिससे कुछ खर्च भी बढ़ सकते हैं। इन खर्चों से निजात पाने के लिए आपको कुछ प्रयास करना होगा। व्यापार में अच्छी सफलता मिल सकती है जिससे धन लाभ हो सकता है। एकादश भाव के स्वामी बुध महाराज सप्तम भाव में अर्थात अपने से नवम भाव में गोचर कर रहे हैं जिससे आर्थिक लाभ प्राप्त होगा। हालांकि महीने के उत्तरार्ध में बुध, शुक्र, और सूर्य के साथ अष्टम भाव में जाएंगे। यह समय आर्थिक चुनौतियां बढ़ा सकता है। किसी भी तरह के नए निवेश से आपको बचना चाहिए नहीं तो नुकसान उठाना पड़ सकता है। राहु महाराज पंचम भाव में बैठकर आपको शॉर्टकट से धन कमाने के रास्ते दिखाते रहेंगे। अपनी बुद्धि लगाकर आगे बढ़े ताकि किसी प्रकार की कोई समस्या न हो।
स्वास्थ्य
यह महीना स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से उतार-चढ़ाव से भरा रहने की संभावना दिखाई दे रही है। सर्वप्रथम तो आपके राशि स्वामी मंगल महाराज छठे भाव में विराजमान हैं और उनके ऊपर शनिदेव की भी तृतीय दृष्टि पड़ रही है। पंचम भाव में राहु महाराज उपस्थित हैं और सप्तम भाव में बृहस्पति, सूर्य, शुक्र, और सूर्य एक साथ विराजमान होकर आपको प्रभावित कर रहे हैं। इस प्रकार मुख्य रूप से आपका पंचम भाव छठा भाव और सप्तम भाव प्रभावित हो रहा है। आपको अपने पेट से जुड़ी समस्याओं के प्रति सतर्क रहना चाहिए। पाचन शक्ति की कमी रोग प्रतिरोधक क्षमता में कमी और मौसमी उतार-चढ़ाव के कारण होने वाले रोग आपको अपनी चपेट में ले सकते हैं और इससे आप बीमार हो सकते हैं। हालांकि मंगल महाराज छठे भाव में बैठकर एक तरफ तो आपको परेशानियां देंगे लेकिन दूसरी तरफ उनसे लड़ने की हिम्मत भी देंगे जिससे आप इन चुनौतियों से बाहर निकल जाएंगे। महीने के उत्तरार्ध में 12 जून को शुक्र, 14 जून को बुध और 15 जून को सूर्य तीनों ही आपके अष्टम भाव में चले जाएंगे। यह समय स्वास्थ्य को पीड़ित कर सकता है। उल्टे-सीधे खानपान और अनियमित दिनचर्या के चलते आप बीमारी की चपेट में आ सकते हैं इसलिए आपने आपको स्वास्थ्य समस्याओं से दूर रखने की कोशिश करें। सबसे अच्छी बात यह रहेगी कि 3 जून से देव गुरु बृहस्पति अवस्था में आ जाएंगे और वहां से वह आपके प्रथम भाव को देखेंगे जिससे आपको बल देंगे और आप इन स्वास्थ्य समस्याओं से बाहर निकलने में कामयाब हो सकते हैं।
प्रेम व वैवाहिक
यदि आप किसी प्रेम संबंध में हैं तो यह महीना आपके लिए उतार-चढ़ाव से भरा रहने वाला है क्योंकि एक तरफ तो आप अपने प्रियतम के साथ कुछ बातों पर असहमत रहेंगे जिससे आपका मानसिक तनाव बढ़ेगा, आपके बीच तकरार भी हो सकती है लेकिन आपके अंदर प्रेम की इच्छा आपके पर्यटन के लिए कुछ भी करने को उतारू बनाएगी। आप उनके लिए कुछ भी करने को तैयार दिखेंगे जिससे आपका प्रेम जीवन अच्छे से चलेगा। लेकिन अगर किसी मुद्दे पर असहमति हो तो प्यार भरे लहजे में अपनी बात समझाने का प्रयास करें। धीरे-धीरे ही सही आपकी बात वो समझ जाएंगे और आपकी परेशानी भी दूर हो जाएगी। आप इस महीने उन्हें कहीं अच्छी जगह घुमाने लेकर जा सकते हैं। विवाहित जातकों