बुध का वृषभ राशि में गोचर (25 अप्रैल 2022)
बुध का वृषभ राशि में गोचर (25 अप्रैल 2022) आपके जीवन को कैसे और किस हद तक प्रभावित करेगा यह जानने के लिए अभी पढ़ें यह विशेष लेख। वैदिक ज्योतिष में बुध को राजकुमार ग्रह माना गया है जिन्हे मिथुन और कन्या राशियों का स्वामित्व प्राप्त है। अन्य ग्रहों की तुलना में बुध देव सूर्य के सबसे निकट के ग्रह भी हैं। इसके अलावा बुध व्यक्ति में बुद्धि, ज्ञान व हास्य का प्रतिनिधित्व करता है और कई स्थितियों में उसे लाभकारी ग्रह माना गया है। ऐसे में जिन जातकों की कुंडली में बुध की स्थिति मजबूत होती है वे जातक तेजस्वी, ज्ञान और बुद्धिमानी होते हैं। परंतु कुंडली में बुध की नकारात्मक स्थिति जातक को चिंता और निर्णय लेने में समस्या देने का कारण बनती है।

बुध कुंडली में संचार भाव पर शासन करता है और यह व्यापार, एकाउंट्स, बैंकिंग, नेटवर्किंग और मार्केटिंग से संबंधित क्षेत्रों का प्रतीक होता है। ऐसे में मजबूत बुध जातक को इन सभी क्षेत्रों में सफलता भी देता है। इसके अलावा टेलीफोन, टेलीग्राफ, ईमेल, कूरियर और अन्य पोस्ट से संबंधित कार्यों को नियंत्रित करने के लिए भी बुध की अहम भूमिका होती है।
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बुध का वृषभ राशि में गोचर: समय
अब यही बुध देव एक बार फिर अपना राशि परिवर्तन करते हुए वृष राशि में 25 अप्रैल 2022, सोमवार को 00:05 बजे अपना गोचर करेंगे। बुध का शुक्र देव की वृषभ राशि में गोचर होना जातक को गणित में अच्छा प्रदर्शन देने और तेजी से निर्णय लेने में सक्षम बनाएगा। बुध की कृपा से जातक में बहुत विनम्रता भी देखी जाएगी और वे सुख-सुविधापूर्ण अपना जीवन व्यतीत करेंगे। इस राशि में बुध का ये गोचर ज्यादातर जातकों को सकारात्मक ही परिणाम देते हुए उनकी कलात्मक और रचनात्मक क्षमता में वृद्धि करेगा। इस समय बुध देव जातकों को अच्छी स्मरणशक्ति भी देंगे और इस दौरान जातक अपनी रचनात्मकता व कला के माध्यम से धन संचय करने में भी सफल रहेंगे। खासतौर से वो जातक जो लेखन या रचनात्मक क्षेत्र जैसे डिजाइनिंग आदि से जुड़े हैं उनके लिए ये अवधि विशेष उत्तम रहने की उम्मीद है।
तो चलिए अब बिना देर किये जानते हैं बुध के वृषभ राशि में गोचर का आपकी राशि पर क्या प्रभाव पड़ने वाला है:-
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मेष
मेष राशि के जातकों के लिए बुध उनके तीसरे और छठे भाव के स्वामी होते हैं और अब बुध अपना गोचर करते हुए आपकी राशि से द्वितीय भाव में संचरण करेंगे। ज्योतिष में दूसरे भाव से व्यक्ति के परिवार, उसकी वाणी, प्रारंभिक शिक्षा एवं धन आदि का विचार किया जाता है। इसे कुटुंब भाव और धन भाव भी कहा जाता है। ऐसे में दूसरे भाव में बुध गोचर के प्रभाव से आपकी वाणी में मधुरता आएगी और आप अपना समय समझदारी से व्यतीत करते दिखाई देंगे।
