शुक्र का मकर राशि में गोचर (27 फरवरी 2022)
शुक्र का मकर राशि में गोचर (27 फरवरी 2022) का सभी बारह राशियों पर क्या प्रभाव पड़ेगा जानने के लिए यह लेख अंत तक पढ़ें। वैदिक ज्योतिष में शुक्र ग्रह को रोमांस, जीवन, शक्ति, सौंदर्य, और प्रेम का प्रतीक माना गया है। शुक्र ग्रह व्यक्ति के जीवन के सभी सांसारिक सुखों, विवाह, गठबंधन, रिश्ते और कामुकता से संबंधित परिवर्तनों को भी नियंत्रित करता है। सरल शब्दों में कहें तो शुक्र ग्रह जीवन की सभी बेहतरीन और विलासिता वाली चीजों पर शासन करने के लिए जाना जाता है। सप्ताह में पांचवा दिन यानी शुक्रवार का दिन शुक्र ग्रह से संबंधित माना जाता है। शुक्र ग्रह सभी ग्रहों में से एक अनोखा ऐसा ग्रह है जो हमें बाहरी दुनिया में अपना अच्छा और अधिक आकर्षक पक्ष पेश करने में सहायक साबित होता है। वैदिक ज्योतिष में बृहस्पति के बाद दूसरा शुक्र ग्रह सबसे अनुकूल ग्रह माना गया है। शुक्र ग्रह के बारे में ऐसी मान्यता है कि यह ग्रह ब्रह्मांड में मनुष्यों के लिए हमेशा से ही महान स्वभाव और दयालु प्रवृत्ति का होता है। व्यक्ति की जन्म कुंडली में शुक्र ग्रह की स्थिति उसके रिश्तों की गुणवत्ता निर्धारित करती है। जिन व्यक्तियों की कुंडली में शुक्र ग्रह मजबूत स्थिति में होता है उन्हें बहुत सुख सुविधाओं, विलासिता और जीवन की बेहतरीन से बेहतरीन चीज़ें जीवन में प्राप्त होती हैं। वहीं इसके विपरीत जिन व्यक्तियों की कुंडली में शुक्र ग्रह मजबूत या शुभ स्थिति में नहीं होता है उन्हें विवाह और धन की प्राप्ति में हमेशा परेशानियां उठानी पड़ती हैं।

बात करें शुक्र द्वारा शासित क्षेत्रों की तो इसमें कपड़ा उद्योग, तैयार वस्त्र, भोजन, रेस्तरां, होटल, यात्रा और यात्रा, संगीत, रंगमंच, कविता, साहित्य, फिल्म उद्योग, पोशाक, ज्योतिष, फोटोग्राफी और अन्य रचनात्मक कार्य शामिल हैं। वैवाहिक जीवन में सुख और विलासिता को भी कुंडली में शुक्र की स्थिति से आंका जाता है। जिन व्यक्तियों की कुंडली में शुक्र ग्रह मजबूत स्थिति में स्थित नहीं होता है उनकी शारीरिक बनावट में कमी, साथ ही उनका व्यवहार भी कुछ खास अच्छा नहीं रहता है। इसके अलावा ऐसे व्यक्तियों को वैवाहिक और प्रेम जीवन में तमाम तरह की असफलताओं, निराशा और परेशानियों का भी सामना करना पड़ सकता है। शुक्र द्वारा शासित शरीर के अंगों की बात करें तो इसमें नाक, आंख, ठोड़ी, गले, यौन अंगों, गुर्दे, मूत्राशय आदि द्वारा शासित होते हैं। शुक्र दक्षिण-पूर्व दिशा पर शासन करता है और काल पुरुष कुंडली में दूसरे और सातवें घर का स्वामी है और वृषभ और तुला पर शासन करता है। शुक्र को मीन राशि में उच्च का और कन्या राशि में नीच का माना जाता है।
शुक्र का मकर राशि में गोचर:
27 फरवरी 2022 यानी रविवार को प्रातः 9:53 बजे शुक्र मकर राशि में गोचर करेगा। इस दौरान शुक्र और शनि की युति होगी। मकर राशि शुक्र ग्रह की अनुकूल राशि मानी गयी है और चूंकि शुक्र शुभ भाव और मकर राशि में है, इसलिए यह गोचर सामान्यता शुभ ही रहने वाला है। अनुकूल राशियों के साथ शुक्र का गोचर कुछ राशियों के लिए खुशी और वित्तीय संपन्नता लेकर आने वाला साबित होता है। हालांकि अलग-अलग राशि के जातकों के लिए शुक्र के इस गोचर का प्रभाव अलग अलग ही रहने वाला है। शुक्र अवकाश, रोमांस, सौंदर्य, विलासिता, कला, साहित्य, रचनात्मक झुकाव और काव्य भावना का प्रतीक है। इसलिए शुक्र का यह गोचर जातकों को उनके जीवन के उल्लिखित क्षेत्रों में प्रभावित करेगा।
यहां दिया जा रहा राशिफल आपकी चंद्र राशि पर आधारित है। सर्वश्रेष्ठ ज्योतिषियों के साथ फोन या चैट के माध्यम से जुड़े और जानें अपनी चंद्र राशि और शुक्र गोचर का आपके जीवन पर क्या प्रभाव पड़ेगा।
आगे बढ़ते हैं और जानते हैं शुक्र के मकर राशि में गोचर का आपकी राशि पर क्या प्रभाव पड़ने वाला है:
मेष
मेष राशि के लिए शुक्र दूसरे और सातवें भाव का स्वामी है और करियर, नाम और प्रसिद्धि के दसवें भाव में गोचर कर रहा है। शुक्र के इस गोचर के दौरान आप अपने पेशेवर जीवन में अनुकूल परिणाम हासिल करेंगे। इस राशि के जातक अपने कार्य क्षेत्र में वांछित विकास और कार्यक्षेत्र में अपनी कड़ी मेहनत और समर्पण के दम पर शुभ परिणाम प्राप्त करेंगे। इस समय अवधि के दौरान आप के वरिष्ठ आपके कार्यस्थल में आपके द्वारा की गई कड़ी मेहनत और ईमानदारी के प्रयास को पहचानेंगे और सराहेंगे। आर्थिक रूप से इस दौरान आपको वांछित वृद्धि हासिल होगी। साथ ही अपने प्रयासों के दम पर आप लाभ कमाने और धन संपत्ति जमा करने के लिए अवसर प्राप्त करेंगे। भौतिक सुख-सुविधाओं की चीजों के साथ साथ इस समयावधि में आपके पास सुख और विलासिता की सभी चीजें मौजूद रहेंगी जिनके दम पर आप खुशनुमा जीवन व्यतीत करेंगे। रिश्तों के लिहाज से बात करें तो इस गोचर के दौरान आप अपने करीबी लोगों के साथ ज्यादा से ज्यादा वक्त बताएंगे और इस राशि के जो लोग आदर्श साथी की तलाश कर रहे हैं उन्हें भी इस दौरान कोई खास व्यक्ति मिल सकता है। इसके अलावा, चतुर्थ भाव में शुक्र का सकारात्मक पहलू परिवार में सुख-समृद्धि लाएगा जिससे आपको संपत्ति के मामले में लाभ होगा, और आप इस समय अवधि के दौरान वाहन भी खरीद सकते हैं। अपने बारे में ज्यादा और विस्तार से जानने के लिए आपको आपके आंतरिक मन से जुड़ने की सलाह दी जाती है। स्वास्थ्य की दृष्टि से बात करें तो इस दौरान आपको कोई छोटी मोटी स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है क्योंकि इस दौरान आपको पाचन तंत्र या फिर बवासीर से संबंधित परेशानियां होने की आशंका है। ऐसे में सलाह यही दी जाती है कि समय से पहले ही सावधानी बरतें और नियमित और स्वस्थ दिनचर्या का पालन करें। साथ ही स्वस्थ आहार और व्यायाम को अपने जीवन शैली में शामिल करें।
उपाय : शुक्रवार के दिन मां पार्वती को कच्चा चावल चढ़ाएं।
वृषभ
