January, 2026 का मकर राशिफल - अगले महीने का मकर राशिफल
January, 2026
सामान्य
जनवरी मासिक राशिफल 2026 के अनुसार, यह महीना आपके लिए उतार-चढ़ाव से भरा रहने वाला है क्योंकि महीने की शुरुआत में ही सूर्य मंगल बुध और शुक्र जैसे चार ग्रह आपके द्वादश भाव में विराजमान होंगे और उन पर तीसरे भाव में बैठे शनिदेव और छठे भाव में बैठे वक्री बृहस्पति की दृष्टि होगी। जिससे आपके खर्चों में अप्रत्याशित रूप से बढ़ोतरी होगी, जो आपकी आर्थिक स्थिति को प्रभावित करेगा इसलिए आपको ध्यान देना होगा। नौकरी करने वाले जातकों को भाग दौड़ का सामना करना पड़ सकता है। लेकिन महीने के उत्तरार्ध में उनका इसका लाभ भी मिलेगा।
व्यापार करने वाले जातकों के लिए महीना मध्यम रहेगा लेकिन विदेशी माध्यमों से व्यापार को सफलता मिलेगा। पारिवारिक जीवन में उथल-पुथल के बाद धीरे-धीरे सामंजस्य स्थापित होने के योग बन सकते हैं। यदि विद्यार्थियों की बात की जाएगी तो उन्हें विदेश जाकर पढ़ने का मौका महीने के पूर्वार्ध में मिल सकता है लेकिन उत्तरार्ध में स्थितियां कुछ चुनौती पूर्ण हो सकती हैं।
प्रेम संबंधी मामलों के लिए महीना ठीक-ठाक रहेगा। अपने रिश्ते को संभालने के लिए आपको बहुत सारे प्रयास तो करने ही पड़ेंगे। भाई बहनों से समन्वय बना रहेगा। वैवाहिक संबंधों के लिए महीना कमजोर हो सकता है और जीवनसाथी से कहा सुनी होने के योग बन सकते हैं। स्वास्थ्य के मामले में सावधानी बरतनी होगी। विशेष रूप से महीने का पूर्वक कमजोर रहने की संभावना है।
व्यापार करने वाले जातकों के लिए महीना मध्यम रहेगा लेकिन विदेशी माध्यमों से व्यापार को सफलता मिलेगा। पारिवारिक जीवन में उथल-पुथल के बाद धीरे-धीरे सामंजस्य स्थापित होने के योग बन सकते हैं। यदि विद्यार्थियों की बात की जाएगी तो उन्हें विदेश जाकर पढ़ने का मौका महीने के पूर्वार्ध में मिल सकता है लेकिन उत्तरार्ध में स्थितियां कुछ चुनौती पूर्ण हो सकती हैं।
प्रेम संबंधी मामलों के लिए महीना ठीक-ठाक रहेगा। अपने रिश्ते को संभालने के लिए आपको बहुत सारे प्रयास तो करने ही पड़ेंगे। भाई बहनों से समन्वय बना रहेगा। वैवाहिक संबंधों के लिए महीना कमजोर हो सकता है और जीवनसाथी से कहा सुनी होने के योग बन सकते हैं। स्वास्थ्य के मामले में सावधानी बरतनी होगी। विशेष रूप से महीने का पूर्वक कमजोर रहने की संभावना है।
कार्यक्षेत्र
करियर के दृष्टिकोण से यह महीना मध्य रूप से फलदायक रहने की संभावना है। दशम भाव के स्वामी शुक्र महाराज महीने की शुरुआत में सूर्य मंगल और बुध के साथ अस्त अवस्था में द्वादश भाव में होंगे और उनके साथ छठे भाव के स्वामी और नवम भाव के स्वामी बुध महाराज भी होंगे। जैसे कार्यक्षेत्र में भाग दौड़ रहेगी। आपके काम के सिलसिले में बहुत सारी यात्राएं करनी पड़ सकती है। एक शहर से दूसरे शहर और एक देश से दूसरे देश जाने का काम करना पड़ेगा इससे आपको थकान भी होगी लेकिन महीने के उत्तरार्ध में जब यह बुध शुक्र सूर्य और मंगल चारों ही आपके प्रथम भाव में आ जाएंगे यानी कि आपकी ही राशि में प्रवेश कर जाएंगे। तब नौकरी में आपकी स्थिति और प्रबल हो जाएगी।