वो जातक जो संगीत और परामर्श के कार्य से जुड़े हैं उनके लिए ये अवधि उत्तम रहने वाली है। हालांकि आर्थिक रूप से ये गोचर आपके लिए कुछ चुनौतीपूर्ण रह सकता है। क्योंकि आप इस अवधि में अपना धन संचय करने में असफल रहेंगे। साथ ही आपको हर दस्तावेज़ को पूरी तरह से पढ़े बिना उसपर हस्ताक्षर करने से भी खासतौर से बचने की सलाह दी जाती है। इसके अलावा कोई भी निवेश करने से पहले हर स्थिति का विश्लेषण भली-भाँती करना भी आपके लिए इस समय बेहद ज़रूरी रहेगा।
अब बात करें आपके निजी जीवन की तो प्रेमी जातकों को इस समय अपने साथी के लिए कुछ समय निकालने और अपने रिश्ते को स्थिर व अधिक मजबूत बनाने की आवश्यकता होगी। ऐसे में अपने साथी को नियंत्रित करने की कोशिश न करें। क्योंकि इससे आपका रिश्ता कुछ प्रभावित हो सकता है। हालांकि ये समय आपको अपने परिवार के साथ बहुत अच्छा समय बिताने का अवसर देगा। जिसके परिणामस्वरूप आप अपने दोस्तों, परिवार और रिश्तेदारों के साथ इस समय का खुलकर आनंद लेते दिखाई देंगे।
वहीं स्वास्थ्य के लिहाज से आप इस दौरान शारीरिक रूप से खुद को फिट और ऊर्जावान महसूस करेंगे। बावजूद इसके आपको खुद को और अधिक सेहतमंद रखने के लिए कुछ अन्य गतिविधियों में भाग लेने की ज़रूरत होगी। इसके अलावा आपको नाक, कान और गले से संबंधित कुछ समस्याओं का सामना भी करना होगा। इसलिए आपको अपनी नियमित जांच कराने और अपने दांत के स्वास्थ्य की भी देखभाल करने की ज़रूरत होगी।
उपाय: बुध से शुभ परिणामों की प्राप्ति के लिए, तुलसी का पौधा लगाएं और उसका अच्छी तरह से पालन-पोषण करें।
वृषभ
वृषभ राशि के जातकों के लिए बुध दूसरे और पांचवें भाव के स्वामी हैं और अब वे आपकी ही राशि में गोचर करते हुए, आपके प्रथम भाव में विराजमान होंगे। ज्योतिष में प्रथम यानी लग्न भाव को तनु भाव भी कहा जाता है। कुंडली में यह पहला भाव जातक के स्वभाव, शारीरिक संरचना एवं स्वास्थ्य जीवन के बारे में जानकारी देता है। ऐसे में इस गोचर के फलस्वरूप जातक अपने परिवार के साथ सौहार्दपूर्ण समय व्यतीत करेंगे और शादीशुदा जातक भी इस दौरान अपने जीवनसाथी के साथ आनंदमय जीवन व्यतीत करते दिखाई देंगे।
ये वो समय होगा जब आपको अपने जीवनसाथी का पूरा साथ मिलेगा। क्योंकि इस दौरान बुध आपकी राशि के प्रथम भाव में होते हुए, आपके सप्तम भाव को दृष्टि करेंगे और बुध की ये दृष्टि आपके लिए बहुत लाभकारी सिद्ध होगी। आर्थिक रूप से भी आपके जीवन में अनुकूलता आएगी। खासतौर से वो जातक जो नया घर बनाना चाहते हैं या घर के नवीनीकरण पर अपने धन का एक बड़ा भाग लगाने की योजना बना रहे थे उनके लिए भी ये समय उत्तम रहेगा।
बुध देव की कृपा समाज में आपके नाम, प्रसिद्धि और मान-सम्मान में वृद्धि करेगी और आपको अपने रिश्तों में भी इस दौरान पूर्ण रूप से सफलता मिलने वाली है। अब बात करें इस राशि के छात्रों की तो वे इस समय अपनी पढ़ाई पर ध्यान केंद्रित करते हुए अपना अच्छा प्रदर्शन देने में सक्षम होंगे। इसके अलावा करियर के लिहाज़ से नौकरीपेशा जातकों को भी सफलता मिलेगी और आप अपने करियर में आगे बढ़ने के लिए निरंतर नए अवसरों की खोज करने के लिए प्रयासरत होंगे।
