मंगल का मकर राशि में गोचर और प्रभाव (22 मार्च, 2020)
मंगल ग्रह 22 मार्च, रविवार को दोपहर 13:44 बजे धनु राशि से निकलकर मकर राशि में प्रवेश करेगा। यह मंगल की उच्च राशि है, इसलिए यहाँ मंगल काफी बलशाली हो जाता है। मंगल एक अग्नि तत्व प्रधान ग्रह है और मकर एक पृथ्वी तत्त्व की राशि है। इस प्रकार एक अग्नि तत्त्व प्रधान ग्रह का प्रवेश पृथ्वी तत्व प्रधान राशि में होगा तो मंगल के प्रभाव में वृद्धि होगी। आईये अब जानते हैं कि मंगल के मकर राशि में गोचर का प्रभाव सभी राशियों के लोगों पर किस रूप में पड़ने वाला है।

Read in English: Mars Transit in Capricorn
यह राशिफल चंद्र राशि पर आधारित है। जानें अपनी चंद्र राशि
मेष राशि
मेष राशि के लोगों के लिए मंगल राशि स्वामी होने के साथ ही साथ आपके अष्टम भाव का भी स्वामी है और अपने इस गोचर काल में वह आपके दशम भाव में विराजमान होगा। दशम भाव में मंगल को दिग बल प्राप्त होता है, जिसकी वजह से वो और भी बलशाली हो जाता है। वहीं मकर मंगल की उच्च राशि होने से उसका प्रभाव पूरी तरह से आपको मिलेगा, जिसके परिणाम स्वरूप आपके कार्यक्षेत्र में जबरदस्त लाभ के योग बनेंगे। आपकी पदोन्नति हो सकती और आप की तनख़्वाह में भी वृद्धि हो सकती है। आपको केवल अति आत्मविश्वास और किसी प्रकार की कंट्रोवर्सी में पड़ने से बचना होगा। आपके लिए गोचर काफी अनुकूल परिणाम लेकर आएगा। परिवार के लोगों को आपकी तरक्की देखने का सुख मिलेगा। आप अपने परिवार के प्रति जिम्मेदारियों का भी निर्वाह करेंगे और अचानक से काम में लाभ मिलने का भी योग बनेगा। इस समय काल में आपका स्वास्थ्य बेहद मजबूत रहेगा और आपकी पुरानी सारी बीमारियों से आपको मुक्ति मिलेगी। पिताजी का स्वास्थ्य कुछ कमजोर हो सकता है, इसलिए उनका विशेष रूप से ध्यान रखें। प्रेम जीवन के लिए यह गोचर अधिक अनुकूल नहीं है और यदि आपका रिश्ता कमजोर चल रहा है तो इस गोचर के प्रभाव से रिश्ते में टूटन भी आ सकती है, इसलिए थोड़ा सतर्क रहें।
उपायः आपको लाल रंग के धागे में तीन मुखी रुद्राक्ष मंगलवार के दिन धारण करना चाहिए।
वृषभ राशि
आपकी राशि के लोगों के लिए मंगल सातवें तथा बारहवें भाव के स्वामी हैं। अपने इस गोचर के दौरान वे आपके नवम भाव में प्रवेश करेंगे। इस गोचर के परिणाम आपको शीघ्र ही देखने को मिलेंगे। आपको भाग्य का साथ मिलेगा और आप अपने दम पर कई बड़ी चुनौतियों को आसानी से हल कर पाएंगे, जिससे आपको काफी प्रसन्नता होगी। आपकी इनकम भी बढ़ेगी और सुदूर यात्रा के योग भी बनेंगे। कुछ लोगों को विदेश जाने में सफलता मिलेगी। व्यापार के सिलसिले में आपको अच्छे मुनाफ़े की उम्मीद करनी चाहिए। समाज में आपका रुतबा बढ़ेगा। पिता या पिता समान व्यक्ति की सेहत बिगड़ सकती है। जीवनसाथी के माध्यम से आपको कोई बड़ा लाभ हासिल होगा और आपकी समाज में छवि मजबूत होगी। आपके खर्चों में कमी आने से आर्थिक