सूर्य का तुला राशि में गोचर (18 अक्टूबर, 2023): 12 राशियों पर प्रभाव व उपाय
सूर्य का तुला राशि में गोचर: वैदिक ज्योतिष में सूर्य को प्रमुख ग्रह माना जाता है जो अब 18 अक्टूबर 2023 की दोपहर 01 बजकर 18 मिनट पर तुला राशि में गोचर करेंगे।
ज्योतिष में सूर्य को “ग्रहों का राजा” कहा जाता है और यह स्वभाव से पुरुष और गतिशील ग्रह है। इस लेख में हम आपको सूर्य का तुला राशि में गोचर से मिलने वाले शुभ-अशुभ प्रभावों के बारे में जानकारी प्रदान करेंगे। यदि सूर्य अपनी मूल त्रिकोण राशि सिंह में स्थित हो, तो यह बेहद सकारात्मक परिणाम प्रदान करते हैं। वहीं, जब मंगल के स्वामित्व वाली राशि मेष में सूर्य देव मौजूद होते हैं, तब यह उच्च होकर शक्तिशाली हो जाते हैं। सूर्य महाराज राशिचक्र की पांचवीं राशि सिंह के स्वामी है और यह पांचवें भाव को भी नियंत्रित करते हैं।कुंडली में पांचवां भाव संतान और अध्यात्म के प्रति झुकाव को दर्शाता है।
ग्यारहवें भाव के स्वामी के रूप में सूर्य के तुला राशि में होने से धन कमाने की रफ़्तार मध्यम रह सकती है, लेकिन जो भी आप कमाएंगे यह उसमें संतुष्टि की भावना दे सकते हैं। इसके परिणामस्वरूप, आपको धन लाभ से जुड़े मामलों में सकारात्मक परिणाम प्राप्त होने की संभावना है और आप इस धन को जमा करने में सक्षम होंगे। इन जातकों के मार्ग में कई चुनौतियां आ सकती हैं जिसमें कई बार नाकाम रहने के बाद आख़िरकार आप अच्छा ख़ासा धन एकत्रित कर सकेंगे। तुला राशि में सूर्य की स्थिति संकेत कर रही है कि जब भाई-बहनों के समर्थन की बात आती है, तो यह जातक भाग्यशाली साबित हो सकते हैं। लेकिन, आपको यह बात ध्यान में रखनी होगी कि तुला राशि में सूर्य नीच के होते हैं जिससे इनकी शक्तियां कम हो जाती हैं। सूर्य का तुला राशि में गोचर की अवधि में धन कमाने की गति धीमी हो सकती है और ऐसे में, आपके आत्मविश्वास में कमी देखने को मिल सकती है।
आइये अब आगे बढ़ते हैं और इस आर्टिकल के माध्यम से जानते हैं कि सूर्य का तुला राशि में गोचर सभी 12 राशियों के जातकों के जीवन को कैसे प्रभावित करेगा और इनसे कैसे बचा जा सकता है ,
To Read in English Click Here: Sun Transit in Libra
सूर्य का तुला राशि में गोचर: ज्योतिष में सूर्य ग्रह का महत्व
ज्योतिष में सूर्य को सामान्य तौर पर उच्च अधिकार प्राप्त गतिशील ग्रह के रूप में जाना जाता है। सूर्य सत्ता, राजकीय गुणों और सिद्धांतों का भी प्रतिनिधित्व करते हैं और यह स्वभाव से उग्र ग्रह है। आपको बता दें कि सूर्य देव के आशीर्वाद के बिना कोई व्यक्ति अपने करियर में बुलंदियां हासिल करने में सक्षम नहीं होता है।
कुंडली में मज़बूत सूर्य व्यक्ति को जीवन में अच्छा स्वास्थ्य और तेज़ बुद्धि प्रदान करता है। यदि सूर्य की स्थिति अच्छी हो, तो यह जातकों को फर्श से अर्श पर लेकर जा सकती है।
जब सूर्य किसी व्यक्ति की कुंडली में अनुकूल स्थिति में होता है, तो उस व्यक्ति को अपने पेशेवर जीवन में उच्च पद के साथ-साथ प्रसिद्धि की भी प्राप्ति होती है। जब बली सूर्य पर शुभ ग्रह जैसे कि बृहस्पति आदि का प्रभाव होता है, तो यह जातक को शारीरिक और मानसिक सुख प्रदान करते हैं। साथ ही, व्यक्ति का जीवन खुशियों से भर देते हैं। इसके विपरीत, कुंडली में छाया ग्रह राहु और केतु के साथ बैठे होने पर सूर्य स्वास्थ्य समस्याएं, मानसिक तनाव, सामाजिक मान-सम्मान में कमी, आर्थिक तंगी आदि परेशानियों को जन्म देते हैं।
ऐसे में, सूर्य देव की कृपा और आशीर्वाद पाने के लिए आपको माणिक रत्न धारण करने की सलाह दी जाती है क्योंकि इसको पहनने से धारक के जीवन में सुख-समृद्धि में वृद्धि होती है। इसके अलावा, नियमित रूप से गायत्री मंत्र और आदित्य हृदयम का जाप करना भी लाभकारी साबित होता है।
