शुक्र का मेष राशि में गोचर (23 मई, 2022)
शुक्र का मेष राशि में गोचर (23 मई, 2022) आपके जीवन को कैसे प्रभावित करेगा और उससे बचने के उपाय जानने के लिए पढ़ें एस्ट्रोसेज का वैदिक ज्योतिष आधारित यह विशेष लेख। वैदिक ज्योतिष के अनुसार, शुक्र एक स्त्रीलिंग ग्रह है, जो कि जातकों सुंदरता, कोमलता और मधुरता प्रदान करने के लिए जाना जाता है। साथ ही, यह जातक की कल्पना, रचनात्मकता और रोमांस को भी दर्शाता है। किसी जातक के जीवन की विलासिता का अंदाज़ा शुक्र ग्रह की स्थिति के आधार पर ही लगाया जाता है। आमतौर पर शुक्र की स्थिति जातक के जीवन में भौतिकवादी संपत्ति (भोग विलास की वस्तु) और प्रेम संबंध को प्रभावित करती है। यह किसी पुरुष की कुंडली में पत्नी का भी कारक होता है। साथ ही यह ग्रह किसी जातक के विवाह के लिए सभी ग्रहों में से प्रमुख है।

शुक्र दो राशियों यानी कि पृथ्वी तत्व की राशि वृषभ और वायु तत्व की राशि तुला का स्वामी है। इन दोनों ही राशियों के लोग उत्कृष्ट पसंद वाले और खूबसूरत चीज़ों के प्रति जल्दी आकर्षित होने वाले स्वाभाव के होते हैं। इन दोनों ही राशियों के जातक प्रकृति प्रेमी होते हैं और अपने आस-पास की उत्तम चीज़ों को पसंद करने वाले होते हैं। साथ ही, ये अपने जीवन में आराम और विलासिता प्राप्त करने की दिशा में ही काम करते हैं।
विद्वान ज्योतिषियों से फोन पर बात करें और जानें शुक्र गोचर का अपने जीवन पर प्रभाव
मेष अग्नि तत्व की राशि है और मंगल ग्रह द्वारा शासित है। शुक्र और मंगल ग्रह की युति आमतौर पर जातकों के अंदर जुनून और अंतरंगता (कामुकता) को बढ़ाती है। मेष राशि में शुक्र का यह गोचर जातकों के रोमांच और मनोरंजन को नई ऊर्जा प्रदान कर सकता है। साथ ही, यह जातकों को नई चीज़ों का पता लगाने तथा नई दिशा में चलने के लिए प्रेरित करता है। यह आपके जीवन में सहज दृष्टिकोण और रोमांच लेकर आएगा।कई बार तो यह जातक में ईर्ष्या, स्वार्थ और अनभिज्ञता भी बढ़ाता है।
शुक्र इस दौरान अपनी उच्च राशि मीन से मेष में गोचर करेगा। यह गोचर भी आपके लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए आपके दृष्टिकोण में साहस लेकर आएगा और साथ ही जीवन में नई ऊर्जा और नई चीजें बनाने के लिए कई नए अवसर भी आपको प्राप्त होंगे।
गोचरकाल की अवधिशुक्र 23 मई, 2022 की शाम 8:39 बजे मेष राशि में गोचर करेगा और 18 जून, 2022 की सुबह 8:28 बजे तक यानी कि वृषभ राशि में गोचर करने तक इसी राशि में स्थित रहेगा।
आइए जानते हैं कि शुक्र के इस गोचर का सभी 12 राशियों के जातकों के जीवन पर क्या प्रभाव पड़ने की संभावना है। साथ ही, यह भी जानते हैं कि इसके नकारात्मक प्रभावों से बचने के लिए क्या उपयुक्त उपाय किए जा सकते हैं।
Read in English: Venus Transit in Aries
यह राशिफल चंद्र राशि पर आधारित है। जानें अपनी चंद्र राशि
मेष
मेष राशि के जातकों के लिए शुक्र दूसरे भाव यानी कि वाणी, परिवार और धन के भाव तथा सातवें भाव यानी कि वैवाहिक सुख, संगठन और सामाजिक छवि के भाव का स्वामी है। इस गोचर काल के दौरान शुक्र मेष राशि के लग्न भाव यानी कि व्यक्तित्व के भाव में गोचर करेगा।
पेशेवर रूप से देखा जाए तो शुक्र का यह गोचर आपको अपने लक्ष्यों को पूरा करने तथा अपनी महत्वाकांक्षाओं को पूरा करने के कई अवसर लेकर आ सकता है। यदि आप रचनात्मक क्षेत्र, फ़िल्म, मीडिया या थिएटर आदि से जुड़े हैं तो इस दौरान आपको इन क्षेत्रों से जुड़ा उद्यम शुरू करने का अवसर प्राप्त हो सकता है।