स्थिति मजबूत बनेगी। यह गोचर काल आपके छोटे भाई बहनों के लिए थोड़ा कमजोर है सकता है और उन्हें इस दौरान कोई समस्या आ सकती है। परिवार पर इस गोचर का अच्छा प्रभाव पड़ेगा और इस दौरान आप कोई प्रॉपर्टी भी खरीद सकते हैं या पुराने घर में कंस्ट्रक्शन करवा सकते हैं। ऐसे लोग जो विदेश में अथवा अपने घर से दूर रह रहे हैं, उन्हें इस दौरान अपने घर वापिस लौटने की संभावना बनेगी। आपके मित्रों से भी मेल मुलाकात होगी, जिनके साथ समय बिता कर आप काफी खुश रहेंगे।
उपायः आपको मंगलवार के दिन रक्तदान करना चाहिए।
मिथुन राशि
मिथुन राशि के लिए मंगल छठे और ग्यारहवें भाव के स्वामी हैं और अपने इस गोचर काल में वे आपके आठवें भाव में प्रवेश करेंगे। इस भाव में मंगल का गोचर अधिक अनुकूल नहीं होगा, इसलिए आपको विशेष रूप से ध्यान रखना होगा। मंगल अपनी उच्च राशि में होने से इसके प्रभाव अधिक बलशाली होंगे, जिसकी वजह से आपके स्वास्थ्य में गिरावट आ सकती है। आपको किसी प्रकार की चोट या दुर्घटना का शिकार होना पड़ सकता है। रक्त की अनियमितता, त्वचा संबंधित रोग अथवा गुदा रोग होने की संभावना भी बन सकती है। इसके इतर कुछ लोगों को गुप्त या अवांछित तरीकों से लाभ की प्राप्ति हो सकती है। आपको अचानक से धन प्राप्ति के योग भी बनेंगे और पैतृक संपत्ति भी मिल सकती है। आपके ससुराल पक्ष के लोगों से किसी बात को लेकर बहस छिड़ सकती है या किसी का स्वास्थ्य बिगड़ सकता है। आपके भाई बहनों को भी इस दौरान किसी समस्या से दो-चार होना पड़ सकता है, इसलिए उनका विशेष रुप से ध्यान रखें। यह समय आपका कर्ज चुकाने के लिए सर्वोत्तम है और आपका अधिकांश कर्ज़ इस समय में निपट सकता है। इस समय में कुछ विरोधी परेशान कर सकते हैं, जिनके प्रति आपको सतर्क रहना चाहिए। नौकरी के लिए यह गोचर अच्छा रहेगा।
उपायः आपको मंगलवार के दिन लाल अनार का दान करना चाहिए।
कर्क राशि
आपकी राशि के लिए मंगल योगकारक ग्रह है क्योंकि यह आपके केंद्र भाव और त्रिकोण भाव अर्थात दशम और पंचम का स्वामी है, इसलिए यह गोचर आपके लिए काफी महत्वपूर्ण है। अपने इस गोचर की अवधि में मंगल आपके सप्तम भाव में विराजमान होंगे। इसकी वजह से व्यापार में जबरदस्त लाभ होगा। आप अपने प्रतिद्वंद्वियों को धूल चटा देंगे और आपके बिज़नेस को रफ्तार मिलेगी। आपका व्यापार वृद्धि को प्राप्त होगा। इसके इलावा आपको अतुलनीय धन की प्राप्ति भी हो सकती है। वहीं दूसरी ओर दांपत्य जीवन के लिए यह गोचर अधिक अनुकूल नहीं कहा जा सकता क्योंकि इस दौरान आपका और आपके जीवनसाथी का रिश्ता कुछ हद तक प्रभावित हो सकता है। बिना किसी वजह के भी आपके जीवनसाथी का दिमाग गर्म रहेगा और वे बात-बात पर झगड़ने की स्थिति में आ सकते हैं। तिल का ताड़ ना बन जाए, इसके लिए आपको संयम रखना होगा। इस दौरान संतान का अच्छा सुख मिलेगा। प्रेम संबंध के विवाह में बदलने के योग भी बन रहे हैं अर्थात कुछ लोगों का प्रेम विवाह हो सकता है। यदि आप किसी के साथ मिलकर बिज़नेस करते हैं तो अपने साझीदार से अच्छे संबंध बनाए रखें। इस दौरान आपके बीच बहस बाजी या झगड़ा हो सकता है। अपने व्यवहार का विशेष रूप से ध्यान रखें क्योंकि आप किसी बात को लेकर उग्र हो सकते हैं और आपका मानसिक तनाव बढ़ सकता है।