आपको आर्थिक लाभ भी मिलेंगे। आप यदि किसी बहुराष्ट्रीय कंपनी में कार्यरत है तो आपके लिए यह महीना बहुत लाभदायक साबित हो सकता है और आपको पदोन्नति भी मिल सकती है। साथ ही, मनचाहा तबादला भी हो सकता है। व्यापार करने वाले जातकों के लिए भी यह महीना मध्यम रहने की संभावना है, लेकिन विदेशी माध्यम से व्यापार में सफलता मिलने के प्रबल योग बनेंगे।
आपको आर्थिक लाभ भी मिलेंगे। आप यदि किसी बहुराष्ट्रीय कंपनी में कार्यरत है तो आपके लिए यह महीना बहुत लाभदायक साबित हो सकता है और आपको पदोन्नति भी मिल सकती है। साथ ही, मनचाहा तबादला भी हो सकता है। व्यापार करने वाले जातकों के लिए भी यह महीना मध्यम रहने की संभावना है, लेकिन विदेशी माध्यम से व्यापार में सफलता मिलने के प्रबल योग बनेंगे।
आर्थिक
जनवरी मासिक राशिफल 2026 के अनुसार, आर्थिक दृष्टि यह महीना आपके लिए शुरूआत में विशेष रूप से कमजोर रह सकता है क्योंकि महीने की शुरुआत में ही सूर्य मंगल बुध और शुक्र, ये ग्रह आपके द्वादश भाव में विराजमान रहेंगे, जो आपके खर्चों को अप्रत्याशित रूप से बढ़ा सकते हैं। इसके अतिरिक्त तीसरे भाव में बैठे शनि महाराज की दृष्टि भी आपके द्वादश भाव पर होगी, जो आपको खर्चों को नियंत्रित करने पर ध्यान देंगे और अपनी आर्थिक स्थिति को बेहतर बनाने के लिए लगातार प्रयास करने के लिए प्रेरित करेंगे।
छठे भाव में बैठे वक्री बृहस्पति भी द्वादश भाव को देखेंगे जिससे आपको खर्चे बार-बार करने की स्थिति बनेगी। वही अष्टम भाव में बैठे केतु महाराज भी आर्थिक स्थिति को परेशानी में डाल सकते हैं लेकिन बृहस्पति की दृष्टि दूसरे भाव पर भी होगी जिससे कुछ विवाद जैसी स्थितियों से भी आपको धन लाभ होने के योग बनेंगे। महीने के उत्तरार्ध में सूर्य, मंगल, बुध, शुक्र आपके प्रथम भाव में आ जाएंगे और द्वादश भाव से बाहर निकल जाएंगे। तब आपके खर्चों में कमी आएगी और आपकी आर्थिक स्थिति धीरे-धीरे उन्नत होने लगेगी। वहीं शनि देव की कृपा भी आपको अपने धन का सही प्रबंधन करने पर ध्यान देने योग्य बनाएगी और आपकी आर्थिक स्थिति धीरे-धीरे संभालने लगेगी। आप वित्तीय योजनाओं को सोच समझकर बनाएंगे जिससे आपको लाभ होगा।
छठे भाव में बैठे वक्री बृहस्पति भी द्वादश भाव को देखेंगे जिससे आपको खर्चे बार-बार करने की स्थिति बनेगी। वही अष्टम भाव में बैठे केतु महाराज भी आर्थिक स्थिति को परेशानी में डाल सकते हैं लेकिन बृहस्पति की दृष्टि दूसरे भाव पर भी होगी जिससे कुछ विवाद जैसी स्थितियों से भी आपको धन लाभ होने के योग बनेंगे। महीने के उत्तरार्ध में सूर्य, मंगल, बुध, शुक्र आपके प्रथम भाव में आ जाएंगे और द्वादश भाव से बाहर निकल जाएंगे। तब आपके खर्चों में कमी आएगी और आपकी आर्थिक स्थिति धीरे-धीरे उन्नत होने लगेगी। वहीं शनि देव की कृपा भी आपको अपने धन का सही प्रबंधन करने पर ध्यान देने योग्य बनाएगी और आपकी आर्थिक स्थिति धीरे-धीरे संभालने लगेगी। आप वित्तीय योजनाओं को सोच समझकर बनाएंगे जिससे आपको लाभ होगा।
स्वास्थ्य
स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से यह महीना शुरुआत में थोड़ा कमज़ोर रहने की संभावना है क्योंकि आपके द्वादश भाव में महीने की शुरुआत में चार ग्रह विराजमान रहेंगे और दो ग्रहों का उन पर दृष्टि होगी। इससे छह ग्रहों का संबंध द्वादश भाव पर होने से शारीरिक समस्याएं बढ़ सकती हैं। आंखों में से पानी बहना, आंखों में दर्द, समस्या होना पैरों में चोट लगा एड़ी में दर्द होना स्नायु तंत्र से संबंधित समस्याएं और बुखार आदि की समस्या आपको परेशान कर सकती है। इसलिए आपको इन सभी समस्याओं के प्रति सावधानी रखनी चाहिए।