वृषभ राशि के लिए शुक्र पहले और छठे भाव का स्वामी है और आध्यात्मिकता, भाग्य और अंतरराष्ट्रीय यात्राओं के नवम भाव में गोचर कर रहा है। इस गोचर के दौरान आपको करियर में प्रगति हासिल होगी। साथ ही आपको अपनी कड़ी मेहनत के दम पर सफलता भी प्राप्त होगी। इस समय आपको आपके भाग्य का भरपूर साथ मिलेगा। इसके अलावा पेशेवर जातकों को इस समय अवधि में पदोन्नति प्राप्त होने की प्रबल संभावना है। इस राशि के जातक इस अवधि के दौरान अपने जीवन में कई नए आयाम को भी चुन सकते हैं जिनसे आपको सफलता और ढेरों अवसर प्राप्त अवश्य ही होंगे। इसके अलावा इस समय अवधि के दौरान धार्मिक गतिविधियों और दान आदि की तरफ आपका झुकाव ज्यादा रहने वाला है जिससे आपको आंतरिक शांति प्राप्त होगी। आर्थिक पक्ष के लिहाज से यह समय अवधि आपके लिए अच्छी रहने वाली है। इस दौरान आप किसी अच्छे निवेश को करने में सक्षम रहेंगे और इस निवेश से आपको भविष्य में लाभ भी प्राप्त होगा। इसके अलावा निजी तौर पर आपको आपके मित्रों, परिवार के लोगों से वंचित प्यार और समर्थन हासिल होगा, जिससे इस समय अवधि के दौरान आप अपने जीवन में खुशी और आनंद का अनुभव करेंगे। इसके अलावा इस समय अवधि में आपके जीवन में प्यार की दस्तक भी हो सकती है और आप किसी के प्यार में पड़ने वाले हैं। इस अवधि के दौरान आप किसी लंबी दूरी की यात्रा की योजना बना सकते हैं और अपने सपनों को साकार कर सकते हैं। स्वास्थ्य की दृष्टि से बात करें तो इस दौरान आपको अपने स्वास्थ्य की अच्छी देखभाल करने की आवश्यकता है और साथ ही इस बात को सुनिश्चित करें कि आप को नियमित रूप से जांच करवानी चाहिए ताकि कोई समस्या आपको बाद में परेशान ना करें।
उपाय : शुक्र के शुभ फल को बढ़ाने के लिए परशुराम की कथा पढ़ें।
मिथुन
मिथुन राशि के लिए शुक्र बारहवें और पांचवें भाव का स्वामी है और दीर्घायु, अचानक हानि/लाभ, मनोगत और विरासत के आठवें भाव में गोचर कर रहा है। इस गोचर की अवधि के दौरान मिथुन राशि के जातकों को मिश्रित परिणाम हासिल होंगे क्योंकि इस दौरान आपके परिवार में अहम का टकराव होने की आशंका है। ऐसे में सलाह दी जाती है कि अपनी वाणी और अपने गुस्से पर जितना हो सके नियंत्रण रखें। इसके अलावा आपको आपने वैवाहिक जीवन और रिश्ते को लेकर भी बहुत सतर्क रहने की आवश्यकता है क्योंकि इस अवधि के दौरान आपका आपके जीवन साथी या पार्टनर के साथ किसी बात को लेकर वाद विवाद या गलतफहमी होने की प्रबल आशंका है। सफलता प्राप्त करने के लिए और अपने सपनों को हकीकत बनाने के लिए आपको कड़ी मेहनत करने की जरूरत पड़ेगी। आर्थिक रूप से इस समय अवधि के दौरान आपको अचानक से धन प्राप्त होने के संकेत हैं। हालांकि फिर भी आपको अपने खर्चों पर नियंत्रण रखने की सलाह दी जाती है। इस दौरान आप अपनी चल संपत्ति बेच सकते हैं और उससे भी लाभ कमाएंगे। करियर के लिहाज से आप अपने पेशे में जबरदस्त तरक्की करेंगे और आप और अपने सभी शत्रु पर विजय प्राप्त करेंगे और प्रतिद्वंद्वियों पर भी जीत हासिल करने के लिए यह समय शानदार साबित होगा। संभावना है कि इस अवधि के दौरान आप एक भव्य और सभी तरह के सुख सुविधाओं से लैस जीवन जिएंगे। हालांकि स्वास्थ्य की दृष्टि से यह समय बहुत अच्छा नहीं कहा जा सकता है इसलिए आपको सलाह दी जाती है कि अपना विशेष ख्याल रखें। विशेष तौर पर वाहन चलाते समय। इसके अलावा आपको सलाह यह भी दी जाती है कि किसी भी तरह के संघर्ष या तर्क वितर्क में शामिल ना हो और केवल अपनी कड़ी मेहनत और सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने का प्रयास करें। क्योंकि स्वास्थ्य की दृष्टि से यह समय बहुत ज्यादा अच्छा नहीं रहने वाला है।