वहीं यदि आप व्यापार से जुड़े हैं तो ये गोचर आपको व्यापार से अच्छा लाभ देने के योग बनाएगा। आपके स्वास्थ्य जीवन को समझें तो यूँ तो आप इस गोचरकाल के दौरान खुद को अधिक तंदुरूस्त और स्वस्थ महसूस करेंगे। परंतु बावजूद इसके आपको खुद को और अधिक फिट रखने के लिए नियमित रूप से व्यायाम करने और अच्छा खानपान लेने की सलाह दी जाती है।
उपाय: बुधवार के दिन गणेश जी को मिठाई अर्पित करना आपके लिए शुभ रहेगा।
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मिथुन
मिथुन राशि के लिए बुध प्रथम और चौथे भाव के स्वामी हैं और अब अपने इस गोचर के दौरान वे आपके व्यय, हानि, विदेशी लाभ और आध्यात्मिकता के द्वादश भाव में संचरण करेंगे। यह अवधि आपके लिए बहुत से उतार-चढ़ाव लेकर आएगी। क्योंकि इस दौरान आपको अपने पेशेवर जीवन में कई समस्याओं से दो-चार होना पड़ेगा।
वहीं यदि आप व्यापार से जुड़े हैं तो भी इस समय आपको बहुत सोच-समझकर हर कार्य को करने की सलाह दी जाती है। ये समय आपकी चिंताओं में वृद्धि भी करेगा। इसलिए कोई भी नया काम शुरू करने से बचना ही आपके लिए इस समय बेहतर रहेगा। इसके अलावा नौकरीपेशा जातकों को अपने कार्यस्थल पर काफी विरोध का सामना करना पड़ सकता है और इसके परिणामस्वरूप वे मानसिक रूप से बहुत तनावग्रस्त भी हो सकते हैं।
अब बात करें आर्थिक जीवन की तो गोचरकाल की ये अवधि किसी भी योजना में निवेश करने के लिए आपके लिए उत्तम नहीं होगी और साथ ही इस दौरान आपके खर्चे भी अधिक रहेंगे। ऐसे में वास्तविकता को अपनाएं और जितना संभव हो अपने खर्चों पर शुरुआत से ही नियंत्रण रखने की कोशिश करें।
निजी जीवन में भी आपको अपने रिश्तों में शांति और सद्भाव बनाए रखने के लिए अपने अनावश्यक के क्रोध और आक्रामक स्वभाव को नियंत्रित करने की सलाह दी जाती है। हालांकि कुछ जातकों को इस दौरान विदेश यात्रा करने का भी मौका मिल सकता है। वहीं ये समय विद्यार्थियों को परीक्षा में भी अच्छे अंक मिलने के योग बनाएगा। इसके अलावा स्वास्थ्य जीवन के दृष्टिकोण से आपको अपनी सेहत के प्रति सतर्कता बरतने की ज़रूरत अधिक होगी। क्योंकि इस समय आप त्वचा और आंखों से संबंधित कुछ छोटी-मोटी बीमारियों से पीड़ित हो सकते हैं।
उपाय: बुध ग्रह की शांति के लिए नियमनुसार हरा पन्ना रत्न अपनी तर्जन उंगली में धारण करें।
कर्क
कर्क राशि के जातकों के लिए बुध ग्रह बारहवें और तृतीय भाव के स्वामी होते हैं और अब बुध का ये गोचर आपकी राशि से एकादश भाव में होगा। कुंडली में एकादश भाव को आमदनी का भाव कहा जाता है। इस भाव से आय, जीवन में प्राप्त होने वाली सभी प्रकार की उपलब्धियां, मित्र, बड़े भाई-बहन आदि को देखा जाता है। ऐसे में बुध का ये गोचर आपको अनुकूल परिणाम देगा और यह आपके लिए अपनी इच्छाओं की पूर्ति का समय भी होगा।
जातकों को अपनी आय में अच्छी वृद्धि देखने को मिलेगी और संभावना है कि वे इस दौरान अपनी नौकरी में उच्च पद या वेतन वृद्धि हासिल करने में सक्षम होंगे। आर्थिक जीवन में भी आपको अपने द्वारा किये गए हर निवेश से अच्छा लाभ मिलेगा। इसलिए यदि आप कोई निवेश करने की योजना बना रहे थे तो अल्पावधि के साथ-साथ दीर्घकालिक निवेश करना भी आपके लिए अधिक लाभकारी रहने वाला है।
