May, 2024 का कन्या राशिफल - अगले महीने का कन्या राशिफल
May, 2024
सामान्य
कन्या राशि में जन्मे जातकों के लिए यह महीना मध्यम रूप से फलदायक रहने की संभावना दिखाई दे रही है। आपको इस महीने अपने स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता पड़ेगी क्योंकि ग्रहों का संयोजन स्वास्थ्य समस्याएं दिखा रहा है। प्रेम जीवन के संदर्भ में अनुकूल परिणाम की प्राप्ति होने के योग बनेंगे जबकि वैवाहिक जीवन में तनाव और टकराव की स्थितियां बनती रहेंगी। आपको बहुत धैर्य से काम लेना होगा अन्यथा आपका रिश्ता बिखर सकता है। इसके अतिरिक्त जीवन साथी के स्वास्थ्य की देखभाल करनी होगी क्योंकि उनके बीमार होने की संभावना बन सकती है। आर्थिक चुनौतियां बनी रहेंगी। लेकिन आपको खर्चों पर नियंत्रण रखने की कोशिश पूरी तरह से करनी होगी तभी जाकर आप अच्छे परिणाम हासिल कर पाएंगे। करियर में काफी हद तक अनुकूल स्थितियां रहेंगी। नौकरी करने वाले जातकों को कठिन परिश्रम करना होगा। जबकि बिजली व्यापार कर रहे जातकों को अपने व्यवसायिक व्यवहार के साथ उचित व्यवहार करना होगा तभी आप मिलकर अपने व्यापार को उन्नत बना पाएंगे। विद्यार्थियों को उनकी एकाग्रता का फल मिलेगा आपके विदेश जाने के योग भी बन सकते हैं।
कार्यक्षेत्र
करियर के दृष्टिकोण से यह महीना ठीक-ठाक रहने की प्रबल संभावना है। दशम भाव के स्वामी बुध महाराज सप्तम भाव में अपनी नीच राशि मीन में राहु और मंगल के साथ उपस्थित रहेंगे। इससे नौकरी में आपकी मेहनत बढ़ेगी। आपको कठिन परिश्रम करना पड़ेगा तब जाकर आपको लगेगा कि आपको कुछ प्राप्ति हो रही है। विरोधी भी चारों तरफ से आपको घेरने की पूरी कोशिश करेंगे इसलिए आपको चतुराई से काम लेना होगा। 10 मई को बुध मेष राशि में अष्टम भाव में आ जाएंगे यह समय नौकरी में उतार-चढ़ाव दिखा सकता है। आपको इस दौरान सावधानी बरतनी होगी ताकि नौकरी हाथ से ना चली जाए। बुध ग्रह महीने के अंतिम दिन 31 तारीख को नवम भाव में आ जाएंगे यह समय नौकरी में सफलता देगा और आपका किसी अच्छी जगह पर स्थानांतरण भी हो सकता है। छठे भाव के स्वामी शनि महाराज पूरे महीने छठे भाव में ही रहेंगे जिससे आप कठिन परिश्रम करने से पीछे नहीं हटेंगे और इसी के कारण नौकरी में अपनी मजबूत स्थिति को बनाए रख पाएंगे। व्यापार कर रहे जातकों को सावधानी से काम लेना होगा। सप्तम भाव में राहु, मंगल, और बुध एक साथ विराजमान हैं और आपकी राशि में केतु महाराज की उपस्थिति पूरे महीने बनी रहने वाली है। इससे व्यापार में उथल-पुथल हो सकती है। आपके संबंध आपके व्यवसायिक साझेदार से बिगड़ सकते हैं। उनसे अच्छा व्यवहार करें ताकि आप मिलकर अपने व्यापार की उन्नति के लिए कार्य कर सकें। सप्तम भाव के स्वामी देव गुरु बृहस्पति नवम भाव में बैठे हैं जिससे व्यापार से संबंधित लंबी यात्राएं व्यापार के लिए हितकारी रहेंगी और आपका व्यापार अनेक जगहों पर फैलेगा।
आर्थिक
यदि आपकी आर्थिक स्थिति को देखा जाए तो आर्थिक दृष्टिकोण से यह महीना कमजोर रहने की संभावना दिखाई दे रही है। छठे भाव में शनि महाराज सप्तम भाव में राहु, मंगल, और बुध तथा अष्टम भाव में शुक्र और बृहस्पति के विराजमान होने के कारण आर्थिक चुनौतियां आपका इंतजार करेंगी। आपके खर्चे बेतहाशा रूप से बढ़ेंगे जिन पर नियंत्रण रखना आपके वश के बाहर होगा फिर भी आपको निरंतर प्रयास करना होगा क्योंकि आमदनी बहुत सामान्य रहेगी। पहले के मुकाबले आपको लगेगा कि यह समय आमदनी में कुछ कमी दिखा रहा है इसलिए आपको अपने खर्चों को ही नियंत्रण में लाने के लिए प्रयास करने होंगे क्योंकि यदि एक बार वह नियंत्रण में आ गए तो फिर आपकी आर्थिक स्थिति अनुकूल हो सकती है। दूसरे भाव के स्वामी शुक्र महाराज महीने की शुरुआत में अष्टम भाव में रहेंगे जिससे आप गुप्त माध्यमों पर धन व्यय करेंगे और उससे अपने लिए सुख ढूंढने की कोशिश करेंगे। हालांकि 19 तारीख को शुक्र आपके नवम भाव में चले जाएंगे और वहां पर देव गुरु बृहस्पति से उनकी मुलाकात होगी। जिससे आपको आर्थिक लाभ होने लगेगा। बाजार की चाल को समझ कर निवेश करना आपके लिए फायदेमंद रहेगा। लेकिन कोई भी बड़ा जोखिम उठाने से बचें, इसमें ज्यादा नुकसान हो सकता है।
