शुक्र का कर्क राशि में उदय
शुक्र का कर्क राशि में उदय: शुक्र देव18 अगस्त 2023 की शाम 07 बजकर 17 मिनट पर कर्क राशि में उदित हो रहे हैं। वैदिक ज्योतिष में शुक्र के अस्त होने को एक महत्वपूर्ण घटना माना जाता है क्योंकि इस दौरान ज्यादातर शुभ कार्यों को नहीं किया जाता है। शुक्र की अस्त अवस्था को तारा डूबना भी कहा जाता है। अन्य ग्रहों की भांति ही, जब शुक्र सूर्य के करीब चले जाते हैं, तो यह अस्त हो जाते हैं। हालांकि, शुक्र एक बेहद सौम्य और लाभकारी ग्रह माना गया है, लेकिन जब यह सूर्य जैसे उग्र ग्रह के करीब जाते हैं, तब शुक्र अपनी शक्तियां खोकर अस्त हो जाते हैं।
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इन परिस्थितियों में शुक्र का प्रभाव कम हो जाता है और इससे मिलने वाले शुभ परिणामों में भी कमी देखने को मिलती है। अब शुक्र का कर्क राशि में उदय हो रहाहैं और किसी ग्रह के उदय होने का अर्थ उस स्थिति से होता है जब वह अस्त अवस्था से बाहर आता है। ऐसे में शुक्र के उदय होने को “शुक्र तारा उदय” से नाम से भी जाना जाता है। शुक्र के अस्त होने के कारण जातकों को प्रेम एवं वैवाहिक जीवन में आनंद, विलासिता और प्रेम की कमी आदि समस्याओं का सामना करना पड़ता है और अब शुक्र का कर्क राशि में उदय जातकों को इन सभी समस्याओं से राहत दिलाएगा। लेकिन शुक्र का कर्क राशि में उदय होने से सभी 12 राशियों पर पड़ने वाले इसके प्रभाव के बारे में जानने से पहले आइये जानते हैं शुक्र ग्रह और कर्क राशि के बारे में।
शुक्र ग्रह और कर्क राशि का वैदिक ज्योतिष में महत्व
वैदिक ज्योतिष में, शुक्र ग्रह को भौतिक सुखों का कारक माना गया है जिन्हें “भोर का तारा” भी कहा जाता है। हालांकि, शुक्र को राशि चक्र की दो राशियों वृषभ और तुला राशि का स्वामित्व प्राप्त है और यह 23 दिनों तक एक राशि में रहते हैं। शुक्र के शुभ प्रभाव से जातकों को जीवन में भौतिक सुखों के साथ-साथ वैवाहिक सुख, विलासिता, प्रसिद्धि आदि की प्राप्ति होती है। ज्योतिष में शुक्र ग्रह के गोचर को बहुत ही महत्वपूर्ण माना जाता है क्योंकि इसके शुभ और अशुभ दोनों तरह के प्रभाव व्यक्ति के जीवन को प्रभावित करते हैं।

सामान्य तौर पर, मनुष्य के जीवन में शुक्र सुख, समृद्धि, धन, आनंद, आकर्षण, सुंदरता, यौवन, प्रेम, रिलेशनशिप, प्रेम की कामना और संतुष्टि आदि का प्रतिनिधित्व करते हैं। साथ ही, यह रचनात्मकता, कला, संगीत, कविता, डिजाइनिंग, मनोरंजन, शो, ग्लैमर, फैशन, ज्वेलरी, कीमती रत्न, मेकअप, विलासिता पूर्ण यात्रा, लज़ीज भोजन, महंगे वाहन आदि के भी कारक माने गए हैं और अब शुक्र का कर्क राशि में उदय हो रहा है। यह राशि चक्र की चौथी राशि है और इसका प्रतीक बिच्छू है। जल तत्व की राशि कर्क के स्वामी ग्रह चंद्रमा हैं जो कि स्वभाव से स्त्री हैं।