जो जातक ब्यूटी प्रोडक्ट्स और डिज़ाइनर वियर से संबंधित सर्विसेज़ में हैं, वे इस दौरान अपनी प्रोफ़ाइल में वृद्धि देख सकेंगे। साथ ही, जो जातक कीमती रत्न और आभूषण से जुड़े व्यापार में हैं, उनके लिए भी शुक्र का यह गोचर लाभकारी सिद्ध हो सकता है।
व्यक्तिगत जीवन की बात करें तो इस दौरान आप अपने वॉर्डरोब और अपने लुक्स को अपग्रेड करने पर ख़र्च कर सकते हैं, अगर दूसरे शब्दों में कहें तो इस दौरान आप अपने पहनावे और शरीर को आकर्षक बनाने के लिए धन ख़र्च कर सकते हैं। साथ ही, विपरीत लिंग के लोगों के बीच आपकी लोकप्रियता भी बढ़ सकती है।
इसके अलावा, आप अपने आस-पास के लोगों के प्रति सहानुभूति रख सकते हैं और उनकी समस्याओं/शिकायतों को शांतिपूर्वक सुनते नज़र आ सकते हैं। आपका झुकाव अपने परिवार और दोस्तों की ओर रहेगा और आप उनकी देखभाल भी करेंगे। शुक्र के इस गोचर के दौरान आपका वैवाहिक जीवन अच्छा रहने वाला है। आपके अपने जीवनसाथी के साथ संबंधों में मधुरता देखी जा सकती है। साथ ही, प्रेम और आपसी समझ में भी इज़ाफ़ा होगा। जो जातक प्रेम संबंध में हैं, उनके लिए भी यह समय अनुकूल सिद्ध हो सकता है।
उपाय: शुक्रवार के दिन गुलाबी और क्रीम रंग के वस्त्र धारण करें।
वृषभ
वृषभ राशि के जातकों के लिए शुक्र का यह गोचर बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि वृषभ राशि के लिए शुक्र लग्नेश है और यह जातकों के जीवन तथा जीवनशैली में कई बड़े बदलाव लेकर आने की कूवत रखता है। साथ ही, यह वृषभ राशि के जातकों के स्वास्थ्य को भी प्रभावित कर सकता है। शुक्र वृषभ राशि के लग्न भाव के अलावा छठे भाव यानी कि रोग, विवाद और प्रतिस्पर्धा के भाव का भी स्वामी है। इस गोचर काल के दौरान शुक्र वृषभ राशि के बारहवें भाव यानी कि विदेश यात्रा, व्यय और आध्यात्मिकता के भाव में गोचर करेगा।
पेशेवर रूप से देखा जाए तो शुक्र का यह गोचर नौकरीपेशा जातकों के लिए अनुकूल सिद्ध हो सकता है। आपको इस दौरान अपनी वर्क प्रोफ़ाइल में सुधार करने के कई अवसर प्राप्त हो सकते हैं। साथ ही, आपको इस अवधि में किसी अपने कार्यस्थल से स्थानांतरित होने या विदेश में प्रवास करने का मौका मिल सकता है।
जो जातक बहुराष्ट्रीय कंपनियों में काम कर रहे हैं, उन्हें इस दौरान किसी प्रकार का प्रोत्साहन मिल सकता है। हालांकि, यह अवधि उन जातकों के लिए अधिक अनुकूल न रहने की आशंका है, जो ख़ुद के व्यवसाय में हैं। आपको यह सलाह दी जाती है कि इस दौरान अपने व्यवसाय में वृद्धि एवं विस्तार के लिए कोई भी बड़ा निवेश करने से बचें चूंकि ऐसी आशंका है कि आपको इससे फलदायी परिणाम प्राप्त नहीं हो सकते हैं।
अब व्यक्तिगत जीवन की बात करें तो यह अवधि आप में से कई जातकों के लिए अनुकूल सिद्ध नहीं हो सकती है। इस दौरान आपके ख़र्चों में वृद्धि होने की आशंका है और ज़्यादातर यह ख़र्च फ़िज़ूल की चीज़ों पर हो सकते हैं। स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं और अस्पतालों के बिल आपकी आर्थिक स्थिति को प्रभावित कर सकते हैं। शुक्र के इस गोचर के दौरान आपके स्वास्थ्य में गिरावट हो सकती है, जिसका एक कारण यह भी हो सकता है कि इस अवधि में आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता कमज़ोर हो सकती है। आपको यह सलाह दी जाती है कि संतुलित आहार का सेवन करें तथा योग, व्यायाम जैसी आदतों को अपनी दिनचर्या में शामिल करें।
उपाय: प्रतिदिन 108 बार 'ॐ शुक्राय नमः' का जाप करें।