अब बात करें आपके निजी जीवन की तो आप सामाजिक रूप से अधिक सक्रिय होगा और आपको इस दौरान अच्छे सामाजिक संपर्क बनाने का अवसर मिलेगा। आप अपने दोस्तों के साथ बहुत अच्छा समय बिताएंगे और बड़े-बुजुर्गों व विशेषज्ञों का मददगार स्वभाव, आपको अपनी कई समस्याओं को हल करने में मदद करेगा। आपको अपने घर-परिवार के सदस्यों के साथ भी अच्छा समय व्यतीत करने का मौका मिलेगा। साथ ही दांपत्य जातक अपने जीवनसाथी के साथ भी अच्छे समय का आनंद लेते दिखाई देंगे।
इसके अलावा स्वास्थ्य जीवन की दृष्टि से यह अवधि आपके लिए फलदायी रहेगी और आप खुद को शारीरिक रूप से स्वस्थ और सेहतमंद महसूस करेंगे। लेकिन फिर भी आपको अच्छा खानपान लेने और नियमित रूप से व्यायाम करने व योग/ ध्यान करने की सलाह दी जाती है।
उपाय: "ॐ बुधाय नमः" मंत्र का प्रतिदिन 108 बार जाप करें।
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सिंह
सिंह राशि के जातकों के लिए बुध ग्यारहवें और दूसरे भाव के शासक हैं और बुध का ये गोचर आपकी राशि से दशम भाव में होगा। ज्योतिष में दशम भाव करियर, पिता की स्थिति, रुतबा, राजनीति एवं जीवन के लक्ष्यों की व्याख्या करता है। जिसे कर्म भाव भी कहा जाता है। ऐसे में बुध के इस गोचर के परिणामस्वरूप कार्यक्षेत्र पर आपको बहुत अनुकूल फल प्राप्त होंगे। क्योंकि इस दौरान कार्यस्थल पर आप खुद को साबित करने की ओर अधिक प्रेरित होंगे जो आपके लिए फायदेमंद भी होगा। साथ ही आप नाम, मान-सम्मान और प्रसिद्धि अर्जित कर सकेंगे।
ये वो समय होगा जब आपकी रचनात्मक क्षमता व अन्य कौशल में वृद्धि होगी और आप अपने सभी कार्यों को कुशलतापूर्वक व प्रभावी ढंग से पूरा करने में सक्षम होंगे। अब बात करें आर्थिक जीवन की तो भू-संपत्ति में धन लगाने के लिए अवधि उत्तम रहेगी। क्योंकि इस दौरान बुध देव आपके दशम में उपस्थित होते हुए आपके चतुर्थ भाव को लाभकारी रूप से दृष्टि करेंगे।
निजी जीवन में भी आपका मन सकारात्मक विचारों से भरा रहेगा और जिससे आपके घर-परिवार में शांतिपूर्ण वातावरण में वृद्धि होगी। यदि आप शादीशुदा है तो आपको अपने वैवाहिक जीवन में भी कुछ सकारात्मक परिणाम दिखाई देंगे और इसकी मदद से आप जीवनसाथी के साथ अच्छा तालमेल बैठा पाने में सक्षम होंगे। साथ ही आपको सार्वजनिक स्थानों पर अपने प्रभावशाली भाषण देने की सलाह दी जाती है।
वहीं छात्र भी इस गोचरकाल के दौरान अपना अच्छा प्रदर्शन देने में सफल होंगे। इसके अलावा स्वास्थ्य जीवन की दृष्टि से यूँ तो इस समय आपको कोई गंभीर स्वास्थ्य समस्या परेशान नहीं करेगी। परंतु बावजूद इसके आपको ये सलाह दी जाती है कि इस अवधि में जमीन से जुड़े रहें और अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखते हुए उसके प्रति ज़रा भी लापरवाही न बरतें।
उपाय: किसी भी मंदिर में बुधवार के दिन हरी दाल का दान करें।
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कन्या