की बात करें तो सप्तम भाव में बृहस्पति, सूर्य, बुध, और शुक्र ग्रहों का जमावड़ा होने के कारण आपके जीवन साथी प्रेम से ओतप्रोत रहेंगे। आपका पार्टनर आपकी कद्र करेंगे, आपको प्रेम देंगे, आपके साथ कंधे से कंधा मिलाकर हर जिम्मेदारी उठाना उन्हें पसंद आएगा, उन्हें लगेगा कि आप उनके जीवन में सबसे अच्छी हैं। वह अपने मन की व्यथा भी आप से कहेंगे और आपके साथ समय बिताना पसंद करेंगे। आप दोनों साथ मिलकर अपने वैवाहिक जीवन को खूबसूरत बनाने के लिए प्रयास करेंगे। हालांकि सूर्यदेव के कारण बीच-बीच में कुछ तनाव बढ़ सकता है। वह महीने के उत्तरार्ध में दूर हो जाएगा जब सूर्य और शुक्र तीनों ही अष्टम भाव में चले जाएंगे और अकेले देव गुरु बृहस्पति सप्तम भाव में रहेंगे। तब आपके वैवाहिक जीवन में और भी ज्यादा खुशी होगी। इन तीनों ही ग्रह शुक्र, बुध, और सूर्य के अष्टम भाव में जाने से ससुराल में कोई शुभ कार्य संपन्न हो सकता है जिसमें आप परिवार सहित शिरकत कर सकते हैं। पंचम भाव के स्वामी देव गुरु बृहस्पति सप्तम भाव में बैठकर उत्तम प्रेम विवाह के योग बना रहे हैं इसलिए जो लोग किसी से प्रेम करते हैं और विवाह करना चाहते हैं उनके लिए यह समय उपयुक्त रहने वाला है।
पारिवारिक
यह महीना पारिवारिक तौर पर ठीक-ठाक रहने की संभावना दिखाई दे रही है। दूसरे भाव के स्वामी बृहस्पति महाराज सप्तम भाव में विराजमान रहेंगे जिससे परिवार का दारोमदार इस महीने आपके जीवन साथी पर निर्भर करेगा। यदि वह अच्छे से बर्ताव करते हैं तो आपका पारिवारिक जीवन सभी के साथ अनुकूल रहने की संभावना है। परिवार में वृद्धि के योग बन सकते हैं। किसी का विवाह हो सकता है अथवा संतान जन्म की खुशखबरी भी मिल सकती है। परिवार में शुभ कार्य का आयोजन हो सकता है। घर परिवार के लोगों के बीच अच्छा सामंजस्य देखने को मिलेगा। तीसरे भाव के स्वामी शनि महाराज चतुर्थी में पूरे महीने विराजमान रहेंगे। भाई-बहनों का पूरा सहयोग मिलेगा, वह आपका सुख बढ़ाने वाले होंगे। उनकी वजह से आपको खुशी होगी और आप राहत भरी सांस लेंगे। चतुर्थ भाव में शनि महाराज अपनी ही राशि के काम में व्यस्त रहेंगे। परिवार को समय कम दे पाएंगे फिर भी जितना समय आप अपने परिवार को देंगे वह उन्हें कम ही लगेगा क्योंकि आप बहुत अच्छे अच्छे विचारों से परिवार में अपनी मां अपने पिताजी से कुछ समय बिताएँगे। इससे आपके बीच की दूरियां कम होंगी और परिवार का माहौल और भी बेहतर हो जाएगा।
उपाय
आपको मंगलवार के दिन श्री बजरंग बाण का पाठ करना चाहिए।
मंगलवार के दिन किसी उद्यान में अनार का पौधा लगाएं और छोटे बालकों को पूर्ण और चने का प्रसाद बांटें।
श्री दुर्गा माता जी की पूजा करने से राहु के दुष्प्रभाव में कमी आएगी।
अपने गले में एक सोने का सूर्य रविवार के दिन प्रातः काल 8:00 बजे से पूर्व धारण करें।

यह राशिफल आपकी चंद्र राशि पर आधारित है। इसके अलावा व्यक्तिगत भविष्यवाणी जानने के लिए ज्योतिषियों के साथ फ़ोन पर या चैट पर जुड़े।


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