अगर किसी व्यक्ति की कुंडली में सूर्य तुला राशि में अशुभ स्थिति में होते हैं, तो ऐसे इंसान के लाभ कमाने की क्षमता को सीमित कर देते हैं और उनमें संतुष्टि की भावना भी सामान्य होती है। सूर्य का तुला राशि में गोचर के दौरान आपके द्वारा किया गया कोई भी प्रयास आपको मनचाहे परिणाम देने में असफल रह सकता है। इस दौरान आप में संतुष्टि की कमी देखने को मिल सकती है और इसके परिणामस्वरूप, निराशा के भाव आपके मन में पैदा हो सकते हैं।
आइये आगे बढ़ते हैं और जानते हैं कि सूर्य का तुला राशि में गोचर सभी 12 राशियों को कैसे प्रभावित करेगा।
राशि अनुसार राशिफल और उपाय
मेष राशि
मेष राशि वालों के लिए सूर्य आपके पांचवें भाव के स्वामी हैं और जिन लोगों का जन्म मेष राशि के तहत हुआ है उनके लिए सूर्य आपके सातवें भाव में स्थित होंगे। पांचवें भाव के स्वामी के रूप में सूर्य आपके सातवें भाव में होंगे जो कि उच्च ऊर्जा और बेहतर स्वास्थ्य का प्रतिनिधित्व करते हैं। संभावना है कि यह जातक किसी बात पर भड़क सकते हैं और पार्टनरशिप में अपना आपा खो सकते हैं। सूर्य की यह स्थिति पैसों के लेन-देन में नकारात्मक परिणाम और हानि का कारण बन सकती है। इस अवधि में बड़े फैसले लेना आपके लिए मुश्किल हो सकता है और इन निर्णयों के परिणाम थोड़े प्रतिकूल रहने की आशंका है।
सूर्य का तुला राशि में गोचर के प्रभाव से मेष राशि के जातकों को नौकरी में ज्यादा अच्छी तरक्की मिलने के आसार बेहद कम है। बॉस और सहकर्मियों द्वारा पैदा की गई समस्याएं रुकावट का कारण बन सकती हैं। साथ ही, व्यापार से जुड़ी यात्रा पर अचानक से जाना पड़ सकता है और संभव है कि यह आपके लिए मन मुताबिक फलदायी न रहें। हो सकता है कि आपके द्वारा किये जा रहे प्रयासों को वरिष्ठों से सराहना न मिले और यह बात आपको निराश कर सकती है। ऐसे में, वर्तमान परिस्थितियों को देखते हुए आपको नौकरी में तालमेल बिठाना होगा क्योंकि इस अवधि को ज्यादा अच्छा नहीं कहा जा सकता है।
यदि आप व्यापार करते हैं तो यह समय ज्यादा लाभ प्राप्त करने की दृष्टि से अनुकूल नहीं रहने की आशंका है। सूर्य का तुला राशि में गोचर की अवधि में आपको पार्टनरशिप में सावधानी बरतनी होगी क्योंकि इस गोचर के दौरान आपको आर्थिक समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। बिज़नेस पार्टनर से समर्थन न मिलने के कारण नुकसान में बढ़ोतरी के साथ-साथ प्रतिद्वंद्वियों से कड़ी टक्कर भी मिल सकती है।
आर्थिक रूप से, सूर्य गोचर के दौरान सुख-समृद्धि में कमी आने की संभावना है और ऐसे में, आपको धन जमा करना कठिन प्रतीत हो सकता है। इस दौरान भले ही आपको अच्छा लाभ हो, लेकिन फिर भी पैसों की बचत करने में आप असफल रह सकते हैं। बच्चों के स्वास्थ्य पर धन खर्च हो सकता है और इसके परिणामस्वरूप आपकी चिंता बढ़ सकती है। इस अवधि में यदि आप कोई दीर्घकालिक निवेश करने के बारे में सोच रहे हैं, तो ऐसा करने से बचें, अन्यथा आपको हानि हो सकती है।
रिलेशनशिप की बात करें तो, मेष राशि के जातकों को अपने पार्टनर के साथ बातचीत में कमी का अहसास हो सकता है और यह आप दोनों के बीच अहंकार के टकराव का कारण बन सकता है। दूसरी तरफ, तनाव और चिंता की वजह से परिवार को कोई फैसला लेने में समस्या का सामना करना पड़ सकता है जिससे आपकी समस्याएं बढ़ सकती हैं। सामान्य शब्दों में, परिवार द्वारा लिए गए फैसले गलत साबित होने की आशंका है। हालांकि, इन समस्याओं के समाधान के लिए रिश्ते में प्रेम बनाए रखने की इच्छा के साथ-साथ ख़ुशियों की भी आवश्यकता होगी।