कुंडली में मौजूद राज योग की समस्त जानकारी पाएं
मिथुन
मिथुन राशि के जातकों के लिए शुक्र उनके पांचवें भाव यानी कि प्रेम और संतान के भाव तथा बारहवें भाव यानी कि हानि, व्यय और विदेश के भाव का स्वामी है। इस गोचर काल के दौरान शुक्र मिथुन राशि के ग्यारहवें भाव यानी कि आय और लाभ के भाव में गोचर करेगा। ग्यारहवें भाव में शुक्र की स्थिति मिथुन राशि के जातकों के लिए आर्थिक रूप से लाभकारी सिद्ध हो सकती है।
पेशेवर रूप से देखा जाए तो इस दौरान आपको एक से अधिक स्रोतों से कमाई करने का मौका मिल सकता है। जो जातक विदेशी ग्राहकों के साथ काम कर रहे हैं, उनके लिए यह समय अनुकूल सिद्ध हो सकता है। इस दौरान आप अपने व्यवसाय में वृद्धि करने तथा उससे अच्छा खासा लाभ अर्जित करने में सफलता प्राप्त कर सकते हैं। यह समय अपने रुचि के कार्यों को पेशे के रूप में बदलने तथा उससे कमाई करने के लिए भी प्रबल है। वहीं जो जातक नौकरीपेशा हैं, वे इस दौरान कार्यक्षेत्र में किसी प्रकार का प्रोत्साहन प्राप्त कर सकते हैं साथ ही, आय में वृद्धि होने की भी संभावना अधिक है।
शुक्र का यह गोचर उन छात्रों के लिए भी फलदायी सिद्ध हो सकता है, जो पढ़ाई के लिए विदेश के संस्थान में प्रवेश लेने के इच्छुक हैं। इस दौरान आपको अपने सपने के संस्थान में अध्ययन करने का अवसर प्राप्त हो सकता है। साथ ही, जो छात्र डिज़ाइनिंग और फ़ाइन आर्ट्स में हैं, उनके लिए भी यह समय अनुकूल सिद्ध हो सकता है।
व्यक्तिगत जीवन की बात करें तो इस दौरान आप अधिक सामाजिक हो सकते हैं और कुछ नए दोस्त बना सकते हैं। आप सोशल मीडिया वेबसाइट्स पर भी नई चीज़ों को सीखने तथा नए लोगों से जुड़ने के लिए सक्रिय हो सकते हैं।
जो जातक वैवाहिक जीवन व्यतीत कर रहे हैं, इस दौरान गर्भधारण का शुभ समाचार प्राप्त हो सकता है। इसके अलावा, आप अपने बच्चों के साथ एक अच्छा समय बिता सकते हैं और उनकी रुचियों को समझने का प्रयास कर सकते हैं। कुल मिलाकर यह समय आपके जीवन में ख़ुशियां लेकर आने वाला है।
उपाय: धन और सुख-समृद्धि की प्राप्ति के लिए शुक्रवार के दिन देवी सरस्वती की पूजा करें और सरस्वती वंदना करें।
कर्क
कर्क राशि के जातकों के लिए शुक्र उनके चौथे भाव यानी कि सुख, परिवार और माता के भाव तथा ग्यारहवें भाव यानी कि आय और लाभ के भाव का स्वामी है। इस गोचर काल के दौरान शुक्र कर्क राशि के दसवें भाव यानी कि कर्म भाव में गोचर करेगा।
पेशेवर रूप से देखा जाए तो शुक्र के इस गोचर के दौरान व्यवसायी जातकों को लाभ कमाने के लिए कुछ समस्याओं और बाधाओं का सामना करना पड़ सकता है। इस दौरान आपको लाभ कमाने के लिए हद से ज़्यादा मेहनत करनी पड़ सकती है। वहीं जो जातक सर्विस में हैं, उन्हें भी कार्यस्थल पर कुछ विपरीत परिस्थितियों का सामना करना पड़ सकता है। इस दौरान कार्यक्षेत्र में आपके ख़िलाफ़ किसी प्रकार की राजनीति होने की आशंका है। आपको अपने दृष्टिकोण को सही साबित करने तथा अपनी योग्यता साबित करने के लिए अधिक प्रयासों की ज़रूरत पड़ सकती है। इसके अलावा, आपके वरिष्ठों से किसी बात पर आपकी बहस हो सकती है, जिसका सीधा असर आपके कार्य पर पड़ सकता है।
आर्थिक दृष्टिकोण से यह अवधि औसत रूप से फलदायी सिद्ध हो सकती है। इस दौरान किसी भी प्रकार का निवेश करना आपके लिए लाभकारी नहीं हो सकता है क्योंकि ग्यारहवें भाव का स्वामी आपके बारहवें भाव यानी कि व्यय और हानि के भाव में स्थित रहेगा। यदि आप किसी प्रकार का निवेश करने की योजना बना रहे हैं तो आपको यह सलाह दी जाती है कि इस समय के लिए अपनी योजना को स्थगित कर दें।