स्वास्थ्य
यह महीना स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से कम ही अनुकूल दिखाई दे रहा है। राशि स्वामी बुध महाराज अपनी नीच राशि मीन में राहु और मंगल के साथ विराजमान रहेंगे जिससे स्वास्थ्य में गिरावट साफ इंगित हो रही है इसलिए आपको बहुत ज्यादा सावधानी रखनी होगी कि अपने आप को तंदुरुस्त कैसे बनाया जाए। इसके लिए सुबह की सैर करना अच्छा होगा। त्वचा संबंधित समस्याएं, रक्त से संबंधित समस्याएं आपको परेशान कर सकती हैं। शनि महाराज छठे भाव में रहकर आपको परखेंगे। यदि आप आलस्य से भरे रहेंगे तो स्वास्थ्य समस्याएं बढ़ेंगी। अन्यथा आप इन समस्याओं से बाहर निकल लेंगे। महीने का उत्तरार्ध स्वास्थ्य समस्याओं में कमी लेकर आ सकता है।
प्रेम व वैवाहिक
यदि आप किसी प्रेम संबंध में है तो यह महीना के मध्यम रहने की संभावना है। पंचम भाव पर देव गुरु बृहस्पति की दृष्टि आपके प्यार को निखारेगी, आप एक दूसरे पर निर्भरता को बढ़ाएंगे और आपका विश्वास भी धीरे-धीरे दिन प्रतिदिन बढ़ता चला जाएगा। इससे आप जिन से प्यार करते हैं उनके काफी निकट आ जाएंगे और अपने रिश्ते को खूबसूरत तरीके से व्यतीत करेंगे। पंचम भाव के स्वामी शनि महाराज छठे भाव में बैठकर द्वादश भाव को देख रहे हैं जिससे आपके प्रियतम कुछ समय के लिए किसी कार्य के चलते कहीं बाहर जा सकते हैं जिससे आपको उनकी कमी भी खल सकती है। विवाहित जातकों के लिए यह महीना कमजोर रहने की संभावना है। आपकी राशि में केतु और सप्तम भाव में राहु, मंगल और बुध जैसे ग्रहों का प्रभाव आपसी अहम का टकराव और जुबानी जंग कराने में कोई कमी बाकी नहीं रखेंगा जिससे आप और आपके जीवनसाथी के मध्य तनाव बढ़ सकता है और आपका वैवाहिक जीवन परेशानियों में घिर सकता है। आपको इन परिस्थितियों को संभालना होगा ताकि किसी तरह का कोई वाद विवाद ना बढ़े नहीं तो यह बहुत दूर तक जा सकता है। हालांकि देव गुरु बृहस्पति की दृष्टि प्रथम भाव पर होने से आप सही निर्णय लेकर समय रहते चीजों को संभाल पाएंगे। 10 मई को बुध के मेष राशि में चले जाने से इन परिस्थितियों में थोड़ी कमी आएगी और ससुराल पक्ष से आपकी बातचीत अच्छे से होगी।
पारिवारिक
यह महीना पारिवारिक तौर पर ठीक-ठाक रहने की संभावना है हालांकि आपको अपने व्यवहार को नियंत्रण में रखना होगा। आप बहुत जल्दी उत्तेजित हो सकते हैं और ऐसा उत्तेजित होना और क्रोध दिखाना परिवार के लोगों से आपके समन्वय बिगाड़ सकता है। चतुर्थ भाव के स्वामी देव गुरु बृहस्पति नवम भाव में विराजमान हैं जिससे आप परिवार के साथ किसी तीर्थ यात्रा पर जाने का प्लान भी बना सकते हैं और इससे घर में सुख और शांति का योग बनेगा। आपकी राशि पर देव गुरु बृहस्पति का प्रभाव होने से आप अच्छे निर्णय लेंगे जिससे परिवार के सदस्यों को किसी तरह की कोई असुविधा नहीं होगी। शुक्र और सूर्य अष्टम भाव में विराजमान हैं और यहां से आपके दूसरे भाव को देखते हैं। इसकी वजह से कुटुंब के लोग आपस में एक दूसरे को सम्मान देंगे। थोड़ा अहम का टकराव तो होगा लेकिन फिर भी घर की स्थिति अच्छी रहेगी। भाई बहनों का व्यवहार कुछ परेशान करेगा, उन्हें कुछ स्वास्थ्य समस्याएं भी हो सकती हैं इसलिए आपका यही फर्ज बनेगा कि आप उनकी देखभाल करें।
उपाय
आपको प्रतिदिन भगवान श्री हरि विष्णु जी की उपासना करनी चाहिए।
शुक्रवार के दिन गौ माता को गेहूं का सूखा आटा खिलाना चाहिए।
श्री बुध देव जी के बीज मंत्र का नियमित जाप करना चाहिए।
श्री बजरंग बाण का पाठ करना भी आपके लिए शुभ रहेगा।
शुक्रवार के दिन गौ माता को गेहूं का सूखा आटा खिलाना चाहिए।
श्री बुध देव जी के बीज मंत्र का नियमित जाप करना चाहिए।
श्री बजरंग बाण का पाठ करना भी आपके लिए शुभ रहेगा।
यह राशिफल आपकी चंद्र राशि पर आधारित है। इसके अलावा व्यक्तिगत भविष्यवाणी जानने के लिए ज्योतिषियों के साथ फ़ोन पर या चैट पर जुड़े।
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