इसके अतिरिक्त विशेष रूप से पंचम भाव पर शनि देव की दृष्टि होगी और बृहस्पति वक्री अवस्था में छठे भाव में होंगे। जिससे पेट से जुड़ी समस्याओं के प्रति आपको विशेष रूप से सावधानी बरतने की आवश्यकता पड़ेगी। जरा सी भी समस्या होने पर तुरंत चिकित्सक से संपर्क करना आपके लिए लाभदायक रहेगा। क्योंकि ऐसा करने से कोई बड़ी समस्या की चपेट में आने से आप बच सकते हैं। आपको शारीरिक दिनचर्या में बदलाव लाने की आवश्यकता है शरीर को पर्याप्त आराम भी दें लेकिन सुबह की सैर अथवा साइकिल चलाने की आदत डालें। इससे आपको बहुत लाभ होगा और आपका स्वास्थ्य है पीड़ित होने से बच जाएगा और आप तंदुरुस्त जीवन जी पाएंगे।
इसके अतिरिक्त विशेष रूप से पंचम भाव पर शनि देव की दृष्टि होगी और बृहस्पति वक्री अवस्था में छठे भाव में होंगे। जिससे पेट से जुड़ी समस्याओं के प्रति आपको विशेष रूप से सावधानी बरतने की आवश्यकता पड़ेगी। जरा सी भी समस्या होने पर तुरंत चिकित्सक से संपर्क करना आपके लिए लाभदायक रहेगा। क्योंकि ऐसा करने से कोई बड़ी समस्या की चपेट में आने से आप बच सकते हैं। आपको शारीरिक दिनचर्या में बदलाव लाने की आवश्यकता है शरीर को पर्याप्त आराम भी दें लेकिन सुबह की सैर अथवा साइकिल चलाने की आदत डालें। इससे आपको बहुत लाभ होगा और आपका स्वास्थ्य है पीड़ित होने से बच जाएगा और आप तंदुरुस्त जीवन जी पाएंगे।
प्रेम व वैवाहिक
प्रेम संबंधी मामलों के लिए महीने की शुरुआत अच्छी रहेगी। आप प्यार के सागर में गोते लगाएंगे। लंबी-लंबी यात्राएं करेंगे। अपने प्रियतम के साथ सुदूर स्थान पर घूमने जाने के योग बनेंगे। आप विदेश यात्रा या दूसरे शहर की यात्रा पर भी जा सकते हैं। शनि देव की दृष्टि पंचम भाव पर होने से आपको कुछ चुनौतियों का सामना भी करना पड़ सकता है। एक दूसरे की कुछ छुपी हुई सच्चाइयां भी आपके सामने आएंगे। जिससे आपके रिश्ते की परख होगी। यदि आप प्यार में सच्चे हैं तो आपका रिश्ता पक्का होगा और परवान चढ़ेगा।
दूसरी तरफ आपकी प्रियतम की वाणी आपको अपना बनाएगी। आप उनकी ओर खिंचे चले जाएंगे। महीने के उत्तरार्ध में शुक्र के 13 तारीख को प्रथम भाव में आ जाने से आपके दिल में प्यार की भावनाएं और उमड़ेंगी। जिससे आपका रिश्ता और रूमानियत से भर जाएगा। यदि वैवाहिक संबंधों की बात की जाए तो आपके लिए महीने की शुरुआत कठिन हो सकती है और जीवनसाथी को स्वास्थ्य समस्याएं भी परेशान कर सकती हैं।
सप्तम भाव के ऊपर द्वादश भाव में बैठे मंगल महाराज की दृष्टि पति पत्नी के बीच लड़ाई झगड़े को जन्म दे सकती है और महीने के उत्तरार्ध में भी सूर्य मंगल जैसे ग्रहों का प्रभाव सप्तम भाव पर होने से पूरे महीने से आपको अपने रिश्ते के प्रति जिम्मेदारी दिखानी होगी तभी आपका रिश्ता संभाल पाएगा।