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यह राशिफल आपकी चंद्र राशि पर आधारित है। अपनी व्यक्तिगत चन्द्र राशि अभी जानने के लिए चंद्र राशि कैलकुलेटर का उपयोग करें।
शुक्र का कर्क राशि में उदय: राशि अनुसार राशिफल और उपाय
मेष राशि
मेष राशि के जातकों के लिए शुक्र आपके परिवार, धन, वाणी के भाव यानी कि दूसरे भाव और सातवें भाव के स्वामी हैं जो कि जीवनसाथी का भाव है। यह आपके चौथे भाव में अस्त हुए थे और यह भाव माता, घरेलू जीवन, घर, वाहन, संपत्ति आदि का प्रतिनिधित्व करता है। ऐसे में, मेष राशि के जातक दूसरे और सातवें भाव से संबंधित क्षेत्रों में जिन समस्याओं का सामना कर रहे थे जैसे बचत न कर पाना, वाणी और स्वास्थ्य से जुड़ी परेशानियां, जीवनसाथी, बिज़नेस पार्टनर, परिवार के किसी सदस्य या माता के साथ संबंधों में उतार-चढ़ाव, घरेलू जीवन में अशांति या फिर माता को स्वास्थ्य समस्याएं आदि। तो आपको बता दें कि शुक्र का कर्क राशि में उदय होने से मेष राशि वालों को इन सभी समस्याओं से राहत मिलेगी और आपको एक बार फिर शुक्र से शुभ परिणामों की प्राप्ति होगी। ऐसे में, आपका घर-परिवार खुशियों से भरा नज़र आएगा।
शुक्र के उदित होने की अवधि संपत्ति और वाहन खरीदने के साथ-साथ घर का रेनोवेशन कराने के लिए भी अच्छी रहेगी। पार्टनर के साथ मिलकर आप ऐसा कर सकते हैं। साथ ही, घर-परिवार का वातावरण आनंददायक रहने वाला है। माता के साथ इन जातकों का रिश्ता प्रेम से भरा रहेगा। चौथे भाव में बैठे शुक्र की दृष्टि आपकी दसवें भाव पर होगी जो कि पेशेवर जीवन का भाव है और ऐसे में, शुक्र का कर्क राशि में उदय आपके लिए लाभदायक रहेगा। जो जातक बिज़नेस पार्टनरशिप में आना चाहते हैं उनके लिए यह समय अनुकूल साबित होगा।
उपाय: आपके जीवन में महत्व रखने वाली महिलाओं का सम्मान करें और उन्हें कोई तोहफा दें।
वृषभ राशि
वृषभ राशि के जातकों के लिए शुक्र आपके लग्न भाव और छठे भाव के स्वामी हैं जो अब आपके तीसरे भाव में उदित होंगे और यह भाव भाई-बहनों, शौक, छोटी दूरी की यात्रा, संवाद कौशल का प्रतिनिधित्व करता है। आपको बता दें कि लग्न भाव के स्वामी शुक्र तीसरे भाव में अस्त हो गए थे और अब यह इसी भाव में उदित हो रहे हैं। इस भाव में शुक्र के अस्त होने से जातकों को स्वास्थ्य समस्याओं और छोटे भाई-बहनों के साथ रिश्ते में उतार-चढ़ाव का सामना करना पड़ रहा था। ऐसे में, शुक्र का कर्क राशि में उदय जातकों को कामों में सक्रिय बनाएगा और इसके परिणामस्वरूप जीवन में प्रगति हासिल करने के लिए आप प्रयास करते नज़र आएंगे। इस दौरान आप खुद को आत्म-प्रेरित कर सकेंगे। साथ ही, शुक्र का कर्क राशि में उदय होने से वृषभ राशि के जो जातक लेखन, प्रिंट मीडिया, स्टोरी राइटिंग आदि से जुड़े हैं वह इस समय का फायदा उठा सकेंगे और इस अवधि में आपकी लेखन क्षमता प्रभावी रहेगी।
