इस्लामिक कैलेंडर 2026
इस्लामिक कैलेंडर 2026, हिजरी कैलेंडर (1447-1448) से मिलता-जुलता है जो सिर्फ़ एक सामान्य कैलेंडर नहीं है, बल्कि इसे बहुत पवित्र माना जाता है क्योंकि यह दुनिया भर में मुस्लिम धर्म के लोगों को, उनके जीवन को और धार्मिक मान्यताओं को प्रभावित करता है। चंद्र चक्र पर आधारित इस्लामिक कैलेंडर परंपरा और इतिहास का मिश्रण है और यह विश्व के लगभग 1.9 बिलियन मुसलमानों को धार्मिक मार्गदर्शन प्रदान करता है। इस्लामिक कैलेंडर 2026 के माध्यम से आपको वर्ष 2026 में आने वाले इस्लाम धर्म के प्रमुख त्योहारों और अवकाशों के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी प्राप्त होगी। इस कैलेंडर की सहायता से आप इस्लाम धर्म के इतिहास, मूल्यों और रीति-रिवाजों से जुड़े रह सकते हैं।
To Read in English: Islamic Calendar 2026
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इस्लामिक कैलेंडर 2026 संपूर्ण जानकारी
इस्लामिक (हिजरी) कैलेंडर पूर्ण रूप से चंद्र कैलेंडर है और इसके एक वर्ष में 12 महीने और लगभग 354-355 दिन होते हैं। हर नए महीने की शुरुआत चांद नज़र आने के साथ होती है इसलिए सामान्य रूप से इस्लामिक वर्ष ग्रेगोरियन कैलेंडर के एक वर्ष से छोटा होता है जिसमें 365 दिन होते हैं।
सामान्य शब्दों में कहें तो, अंग्रेजी कैलेंडर की तुलना में इस्लामिक वर्ष की तिथियां 10-11 दिन पीछे रहती है और इसके परिणामस्वरूप, प्रत्येक 33 साल की अवधि में इस्लामी पर्वों की तिथियों में मौसम के आधार पर परिवर्तन होता है। 622 ई. में जब पैगंबर मुहम्मद मक्का से मदीना आए थे और उसी समय पहले इस्लामिक राज्य की स्थापना हुई थी। साथ ही, हिजरी का आरंभ हुआ था।
इस्लामिक कैलेंडर 2026: 12 महीनों के नाम
इस्लामिक कैलेंडर 2026 में हर माह का अपना धार्मिक और ऐतिहासिक महत्व होता है जिनके नाम इस प्रकार हैं:
मुहर्रम: यह एक पवित्र महीना होता है और इसमें आशूरा आता है।
सफ़र (सफ़र-उल-मुजफ्फर): ऐतिहासिक रूप से इस अवधि को परिवर्तनकारी माना जाता है। हालांकि, यह अशुभ नहीं होती है।
रबी-उल-अव्वल: पवित्र पैगंबर के जन्म का महीना।
रबी-अल-थानी: चिंतन और आंतरिक शांति का महीना।
जुमादा-अल-उला:
जुमादा-अल-अखिराह:
रज्जब: ईश्वरीय आशीर्वाद का महीना जिसके अंतर्गत इसरा और मेराज आता है।
शबान: रमजान की तैयारी का महीना।
रमज़ान: उपवास और कुरान के अवतरण का महीना।
शव्वाल: ईद-उल-फितर के साथ शुरू होता है।
धुल-क़ादा: इस्लामिक कैलेंडर के चार पवित्र महीनों में से एक होता है और इस माह हज यात्रा की तैयारीकी जाती है।
धुल-हिज्जाह: हज यात्रा और ईद-उल-अधा का महीना।
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इस्लामिक कैलेंडर 2026: प्रमुख पर्व एवं त्योहार
इस्लामिक कैलेंडर 2026 (1443-1444 आह) के दौरान आने वाले महत्वपूर्ण पर्वों की तिथियां आपको महीनों के अनुसार दी जा रही है। बता दें कि इन तिथियां में चंद्रमा की स्थिति के आधार पर बदलाव हो सकता है।
मुहर्रम 1447 आह
इस्लामिक नव वर्ष: 17 जून 2026
आशूरा (मुहर्रम का दसवां दिन): 26 जून 2026
आशूरा के दिन इमाम हुसैन की शहादत को याद किया जाता है जो बलिदान, न्याय और अत्याचारों के खिलाफ विद्रोह का प्रतीक है। इस दिन उपवास करने की सलाह दी जाती है।
सफ़र
17 जुलाई 2026 के आसपास शुरू होता है।
कुछ संस्कृतियों में सफ़र को दुर्भाग्य से जोड़ा जाता है। लेकिन, इस्लाम धर्म इस महीने के संबंध में किसी भी तरह के अंधविश्वास का समर्थन नहीं करता है।
रबी-उल-अव्वल 1447 आह
मिलाद अल-नबी (पैगंबर मुहम्मद का जन्म): 24 अगस्त 2026
पैगंबर के जीवन, उनकी शिक्षाओं और चरित्र से सीखने का समय।
रजब 1447 आह
इसरा और मेराज: 6 नवंबर 2026
पैगंबर की यरूशलेम की रात्रि यात्रा जो उनके स्वर्ग जाने की याद दिलाता है। यह एक विशेष अवधि होती है जब अल्लाह ने एक दिन में पांच बार नमाज़ को निर्धारित किया था।
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शाबान 1447 आह
शब-ए-बारात (15वां शाबान): 05 दिसंबर 2026