उपाय : छोटी कन्या या विधवा स्त्रियों को मिठाई खिलाएं।
कर्क
कर्क राशि के लिए शुक्र चतुर्थ और ग्यारहवें भाव का स्वामी है और विवाह और साझेदारी के सप्तम भाव में गोचर कर रहा है। इस गोचर के दौरान आपको अपने कार्य क्षेत्र में लक्ष्यों की प्राप्ति और सफलता हासिल करने के लिए तमाम चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है। आर्थिक रूप से सप्तम भाव में यह गोचर आपको आय और वित्तीय वृद्धि के मामले में फलदायी परिणाम देगा, और आपको कार्यस्थल पर अच्छा बोनस, प्रोत्साहन या वेतन वृद्धि मिलने की संभावना है। इस गोचर से आपको आर्थिक लाभ भी होगा। इस समय अवधि में आपका जीवन साथी आपको आर्थिक मदद प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा, जिससे आपको अपने जीवन में मानसिक संतुष्टि के साथ-साथ सुरक्षा महसूस होगी। विवाहित जोड़े अपने जीवन साथी के साथ क्वालिटी टाइम व्यतीत करेंगे और साथ ही विवाहित जातक और साथ ही प्रेम में पड़े जातक इस दौरान हंसी खुशी और आत्मीयता और रोमांस से भरे समय का आनंद लेंगे। स्वास्थ्य के लिहाज़ से आपको ज्यादा ध्यान देने की आवश्यकता है क्योंकि आने वाले महीनों में आपको इस मोर्चे पर नुकसान उठाना पड़ सकता है। इसलिए सलाह यही दी जाती है कि विशेषतौर पर इस समय अपने स्वास्थ्य को सर्वोच्च प्राथमिकता बनाएं और अपने स्वास्थ्य का अच्छा देखभाल करें।
उपाय : अपने जीवनसाथी/पार्टनर का सम्मान करें।
सिंह
सिंह राशि के लिए शुक्र तीसरे और दसवें भाव का स्वामी है और छठे भाव में शत्रु, ऋण, रोगों के भाव में गोचर कर रहा है। व्यावसायिक रूप से, इस अवधि में आपको अपने वरिष्ठों और अपने सहयोगियों के साथ कुछ तर्क या विवाद का सामना करना पड़ सकता है और साथ ही शुक्र के बारहवें घर में होने के कारण नुकसान और खर्च भी उठाने पड़ सकते हैं। इस समय अवधि में आपको सावधान और ज्यादा सतर्क रहने की सलाह दी जाती है। क्योंकि इस दौरान आपके दोस्त आपको धोखा दे सकते हैं। इस राशि के विवाहित जातकों को सलाह दी जाती है कि अपने जीवन में चल रही किसी भी प्रकार की परेशानी या वाद विवाद को सुलझा लें और अपने स्वास्थ्य को सुधारने का प्रयत्न करें। छात्र जातकों की बात करें तो इस गोचर अवधि के दौरान आप अपनी पढ़ाई पर ध्यान केंद्रित करने में असफल रहने वाले हैं जिससे आप का प्रदर्शन नकारात्मक रूप से प्रभावित हो सकता है। स्वास्थ्य की दृष्टि से यह समय आपको अपने आहार पर नियंत्रण रखने और किसी भी तरह के स्ट्रीट फूड या जंक फूड ना खाने की सलाह दी जाती है। साथ ही अपने स्वास्थ्य को और उत्तम और फिट बनाए रखने के लिए नियमित रूप से व्यायाम करें।
उपाय : शुक्र के बीज मंत्र का प्रतिदिन 108 बार जाप करें।
कन्या