शुक्र उदित होने के दौरान इस राशि के लोग कोई नई भाषा सीख सकते हैं या कहीं धन निवेश कर सकते हैं या फिर अपनी कलाओं जैसे सिंगिंग, डांसिंग, एक्टिंग आदि में निख़ार लेकर आ सकते हैं। छोटे भाई-बहनों के साथ चल रहे आपके विवाद अब सुलझ जाएंगे और आप उनके साथ ख़ुशी के पल बिताते हुए दिखाई देंगे। यदि आपने कोई छोटा ट्रिप या फिर किसी तीर्थ स्थल की यात्रा की योजना को रद्द कर दिया था, तो आप दोबारा उस पर सोच-विचार कर सकते हैं। तीसरे भाव में बैठे शुक्र की दृष्टि धर्म, पिता और गुरु के भाव यानी कि नौवें भाव पर होगी और इसके परिणामस्वरूप आपकी रुचि धार्मिक कार्यों में बढ़ेगी। साथ ही, आपका रिश्ता पिता के साथ अच्छा बना रहेगा और वह अच्छा काम करने के लिए आपकी सराहना भी करेंगे।
उपाय: प्रतिदिन शुक्र होरा में शुक्र मंत्र का जाप या ध्यान करें।
मिथुन राशि
मिथुन राशि के जातकों के लिए शुक्र आपके पांचवें और बारहवें भाव के स्वामी हैं और यह आपके दूसरे भाव में अस्त हुए थे जो कि परिवार, बचत और वाणी का भाव है। अब शुक्र आपके दूसरे भाव में ही उदित हो रहे हैं। हालांकि, मिथुन राशि के जातक शुक्र अस्त के दौरान जिन समस्याओं का सामना कर रहे थे जैसे रिलेशनशिप और पढ़ाई में बाधाएं और संतान के साथ संबंधों में परेशानी आदि से उन्हें अब राहत मिलेगी। इस दौरान आपका संचार कौशल शानदार रहेगा जिससे दूसरे लोग जल्द ही प्रभावित होंगे। ऐसे में, आप अपनी मधुर वाणी और बातचत के तरीके से दूसरों का ध्यान अपनी तरफ़ खीचने में सक्षम होंगे। वहीं, मिथुन राशि के जो जातक सिंगर, मोटिवेशनल स्पीकर,रिप्रेजेन्टेटिव या फिर स्टेज परफ़ॉर्मर हैं, उनके लिए शुक्र का कर्क राशि में उदय फलदायी साबित होगा। साथ ही, इन्हें विदेश में या फिर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर परफॉर्म करने का मौका मिल सकता है।
कुंडली में दूसरा भाव बचत का भाव है और शुक्र धन का कारक ग्रह है। इसके फलस्वरूप, निश्चित रूप से धन के प्रवाह में बढ़ोतरी होगी, लेकिन बारहवें भाव के स्वामी के रूप में शुक्र का कर्क राशि में उदय होना आपके ख़र्चों में भी वृद्धि कर सकता है जो कि पहले इनकी अस्त अवस्था के चलते नियंत्रण में थे। इस राशि के जो छात्र विदेश में पढ़ाई करना चाहते हैं लेकिन पैसों की कमी की वजह से ऐसा नहीं कर पा रहे थे, तो शुक्र का कर्क राशि में उदय होने के साथ ही आपकी इन समस्याओं का अंत हो जाएगा और आप धन की व्यवस्था करने में सक्षम होंगे। आपके दूसरे भाव में उपस्थित शुक्र की दृष्टि आपके आठवें भाव पर पड़ रही होगी और इसके परिणामस्वरूप, आपके और पार्टनर की संपत्ति में संयुक्त रूप से वृद्धि होगी। साथ ही, ससुराल पक्ष के साथ आपके रिश्ते मधुर बने रहेंगे। नकारात्मक पक्ष की बात करें तो, शुक्र का उदित होना आपको स्वास्थ्य समस्याएं जैसे गले, त्वचा और यूटीआई आदि से जुड़ी परेशानियां दे सकता है इसलिए आपको सलाह दी जाती है कि स्वास्थ्य को लेकर सावधान रहें।
उपाय: घर से निकलने से पहले कुछ मीठा खाएं और बातचीत के समय विनम्र बने रहें।