कन्या राशि के जातकों के लिए बुध पहले और दसवें भाव के स्वामी होते हैं और अब बुध आपकी राशि से नवम भाव में प्रवेश करेंगे। ज्योतिष में नवम भाव को भाग्य भाव कहते हैं। इस भाव से व्यक्ति के भाग्य, गुरु, धर्म, यात्रा, तीर्थ स्थल, सिद्धान्तों का विचार किया जाता है। ऐसे में बुध की ये स्थिति आपके करियर के लिए बहुत अच्छी होगी और आपको इस अवधि के दौरान नौकरी से जुड़े कई नए अवसर प्राप्त होंगे। बावजूद इसके आपको यह सलाह दी जाती है कि अपनी मेहनत जारी रखें और अपने काम में निंरतरता लाते हुए अति आत्मविश्वास में आने से बचें।
वो जातक जो मनोरंजन के क्षेत्र से जुड़े हैं वे इस अवधि में अनुकूल परिणाम हासिल करेंगे। ये वो समय होगा जब आप अपने उच्च अधिकारियों के साथ अच्छे संबंध बनाए रखेंगे और इससे आपको अपने कार्यस्थल पर उन्नति मिलेगी। वहीं जो छात्र विदेश जाकर पढ़ाई करने के इच्छुक थे उनके लिए भी यह समय बहुत अनुकूल रहने वाला है।
अब बात करें आपके धन पक्ष की तो इस समय आपके खर्च थोड़े अधिक होंगे। लेकिन साथ ही साथ यह भी संभावना है कि आपको वेतन में वृद्धि मिले। ऐसे में आपको भविष्य की जरूरतों के लिए शुरुआत से ही अपनी बचत पर ध्यान देने की सलाह दी जाती है। अपने निजी जीवन में आपको अपने माता-पिता का सम्मान और अपने भाई-बहनों के साथ अच्छे संबंध बनाए रखने होंगे। इस दौरान आक्रामक स्वभाव या आवेग को अपने ऊपर हावी न होने दें, अन्यथा इससे परिवार के साथ आपके रिश्ते खराब हो सकते हैं।
इसके अतिरिक्त स्वास्थ्य के लिहाज़ से इस दौरान आपको कुछ छोटी स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। इसलिए भविष्य के तनाव से बचने के लिए आपको ज़रूरी सावधानी बरतने की ज़रूरत होगी।
उपाय: प्रतिदिन भगवान विष्णु की पूजा करें।
तुला
तुला राशि के जातकों के लिए बुध बारहवें और नौवें भाव के स्वामी होते हैं और वर्तमान में ये बुध देव आपकी राशि से अष्टम भाव में गोचर करेंगे। वैदिक ज्योतिष में कुंडली के अष्टम भाव को आयुर्भाव कहा जाता है जिससे हम जीवन में आने वाले उतार-चढ़ाव, अचानक से होने वाली घटनाएं, आयु, रहस्य, शोध आदि को देखते है। इस दौरान जातकों के रिश्तों में कई गलतफहमियां आने की आशंका रहेगी।लेकिन अधिक चिंता न करें क्योंकि ये गलतफहमी जल्दी ही हल भी करने में आप सफल रहेंगे।
इस समय आपको किसी भी कारणवश बड़ों के साथ बहस में न पड़ने की भी सख्त हिदायत दी जाती है। क्योंकि आशंका है कि किसी पैतृक संपत्ति को लेकर आपका घर के बड़ों के साथ विवाद हो। कार्यक्षेत्र पर आप विदेशी स्रोतों की मदद से अच्छा लाभ अर्जित करेंगे। यदि आप विदेश यात्रा की योजना बना रहे हैं तो वीजा प्राप्त करने के लिए ये समय अनुकूल है।
इसके विपरीत ये अवधि आपको अपने भाग्य का साथ मिलने से भी वंचित रखने वाली है। क्योंकि संभव है कि आपको अपने भाग्य का उम्मीद अनुसार साथ न मिले। इसलिए आपको अपने कार्यस्थल या अपने व्यवसाय में अतिरिक्त मेहनत करने की अधिक आवश्यकता होगी।
वो जातक जो आयात-निर्यात, मीडिया व संचार, प्रकाशन आदि के क्षेत्र से जुड़े हैं उन्हें बुध देव अच्छा लाभ होने के योग दर्शा रहे हैं। हालांकि कई जातकों को आर्थिक रूप से इस अवधि में धन और वित्त संबंधी कुछ नुकसान संभव है। परंतु बावजूद इसके आप अपने प्रयासों से अप्रत्याशित धन लाभ करने में भी सफल रहेंगे। वहीं स्वास्थ्य के लिहाज से आपको सलाह दी जाती है कि कोई भी तनाव न लें और नियमित रूप से योग व ध्यान का अभ्यास करें।