उपायः आपको मंगल यंत्र की स्थापना करके प्रतिदिन उसकी विधिवत पूजा करनी चाहिए।
सिंह राशि
आपकी राशि के स्वामी सूर्य के परम मित्र मंगल आपके लिए भी योगकारक हैं क्योंकि वह आपके केंद्र भाव अर्थात चतुर्थ तथा त्रिकोण भाव अर्थात नवम भाव के स्वामी हैं। अपने गोचर काल में मंगल आपके छठे भाव में प्रवेश करेंगे। मंगल का गोचर छठे भाव में आमतौर पर अच्छे परिणाम देता है और उच्च राशि में होने से इसके प्रभावों में और भी वृद्धि होगी। आप अपने विरोधियों को नाकों चने चबवा देंगे। कोर्ट कचहरी में कोई केस चल रहा है तो उसका फैसला आपके पक्ष में आ सकता है, जिससे आपको अच्छा लाभ मिलेगा। आपकी नौकरी में आपको पदोन्नति की ओर अग्रसर होने का मौका मिलेगा। आपकी मेहनत जबरदस्त होगी और उसका फल भी आपको पूरी तरह से मिलेगा। भाग्य में बढ़ोतरी होगी। खर्चों में कमी आएगी। हालांकि आपका स्वभाव थोड़ा सा गुस्से वाला हो सकता है जिस पर नियंत्रण रखना आवश्यक होगा। इस दौरान आपको वाहन बेहद सावधानी से चलाना चाहिए क्योंकि वाहन दुर्घटना हो सकती है। इस गोचर काल में आपके पिताजी को भी उनके करियर में अच्छे परिणाम मिलेंगे। यह गोचर आपकी संतान के लिए भी अच्छा रहेगा और वे अपने क्षेत्र में उन्नति करेंगे। यदि आप किसी प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं तो उसमें सफलता मिलने की पूरी उम्मीद आपको रखनी चाहिए।
उपायः आपको मंगल ग्रह के मंत्र "ॐ अं अंगारकाय नमः" का नियमित जाप करना चाहिए।
कन्या राशि
कन्या राशि के जातकों के लिए मंगल तीसरे और आठवें भाव का स्वामी है। मकर राशि में अपने गोचर के चलते यह आपके पंचम भाव में प्रवेश करेंगे। इस गोचर के प्रभाव से आपको कुछ अप्रत्याशित लाभ होंगे और आपकी आमदनी में अच्छी खासी वृद्धि हो सकती है। आपको शेयर बाज़ार, सट्टा, लाटरी, आदि से लाभ होने के प्रबल योग बनेंगे। यदि आप कंस्ट्रक्शन के काम में हैं तो भी आपको इस गोचर का अच्छा फल मिलेगा। यदि आप शादीशुदा हैं तो यह गोचर आपकी संतान को परेशानी दे सकता है और उनके स्वास्थ्य के लिए आपको चिंता में डाल सकता है। इस समय में आपके खुद के प्रयासों से आपको सफलता मिलेगी। आपके दोस्तों से आपकी कहासुनी हो सकती है लेकिन कुछ नए दोस्त भी बनेंगे और कुछ अपने रिश्तेदार या पड़ोसी आपकी कोई विशेष सहायता भी कर सकते हैं। शिक्षा के क्षेत्र में यह समय अच्छा रहेगा और आपको अच्छे परिणाम प्राप्त होंगे। खर्चों पर नियंत्रण रहेगा, जिससे आपकी आर्थिक स्थिति मजबूत बनेगी। इस गोचर की अवधि में आपको यात्रा पर थोड़ा सावधानी से जाना चाहिए क्योंकि यात्रा करने से आपको शारीरिक रूप से परेशानी आ सकती है। इस गोचर काल में आपको अपने प्रेम जीवन में कुछ मुश्किल पलों का सामना करना पड़ेगा और आपका प्रेम संबंध विच्छेद भी हो सकता है, इसलिए धैर्य का परिचय दें और किसी भी प्रकार के विवाद को बढ़ने ना दें।