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कर्क राशि
कर्क राशि के जातकों के लिए शुक्र एक शुभ ग्रह है जो कि आपके चौथे और ग्यारहवें भाव के स्वामी हैं और अब यह आपके लग्न भाव में उदित हो रहे हैं। ऐसे में, आपको शुक्र से अच्छे परिणाम प्राप्त हो सकते हैं। कर्क राशि के जातकों के लिए शुक्र का लग्न भाव में उदित होना शुभ साबित हो सकता है। इस दौरान आप एक आकर्षक व्यक्तित्व के स्वामी होंगे।
शुक्र का कर्क राशि में उदय कर्क राशि की महिलाओं और माताओं के स्नेह तथा ममता में बढ़ोतरी करेगा और आप संतान पर प्रेम की बरसात करती दिखाई दे सकती हैं। यह समय धन लाभ की दृष्टि से भी अच्छा रहेगा और इस दौरान आप धन का निवेश किसी प्रॉपर्टी या घर खरीदने में कर सकते हैं। पैसों से जुड़ी आपकी तमाम इच्छाएं पूरी होंगी और इस दौरान आप जीवन का आनंद लेते हुए दिखाई देंगे। साथ ही, सामाजिक जीवन का भी दायरा बढ़ सकता है और इस अवधि में आप घरेलू जीवन का आनंद लेंगे। प्रथम भाव से शुक्र की दृष्टि आपके सातवें भाव पर होगी और ऐसे में, प्रेम एवं वैवाहिक जीवन पूरी तरह से आपके नियंत्रण में होगा।
उपाय: स्वयं को आकर्षक बनाए रखें और स्वच्छ कपड़े पहनें। साथ ही, चंदन से बने परफ्यूम का प्रयोग करें।
सिंह राशि
सिंह राशि वालों के लिए शुक्र आपके तीसरे और दसवें भाव के स्वामी हैं जो अब आपके बारहवें भाव में उदित हो रहे हैं और यह विदेश तथा ख़र्चों का भाव है। सिंह राशि के जातकों को शुक्र का कर्क राशि में उदय उन समस्याओं से राहत दिलाएगा जिनका सामना आप पेशेवर जीवन में कर रहे थे। लेकिन, इस बात की संभावना है कि काम के सिलसिले में आपको यात्राएं करनी पड़ें, हालांकि ये यात्राएं छोटी या फिर विदेश की हो सकती हैं। सिंह राशि के वह जातक जो एमएनसी, इंटरनेशनल कंपनियों और अस्पताल आदि में कार्य करते हैं, वह इस अवधि में फलते-फूलते नज़र आएंगे।
वहीं, शुक्र का कर्क राशि में उदय आपके ख़र्चों में बढ़ोतरी करवा सकता है इसलिए इस समय किसी को पैसा उधार देने से भी बचें। साथ ही, बारहवें भाव से शुक्र की दृष्टि आपके छठे भाव पर होगी जो कि प्रतियोगिता का भाव है। ऐसे में, यदि आप किसी प्रतियोगिता जैसे सिंगिंग, डांसिंग या एक्टिंग आदि की तैयारी में जुटे हुए हैं, तो इस दौरान आपको रचनात्मक आइडियाज आ सकते हैं। सिंह राशि वालों को सलाह दी जाती है कि इस समय आप जीवन के नैतिक मूल्यों का पालन करें क्योंकि किसी भी तरह के गलत कामों में भागीदारी समाज में आपकी छवि ख़राब कर सकती है।
उपाय: कार्यस्थल पर श्रीयंत्र की स्थापना करें और नियमित रूप से उसकी पूजा करें।
कन्या राशि
