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सूर्य का वृषभ राशि में गोचर (15 मई 2023)

सूर्य का वृषभ राशि में गोचर 15 मई, 2023 को दोपहर 11:32 बजे होगा। सूर्य देव लगभग 1 माह तक इसी राशि में स्थित रहकर 15 जून 2023 की शाम 18:07 बजे बुध के स्वामित्व वाली मिथुन राशि में प्रवेश कर जाएंगे। इस प्रकार सूर्य का यह गोचर लगभग एक माह तक वृषभ राशि में चलता रहेगा और प्रतिदिन गति करते हुए सूर्य देव जीव धारियों को अलग-अलग रूप में प्रभावित करेंगे।

शुक्र का वृषभ राशि में गोचर 6 अप्रैल 2023 को होगा।

सूर्य जगत की आत्मा हैं। यह हमारे पिता हैं और हमें प्रत्यक्ष रूप से ऊर्जा देते हैं, जिससे हम अपना जीवन व्यतीत करते हैं। पृथ्वी पर रहने वाले प्रत्येक जीवधारी के लिए सूर्य अति आवश्यक ग्रह हैं क्योंकि इन्हीं की वजह से हम जीवन प्राप्त करते हैं और इनसे हमारे जीवन पर प्रकाश और ऊर्जा प्राकृतिक रूप से उपलब्ध हो पाती है। इस प्रकार सूर्य हमारे पालक और पोषक हैं। सूर्य विभिन्न राशियों में प्रतिमाह भ्रमण करते रहते हैं और इस प्रकार लगभग 1 वर्ष में अपना एक चक्र पूर्ण कर लेते हैं। इस बार सूर्य मित्र मंगल की राशि में से बाहर निकलकर शुक्र के स्वामित्व वाली वृषभ राशि में गोचर करने जा रहे हैं, जिसका प्रभाव सभी जीव धारियों पर कुछ न कुछ देखने को अवश्य मिलेगा। यह अनुकूल भी हो सकता है और प्रतिकूल भी। यदि आप जानना चाहते हैं कि आपके लिए यह गोचर कैसे प्रणाम लेकर आएगा, तो इस लेख को अंत तक अवश्य पढ़ें।

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वृषभ राशि के स्वामी शुक्र हैं। यह एक स्थिर राशि है और पृथ्वी तत्व की राशि है जबकि सूर्य अग्नि तत्व के ग्रह हैं। सूर्य का वृषभ राशि में गोचर अनेक प्रकार से महत्वपूर्ण स्थितियों का निर्माण करता है क्योंकि यह व्यक्ति को उसकी इच्छाओं की पूर्ति करने में सहायक बनाते हैं। उसके अंदर कुशल नेतृत्व क्षमता का विकास करते हैं और उसे जुझारू बनाते हैं। व्यक्ति के अंदर जुनून पैदा होता है कि वह दृढ़ता से अपने कार्यों को कर सके। इससे उसके इरादों में मजबूती आती है। व्यक्ति का आत्मविश्वास बढ़ता है, जिससे व्यक्ति अपने फैसलों को मजबूती से लेता है और अपने जीवन में बहुत कुछ प्राप्त कर पाता है।

यह राशिफल चंद्र राशि पर आधारित है। जानें अपनी चंद्र राशि

Read in English: The Sun Transit In Taurus (15 May 2023)