स्वास्थ्य के लिहाज़ से, पाचन संबंधित समस्याओं से बचने के लिए आपको पौष्टिक भोजन समय पर करना होगा, अन्यथा इसका असर आपके स्वास्थ्य पर पड़ सकता है। अच्छे स्वास्थ्य और मानसिक रूप से शांत रहने के लिए आपको चिकित्सक की सहायता लेने के साथ-साथ ध्यान करने की सलाह दी जाती है।
उपाय: प्रतिदिन “ॐ भास्कराय नमः" का जाप करें।
वृषभ राशि
वृषभ राशि के जातकों के लिए सूर्य आपके चौथे भाव के स्वामी हैं जो आपके छठे भाव में मौजूद होंगे। सूर्य का तुला राशि में गोचर नौकरी के संबंध में ज्यादा प्रोत्साहन देने वाला नहीं कहा जा सकता है और कार्यक्षेत्र में उपलब्धियां हासिल करने के मामले में आपको समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। आशंका है कि इस दौरान कुछ लोग सराहना न मिलने के कारण अपनी नौकरी खो दें या फिर आप अपनी इच्छा से नौकरी छोड़ दें। साथ ही, काम के बढ़ते दबाव की वजह से कार्यस्थल का माहौल थोड़ा ख़राब रह सकता है और इसके परिणामस्वरूप आप असहज महसूस कर सकते हैं। हालांकि, इस दौरान पेशेवर जीवन से जुड़ी उम्मीदें उच्च रहेगी, लेकिन मनचाहे परिणाम पाने में आपको समस्याओं से जूझना पड़ सकता है।
जिन लोगों की रुचि व्यापार में है, आशंका है कि इस दौरान उन्हें मुश्किल ही भाग्य का साथ मिले। इस अवधि में प्रतिद्वंदी आपको कड़ी टक्कर दे सकते हैं और ऐसे में, आपके लिए परेशानियां उत्पन्न करने के लिए वह आपकी कमज़ोरियों का फायदा उठा सकते हैं। इस अवधि में लिए गए फैसलों से आपको नकारात्मक परिणामों की प्राप्ति हो सकती हैं जो आपके व्यापार के लिए मुश्किलें बढ़ाने का काम कर सकते हैं।
वृषभ राशि वालों को ख़र्चों में बढ़ोतरी होने के कारण धन से जुड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। साथ ही, इन जातकों के ऊपर अत्यधिक पारिवारिक जिम्मेदारियां होने के चलते इन्हें हानि उठानी पड़ सकती है। संभव है कि इस दौरान अचानक से आपके सामने कुछ खर्चे आ जाएं जो आपके लिए तनाव की वजह बन सकते हैं। आय कम होने और खर्चे ज्यादा होने के कारण आपके लिए बचत कर पाना कठिन हो सकता है।
रिलेशनशिप की बात करें तो, इन लोगों को पार्टनर और परिवार से जुड़े मामलों में अनुकूल परिणामों में कमी देखने को मिल सकती है। परिवार में कुछ समस्याएं पैदा हो सकती हैं जो आपके लिए चिंता का कारण बन सकती हैं और ऐसे में, आपको उतार-चढ़ाव का सामना करना पड़ सकता है। आपके जीवन में चल रहे तनाव का असर जीवनसाथी के साथ संबंधों पर भी दिखाई दे सकता है। इसके परिणामस्वरूप, इन जातकों को अपने मन की भावनाओं को पार्टनर के सामने जताना मुश्किल लग सकता है। सूर्य का तुला राशि में गोचर होने से धन से जुड़ी समस्याएं पैदा हो सकती हैं जिसके चलते प्रेम जीवन और पारिवारिक रिश्ते प्रभावित हो सकते हैं।
स्वास्थ्य की दृष्टि से, वृषभ राशि वालों को इस अवधि में पाचन संबंधी समस्याएं, चक्कर आना और गले में संक्रमण आदि परेशानियों से दो-चार होना पड़ सकता है। ऐसे में, आपको अपना ख्याल रखना होगा और डॉक्टर से पूरा इलाज करवाना होगा जिसके चलते आपके खर्चों में बढ़ोतरी होने की संभावना है।
उपाय: प्रतिदिन 11 बार "ॐ रुद्राय नमः" का जाप करें।
करियर की हो रही है टेंशन! अभी ऑर्डर करें कॉग्निएस्ट्रो रिपोर्ट
मिथुन राशि