दूसरी तरफ आपकी प्रियतम की वाणी आपको अपना बनाएगी। आप उनकी ओर खिंचे चले जाएंगे। महीने के उत्तरार्ध में शुक्र के 13 तारीख को प्रथम भाव में आ जाने से आपके दिल में प्यार की भावनाएं और उमड़ेंगी। जिससे आपका रिश्ता और रूमानियत से भर जाएगा। यदि वैवाहिक संबंधों की बात की जाए तो आपके लिए महीने की शुरुआत कठिन हो सकती है और जीवनसाथी को स्वास्थ्य समस्याएं भी परेशान कर सकती हैं।
सप्तम भाव के ऊपर द्वादश भाव में बैठे मंगल महाराज की दृष्टि पति पत्नी के बीच लड़ाई झगड़े को जन्म दे सकती है और महीने के उत्तरार्ध में भी सूर्य मंगल जैसे ग्रहों का प्रभाव सप्तम भाव पर होने से पूरे महीने से आपको अपने रिश्ते के प्रति जिम्मेदारी दिखानी होगी तभी आपका रिश्ता संभाल पाएगा।
पारिवारिक
यदि आपका पारिवारिक जीवन को देखें तो पूरे महीने दूसरे भाव में राहु महाराज विराजमान रहेंगे और दूसरे भाव के स्वामी शनि महाराज तीसरे भाव में उपस्थित रहेंगे। जबकि छठे भाव में बैठे वक्री बृहस्पति की दृष्टि दूसरे भाव पर रहेगी। वहीं चौथे भाव के स्वामी मंगल महाराज महीने की शुरुआत में अस्त अवस्था में सूर्य बुध और शुक्र के साथ द्वादश भाव में और महीने के उत्तरार्ध में 16 तारीख से आपके प्रथम भाव में यानी कि आपकी ही राशि में उच्च अवस्था में होंगे। ऐसी स्थितियों में पारिवारिक जीवन में उथल-पुथल हो सकती है लेकिन आप स्थिति को संभाल लेंगे और इसके चलते पारस्परिक सामंजस्य में बढ़ोतरी होगी।
पारिवारिक संपत्ति में इजाफा होने के योग बनेंगे। आपका परिवार कोई नया घर या नई संपत्ति खरीदने में कामयाब हो सकते हैं। जिससे घर में खुशियां भी आएंगी। तीसरे भाव में शनि देव महाराज रहेंगे, जो आपसे लगातार मेहनत करवा सकते हैं। भाई बहनों से आपके संबंध अच्छे रहेंगे, लेकिन तीसरे भाव के स्वामी बृहस्पति के छठे भाव में होने से भाई-बहनों से कुछ बातों को लेकर अनबन भी हो सकती है या मतभेद होने के योग भी बन सकते हैं इसलिए आपको थोड़ी सी सावधानियां तो बरतना ही होगा। इस अवधि जीवनसाथी से अच्छे और मधुर संबंध बनाए रखने पर ध्यान देना होगा। उनको आपकी मदद की दरकार होगी तो आपको उनकी मदद भी करनी होगी।
पारिवारिक संपत्ति में इजाफा होने के योग बनेंगे। आपका परिवार कोई नया घर या नई संपत्ति खरीदने में कामयाब हो सकते हैं। जिससे घर में खुशियां भी आएंगी। तीसरे भाव में शनि देव महाराज रहेंगे, जो आपसे लगातार मेहनत करवा सकते हैं। भाई बहनों से आपके संबंध अच्छे रहेंगे, लेकिन तीसरे भाव के स्वामी बृहस्पति के छठे भाव में होने से भाई-बहनों से कुछ बातों को लेकर अनबन भी हो सकती है या मतभेद होने के योग भी बन सकते हैं इसलिए आपको थोड़ी सी सावधानियां तो बरतना ही होगा। इस अवधि जीवनसाथी से अच्छे और मधुर संबंध बनाए रखने पर ध्यान देना होगा। उनको आपकी मदद की दरकार होगी तो आपको उनकी मदद भी करनी होगी।
उपाय
आपको शनिवार के दिन पीपल वृक्ष के नीचे शाम के समय में सरसों के तेल का दीपक जलाना चाहिए।
आपको गणेश जी की उपासना करनी चाहिए और उन्हें दूर्वा अर्पित करना चाहिए।
आपके लिए सिद्ध कुंजिका स्तोत्र का पाठ करना लाभदायक रहेगा।
बुधवार के दिन गौ माता की सेवा करें।
आपको गणेश जी की उपासना करनी चाहिए और उन्हें दूर्वा अर्पित करना चाहिए।
आपके लिए सिद्ध कुंजिका स्तोत्र का पाठ करना लाभदायक रहेगा।
बुधवार के दिन गौ माता की सेवा करें।
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