मेष राशि

मेष राशि के जातकों के लिए सूर्य का वृषभ राशि में गोचर होने से यह आपके द्वितीय भाव में प्रवेश करेंगे। सूर्य आपके पंचम भाव के स्वामी हैं। सूर्य के गोचर के प्रभाव से आपकी शब्दुत्व क्षमता बढ़ेगी। आप बहुत ज्यादा मुखर और कड़वे हो सकते हैं इसलिए ऐसे शब्दों का चयन करने की कोशिश करें जिससे सामने वाले को भावनात्मक रूप से आहत न होना पड़े क्योंकि इससे आपके प्रिय जन भी आपसे दूर हो सकते हैं और आपको परिवार के सदस्यों की सहायता की कमी पड़ सकती है। आप व्यावहारिक होने की जगह नियम अनुसार चलने का प्रयास कर सकते हैं लेकिन याद रखें कि व्यावहारिकता सबसे अधिक आवश्यक है। इस गोचर से आपको बुखार, सिर दर्द जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। हालांकि विद्यार्थियों के लिए यह गोचर अच्छा साबित होगा और आपको अपनी मेहनत के अनुपात में अच्छे और बढ़िया परिणाम प्राप्त होंगे। प्रेम जीवन में भी सफलता के योग बनेंगे। संतान की प्रगति के लिए यह समय अच्छा रहने वाला है। करियर में आपको अच्छी सफलता प्राप्त होगी। आप अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए ज्यादा मेहनत करेंगे लेकिन आपके वरिष्ठ अधिकारियों से आपकी कहासुनी हो सकती है। कार्यस्थल पर भी थोड़ा विनम्र रहें और अपने काम पर ध्यान दें।

उपाय: प्रतिदिन तांबे के लोटे में जल भरकर कुमकुम मिलाकर सूर्य देव को अर्पित करें।


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वृषभ राशि

सूर्य आपके लिए चतुर्थ भाव के स्वामी हैं और वृषभ राशि में गोचर करते हुए सूर्य आपके प्रथम भाव में प्रवेश करेंगे यानी कि आपकी ही राशि में प्रवेश करेंगे। सूर्य का वृषभ राशि में गोचर आपको परिवार उन्मुख बनाएगा। आप परिवार के लोगों की ओर ज्यादा ध्यान देंगे और उनकी हर बात को जरूरी समझते हुए उनका साथ देंगे, लेकिन आपके अंदर अहम की भावना भी पनप सकती है, जो आपके लिए समस्या का कारण बन सकती है। दांपत्य जीवन के लिए यह समय अच्छा नहीं है। ऐसे में आप और आपके जीवनसाथी के बीच तनाव और कहासुनी होने के योग बन सकते हैं। अहम के टकराव से आपको बचना होगा। आसपास के लोगों को आपको समझने में समस्या होगी, लेकिन माता जी से कोई लाभ प्राप्त हो सकता है। आप कोई अच्छा सुख साधन खरीद सकते हैं। अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखें क्योंकि आपको माइग्रेन, उच्च रक्तचाप या सिरदर्द जैसी समस्याएं इस दौरान परेशान कर सकती हैं। प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे विद्यार्थियों के लिए यह गोचर अनुकूल रहेगा। करियर में आप अधिक ऊर्जावान होकर मेहनत करेंगे। सरकारी क्षेत्र से कोई धन लाभ हो सकता है।