मिथुन राशि के जातकों के लिए सूर्य आपके तीसरे भाव के स्वामी हैं जो आपके पांचवें भाव में उपस्थित होंगे। इसके परिणामस्वरूप, संतान के भविष्य को लेकर आप चिंतित नज़र आ सकते हैं। अगर पेशेवर जीवन की बात करें तो, सूर्य का तुला राशि में गोचर ज्यादा अच्छा नहीं कहा जा सकता है क्योंकि आशंका है कि यह काम में बाधाएं उत्पन्न करने के साथ-साथ आपके मन में बेचैनी के भाव पैदा करेगा। नौकरी में बदलाव जैसे विचार आपके भीतर प्रबल हो सकते हैं और इसमें आपको सफलता प्राप्त होने की भी संभावना है। हालांकि, सूर्य गोचर की अवधि में आपको अपने करियर का चुनाव बेहद सावधानी से करने की सलाह दी जाती है क्योंकि इस राह में आपको समस्याओं से दो-चार होना पड़ सकता है।
जो जातक व्यापार करते हैं उनके लिए सूर्य का तुला राशि में गोचर फलदायी न रहने के आसार हैं और इस दौरान अपनी जरूरतों को पूरा करना आपके लिए मुश्किल हो सकता है। अगर आप शेयर बाजार में धन निवेश करते हैं तो आपको बड़ा लाभ होने की संभावना है। दूसरी ओर, प्रतिस्पर्धियों से कड़ी टक्कर मिलने के कारण अच्छा लाभ कमाने में आप असफल रह सकते हैं।
आर्थिक स्थिति की बात करें तो, सूर्य गोचर के दौरान मेहनत से कमाया गया धन बेकार के कार्यों में बर्बाद होने से बचाने के लिए आपको पैसों की योजना सावधानीपूर्वक बनानी होगी। साथ ही, बेकार के खर्चों को काबू में करने की कोशिश करनी होगी। यात्रा के दौरान आपके द्वारा लापरवाही से लिए गए धन से जुड़े फैसले आर्थिक नुकसान का कारण बन सकते हैं।
इन जातकों को पार्टनर के साथ विवादों का सामना करना पड़ सकता है जिसकी वजह संभवतः एक-दूसरे को लेकर हुई ग़लतफ़हमी हो। ऐसे में, रिश्ते में प्रेम बनाए रखने के लिए स्वयं को शांत रखना होगा।
वहीं, सेहत के लिहाज़ से, ऊर्जा में कमी और असुरक्षा की भावना के चलते आपको इस गोचर के दौरान सिर दर्द की समस्या परेशान कर सकती है। इसके अलावा, माता का स्वास्थ्य थोड़ा बिगड़ सकता है और ऐसे में, माता पर होने वाले खर्चों में बढ़ोतरी हो सकती हैं। यह आपके लिए चिंता का विषय बन सकता है।
उपाय: प्रतिदिन 21 बार "ॐ नमो नारायण" का जाप करें।
कर्क राशि
कर्क राशि के जातकों के लिए सूर्य आपकी कुंडली में दूसरे भाव के स्वामी हैं जो धन और निजी जीवन दोनों का प्रतिनिधित्व करते हैं। हालांकि, सूर्य का तुला राशि में गोचर के दौरान सूर्य आपके चौथे भाव में मौजूद होंगे। ऐसे में, कर्क राशि वालों को जीवन में समस्याओं से जूझना पड़ सकता है, विशेष रूप से आर्थिक स्थिरता और नौकरी में मिलने वाले नए अवसरों को लेकर। इसके परिणामस्वरूप, आपके अंदर असुरक्षा की भावना जन्म ले सकती है और ऐसे में, आप सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने में चूक सकते हैं। संभव है कि इस दौरान सूर्य की स्थिति नौकरी में प्रमोशन और विदेश जाने के अवसरों को सीमित कर दें। कार्यस्थल पर वरिष्ठों और सहकर्मियों के साथ किसी बात को लेकर असहमति होने की संभावना है और यह आपको दुखी करने के साथ-साथ काम में समस्या पैदा करने का काम भी कर सकती है।
सूर्य का तुला राशि में गोचर व्यापार में अपार लाभ करवाएगा, लेकिन इस दौरान कंपनी के विकास की रफ़्तार औसत रह सकती है। साथ ही, प्रतिद्वंदियों से मिलने वाली प्रतिस्पर्धा के चलते हानि उठानी पड़ सकती है। आर्थिक जीवन की बात करें तो, परिवार को किसी बड़ी आर्थिक हानि का सामना करना पड़ सकता है, जिसका असर आपकी कमाई पर होने की आशंका है।
रिलेशनशिप की बात करें तो, इस गोचर की अवधि में इन जातकों के लिए एक योग्य पार्टनर ढूंढ़ना और पारिवारिक जीवन की शुरुआत करना बेहद कठिन हो सकता है। आप साथी के साथ खुलकर बातचीत करेंगे जिससे आपका रिश्ता मज़बूत होगा और आप सुखद लम्हों का आनंद लेते हुए दिखाई देंगे। जो लोग पहले से शादीशुदा हैं, तो उन्हें साथी के साथ गलतफ़हमियां से दो-चार होना पड़ सकता है और यह बात आपको निराश कर सकती है।