कन्या राशि के लिए शुक्र दूसरे और नवम भाव का स्वामी है और प्रेम, रोमांस और संतान के पंचम भाव में गोचर कर रहा है। शुक्र का यह गोचर आपके लिए मिश्रित परिणाम लेकर आएगा। क्योंकि इस अवधि के दौरान पेशेवर जीवन में आपको अनुकूल परिणाम प्राप्त होंगे। साथ ही आपको नए अवसर जैसे कि पदोन्नति या नौकरी के नए अवसर आदि प्राप्त होने की प्रबल संभावना है। निजी जीवन की बात करें तो इस दौरान आपका प्रेम और वैवाहिक जीवन भी बेहद ही शानदार रहने वाला है और आप आनंदमय समय का लुफ्त उठाएंगे। वहीं पारिवारिक मोर्चे पर आपके रिश्तों में संतुष्टि रहेगी और आपके जीवन में सकारात्मकता बनी रहने वाली है। पेशेवर और व्यक्तिगत जीवन में सकारात्मक वृद्धि आपको मानसिक संतुष्टि और संतोष प्रदान करेंगी। स्वास्थ्य की दृष्टि से इस अवधि के दौरान आपके भोजन की आदतों पर नियंत्रण रखने की सलाह दी जाती है क्योंकि इस दौरान आपको पाचन तंत्र, दांत, जबड़े से संबंधित नुकसान उठाना पड़ सकता है और साथ ही इन चीजों के संदर्भ में आपको चिकित्सक से परामर्श लेने की आवश्यकता भी पड़ सकती है।-
उपाय : जहां तक हो सके शराब से परहेज करें।
तुला
तुला चंद्र राशि के लिए शुक्र पहले और आठवें भाव का स्वामी है और सुख-समृद्धि के चौथे भाव में गोचर कर रहा है। इस गोचर अवधि के दौरान घरेलू जीवन और पारिवारिक रिश्ते सुधरेंगे आयेंगे। साथ ही आप ज्यादा से ज्यादा समय अपने परिवार के लोगों के साथ रहना चाहेंगे। हालांकि प्रबल संभावना है कि तुला राशि के जातकों को इस अवधि के दौरान अपने घर से दूर जाना पड़ सकता है। इस गोचर अवधि के दौरान आप कोई नया घर या नया वाहन भी खरीद सकते हैं और इस दौरान आपके माता-पिता आपसे बेहद खुश रहने वाले हैं आपको ढेर सारा प्यार करने वाले हैं। व्यवसायिक रूप से बात करें तो इस दौरान आपको अपने करियर में अच्छी वृद्धि मिलने की संभावना है। साथ ही आपके काम और कठिन प्रयासों को आपके संगठन में पहचान और सम्मान प्राप्त होगा। व्यापार के क्षेत्र से जुड़े जातकों को भी इस समय अवधि में प्रगति हासिल होगी। यदि आप किसी पेशेवर या व्यक्तिगत यात्रा पर जाने की योजना बना रहे हैं तो यह यात्रा आपके लिए फलदाई साबित हो सकती है। यानी कि कुल मिलाकर देखा जाए तो यह समय आपके लिए बेहद ही शानदार रहने वाला है। पेशेवर और व्यक्तिगत जीवन की बढ़ी हुई जिम्मेदारियों की वजह से इस दौरान आपको तनाव और चिंता परेशान कर सकती है। हालांकि सलाह यही दी जाती है कि चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में भी सकारात्मक दृष्टिकोण बनाए रखें।
उपाय : अनामिका ऊँगली में हीरा धारण करें।
वृश्चिक
वृश्चिक राशि के लिए शुक्र बारहवें और सातवें भाव का स्वामी है और साहस, वीरता और छोटी यात्राओं के तीसरे भाव में गोचर कर रहा है। इस गोचर के दौरान आप बहुत ज्यादा साहसी होंगे और साथ ही आपके संचार शक्ति में वृद्धि होने की संभावना है। संचार कौशल में आपके सुधार से आपको अपने पेशेवर करियर में अच्छे परिणाम प्राप्त होंगे। साथ ही बढ़े हुए कौशल से आप की प्रतिभा भी बढ़ेगी जिसका सही उपयोग आप अपने पेशेवर जीवन में करके सफलता हासिल कर सकते हैं। इस समय अवधि के दौरान