उपाय: आपको प्रतिदिन श्री आदित्य हृदय स्तोत्र का पाठ करना चाहिए।

मिथुन राशि

सूर्य का वृषभ राशि में गोचर मिथुन राशि के जातकों के लिए चंद्र राशि से द्वादश भाव में होगा। यह आपके तृतीय भाव के स्वामी हैं। सूर्य का गोचर आपको आगे बढ़कर प्रयास करने के लिए प्रेरित करेगा। आप ख़ुद को बड़ा असहज महसूस करेंगे। आप जो काम करना चाहेंगे, उसमें कुछ रुकावटें और समस्याएं आ सकती हैं। इस गोचर के दौरान आपको अपने भाई-बहनों के साथ कुछ गलतफहमियां हो सकती हैं, जिन्हें आपको समय रहते दूर करने की कोशिश अवश्य करनी चाहिए। यह समय यात्राओं की योजना बनाने में व्यतीत होगा। नए दोस्त बनाते समय आपको सावधान रहना होगा क्योंकि वे आपको आर्थिक तौर पर परेशानी दे सकते हैं। यह गोचर आपके अंदर आध्यात्मिकता को बढ़ाएगा और आप अध्यात्म के मार्ग पर चलने की कोशिश करेंगे। विदेश जाने का प्रयास परिवार के किसी सदस्य द्वारा सफल हो सकता है। आंखों में दर्द, सिर दर्द, बदन दर्द या नींद की कमी आपको परेशान कर सकती है। आपके विरोधी प्रबल हो सकते हैं, इसलिए आपको कोई भी ऐसा कार्य करने से बचना चाहिए, जिससे समाज में आपकी छवि खराब हो। आप कार्यक्षेत्र में अपने सहकर्मियों से अनुकूल व्यवहार रखेंगे तो आपको उसका लाभ मिलेगा अन्यथा आपको समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। काम के सिलसिले में कुछ योजनाएं भी बनेंगी और यात्रा भी करनी पड़ सकती है मगर सकारात्मक रूप से परिणाम प्राप्त करने के लिए आपको खूब मेहनत करनी होगी। बहुराष्ट्रीय कंपनियों में काम करने वाले लोगों के लिए अच्छा समय रहेगा, उन्हें कोई बड़ा पद प्राप्त हो सकता है। आपका स्थानांतरण भी हो सकता है।

उपाय: रात्रि में सोते समय तांबे के बर्तन में पानी भरकर अपने सिरहाने रखकर सोएं और सुबह उठकर उसे किसी लाल फूल वाले पौधे में चढ़ा दें।


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कर्क राशि

सूर्य कर्क राशि के लोगों के लिए द्वितीय भाव के स्वामी हैं और सूर्य का वृषभ राशि में गोचर होने से यह आपके एकादश भाव में प्रवेश करेंगे। यह गोचर आपकी हर इच्छा और आकांक्षा को पूरा करने वाला साबित होगा। आप जो सोचेंगे, इस दौरान उसे कर पाएंगे। अच्छे दोस्तों से मिलना-जुलना होगा। कुछ बड़े अधिकारियों और समाज के रसूखदार लोग आपके संपर्क में आएंगे, जो आपके पक्के मित्र बन सकते हैं। उनके साथ उठने-बैठने और उनके साथ संपर्क में रहने से आपके बहुत काम बनेंगे। विवाहित जातकों के लिए सूर्य का गोचर अच्छा रहेगा। संतान को भी अच्छे परिणामों की प्राप्ति होगी। वह जिस भी क्षेत्र में है, उसमें उसे अच्छी कामयाबी मिल सकती है। आप बहुत लंबे समय से यदि किसी इच्छा की पूर्ति का इंतजार कर रहे थे, तो वह इस दौरान पूरी हो सकती है। वाहन का सुख मिल सकता है। आर्थिक लाभ भी अच्छा होगा। हालांकि प्रेम जीवन में कुछ समस्याएं हो सकती हैं और आपसी अहम का टकराव भी संभव है। आप अभिमानवश कुछ ऐसा कर सकते हैं, जो उन्हें बुरा लग सकता है। कार्यक्षेत्र में आपको अपने वरिष्ठ अधिकारियों का सहयोग प्राप्त होगा। स्वास्थ्य में सुधार होगा, लेकिन पेट से संबंधित समस्याओं के प्रति सावधानी रखना अपेक्षित होगा। इस दौरान आप आर्थिक लाभ अर्जित कर सकते हैं। सरकारी क्षेत्र से भी लाभ मिल सकता है। नौकरी करने वाले लोगों को पदोन्नति की प्राप्ति और अच्छी तनख्वाह की वृद्धि मिल सकती है।