सूर्य का तुला राशि में गोचर कर्क राशि के जातकों को स्वास्थ्य समस्याएं दे सकता है। साथ ही, आंखों का संक्रमण और एलर्जी जैसे रोग आपको इस दौरान घेर सकते हैं।
उपाय: प्रतिदिन 11 बार "ॐ दुर्गाय नमः" का जाप करें।
सिंह राशि
सिंह राशि वालों के लिए सूर्य महाराज आपके पहले भाव के स्वामी हैं जो सूर्य का तुला राशि में गोचर की अवधि में आपके तीसरे भाव में विराजमान होंगे। तुला राशि में होने से सूर्य की शक्तियों में कमी आएगी और इसके परिणामस्वरूप, आप में साहस और दृढ़ता का अभाव देखने को मिल सकता है। ऐसे में, इसका असर आपके द्वारा बड़े निर्णय लेने की क्षमता पर पड़ने की आशंका है।
नौकरी की बात करें तो, आपको अनचाहे तरीके से नौकरी में बदलाव का सामना करना पड़ सकता है या फिर अचानक से आपके यात्रा पर जाने के योग बन सकते हैं। इसके परिणामस्वरूप, आप वर्तमान स्थिति से नाखुश नज़र आ सकते हैं। जिन जातकों का अपना व्यापार है वह इस समय अच्छा लाभ कमाने में पीछे रह सकते हैं क्योंकि इस दौरान आपको प्रतिस्पर्धियों से कड़ी टक्कर मिल सकती है और ऐसे में, आपको लाभ प्राप्त करने में संघर्ष करना होगा।
बढ़ते खर्चे आपको तनाव देने का काम कर सकते हैं और संभव है कि इन्हें पूरा करने के लिए आपको कर्ज़ और लोन लेने की नौबत आ जाए। इसके फलस्वरूप, सूर्य गोचर के प्रभाव से आपकी धन कमाने और उसकी बचत करने की क्षमता में कमी आ सकती है।
रिलेशनशिप की दृष्टि से, सिंह राशि के जातकों को अपने पार्टनर के साथ रिश्ते में अहंकार से जुड़े मुद्दों से जूझना पड़ सकता है जिसके चलते आप दोनों के बीच विवाद होने की आशंका है। साथ ही, बातचीत की कमी भी दिखाई दे सकती है और इस वजह से साथी के साथ रिश्ते में आपसी समझ और सौहार्द गायब रह सकता है।
सूर्य का तुला राशि में गोचर आपके स्वास्थ्य के लिए ज्यादा अनुकूल नहीं कहा जा सकता है क्योंकि इस दौरान आपको ऊर्जा की कमी और रोग प्रतिरोधक क्षमता में कमज़ोरी महसूस हो सकती है। इसका असर आपके फिटनेस और स्वास्थ्य को नकारात्मक रूप से प्रभावित कर सकता है। साथ ही, आशंका है कि सिर दर्द की समस्या आपकी परेशानी का कारण बने।
उपाय: प्रतिदिन आदित्य हृदय स्त्रोत का जाप करें।
कन्या राशि
कन्या राशि वालों के लिए सूर्य देव आपके बारहवें भाव के स्वामी हैं और अब यह आपके दूसरे भाव में नीच अवस्था में स्थित होंगे। इसके परिणामस्वरूप, आपके जीवन में पारिवारिक और आर्थिक समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं।
पेशेवर जीवन को देखें तो, सूर्य का तुला राशि में गोचर की अवधि में आपको वरिष्ठों की तरफ से चुनौतियों सामना करना पड़ सकता है और काम का दबाव भी आप पर बढ़ सकता है। साथ ही, सहकर्मी भी आपकी परेशानियों को बढ़ाने का काम कर सकते हैं और संभव है कि इस दौरान आप असंतुष्ट नज़र आएं। सूर्य गोचर के दौरान आपके द्वारा की गई मेहनत के लिए आपको वरिष्ठ अधिकारियों से सराहना न मिले और ऐसे में, आप निराश महसूस कर सकते हैं।
जो जातक व्यापार करते हैं उनको लाभ और हानि दोनों ही स्थितियों से जूझना पड़ सकता है और इस वजह से आप बिज़नेस को सही से चलाने में सक्षम नहीं होंगे। प्रतिद्वंदियों से मिलने वाली टक्कर और चुनौतियां भी आपको तनाव देने का काम कर सकती हैं।
आर्थिक रूप से सूर्य का तुला राशि में गोचर आपके खर्चों में बढ़ोतरी करवा सकता है जिसके चलते आपके लिए समस्याएं पैदा हो सकती हैं। इन जातकों के जीवन में आने वाली इन परेशानियों का कारण गलत निवेश का होना हो सकता है।
आपके रिश्तों में अहंकार से संबंधित समस्याएं जीवनसाथी के साथ टकराव और मतभेद का कारण बन सकती हैं इसलिए रिश्ते में खुशियां और सौहार्द बनाए रखने के लिए आपसी तालमेल और सामंजस्य बिठाना जरूरी होगा।