कन्या राशि के जातकों के लिए शुक्र मित्र ग्रह है और यह धन भाव अर्थात दूसरे भाव और नौवें भाव के स्वामी भी हैं जो कि भाग्य का भाव है। अब लंबी यात्राओं के भाव अर्थात नौवें भाव के स्वामी शुक्र ग्यारहवें भाव में उदित हो रहे हैं और यह धन लाभ, इच्छाओं, बड़े भाई-बहनों, चाचा आदि का भाव है। साथ ही, शुक्र सामान्य तौर पर धन और विलासिता का प्रतिनिधित्व करते हैं। ऐसे में, शुक्र का कर्क राशि में उदय धन लाभ के मामले में फलदायी साबित होगा। कुल मिलाकर, शुक्र का उदित होना आर्थिक लाभ की दृष्टि से शुभ रहेगा क्योंकि यह एक ही समय पर धन के दोनों भावों को प्रभावित करेगा।
ग्यारहवां भाव दोस्तों और सोशल नेटवर्क का भाव है इसलिए इस दौरान आप सामाजिक दायरा बढ़ाते हुए अपने दोस्तों के साथ अच्छा समय बिताएंगे। इसके अलावा, ग्यारहवें भाव में बैठे शुक्र आपके पांचवें भाव को देख रहे होंगे जो कि शिक्षा, प्रेम जीवन और संतान का भाव है। ऐसे में, आपके प्रेम संबंधों में मधुरता बनी रहेगी और संतान से भी आपको ख़ुशियाँ मिलेगी। डिजाइनिंग और रचनात्मक क्षेत्र की पढ़ाई करने वाले छात्रों के लिए यह समय फलदायी रहेगा।
उपाय: शुभ परिणामों की प्राप्ति के लिए वराहमिहिर की पौराणिक कथाओं का पाठ करें।
तुला राशि
तुला राशि के जातकों के लिए शुक्र आपके लग्न भाव और आठवें भाव के स्वामी हैं और अब यह आपके पेशे के भाव यानी कि दसवें भाव में उदित हो रहे हैं। शुक्र का कर्क राशि में उदय होने से तुला राशि के जातकों की सेहत में सुधार आएगा और इस दौरान आप पूरी तरह से अपने पेशेवर जीवन में समर्पित नज़र आएंगे, लेकिन आपको इस क्षेत्र में अचानक से कुछ बदलावों का सामना करना पड़ सकता है। यह बदलाव आपके लिए शुभ होंगे या नहीं, यह कुंडली में आपकी दशाओं पर निर्भर करेगा।
लेकिन, जिन जातकों का संबंध फ़ूड इंडस्ट्री, हॉस्पिटैलिटी, मेडिकल आदि से हैं, तो वह अपने पेशेवर जीवन में तरक्की हासिल करेंगे। वहीं, माता या बच्चों से जुड़े प्रोडक्ट्स का व्यापार करने वाले जातक इस समय अच्छा-ख़ासा पैसा कमाएंगे। दसवें भाव में बैठे शुक्र की दृष्टि आपके चौथे भाव पर होगी और इसके परिणामस्वरूप, शुक्र का कर्क राशि में उदय की अवधि वाहन खरीदने या कोई लक्ज़री वस्तु की खरीदारी के लिए अच्छी साबित होगी। साथ ही, इस दौरान आप घर का रेनोवेशन भी करवा सकते हैं।
उपाय: शुक्र ग्रह का आशीर्वाद पाने के लिए दाहिने हाथ की छोटी उंगली में ओपल या हीरा सोने की अंगूठी में धारण करें।
वृश्चिक राशि
वृश्चिक राशि के जातकों के लिए शुक्र आपके बारहवें और सातवें भाव के स्वामी के रूप में नौवें भावों में उदित हो रहे हैं और यह भाव धर्म, पिता, लंबी दूरी की यात्राओं, तीर्थ स्थल, भाग्य आदि का भाव है। ऐसे में, वृश्चिक राशि के जो जातक अपने रिश्ते को शादी में बदलना चाहते हैं लेकिन उन्हें अनेक समस्याओं का सामना करना पड़ रहा था, तो अब शुक्र का कर्क राशि में उदय होने से आप देखेंगे कि विवाह की राह में आ रही बाधाएं अपने आप दूर हो रही हैं और इसके परिणामस्वरूप, आप उस दिशा में सकारात्मक कदम उठाने में सक्षम होंगे। शादीशुदा जातक पार्टनर के साथ लंबी दूरी की यात्राओं या विदेश यात्रा पर जाने के बारे में दोबारा से सोच-विचार कर सकते हैं।