उपाय: आपको ॐ घृणि सूर्याय नमः मंत्र का जाप करना चाहिए।

सिंह राशि

सूर्य देव सिंह राशि में जन्म लेने वाले लोगों के प्रथम भाव के स्वामी हैं और सूर्य का वृषभ राशि में गोचर होने से यह आपके दशम भाव में प्रवेश करेंगे। सूर्य का यह गोचर आपके लिए विशेष रूप से प्रभावशाली रहेगा क्योंकि सूर्य आपकी ही राशि के स्वामी हैं। ऐसे में सूर्य का दशम भाव में जाना कार्यक्षेत्र में मजबूती का प्रतीक बनेगा। यदि आप सरकारी नौकरी की तलाश में हैं तो इस दौरान आपकी यह तलाश पूरी हो सकती है और आपका चयन किसी अच्छी सरकारी सेवा में हो सकता है। आप यदि निजी क्षेत्र की किसी कंपनी में काम करते हैं तो आपको बड़ा पद प्राप्त हो सकता है। आपको पारिवारिक जीवन में कुछ तनाव का सामना करना पड़ सकता है। आप कार्यक्षेत्र में ज्यादा ध्यान देंगे और परिवार की कुछ उपेक्षा कर सकते हैं। आपको सरकार की ओर से कोई सम्मान या कोई सुविधा प्राप्त हो सकती है। यह समय आपके शत्रुओं के लिए नुकसानदायक होगा। आपके यश और प्रसिद्धि में बढ़ोतरी होगी। समाज में आपका अच्छा स्थान बनेगा। आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होगी और आपको अच्छा धन लाभ मिलेगा। परिवार के सदस्यों की इच्छा पूर्ति न होने से कुछ समस्याएं सामने आ सकती हैं।

उपाय: आपको ॐ ब्रह्मणे जगदाधाराय नमः मंत्र का जाप करना चाहिए।

कन्या राशि

सूर्य कन्या राशि के लिए द्वादश भाव के स्वामी होते हैं और वर्तमान गोचर के समय यह आपकी राशि से नवम भाव में गोचर करेंगे। सूर्य का वृषभ राशि में गोचर आपके अंदर आध्यात्मिकता का प्रभाव बढ़ाएगा। आप धर्म और अध्यात्म से जुड़ेंगे और उससे संबंधित कामों में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेंगे, जिससे आपको मान-सम्मान की प्राप्ति होगी। इस दौरान आप घर में कोई हवन या पूजा का कोई कार्यक्रम रख सकते हैं। दान-पुण्य करेंगे। आपके संबंध पिता जी से थोड़े से बिगड़ सकते हैं। उनकी सेहत में भी गिरावट आ सकती है इसलिए उनका ध्यान रखें। इस गोचर के दौरान आपको तीर्थ स्थान पर जाने का मौका मिल सकता है। आप यदि विदेश में रहते हैं तो अच्छा मान-सम्मान मिलेगा अन्यथा आप विदेश भी जा सकते हैं। आपको नौकरी में स्थानांतरण मिल सकता है। उच्च शिक्षा ग्रहण करने के लिए यह स्थिति उत्तम है। सूर्य आपको मान और यश के साथ उच्च शिक्षा में अच्छी सफलता प्रदान करेंगे। आप अपने काम में संतोषजनक रूप से कार्य करते नजर आएंगे।

उपाय: आपको प्रतिदिन 108 बार गायत्री मंत्र का जाप करना चाहिए।

तुला राशि

सूर्य तुला राशि में जन्म लेने वाले जातकों के लिए ग्यारहवें भाव के स्वामी हैं। वर्तमान गोचर के समय यह आपकी राशि से अष्टम भाव में प्रवेश करेंगे। सूर्य का वृषभ राशि में गोचर आपको गहन विचारों में खोया हुआ बनाएगा। आप किसी भी चीज का पूर्ण रूप से मूल्यांकन और आकलन करते हुए नजर आएंगे। इस दौरान दोस्तों से संबंध बढ़िया रहेंगे लेकिन आपके अंदर थोड़ी हिचकिचाहट बढ़ेगी। आप ख़ुद को लोगों के सामने प्रस्तुत करने में थोड़ा असहज महसूस करेंगे। स्वास्थ्य समस्याएं इस दौरान आपको परेशान कर सकती हैं। विशेष रूप से पित्त प्रकृति के रोगों की वृद्धि, बुखार, त्वचा संबंधित समस्याएं, यौन समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। इस दौरान आपको पेट से संबंधित समस्याओं पर भी ध्यान देना चाहिए। आपको अर्थ प्राप्ति के लिए कठिन प्रयास करने होंगे। आपके विरुद्ध यदि कोई आरोप लगा हुआ है तो इस दौरान सावधानी बरतें क्योंकि कोई विभागीय जांच आपके विरुद्ध बैठ सकती है। मनचाहे कार्यों की पूर्ति में विलंब होगा। शोध कार्य या दर्शन से जुड़े कार्यों में सफलता मिलेगी। इस दौरान शेयर बाजार में किसी भी तरह का निवेश करने से बचना ही हितकारी होगा। साझेदारी में व्यवसाय कर रहे लोगों को थोड़ा सावधान रहना होगा और अपने कार्यों को पुख्ता बनाने का प्रयास करना होगा।