उपायः आपको मंगलवार के दिन गेहूं और गुड़ का दान करना चाहिए।
तुला राशि
तुला राशि के लोगों के लिए मंगल दूसरे और सातवें भाव का स्वामी है और गोचर काल में आपके चौथे भाव में प्रवेश करेगा। इस गोचर के प्रभाव से जहां आपके परिवार में कुछ समस्याएं खड़ी हो जाएंगी, वहीं जीवनसाथी कार्यरत है तो उनके करियर में किसी बड़े पद की प्राप्ति हो सकती है। पदोन्नति के साथ-साथ अधिकारों की वृद्धि होगी और उनका करियर बढ़िया बनेगा। वहीं आपके परिवार में आपकी माताजी का स्वास्थ्य कमजोर पड़ सकता है, इसलिए उनके प्रति आपको थोड़ा सा ध्यान देना होगा। इस दौरान आप कोई नई प्रॉपर्टी खरीदेंगे या किसी पुरानी प्रॉपर्टी पर कंस्ट्रक्शन करा सकते हैं। इसके अलावा प्रॉपर्टी संबंधित मामलों में या किसी प्रॉपर्टी के बेचने से भी आप को लाभ मिल सकता है। दांपत्य जीवन के लिहाज से यह समय थोड़ा सा कमजोर हो सकता है क्योंकि जहां एक ओर आपका जीवन साथी अपने काम में समय देगा, वहीं आप दोनों के बीच किसी खास विषय को लेकर तीखी बहस भी हो सकती है, इसलिए दांपत्य जीवन को मधुर बनाए रखने के लिए आपको थोड़ा सा शांत रहना चाहिए। आपके कार्यक्षेत्र में इस गोचर का अनुकूल प्रभाव पड़ेगा और आप अपने मनोबल के कारण अपने काम को और बेहतर बना पाएंगे। गोचर की इस अवधि में आपको व्यापार में अच्छे मुनाफ़े के योग बनेंगे।
उपायः आपको गौमाता को गुड़ और गेहूं खिलाना चाहिए।
वृश्चिक राशि
मंगल का कोई भी गोचर आपके लिए काफी महत्वपूर्ण होता है क्योंकि मंगल आपकी राशि का स्वामी है और राशि स्वामी होने के साथ ही साथ मंगल आप के छठे भाव का भी स्वामी है। जब मंगल मकर राशि में गोचर करेगा तो वह आप के तीसरे भाव में प्रवेश करेगा। तीसरे भाव में मंगल का गोचर मुख्यतः अच्छा माना जाता है और इसके अनुकूल परिणाम अनुभव में आते हैं। यदि इस गोचर के मुख्य प्रभावों की बात की जाए तो इससे आपके साहस और पराक्रम में बढ़ोतरी होगी। आपकी निर्णय लेने की क्षमता निखरेगी, जिससे आप दूरदर्शी सोच के साथ किसी भी काम को करेंगे और उसमें सफलता प्राप्त करेंगे। यदि आप व्यापार करते हैं तो इस दौरान कोई नई नीति बनाएँगे जो आपके बहुत काम आएगी। यदि आप जॉब करते हैं तो इस दौरान आप अपने काम को पूजा मानकर खूब मेहनत करेंगे और अपने साथ काम करने वाले लोगों का भी सहयोग आपको मिलेगा। यदि आप खिलाड़ी हैं तो इस दौरान आपको अच्छे नतीजे मिलेंगे और आपको आपके खेल के लिए कोई पुरस्कार भी मिल सकता है। आपको अपने मित्रों से अच्छा व्यवहार करना चाहिए और उनसे किसी प्रकार के विवाद से बचना चाहिए। भाई बहनों के प्रति आपको थोड़ा ध्यान देना होगा क्योंकि उनका स्वास्थ्य बिगड़ सकता है। इस समय में आपकी यात्राएं अधिक होंगी।