आप ज्यादा व्यावहारिक बनेंगे और अपने प्रयासों से अपने करियर में उच्च बदलाव लाने में सफल रहेंगे। आर्थिक रूप से बात करें तो इस समय अवधि में आपको धन लाभ होने की संभावना है क्योंकि अतीत में किए गए निवेश से आपको इस दौरान अच्छा वित्तीय लाभ मिलने की पूरी संभावना बन रही है। स्वास्थ्य की दृष्टि से भी यह गोचर अवधि आपके लिए शानदार रहने वाली है। इस दौरान आपका स्वास्थ्य काफी अच्छा रहेगा और आप अपनी फिटनेस को उत्तम बनाए रखने के लिए व्यायाम को अपनी दैनिक दिनचर्या में शामिल करेंगे।
उपाय : प्रत्येक शुक्रवार को दही से स्नान करें।
धनु
धनु राशि के लिए शुक्र छठे और ग्यारहवें भाव का स्वामी है और धन संचय, परिवार और वाणी के दूसरे भाव में गोचर कर रहा है। इस गोचर अवधि के दौरान आपके जीवन में आर्थिक स्थिरता आएगी और साथ ही आपके स्वास्थ्य में भी सकारात्मक सुधार देखने को मिलेगा। आपके परिवार में इस दौरान कोई शुभ मांगलिक कार्यक्रम होने की संभावना है। इस अवधि के दौरान आपकी बातचीत और संचार कौशल भी शानदार रहने वाली है जिसके प्रभाव से अपने आसपास के लोगों को पर अपनी गहरी छाप छोड़ने में कामयाब रहेंगे। इस राशि के जातकों के दांपत्य जीवन भी सुख और समृद्धि से भरपूर रहेगा। इस राशि के छात्र जातकों को अच्छा प्रदर्शन और अपने शिक्षकों को प्रभावित करना इस समय अवधि में आसान रहने वाला है। स्वास्थ्य की दृष्टि से इस समय अवधि में आपको छोटी-मोटी स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं की आशंका है इसीलिए आपको नियमित जांच कराने की सलाह दी जाती है। इस अवधि में शुक्र भी अष्टम भाव में है। इससे आपके खान-पान में अचानक से कुछ बदलाव आएंगे, और आपको अपने स्वास्थ्य में चुनौतियों का भी सामना करना पड़ सकता है इसलिए विशेष तौर पर इस समय के दौरान स्वस्थ आहार और स्वस्थ जीवन के लिए ध्यान और योग आदि अपने जीवन में शामिल करने की आपको सलाह दी जाती है। शुक्र के इस गोचर के दौरान आप अपने आर्थिक जीवन में वित्तीय स्थिरता और संतोष का अनुभव करेंगे। यानी आर्थिक पक्ष के लिहाज से भी यह गोचर आपके लिए अनुकूल रहने वाला है।
उपाय : प्रत्येक शुक्रवार को लक्ष्मी विष्णु मंदिर जाएं और पूजा-अर्चना करें।
मकर
मकर राशि के लिए शुक्र पंचम और दसवें भाव का स्वामी है और स्वयं, व्यक्तित्व और चरित्र के लग्न भाव में गोचर कर रहा है। शुक्र ग्रह का यह गोचर मकर राशि के जातकों के लिए बेहद शुभ रहने वाला है और इस दौरान आपको लाभ और फलदाई परिणाम प्राप्त होंगे। विवाह और साझेदारी के सप्तम भाव पर शुक्र की सीधी दृष्टि होगी। इस समय अवधि में आपको भाग्य और किस्मत का भरपूर साथ प्राप्त होगा, जिससे आपका जीवन समृद्ध रहेगा जिसकी मदद से इस अवधि के दौरान आप अच्छे और सुखी वैवाहिक जीवन का आनंद लेंगे। स्वास्थ्य की दृष्टि से बात करें तो यदि आप लंबे समय से किसी बीमारी से परेशान चल रहे थे तो इस दौरान आपको उससे राहत मिल सकती है क्योंकि शुक्र आपके स्वास्थ्य में सुधार की वजह बनेगा। साथ ही शुक्र का यह गोचर आपको अपने स्वास्थ्य के प्रति ज्यादा अनुशासित बनाएगा।