उपाय: प्रतिदिन श्री भगवान हरिनारायण जी की पूजा करें और ॐ नमो भगवते वासुदेवाय मंत्र का जाप करें।

वृश्चिक राशि

सूर्य आपके दशम भाव के स्वामी होते हैं और वृषभ राशि में गोचर के दौरान यह आपकी राशि से सप्तम भाव में प्रवेश करेंगे। इस दौरान आपके दांपत्य जीवन पर विपरीत प्रभाव पड़ सकता है। जीवनसाथी के व्यवहार में गुस्सा बढ़ सकता है। वे उग्र होकर आपसे बातचीत करेंगे जिससे आप दोनों के बीच तनाव बढ़ सकता है। यदि आप व्यवसाय करते हैं और साझेदारी में व्यवसाय करते हैं तो इस दौरान आपके संबंध आपके व्यवसायिक साझेदार से बिगड़ सकते हैं और पेशेवर जीवन में आपको कुछ मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है। हालांकि नौकरी करने वाले जातकों के लिए यह समय अच्छा रहेगा। उनके लिए पदोन्नति के प्रबल योग बन रहे हैं। आप अपनी लगन और मेहनत की वजह से अपने कार्यक्षेत्र में बढ़िया स्थिति प्राप्त करेंगे जिससे आपके काम को प्रशंसा भी प्राप्त होगी। सामाजिक स्थिति मजबूत होगी और आप लोकप्रिय बनेंगे। व्यापार को लेकर कोई सरकारी नोटिस प्राप्त हो सकता है। यदि आप अभी तक अकेले हैं तो इस दौरान आपके लिए कोई रिश्ता आ सकता है जो अच्छे परिवार से होगा। स्वास्थ्य का ध्यान रखना आवश्यक होगा। सनबर्न, सनस्ट्रोक, कोलेस्ट्रॉल और घबराहट जैसी समस्याएं आपको परेशान कर सकती हैं। आर्थिक दृष्टिकोण से यह अवधि शुभ साबित हो सकती है। कुछ नए रसूखदार लोगों से संपर्क व्यापार में उन्नति का कारण बन सकता है।