जो जातक उच्च शिक्षा के लिए विदेश जाना चाहते हैं, तो इस दिशा में आगे बढ़ने के लिए यह समय फलदायी साबित होगा। वृश्चिक राशि वालों को अपने पिता, गुरु और मेंटर का हर कदम पर समर्थन मिलेगा। तीर्थ स्थल की यात्रा के लिए भी समय अच्छा रहेगा। साथ ही आपका रुझान धार्मिक कार्यों में बढ़ेगा और ऐसे में, आप दान-पुण्य करके अच्छे कर्म करने का प्रयास कर सकते हैं। शुक्र नौवें भाव में बैठकर आपके तीसरे भाव पर दृष्टि डालेगा और इसके फलस्वरूप आपको भाई-बहनों का समर्थन मिलेगा। आप आत्मविश्वास से भरे नज़र आएंगे और संचार कौशल भी शानदार रहेगा।
उपाय: जीवनसाथी को परफ्यूम या कोई तोहफा भेंट करें।
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धनु राशि
धनु राशि के जातकों के लिए शुक्र आपके छठे और ग्यारहवें भाव के स्वामी हैं और अब यह आपके आठवें भाव में उदित होंगे जो कि दीर्घायु, अचानक से होने वाली घटनाओं, गोपनीयता आदि का प्रतिनिधित्व करता है। धनु राशि के जातकों के लिए शुक्र मित्र ग्रह नहीं है, लेकिन यह छठे भाव के स्वामी हैं और ऐसे में, यहाँ पर शुक्र विपरीत राजयोग का निर्माण करेंगे। हालांकि, आठवें भाव में शुक्र की स्थिति को अनुकूल नहीं कहा जा सकता है और फलस्वरूप शुक्र का कर्क राशि में उदय आपके लिए अनेक समस्याएं पैदा कर सकता है जैसे महिलाओं के साथ बहस या मतभेद होना, स्वास्थ्य समस्याएं आदि।
इस राशि के जातकों को अपने स्वास्थ्य को लेकर सतर्क रहने के साथ-साथ साफ़-सफाई बनाए रखने की भी सलाह दी जाती है क्योंकि आपको यूटीआई, कोई एलर्जी या फिर गुप्तांग में कोई इन्फेक्शन होने की आशंका है। अब ग्यारहवें भाव के स्वामी आठवें भाव में उदित हो रहे हैं
और ऐसे में, आपको कोई बड़ी धन हानि होने की संभावना है इसलिए जोखिम से भरा कोई वित्तीय निवेश या पैसों से जुड़ा कोई निर्णय लेते समय सावधान रहना होगा। आपके लिए बेहतर होगा कि पार्टनर के साथ मिलकर धन निवेश करें क्योंकि शुक्र के उदित होने से पार्टनर और आपकी संपत्ति में संयुक्त रूप से वृद्धि हो सकती है। सकारात्मक पहलू की बात करें तो, इस दौरान आपका रिश्ता ससुराल पक्ष के साथ मधुर बना रहेगा। साथ ही, शुक्र की सीधी दृष्टि आपके दूसरे भाव पर होगी और यह आपके बैंक-बैलेंस में बढ़ोतरी करेगी। इस दौरान आप लक्ज़री फ़ूड का आनंद लेते हुए दिखाई देंगे।
उपाय: प्रतिदिन महिषासुर मर्दिनी का पाठ करें।
मकर राशि
मकर राशि के जातकों के लिए शुक्र योगकारक ग्रह है और यह आपके पांचवें और दसवें भाव के स्वामी हैं। अब शुक्र आपके सातवें भाव में उदित होंगे जो कि विवाह, जीवनसाथी और व्यापारिक साझेदारी का भाव है। ऐसे में, पांचवें भाव के स्वामी के रूप में सातवें भाव में शुक्र उदित होंगे और फलस्वरूप, शुक्र का कर्क राशि में उदय की अवधि आपके लिए फलदायी साबित होगी। इस दौरान मकर राशि के जातक अपने रिश्ते को विवाह में बदल सकते हैं क्योंकि ऐसा करने के लिए यह समय उपयुक्त है।