सेहत की बात करें तो, इस अवधि में कन्या राशि के जातकों को आंखों और दांतों में दर्द की समस्या परेशान कर सकती है और इन परेशानियों की वजह से आपके उत्साह और ऊर्जा में कमी आने की संभावना है।
उपाय: रविवार के दिन भगवान सूर्य के लिए यज्ञ-हवन करें।
कुंडली में मौजूद राज योग की समस्त जानकारी पाएं
तुला राशि
तुला राशि के जातकों के लिए सूर्य महाराज आपके ग्यारहवें भाव के स्वामी हैं और इन्हें तुला राशि के लिए अशुभ ग्रह माना जाता है। सूर्य का तुला राशि में गोचर की अवधि में यह आपके पहले भाव में स्थित होंगे और ऐसे में, आपकी प्रगति एवं संतुष्टि का स्तर सामान्य रह सकता है।
पेशेवर जीवन के लिहाज़ से, यदि आप नौकरी करते हैं, तो इस दौरान नौकरी में संतुष्टि की भावना औसत रहने के आसार है।साथ ही, काम के लिए सराहना न मिलने की आशंका है और इस वजह से आप चिंतित दिखाई दे सकते हैं। ऑफिस का तनाव आपकी समस्याओं को बढ़ाने का काम कर सकता है और सहकर्मियों के साथ आपको चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है।
सूर्य का तुला राशि में गोचर आपके लिए व्यापार का विस्तार करना मुश्किल बना सकता है। बिज़नेस में जो ख़ामियां मौजूद हैं, वह सफलता और समृद्धि प्राप्त करने में बाधा का काम कर सकती है और ऐसे में, नुकसान होने की संभावना है। इसके परिणामस्वरूप, आप तनावग्रस्त रह सकते हैं।
आर्थिक दृष्टि से, इस अवधि में आपकी आय औसत रहेगी जो लोन या निवेश के संबंध में किसी बेहतर विकल्प को चुनने से आपको रोक सकती है। इसके फलस्वरूप, बचत में कमी आने और आय से ज्यादा व्यय होने की आशंका है।
जब बात आती है रिलेशनशिप की, तो आपके लिए जीवनसाथी के साथ सामंजस्य बिठाना जरूरी होगा क्योंकि परिवार में धन से जुड़ी समस्याएं पैदा हो सकती हैं। इन परिस्थितियों के कारण पार्टनर के सामने आपको अपनी भावनाओं को ज़ाहिर करना कठिन लग सकता है।
सूर्य गोचर के दौरान तुला राशि वालों का स्वास्थ्य ज्यादा अच्छा नहीं रहने के संकेत हैं क्योंकि आपको किसी गलत चीज़ के सेवन से कोई एलर्जी हो सकती है और के कारण पाचन संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। हालांकि, स्वास्थ्य को लेकर कोई बड़ी चिंता की बात नहीं है।
उपाय: शुक्रवार के दिन माता लक्ष्मी की पूजा करें।
वृश्चिक राशि
वृश्चिक राशि के जातकों की कुंडली में सूर्य दसवें भाव के स्वामी हैं जो कि शुभ ग्रह माने गए हैं। सूर्य का तुला राशि में गोचर आपके बारहवें भाव में होगा और इसके फलस्वरूप, आपके भीतर ज्यादा से ज्यादा धन कमाने की इच्छा दिखाई देगी। ऐसे में, आप पेशेवर जीवन पर अत्यधिक ध्यान केंद्रित कर सकते हैं।
यदि आप नौकरी करते हैं, तो कार्यस्थल में आपकी पोजीशन मज़बूत होगी। साथ ही, यह जातक अपनी मेहनत और दृढ़ता के बल पर करियर में उन्नति प्राप्त करेंगे। इस दौरान आपका प्रदर्शन और क्षमताएं वरिष्ठों को प्रभावित कर सकती हैं जिसके परिणामस्वरूप लोग आपकी प्रशंसा करेंगे। करियर में कुछ बेहतरीन अवसर आपको प्राप्त हो सकते हैं जो आपको खुशी और संतुष्टि देंगे।
व्यापार की बात करें तो, आप बिज़नेस के क्षेत्र में अपार सफलता प्राप्त करेंगे और भाग्य भी आपका साथ देगा। इस दौरान आप विरोधियों को परास्त करेंगे और साथ ही, आपको सभी प्रयासों में सफलता प्राप्त होने की संभावना है।
आर्थिक जीवन के लिहाज़ से, इस अवधि में आप धन से जुड़े मामलों में सफलता प्राप्त करते हुए लाभ हासिल करने में सक्षम होंगे। आपकी कड़ी मेहनत का फल आपको आर्थिक क्षेत्र में मिलेगा।