उपाय: थोड़ा सा लाल चंदन नहाने के पानी में मिलाएं और उसी से स्नान करें।


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धनु राशि

सूर्य धनु राशि के जातकों के लिए नवम भाव के स्वामी हैं और सूर्य का वृषभ राशि में गोचर होने से यह आपकी राशि से षष्ठम भाव में प्रवेश करेंगे। सूर्यदेव का छठे भाव में जाना आपके विरोधियों की शामत आने का समय है। आपके विरोधी चाहे कितने ही मजबूत क्यों न हों, इस दौरान मुंह की खाएंगे और आपकी जीत होगी। हालांकि आपकी झगड़ा करने की प्रवृत्ति में बढ़ोतरी हो सकती है। आपको व्यायाम केंद्र जाने का मन करेगा और आप शारीरिक कमजोरी के लिए योगाभ्यास, ध्यान और व्यायाम पर जोर देंगे। नौकरी में अच्छी सफलता मिलने के योग बनेंगे। न्यायालय में कोई विवाद लंबित है तो उसके नतीजे आपके पक्ष में आ सकते हैं। आप सही काम करने के लिए व्यवस्थित होंगे और अपने आसपास के लोगों को भी सही राह पर चलने के लिए प्रेरित करेंगे। सरकारी क्षेत्र से आपको लाभ मिलने की संभावना बन सकती है। इस दौरान आपका रुका हुआ या अटका हुआ धन भी वापस आ सकता है। इस दौरान एक और बात का फायदा हो सकता है कि यदि आपने कोई लोन बैंक से लिया हुआ है तो वह भी इस दौरान चुकता हो सकता है। यह गोचर अवधि आपकी संतान के लिए उन्नति दायक साबित होगा। प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे विद्यार्थियों को अनुकूल परिणाम मिलेंगे। स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से इस दौरान बीमारियों में राहत मिलेगी। सरकारी नौकरी करने वाले जातकों को अनुकूल परिणाम मिलेंगे।

उपाय: लाल गाय को रविवार के दिन गेहूं खिलाएं।

मकर राशि

सूर्य देव मकर राशि के लिए अष्टम भाव के स्वामी बनते हैं ‌और सूर्य का वृषभ राशि में गोचर आपकी राशि से पंचम भाव में होगा। सूर्य के पंचम भाव में गोचर करने से आपका मन अज्ञात चीजों को जानने का करेगा। आप अध्यात्म की ओर भी झुकेंगे। आप शोध करने और चीजों के बारे में उत्सुकता रखेंगे। प्रेम संबंधों के लिए समय मध्यम रहेगा। एक तरफ तो आप अपने प्रियतम को दिल की गहराइयों से चाहेंगे और दूसरी ओर आपका अहम बीच में आ जाएगा जिससे आप दोनों के बीच वाद-विवाद या बहस हो सकती है। अपने प्रियतम के साथ संबंधों को सुधारने पर ध्यान देना आवश्यक होगा नहीं तो रिश्ता टूटने की नौबत आ सकती है। यदि आप कोई गर्भवती महिला हैं तो आप इस दौरान सावधानी बरतें। विद्यार्थियों को शिक्षा में अनुकूल परिणामों की प्राप्ति होगी लेकिन उन्हें एकाग्रता बनाए रखने के लिए कुछ न कुछ प्रयास करते रहना होगा। नौकरी में बदलाव संभव है। बेरोजगार लोगों को रोजगार की प्राप्ति हो सकती है। आर्थिक तौर पर यह गोचर अनुकूल परिणाम लेकर आएगा। इस दौरान किसी प्रकार का निवेश करना आपको उत्तम लाभ प्रदान कर सकता है। स्वास्थ्य के लिहाज से आपको पेट से जुड़ी समस्याएं, खट्टी डकार या फिर एसिडिटी की समस्या परेशान कर सकती है इसलिए अपने खान-पान पर विशेष ध्यान देने से आपको लाभ मिलेगा। आप अपने मनपसंद कार्यों में लगे रहेंगे तो उससे आपको फायदा मिलेगा। इस दौरान आपको समाज के महत्वपूर्ण लोगों से मिलने का मौका मिलेगा। नौकरी करने वाले लोग नौकरी के साथ-साथ कोई पार्ट टाइम काम भी कर सकते हैं।

उपाय: अपने पिताजी का सम्मान करें और प्रातः काल जल्दी उठकर उगते हुए सूर्य देव जी के दर्शन करें।