सातवें भाव में शुक्र का उदित होना दर्शाता है कि प्रेम जीवन में आप सकारात्मक परिणामों का आनंद लेते हुए दिखाई देंगे। इस बात की संभावना है कि मकर राशि के सिंगल जातक किसी नए रिश्ते में प्रवेश कर सकते हैं। वहीं, शादीशुदा जातक अपने वैवाहिक जीवन का आनंद लेंगे। इसके अलावा, शुक्र का कर्क राशि में उदय होने से आपके पेशेवर जीवन के साथ-साथ सामाजिक छवि में भी सुधार आएगा।
उपाय: संभव हो, तो बैडरूम में रोज क्वार्ट्ज स्टोन रखें।
कुंभ राशि
कुंभ राशि के जातकों के लिए योगकारक ग्रह है और यह आपकी कुंडली में चौथे और नौवें भाव के स्वामी हैं जो अब आपके छठे भाव में उदित हो रहे हैं। यह भाव शत्रु, स्वास्थ्य, प्रतियोगिता और चाचा आदि का भाव है।
इस अवधि में कुंभ राशि के जातकों को भाग्य का साथ मिलेगा और शुक्र का कर्क राशि में उदय होने से आपको माता-पिता का समर्थन भी प्राप्त होगा, लेकिन आपको सेहत के प्रति सतर्क रहने की आवश्यकता होगी क्योंकि आपको स्वास्थ्य समस्याएं परेशान कर सकती हैं। इस दौरान इन जातकों को मामा का साथ भी प्राप्त होगा और उन्हें आपकी वजह से लाभ होने की संभावना है। यदि संपत्ति, घर या वाहन आदि खरीदने के लिए आप लोन लेने की कोशिश कर रहे हैं, तो इस समय आपको वह मिल सकता है। लेकिन छठे भाव में शुक्र के बैठे होने के कारण घर का वातावरण थोड़ा तनावपूर्ण रहने की आशंका है।
उपाय: घर में सफ़ेद रंग का कोई सुगन्धित पौधा लगाएं और उसकी नियमित रूप से देखभाल करें।
मीन राशि
मीन राशि के लिए शुक्र आपके तीसरे और आठवें भाव के स्वामी हैं और अब यह आपके शिक्षा, प्रेम संबंध और संतान के भाव यानी कि पांचवें भाव में उदित हो रहे हैं। ऐसे में, शुक्र का कर्क राशि में उदय होना मीन राशि के उन छात्रों के लिए फलदायी साबित होगा जो डिजाइनिंग, कला, रचनात्मक, कविता आदि से संबंध रखते हैं। इस दौरान आपके पास नए-नए आइडियाज मौजूद होंगे और आप प्रगति हासिल करेंगे।
मीन राशि के जो जातक प्रेम जीवन में घमंड व विवाद के कारण समस्याओं का सामना कर रहे थे, तो अब उनका समाधान हो जाएगा। अंत में, आप दोनों के मन में एक-दूसरे के प्रति सम्मान, प्रेम और आपसी तालमेल में वृद्धि होगी। ऐसे में, संभव है कि ये जातक अपने रिश्ते को शादी में बदलने का फैसला भी ले सकते हैं। इस राशि के सिंगल जातकों को भी कोई ख़ास मिल सकता है। शुक्र का कर्क राशि में उदय की अवधि उन लोगों के लिए भी फलदायी रहेगी जो परिवार बढ़ाने के बारे में सोच रहे हैं क्योंकि शुक्र प्रजनन क्षमता का भी ग्रह है। हालांकि, पांचवें भाव में शुक्र का उदित होना आपके गर्भधारण की संभावना को प्रबल बनाएगा।
उपाय: शुक्रवार के दिन माता लक्ष्मी की पूजा करें और उन्हें लाल रंग के फूल अर्पित करें।
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