यह क्षमा और दया की रात होती है जब व्यक्ति अपने कर्म अल्लाह को समर्पित कर देता है। इस दिन उपवास करना और रात्रि प्रार्थना में शामिल होने को सुन्नत कहा जाता है।
रमजान 1447 आह
रमजान का आरंभ: 04 जनवरी 2026
लैलत अल-क़द्र: संभवतः 30 जनवरी से 3 फरवरी 2026 के बीच
ईद अल-फ़ित्र: 03 फरवरी 2026
रमजान का महीना सबसे पवित्र महीनों में आता है क्योंकि इस माह में कुरान की उत्पत्ति हुई थी। इस महीने सुबह से लेकर शाम तक उपवास, नमाज और दान आदि कार्य किये जाते हैं।
ज़ुल हिज्जा 1447 आह
हज यात्रा का आरंभ: 25 मई, 2026
अरफ़ा का दिन (9वां ज़ुल हिज्जा): 02 जून 2026
ईद अल-अधा (10वीं ज़ुल हिज्जा): 03 जून 2026
इस महीने पवित्र हज यात्रा की शुरुआत होती है जो प्रत्येक मुसलमान के लिए जीवन में एक बार करना अनिवार्य होता है। अराफा को इस्लाम धर्म में सबसे पवित्र दिन माना जाता है।
इस्लामिक कैलेंडर 2026 से जुड़े तथ्य
इस्लाम धर्म के चार पवित्र महीने: इस्लाम धर्म में मुहर्रम, रजब, धुल कदाह और धुल हिज्जा, इन चार महीनों को बहुत पवित्र माना जाता है। कुरान में कहा गया है कि इन पवित्र चार महीनों में विवाद या बहस करना वर्जित होता है।
हिजरी वर्ष: अन्य कैलेंडर के विपरीत इस्लामिक कैलेंडर अल्लाह पर विश्वास को दर्शाता है ।
शव्वाल के छह दिन: ईद-उल-फितर के छह दिन के पश्चात उपवास करने को पूरे वर्ष में उपवास करने के समान माना जाता है।
लैलत अल-क़द्र: लैलत अल-क़द्र पर की जाने वाली इबादत एक हज़ार महीनों की इबादत से बेहतर मानी जाती है।
रमज़ान: सूरह अल-बक़रा (2:185) में स्पष्ट तौर पर कहा गया है कि रमजान के महीने में कुरान अवतरित हुआ था।
आशूरा: इस्लाम धर्म में औपचारिक रूप से शुरू होने से पहले ही पैगंबर ने आशूरा के दिन उपवास किया था जो कि फिरौन पर मूसा की जीत के सम्मान में रखा गया था।
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इस्लामिक कैलेंडर 2026: प्रमुख पर्व एवं अवकाशों की संपूर्ण सूची
|
इस्लामिक माह |
ग्रेगोरियन तिथि |
त्योहार |
|---|---|---|
|
मुहर्रम 1447 |
17 जून से 16 जुलाई, 2026 |
इस्लामिक नव वर्ष/आशूरा |
|
सफ़र 1447 |
17 जुलाई – 15 अगस्त, 2026 |
कोई पर्व नहीं है। |
|
रबी अल-अव्वल |
16 अगस्त – 14 सितंबर, 2026 |
मिलाद-उल-नबी (पैगंबर का जन्म) |
|
रबी अल-थानी |
15 सितंबर – 14 अक्टूबर, 2026 |
आत्मचिंतन का समय |
|
जुमादा अल-अव्वल |
15 अक्टूबर – 13 नवंबर, 2026 |
नमाज़ |
|
जुमादा अल-थानी |
14 नवंबर – 13 दिसंबर, 2026 |
नमाज़ |
|
रज्जब 1447 |
14 दिसंबर – 12 जनवरी, 2026 |
इसरा और मेराज (रात्रि यात्रा) |
|
शाबान 1447 |
13 जनवरी – 11 फरवरी, 2026 |
शब-ए-बारात |
|
रमजान 1447 |
12 फरवरी – 12 मार्च, 2026 |
उपवास, लैलत अल-क़द्र, |
|
शव्वाल 1447 |
13 मार्च – 10 अप्रैल, 2026 |
ईद-उल-फितर, 6 दिन का उपवास |
|
ज़िल कायदा 1447 |
11 अप्रैल – 9 मई, 2026 |
पवित्र महीना |
|
धुल हिज्जा 1447 |
10 मई – 7 जून, 2026 |
हज, अराफा, ईद अल-अधा |
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इस्लामिक कैलेंडर 2026: वर्ष भर की जाने वाली प्रार्थनाएं और धार्मिक अनुष्ठान
सोमवार और गुरुवार के दिन व्रत करें।
अयम अल-बिद (चंद्र माह की 13, 14 और 15 तारीख पर उपवास): अरबी भाषा में अयम अल-बिद वह 3 दिन की अवधि होती है जब चंद्रमा सबसे उज्जवल होता है। प्रत्येक माह में इन तिथियों पर उपवास करना सुन्नत होता है जैसे कि पैगंबर मोहम्मद द्वारा किया जाता है।
क़ियाम-अल-लैल (रात्रि प्रार्थना)
ज़िक्र (अल्लाह को याद करना)
सदका करना (सदीक दान)
कुरान पढ़ना और जीवन में पालन करना
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अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
1. इस्लामिक कैलेंडर किस पर आधारित होता है?
यह कैलेंडर चंद्र चक्र पर आधारित होता है।
2. इस्लामी वर्ष 1447 की शुरुआत कब होती है?
इस्लामी नव वर्ष 17 जून 2026 को मनाया जाएगा।
3. इस्लाम में अय्याम अल-बिद क्या होता है?
इस्लाम धर्म में चंद्र माह की 13वीं, 14वीं, 15वीं तिथि पर उपवास किया जाता है।
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