उपाय: बुध ग्रह के बीज मंत्र का प्रतिदिन 108 बार जाप करें।
वृश्चिक
वृश्चिक राशि के जातकों के लिए बुध अष्टम और ग्यारहवें भाव के स्वामी होते हैं और वृषभ राशि में बुध का यह गोचर आपकी राशि से सप्तम भाव में होगा। ज्योतिष में कुंडली के सातवें भाव से व्यक्ति के वैवाहिक जीवन, जीवनसाथी एवं जीवन के अन्य क्षेत्रों में बनने वाले साझेदारों का विचार किया जाता है। इस भाव को विवाह भाव भी कहते हैं। ऐसे में ये गोचर पार्टनरशिप के व्यवसाय में काम करने वाले जातकों को अनुकूल फल देगा। जिससे उनके मान-सम्मान में वृद्धि होगी और वे अच्छा लाभ व मुनाफा हासिल करेंगे। इसलिए सादगी भरा व्यवहार करें और विनम्र रहें ताकि चाहकर भी विरोधी आपको नुकसान न पहुंचा सकें।
वो जातक जो नया व्यापार या परियोजना शुरू करना चाहते थे उनके लिए भी ये अवधि अनुकूल होगी। क्योंकि आपको इस गोचरकाल के दौरान कुछ नए व्यापारियों के संपर्क में आने का मौका मिलेगा। हालांकि निजी जीवन में शादीशुदा जातकों को कुछ कष्ट संभव है। क्योंकि इस दौरान आपके और जीवनसाथी के बीच कुछ अहम का टकराव हो सकता है। इसलिए आपको किसी भी तीसरे व्यक्ति को अपने विवाद में शामिल किए बिना अपने हर व्यक्तिगत मामलों को स्वयं ही सुलझाने की सलाह दी जाती है।
इसके अलावा यदि आप सिंगल हैं तो आपको किसी ख़ास से मुलाक़ात करने और उनके साथ एक प्रतिबद्ध रिश्ते में आने का अवसर मिलेगा। ये गोचर आपके जीवनसाथी को कुछ स्वास्थ्य समस्या भी दे सकता है। ऐसे में उनका उचित ध्यान रखें। वहीं ये समय आर्थिक जीवन में आपको अच्छे फल देगा और जिससे आप कई स्रोतों से धन या अचानक लाभ अर्जित करेंगे। स्वास्थ्य की दृष्टि से देखें तो यूँ तो ये गोचरकाल आपको फिट और सेहतमंद रखेगा। परन्तु फिर भी आपको नियमित रूप से व्यायाम करते हुए अपना ध्यान रखना होगा।
उपाय: बुधवार के व्रत का पालन करें।
धनु
धनु राशि के जातकों लिए बुध सातवें और दसवें भाव के स्वामी होते हैं और बुध का यह गोचर आपकी चंद्र राशि से षष्टम भाव में हो रहा है। ज्योतिष में इस भाव को शत्रु भाव कहा जाता है। इस भाव से विरोधियों, रोग, पीड़ा, जॉब, कम्पीटीशन, रोग प्रतिरोधक क्षमता, शादी-विवाह में अलगाव एवं कानूनी विवादों को देखा जाता है। इसके प्रभाव के कारण जातकों को अपने व्यापार या नौकरी दोनों में ही अपना अच्छा प्रदर्शन देने में सफलता मिलेगी। इससे वे उत्तम लाभ भी अर्जित कर सकेंगे। साथ ही उन्हें कार्यस्थल पर कर्मियों का समर्थन और पदोन्नति मिलने की संभावना भी रहने वाली है।
अब बात करें आपके आर्थिक जीवन की तो इस गोचरकाल में वो जातक जो अपने व्यवसाय का विस्तार करने के इच्छुक हैं उन्हें कुछ समय निकलते हुए विस्तार के लिए सही योजना पर काम करने की ज़रूरत होगी। क्योंकि इसके लिए बड़े निवेश की आवश्यकता होगी और आपके द्वारा जल्दबाजी में लिए गया कोई भी निर्णय आपको बड़े नुकसान में डाल सकता है।