उपायः आपको अपने छोटे भाई बहनों को कोई भेंट देनी चाहिए।
धनु राशि
धनु राशि के लोगों के लिए मंगल पांचवें और बारहवें भाव का स्वामी है। गोचर काल में आपके दूसरे भाव में मंगल का प्रभाव विशेष रूप से दिखाई देगा क्योंकि ये आपके दूसरे भाव में प्रवेश करेंगे। इस गोचर के प्रभाव से आपके पारिवारिक जीवन में कुछ तनाव बढ़ सकता है और आपके कुटुंब में प्रॉपर्टी या किसी अन्य मसले को लेकर कोई विवाद जन्म ले सकता है। आपको भी कड़वे वचनों को बोलने से बचना चाहिए क्योंकि वह बात सभी को बुरी लग सकती है और उससे आपके रिश्ते बिगड़ सकते हैं। संतान की ओर से इस दौरान आपको अच्छा सुख मिलेगा और आपको भी धन लाभ होने के प्रबल योग बनेंगे। विदेशी माध्यमों या मल्टीनेशनल कंपनी में काम करने वाले लोगों को इस दौरान प्रचुर मात्रा में धन लाभ होगा। जो विद्यार्थी हैं, उन्हें अपनी शिक्षा का अच्छा नतीजे मिलेंगे और खासतौर से मैनेजमेंट और इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहे विद्यार्थियों के लिए यह गोचर सोने पर सुहागा का काम करेगा। प्रेम जीवन के लिए यह समय उतार-चढ़ाव से भरा रहेगा। जहां आपका प्यार आपके प्रियतम के प्रति दिखाई देगा, वहीं दूसरी ओर, वह किसी असमंजस में रहेंगे और हो सकता है आपके परिवार वालों को उनका व्यवहार अच्छा ना लगे। ऐसे में आपको मध्यस्थता करनी होगी।
उपायः मंगल का शुभ प्रभाव पाने के लिए आपको मंगल के बीज मंत्र "ॐ क्रां क्रीं क्रौं सः भौमाय नमः" का जाप करना चाहिए।
मकर राशि
आपकी राशि के लिए मंगल चतुर्थ भाव और एकादश भाव का स्वामी है और अपने इस गोचर काल में हुए आपके प्रथम भाव में यानि कि आपकी ही राशि में प्रवेश करेगा, इसलिए इस गोचर का प्रभाव आप पर भी प्रमुख रूप से दिखाई देगा। इस गोचर के परिणाम स्वरूप आपके व्यवहार में कुछ बदलाव देखने को मिलेगा और संभव है कि आप थोड़े उग्र हो जाएं, इसलिए आपको संयम बरतने की सलाह दी जाती है। चाहे कोई भी क्षेत्र हो, आप धैर्य से बात करें, तो बेहतर रहेगा। दांपत्य जीवन में तनाव बढ़ सकता है और आपका आपके जीवनसाथी से किसी बात को लेकर झगड़ा संभावित है क्योंकि आप गुस्से में आपे से बाहर हो सकते हैं और उनसे उल्टी-सीधी बातें कह सकते हैं। व्यापार के मामले में यह गोचर सामान्य रहेगा और आप को आंशिक तौर पर अच्छे नतीजे मिल सकते हैं। यह वो समय होगा, जिसमें आप अपने लिए कोई प्रॉपर्टी खरीद सकते हैं और उसमें कोई कंस्ट्रक्शन कराने में भी आपको सफलता मिलेगी। कुछ लोगों को इस दौरान घर बदलने में सफलता मिलेगी। आप आमदनी को खुद पर खर्च करेंगे जिससे थोड़े खर्चे तो होंगे लेकिन आप अपने व्यक्तित्व में सुधार लाने का प्रयास करेंगे। स्वास्थ्य इस समय में थोड़ा कमजोर हो सकता है, इसलिए उस पर विशेष ध्यान दें।