प्रेम जीवन की बात करें तो, इन जातकों को अपने रिश्ते में पार्टनर के साथ बेहतर सामंजस्य बनाए रखना होगा। जीवनसाथी का हर कदम पर सहयोग और प्रोत्साहन मिलना रिश्ते को मज़बूत और खुशहाल बनाने का काम करेगा।
वृश्चिक राशि के जातकों के व्यवहार में दृढ़ता और निडरता दिखाई देगी जिसके चलते आपका स्वास्थ्य अच्छा बना रहेगा। हालांकि, पीठ में दर्द जैसी छोटी-मोटी स्वास्थ्य समस्याएं आपको परेशान कर सकती हैं, लेकिन कोई बड़ी समस्या नहीं आएगी।
उपाय: प्रतिदिन “लिंगाष्टकम” का पाठ करें।
बृहत् कुंडली: जानें ग्रहों का आपके जीवन पर प्रभाव और उपाय
धनु राशि
धनु राशि वालों के लिए सूर्य आपके नौवें भाव के स्वामी हैं और अब यह आपके ग्यारहवें भाव में होंगे। कुंडली में ग्यारहवां भाव संभावनाओं और इच्छाओं की पूर्ति का प्रतिनिधित्व करता है।
सूर्य का तुला राशि में गोचर काम के मामले में फलदायी साबित होगा। साथ ही, आपको नौकरी के नए अवसर भी प्राप्त हो सकते हैं। इस दौरान आपको ख़ुद के व्यक्तित्व के बारे में नई-नई चीज़ें जानने का मौका मिलेगा और आप व्यापार के क्षेत्र में सफलता हासिल करने के लिए नई तकनीकें ढूंढ़ने में भी सक्षम होंगे। धनु राशि के जातकों के काम में प्रोफेशनलिज्म की झलक दिखाई देगी।
जिन जातकों का संबंध व्यापार सेहै उनके लिए सूर्य का तुला राशि में गोचर प्रभावी रहेगा और इस दौरान व्यापार में प्रगति देखने को मिलेगी। साथ ही, यह लोग कम काम में भी अच्छा ख़ासा लाभ कमाने में सफल होंगे, विशेष रूप से यदि आप कोई ऐसी बिज़नेस पार्टनरशिप करने जा रहे हैं जो समय के साथ आगे बढ़ेगी।
सूर्य गोचर के दौरान पार्टनर के साथ आप दिल खोलकर बात करते हुए नज़र आ सकते हैं और इसके परिणामस्वरूप, आपकी सभी इच्छाएं पूरी होंगी। जीवनसाथी के साथ आपका रिश्ता प्रेमपूर्ण बनेगा और आपके जीवन में सुधार देखने को भी मिलेगा।
उत्साह और साहस के दम पर आपका स्वास्थ्य शानदार रहेगा और फिटनेस भी अच्छी बनी रहेगी। इस दौरान आप उत्साहित और संतुष्ट महसूस करेंगे जिसकी मदद से आपका मानसिक स्वास्थ्य अच्छा बना रहेगा।
उपाय: बृहस्पतिवार के दिन भगवान शिव के लिए यज्ञ/हवन करें।
मकर राशि
मकर राशि के जातकों के लिए सूर्य आपके आठवें भाव के स्वामी हैं और अब सूर्य का तुला राशि में गोचर की अवधि में यह आपके दसवें भाव में नीच अवस्था में स्थित होंगे।
करियर के लिहाज़ से, मकर राशि वालों के लिए सूर्य गोचर ज्यादा अनुकूल नहीं रहने की आशंका है। इसके परिणामस्वरूप, कार्यस्थल पर काम के लिए सराहना न मिलना, काम के दबाव में बढ़ोतरी होना और चुनौतियों आदि का सामना करना पड़ सकता है जिन्हें आपके लिए अच्छा नहीं कहा जा सकता है।
व्यापार करने वालों के लिए सूर्य का तुला राशि में गोचर अनुकूल प्रतीत नहीं हो रहा है। इस दौरान आपको सावधान रहना होगा क्योंकि लाभ से ज्यादा आपको नुकसान का सामना करना पड़ सकता है। साथ ही, प्रतिद्वंदियों से भी कड़ी टक्कर मिलने की संभावना है।
तुला राशि में सूर्य की मौजूदगी परिवार से जुड़े खर्चों में बढ़ोतरी करवा सकती है। आपके द्वारा परिवार पर किये जाना वाला खर्च बढ़ सकता है और यह आपको हानि की तरफ लेकर जा सकता है।
जब बात आती है रिलेशनशिप की तो, इस दौरान कुछ ख़ास परिणाम मिलने की संभावना नज़र नहीं आ रही है। साथ ही, पार्टनर के साथ रिश्ते में तालमेल बनाए रखना आपको मुश्किल लग सकता है। संभव है कि गलतफ़हमियों के चलते आपकी और जीवनसाथी की बहस हो जाए।
स्वास्थ्य की दृष्टि से, मकर राशि वालों के लिए सूर्य का यह गोचर स्वास्थ्य समस्याएं लेकर आ सकता है, विशेष रूप से सिरदर्द। इसके अलावा, इस दौरान आपको माता के स्वास्थ्य पर धन ख़र्च करना पड़ सकता है।
उपाय: शनिवार के दिन शनि ग्रह के लिए यज्ञ-हवन करें।