प्रेम संबंधों को देखें तो गोचर के दौरान सब कुछ बहुत सहज होगा। इससे आप बहुत अच्छी अवधि का आनंद लेते दिखाई देंगे। हालांकि छात्रों को अपनी पढ़ाई पर ध्यान केंद्रित करने में कुछ समस्याएं आ सकती है। ऐसे में उन्हें अपनी पढ़ाई पर खुद को केंद्रित रखने के लिए अतिरिक्त प्रयास और मेहनत करने की ज़रूरत होगी। वहीं स्वास्थ्य जीवन के दृष्टिकोण से आपके जीवनसाथी को कुछ स्वास्थ्य समस्याएं संभव है। इसलिए आपको सलाह दी जाती है कि अपने जीवनसाथी के स्वास्थ्य पर अधिक ध्यान दें।
उपाय: तोते को खाना खिलाना भी बुध ग्रह से अनुकूल परिणाम प्राप्त करने में बेहद मददगार उपाय माना जाता है।
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मकर
मकर राशि के जातकों के लिए बुध ग्रह छठे और नौवें भाव के स्वामी हैं और यह बुध अब आपकी राशि से पंचम भाव में गोचर करेंगे। कुंडली में इस भाव को संतान भाव के नाम से भी जाना जाता है जिससे हम रोमांस, संतान, रचनात्मकता, बौद्धिक क्षमता, शिक्षा एवं नए अवसरों को देखते हैं। इस गोचर के फलस्वरूप कार्यक्षेत्र पर आपको सफलता मिलेगी और आप रचनात्मक रूप से अपनी परियोजना व कार्यों को पूरा करते दिखाई देंगे।
छात्रों के लिए भी ये अवधि अनुकूल रहेगी। क्योंकि वे अपनी समस्याओं को बहुत आसानी से हल करने में पूरी तरह सक्षम होंगे और इससे उन्हें अपनी पढ़ाई पर ठीक से अपना ध्यान केंद्रित रखने में भी सफलता मिलेगी। वो जातक जो जुए, लॉटरी, सट्टेबाजी आदि से जुड़ी गैरकानूनी गतिविधियों में रुचि रखते हैं उन्हें इस गोचर के दौरान अपना कुछ धन इन गतिविधियों में निवेश कर सकते हैं और संभावना भी है कि उन्हें इन माध्यमों से कुछ लाभ हो। परंतु ऐसा कुछ भी करने से बचें, अन्यथा आप खुद को किसी बड़ी मुसीबत में फंसा सकते हैं।
अब बात करें इस राशि के व्यापारियों की तो वे भी इस दौरान अच्छा लाभ कमा सकेंगे। वहीं निजी जीवन में कुछ प्रेमी जातकों को प्रेम विवाह करने का अवसर मिलेगा। परंतु उन्हें एक-दूसरे के साथ किसी भी प्रकार के अनावश्यक के विवादों में न पड़ने की भी सख्त सलाह दी जाती है। अन्यथा कोई विवाद आपको अपनों से अलग कर सकता है।
इसके अलावा स्वास्थ्य के लिहाज से यूँ तो आप खुद को इस समय अधिक फिट और स्वस्थ महसूस करेंगे। लेकिन फिर भी आपको किसी भी तरह की शारीरिक गतिविधि में शामिल न होने और खुद को तनाव से दूर रखने की हिदायत दी जाती है। साथ ही इस गोचर के दौरान ध्यान और योग का अभ्यास करके भी आप खुद को मानसिक और शारीरिक रूप से स्वस्थ रख सकेंगे।
उपाय: यदि आपकी कुंडली में बुध की स्थिति कमज़ोर हैं तो आपको गाय को हरी सब्जी और घास खिलानी चाहिए।
कुंभ
कुंभ राशि के जातकों के लिए बुध पांचवें और आठवें घर के स्वामी हैं और अब बुध आपकी राशि से चतुर्थ भाव में गोचर करेंगे। कुंडली के चौथे भाव को सुख भाव कहा जाता है। इस भाव से माता, जीवन में मिलने वाले सभी प्रकार के सुख, चल-अचल संपत्ति, लोकप्रियता एवं भावनाओं को देखा जाता है। ऐसे में इस गोचर के कारण आपको अपने जीवन में कुछ उतार-चढ़ाव से दो-चार होना पड़ेगा। क्योंकि ये वो समय होगा जब कार्यक्षेत्र पर आपको अपने काम पर ध्यान केंद्रित रखने में ख़ासा मुश्किल होगी।