कुंभ राशि

सूर्य कुंभ राशि के जातकों के लिए सप्तम भाव के स्वामी होते हैं और वर्तमान सूर्य का गोचर वृषभ राशि में होने से यह आपके चतुर्थ भाव में प्रवेश कर रहे हैं। इस गोचर के फलस्वरूप परिवार में आपकी साख बढ़ेगी लेकिन आप अभिमानी होकर अपने परिवार के लोगों को हेय दृष्टि से देखेंगे जिससे लोगों के मन में आपके प्रति निराशा पैदा हो सकती है और वे आपसे कटे-कटे रहेंगे। अकेले लोगों को परिवार के सहयोग से जीवनसाथी की प्राप्ति हो सकती है। आपकी माता जी के स्वास्थ्य में गिरावट आ सकती है इसलिए उनके स्वास्थ्य का पूरा ध्यान रखें। इस गोचर काल में आप परिवार की जरूरतों पर ध्यान देकर घरेलू खर्च करेंगे और घरेलू सुख-सुविधाओं की वस्तुओं में बढ़ोतरी करेंगे। मानसिक रूप से असंतुष्टि की भावना रहेगी। आपको इस दौरान परिवार और नौकरी के बीच तालमेल बिठाने का प्रयास करना होगा। नौकरी में आपकी मेहनत आपको सफलता प्रदान करेगी। दांपत्य जीवन तनाव से मुक्त रहेगा और जीवनसाथी के सहयोग से पारिवारिक जीवन में भी खुशियां रहेंगी। इस दौरान सरकारी कर्मचारियों को विशेष लाभ मिलेगा। आपको सरकार की ओर से भवन अथवा वाहन की प्राप्ति हो सकती है। अच्छी नौकरी करने वाले निजी क्षेत्र के लोगों को भी भवन या वाहन का सुख मिल सकता है, जो उनके नियोक्ता द्वारा दिया जा सकता है। इस दौरान आपको खांसी या बुखार की समस्या हो सकती है इसलिए अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखें। विद्यार्थियों की उर्जा उच्चतम स्तर पर रहेगी। वे अपने पाठ्यक्रम को भली प्रकार समझ पाएंगे और पढ़ाई में अच्छा प्रदर्शन कर पाएंगे। कोई नई भाषा सीखने में सफलता मिल सकती है। व्यवसायिक दृष्टिकोण से यह गोचर अत्यंत लाभदायक साबित होगा।

उपाय: प्रतिदिन सूर्योदय के समय उठकर सूर्य नमस्कार करें।

मीन राशि

सूर्य का वृषभ राशि में गोचर मीन राशि के जातकों के तृतीय भाव में होगा। यह आपके षष्ठम भाव के स्वामी हैं। यहां उपस्थित होकर सूर्य आपको उत्तम पराक्रम और साहस प्रदान करेंगे। आपको सरकारी क्षेत्र से लाभ का मार्ग प्रशस्त होगा। आपके सहकर्मी आपको सहयोग देंगे। इससे आप अपने करियर में अच्छी ऊंचाइयों को प्राप्त करेंगे। आप रचनात्मक कार्यों में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेंगे और आपका व्यावहारिक कार्य कौशल विस्तारित होगा। इस दौरान आपके संबंध आपके भाई-बहनों से बिगड़ सकते हैं। यदि कोई कानूनी मामला आपके विरुद्ध चल रहा है तो उसमें आपको जीत मिल सकती है। आपको लिखने का नया शौक पैदा हो सकता है। आप अपने हर काम को पूरी निष्ठा और ईमानदारी से करेंगे। आपकी एकाग्रता बढ़ेगी। इस दौरान यात्राओं के योग बनेंगे। विद्यार्थियों को शिक्षा में अनुकूल परिणाम मिलेंगे। आपकी एकाग्रता बढ़ने से शिक्षा पर आपका ध्यान अधिक मजबूती से होगा। करियर में उत्थान का समय होगा। व्यवसायिक यात्राएं व्यापार को उन्नतिशील बनाएंगी। जीवनसाथी के लिए भी यह गोचर अच्छा रहेगा। कार्यस्थल पर आपके विभाग में परिवर्तन हो सकता है। आपको तीर्थ यात्रा पर जाने का मौका मिल सकता है।

उपाय: प्रतिदिन सूर्याष्टक का पाठ करना आपके लिए लाभदायक रहेगा।


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