उपायः आपको किसी पार्क या मंदिर में मंगलवार के दिन अनार का पेड़ लगाना चाहिए।
कुंभ राशि
कुंभ राशि के लोगों के लिए मंगल आपके तीसरे और दसवें भाव का स्वामी है और गोचर काल की इस अवधि में वह आपके बारहवें भाव में प्रवेश करेगा। आपके दशम भाव का स्वामी होने से कार्य क्षेत्र में बड़े बदलाव ला सकता है और आपका ट्रांसफर हो सकता है। कुछ लोगों को काम के सिलसिले में लंबी यात्राओं पर भी जाना पड़ेगा। इस समय में आपके खर्चे थोड़े बढ़ जाएंगे और स्वास्थ्य भी थोड़ा पीड़ित हो सकता है, इसलिए आपको अपने काम के साथ-साथ स्वास्थ्य पर भी ध्यान देना होगा। आपके परिवार का कोई छोटा व्यक्ति जैसे आपके छोटे या भाई बहन विदेश गमन कर सकते हैं। हालांकि आप अपने विरोधियों पर विजय हासिल करेंगे। दूसरी ओर आपके दांपत्य जीवन में इस समय कुछ परेशानियां बढ़ सकती हैं और जीवनसाथी तनावपूर्ण स्थितियों को महसूस कर सकता है। आपको नेत्र विकार या अनिद्रा की समस्या हो सकती है। स्वास्थ्य को लेकर भी कुछ खर्च हो सकते हैं। जो लोग विदेश में रहते हैं, उन्हें घर से दूर प्रॉपर्टी खरीदने में अच्छी सफलता हाथ लगेगी। आपके भाई बहनों को इस दौरान नौकरी में तरक्की मिल सकती है। विदेशी व्यापार से लाभ के रास्ते खुलेंगे।
उपायः आप को स्वैच्छिक रूप से मंगलवार के दिन रक्तदान करना चाहिए तथा अपने छोटे भाइयों की यथासंभव मदद करनी चाहिए ।
मीन राशि
आपकी राशि के लिए मंगल आपके दूसरे और नवें भाव का स्वामी है और गोचर काल में आपके एकादश भाव में प्रवेश करेगा। मंगल आपके भाग्य स्थान का स्वामी है। इसलिए इसका गोचर काफी महत्वपूर्ण रहेगा। एकादश भाव में मंगल के जाने से आपके कार्यों में गति आने लगेगी और आपकी जो योजनाएं अटकी पड़ी थीं वे अब पूरी होने लगेंगी। आप अपने विरोधियों पर भी भारी पड़ेंगे और वे चाह कर भी आप का कुछ नहीं बिगाड़ पाएंगे। कोर्ट कचहरी के मामलों में भी आपको फायदा होगा और उनसे लाभ मिलेगा। परिवार के लोग आपके काम में निवेश कर सकते हैं और आपकी आर्थिक मदद कर सकते हैं। इस समय में आर्थिक तौर पर आप काफी मजबूत बनेंगे और आपका सामाजिक स्तर भी ऊंचा होगा। अपने सामाजिक दायरे को बढ़ाने में आपको सफलता मिलेगी। शिक्षा के क्षेत्र में इस दौरान कुछ रुकावट आ सकती है और आपका ध्यान भंग हो सकता है। इस समय में आपको अपने वरिष्ठ अधिकारियों से अच्छे संबंध बनाए रखने का प्रयास करना चाहिए क्योंकि उनसे झगड़े की नौबत आ सकती है और उसका प्रभाव आपके काम में दिखाई देगा। इस समय में आपकी संतान को शारीरिक कष्ट परेशान कर सकते हैं, इसलिए उनका विशेष ध्यान रखें। इस गोचर का दूसरा पक्ष यह है कि आपके पिताजी को इस समय में अच्छा लाभ होगा और उनके करियर में तरक्की हो सकती है।
उपायः आपको मंगल यंत्र की स्थापना करके विधिवत पूजा करनी चाहिए।
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