इसके अलावा व्यापारी जातकों को भी हर कार्य को पूरा करने में अधिक मेहनत करनी होगी। क्योंकि इस समय आपको अधिक संघर्ष करना होगा। हालांकि प्रेम संबंधों में दांपत्य जातकों और वो प्रेमी जातक जो प्रेम विवाह करना चाहते हैं उनके लिए ये समय अनुकूल रहेगा और रिश्ते में प्रेम की वृद्धि लेकर आएगा। ऐसे में यदि आप प्रेमी के साथ विवाह का सोच रहे थे तो उसके अवधि विशेष अनुकूल सिद्ध होगी।
इसके अलावा ये गोचर आपके ससुराल पक्ष के लिए उत्तम रहेगा और आपको उनसे सुख की प्राप्ति भी होगी। इस दौरान आप अधिक रुझान अपने निजी जीवन को बेहतर बनाने पर रखने वाला है। परंतु आपको इस दौरान फ़ोन या किसी अन्य माध्यम से व्यक्तिगत रूप से अचानक किसी घटना की खबर मिलने के योग बनेंगे।
अब बात करें स्वास्थ्य जीवन की तो पानी में खेल-कूद या गोता लगाते समय आपको अधिक सतर्क रहने की सलाह दी जाती है। क्योंकि इस गोचर के दौरान आशंका है कि आप किसी चोट या दुर्घटना के शिकार हो। साथ ही कई जातकों को इस दौरान सर्दी और खांसी से संबंधित कुछ समस्या से भी दो-चार होना पड़ेगा।
उपाय: बुध के नकारात्मक प्रभाव को कम करने के लिए अच्छी ओरल स्वच्छता सुनिश्चित करें।
मीन
मीन राशि के लिए बुध आपके चौथे और सातवें भाव के स्वामी हैं और अब बुध ग्रह अपने इस गोचर के दौरान आपकी राशि से तृतीय भाव में संचरण करेंगे। कुंडली में तीसरे घर को सहज भाव कहा जाता है। इस भाव से व्यक्ति के साहस, इच्छा शक्ति, छोटे भाई, जिज्ञासा, जुनून, ऊर्जा, जोश और उत्साह को देखा जाता है। ऐसे में इस गोचर के प्रभाव से जातक साहसी बनेंगे और उनकी गणना बहुत अच्छी रहेगी। साथ ही वे अपने संचार कौशल में भी सुधार देख सकेंगे।
वहीं आर्थिक रूप से आपके लिए बुध के गोचर की ये अवधि बेहद अनुकूल होगी। जिसके परिणामस्वरूप आपको लंबी अवधि की योजनाओं में निवेश करने की सलाह दी जाती है। क्योंकि इस दौरान आपके द्वारा किया गया निवेश आपको अच्छा लाभ देगा। साथ ही इस समय आप जो भी यात्रा करेंगे, उससे भी आपको अच्छा मुनाफ़ा अर्जित करने में सफलता मिल सकेगी।
अब बात करें आपके निजी जीवन की तो शादीशुदा जातकों को आपसी संबंधों को सुधारने के लिए एक-दूसरे के साथ कुछ समय बिताने की ज़रूरत होगी। साथ ही ये समय आपको अपने माता-पिता के साथ अपने संबंधों में मधुरता लाने के अवसर भी देगा। हालांकि कई बार आपके तनाव में वृद्धि आपको कुछ परेशान कर सकती है। परंतु आप अपनी अच्छी सहनशक्ति से हर विपरीत परिस्थिति को अपने हक में करने में भी इस दौरान सफल रहने वाले हैं।
खासतौर से आपको अपने वैवाहिक जीवन में किसी भी तरह के वाद-विवाद से बचने की सलाह दी जाती है। अन्यथा छोटा सा दिखने वाला कोई झगड़ा बेकार में बढ़ सकता है। इसके अलावा स्वास्थ्य के लिहाज से यह समय यूँ तो आपके लिए अनुकूल साबित होगा। लेकिन फिर भी आपको अधिक सावधानी बरतने की और जरूरत पड़ने पर पूरे शरीर की जांच कराने की ज़रूरत होगी।
उपाय: अपनी कुंडली में बुध को बलवान बनाने के लिए मांस, अंडे और शराब का परहेज करें।
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