कुंभ राशि
कुंभ राशि वालों के लिए सूर्य सातवें भाव के स्वामी हैं और अब सूर्य का तुला राशि में गोचर आपके नौवें भाव में होगा।
करियर के लिहाज़ से, सूर्य का गोचर प्रगतिशील रहेगा। इन जातकों को अपने काम के संबंध में ऑन साइट अवसर भी प्राप्त हो सकते हैं और ऐसे अवसर आपके लिए फलदायी साबित होंगे।
यदि आपका खुद का व्यापार है, तो सूर्य का तुला राशि में गोचर की अवधि आपके लिए लाभदायक हो सकती है। इस दौरान आप आउटसोर्सिंग के माध्यम से काफ़ी अच्छा मुनाफा कमाने में सक्षम होंगे और साथ ही, आप प्रगति हासिल करेंगे।
आर्थिक दृष्टि से, सूर्य का यह गोचर धन लाभ के मामले में आपको कुछ बेहतरीन अवसर दिलवा सकता है। ऐसे में, यदि आप विदेश में काम करते हैं, तो आप अच्छा पैसा कमाएंगे और संतुष्ट महसूस करेंगे।
रिलेशनशिप के लिहाज़ से, कुंभ राशि वालों के लिए पार्टनर के साथ रिश्ते में प्रेम और आपसी तालमेल बनाए रखना संभव होगा। आपके प्रयासों से प्रियजनों और करीबियों के साथ आपसी समझ बनी रहेगी।
तुला राशि में सूर्य का गोचर होने से आपका स्वास्थ्य अच्छा रहेगा जिसकी वजह आपका साहस और दृढ़ता होगी। इस दौरान आपको कोई बड़ी स्वास्थ्य समस्या परेशान नहीं करेगी।
उपाय: रोज़ाना “नारायणीयम” का पाठ करें।
मीन राशि
मीन राशि वालों के लिए सूर्य आपकी कुंडली में छठे भाव के स्वामी हैं और अब यह गोचर करके आपके आठवें भाव में जाएंगे।
इस राशि के जातकों के करियर के लिए सूर्य के इस गोचर को ज्यादा फलदायी या प्रभावशाली नहीं कहा जा सकता है। इस दौरान काम में मेहनत करने के बावजूद भी आपको सराहना न मिलने की आशंका है।
यदि आप व्यापार करते हैं, तो आपके लिए यह गोचर लाभदायी नहीं कहा जा सकता है क्योंकि आपको हानि का सामना करना पड़ सकता है और आप अच्छा पैसा कमाने में भी पीछे रह सकते हैं। हालांकि, सूर्य का तुला राशि में गोचर की अवधि में आपको थोड़ा सावधान रहना होगा।
आर्थिक क्षेत्र की दृष्टि से, लाभ कमाने के मामले में यह अवधि अधिक अनुकूल नहीं रहने की संभावना है। इसके परिणामस्वरूप, बचत के अवसर सीमित हो सकते हैं, तो वहीं खर्चे बढ़ सकते हैं।
रिलेशनशिप को देखें तो, मीन राशि के जातकों के लिए रिश्ते में तालमेल और सामंजस्य बिठाना मुश्किल हो सकता है। साथ ही, संतुष्टि पाना भी आपको चुनौतीपूर्ण लग सकता है। इस दौरान आप दोनों के रिश्ते से वह अहसास नदारद रह सकता है जो आपको एक-दूसरे से जोड़कर रखता है।
छठे भाव के स्वामी के रूप में सूर्य की आठवें भाव में उपस्थिति आपके स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकती है। ऐसे में, स्वास्थ्य पर होने वाले ख़र्च में बढ़ोतरी देखने को मिल सकती है और इस वजह से आप पैसे बचाने में सक्षम नहीं होंगे।
उपाय: शुक्रवार के दिन लक्ष्मी-कुबेर के लिए यज्ञ/हवन करें।
सभी ज्योतिषीय समाधानों के लिए क्लिक करें: एस्ट्रोसेज ऑनलाइन शॉपिंग स्टोर
हम आशा करते हैं कि आपको ये आर्टिकल पसंद आया होगा। एस्ट्रोसेज के साथ जुड़े रहने के लिए आपका बहुत-बहुत धन्यवाद!
Astrological services for accurate answers and better feature
Astrological remedies to get rid of your problems
AstroSage on MobileAll Mobile Apps
AstroSage TVSubscribe
- Horoscope 2024
- राशिफल 2024
- Calendar 2024
- Holidays 2024
- Chinese Horoscope 2024
- Shubh Muhurat 2024
- Career Horoscope 2024
- गुरु गोचर 2024
- Career Horoscope 2024
- Good Time To Buy A House In 2024
- Marriage Probabilities 2024
- राशि अनुसार वाहन ख़रीदने के शुभ योग 2024
- राशि अनुसार घर खरीदने के शुभ योग 2024
- वॉलपेपर 2024
- Astrology 2024