उपाय : प्रत्येक शुक्रवार को दही या दूध से स्नान करें।
कुम्भ
कुम्भ राशि के लिए शुक्र चतुर्थ और नवम भाव का स्वामी है और व्यय, मोक्ष, अस्पताल में भर्ती और गुप्त व्यवहार के बारहवें भाव में गोचर कर रहा है। शुक्र के इस गोचर के दौरान आपके गृहस्थ और दांपत्य जीवन में शुभ परिणाम प्राप्त होंगे और आप एक सुखी और समृद्ध जीवन का आनंद उठाएंगे। इसके अलावा इस अवधि में आप अपने रोमांस में वृद्धि भी महसूस कर सकते हैं क्योंकि इस दौरान आपके और आपके पार्टनर के बीच का प्यार हद से ज्यादा बढ़ने वाला है। आर्थिक रूप से यह समय सतर्क रहने का है। इस दौरान आपके खर्चे ज्यादा होने वाले हैं। जल्दबाजी में आकर कोई भी आर्थिक फैसला लेने से बचें अन्यथा इससे आप को नुकसान उठाना पड़ सकता है। ऐसे में सलाह दी जाती है कि फिजूलखर्ची पर नियंत्रण रखें जिससे भविष्य में यदि आपको धन की आवश्यकता हो तो आपको तंगी का सामना ना करना पड़े। गोचर के दौरान छठे भाव पर शुक्र की दृष्टि इस दौरान चिकित्सा से संबंधित खर्चों की तरफ इशारा कर रही है। यानी कि आपको बीमारी से संबंधित खर्च करने पड़ सकते हैं इसलिए सलाह यही दी जाती है कि अपने जीवन को फिट बनाए रखने के लिए स्वस्थ्य आहार लें और अपने स्वास्थ्य का विशेष ख्याल रखें।
उपाय : शुक्रवार के दिन छोटी कन्याओं को मिठाई का दान करें।
मीन
मीन राशि के लिए शुक्र तीसरे और आठवें भाव का स्वामी है और लाभ और इच्छा के 11वें भाव में गोचर कर रहा है। मीन राशि के लिए शुक्र का यह गोचर अनुकूल परिणाम लेकर आएगा क्योंकि इस दौरान आपको पेशेवर जीवन में सफलता हासिल होगी। कार्य क्षेत्र में आपके काम की सराहना की जाएगी और साथ ही आपको अपनी कड़ी मेहनत का शुभ फल या इनाम भी प्राप्त हो सकता है। ग्यारहवें भाव से, यह पंचम भाव पर दृष्टि आपके जीवन में आर्थिक लाभ की तरफ इशारा कर रही है। साथ ही इस दौरान करियर में आपको वरिष्ठ अधिकारियों का प्रोत्साहन मिलेगा। साथ ही आपको करियर में अच्छी वृद्धि भी प्राप्त होगी। मुमकिन है कि इस समय आपको कार्यालय में कोई नयी भूमिका की जिम्मेदारी भी दे दी जाए। प्रेम के लिहाज से समय अनुकूल रहेगा और इस दौरान आपके रिश्ते में खुशियां आएंगी और साथ ही सकारात्मकता बढ़ेगी। इस दौरान आपको अपने रिश्ते में अपने साथी के साथ नया आकर्षण और उत्साह भी महसूस हो सकता है। इस गोचर अवधि के दौरान आप अपना पैसा जरूरतमंदों और गरीबों की मदद करने में खर्च करने वाले हैं। स्वास्थ्य के लिहाज से इस दौरान आपका स्वास्थ्य उत्तम रहने वाला है और इस अवधि के दौरान आप मानसिक और शारीरिक रूप से स्वस्थ महसूस करेंगे। हालांकि आपका स्वास्थ्य यूँ ही उत्तम बना रहे इस बात को सुनिश्चित करने के लिए अपने आहार का पूरा ध्यान दें और नियमित रूप से व्यायाम करते रहें।
उपाय : शुक्र को मजबूत करने के लिए भगवान विष्णु और लक्ष्मी की पूजा करें।
इसी आशा के साथ कि, आपको यह लेख भी पसंद आया होगा एस्ट्रोसेज के साथ बने रहने के लिए हम आपका बहुत-बहुत धन्यवाद करते हैं।
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