इस दौरान आपके घर का माहौल शांत और सुखद रह सकता है। अपने परिवार और रिश्तेदारों के साथ समय बिताने के लिए आप अपने घर पर किसी छोटे-मोटे कार्यक्रम (गेट टुगेदर) का आयोजन करने की योजना बना सकते हैं। आपको यह सलाह दी जाती है कि इस दौरान अपने जीवनसाथी से कोई बहस न करें अन्यथा आपके घर का माहौल ख़राब हो सकता है। साथ ही, इस अवधि में अपने रिश्तेदारों से किसी प्रकार के लेन-देन से भी बचें क्योंकि बाद में यह बहस और विवादों का कारण बन सकता है।
स्वास्थ्य के लिहाज से देखा जाए तो इस दौरान आपका स्वास्थ्य नाज़ुक रहने की आशंका है। आपको मानसिक तनाव और घबराहट की समस्या हो सकती है। आपको यह सलाह दी जाती है कि भरपूर नींद लें और गहरी सांस वाले योग अभ्यास करें।
उपाय: प्रतिदिन सुबह देवी लक्ष्मी की पूजा करें और 'महालक्ष्मी अष्टकम' का पाठ करें।
सिंह
सिंह राशि के जातकों के लिए शुक्र उनके तीसरे भाव यानी कि बल, भाई-बहन और संचार के भाव तथा दसवें भाव यानी कि पेशे और करियर के भाव का स्वामी है। इस गोचर काल के दौरान शुक्र सिंह राशि के नौवें भाव यानी कि धर्म और भाग्य के भाव में गोचर करेगा।
पेशेवर रूप से देखा जाए तो इस दौरान आप अपने प्रयासों से कई उपलब्धियां प्राप्त कर सकते हैं। साथ ही, आपको अपनी योग्यता साबित करने के लिए कई अवसर मिल सकते हैं और आपके काम की सराहना भी की जा सकती है। इस अवधि में आपका स्थानांतरण या प्रोफ़ाइल में उन्नति होने की भी संभावना है। जो जातक नौकरी के नए अवसर तलाश कर रहे हैं, उनके लिए भी यह समय अनुकूल सिद्ध हो सकता है। आपको नौकरी के कई अवसर प्राप्त हो सकते हैं।
जो जातक ख़ुद के व्यवसाय में हैं, उनके लिए यह समय प्रबल है। यदि आप अपने व्यवसाय में विकास रणनीतियां लागू करने की योजना बना रहे हैं तो शुक्र का यह गोचर आपके लिए फलदायी सिद्ध हो सकता है। आपको इन रणनीतियों से सकारात्मक परिणाम मिलने की संभावना अधिक है। इस दौरान आप कुछ उच्च पद के लोगों से भी मुलाक़ात कर सकते हैं, जो कि आपके लिए लाभकारी सिद्ध होंगे। वहीं जो जातक ट्रैवेल इंडस्ट्री से जुड़े हुए हैं, वे इस गोचर के दौरान अपने काम में वृद्धि देख सकेंगे।
व्यक्तिगत जीवन की बात करें तो यह अवधि आपके परिवार में एकता लेकर आने वाली है यानी कि इस अवधि में आपके घर का माहौल काफ़ी शांत और सुखद रहने वाला है। आपके छोटे भाई-बहन आपका सहयोग करते नज़र आ सकते हैं। इस दौरान आपके संबंध अपने पिता के साथ मज़बूत होंगे और आपको उनकी तरफ़ से धन या किसी संपत्ति के रूप में सहयोग मिल सकता है। इस दौरान आप अपनी निजी संपत्ति पर किसी प्रकार का निवेश कर सकते हैं।
उपाय: शुक्रवार के दिन देवी सरस्वती को सफेद फूल चढ़ाएं और शुक्र मंत्र का जाप करें।
कन्या
कन्या राशि के जातकों के लिए शुक्र उनके दूसरे भाव यानी कि धन, परिवार और वाणी के भाव तथा नौवें भाव यानी कि धर्म और भाग्य के भाव का स्वामी है। इस गोचर काल के दौरान शुक्र कन्या राशि के आठवें भाव यानी कि अनिश्चितता, विरासत और परिवर्तन के भाव में गोचर करेगा।
पेशेवर रूप से देखा जाए तो शुक्र का यह गोचर आपकी वर्क प्रोफ़ाइल में कुछ बदलाव लेकर आ सकता है। इस दौरान आप अपनी नौकरी में बदलाव कर सकते हैं या आपकी पदोन्नति हो सकती है। जो जातक ख़ुद के व्यवसाय में हैं, उन्हें इस अवधि में कुछ नए ग्राहक मिलने की संभावना है। जो जातक प्रॉपर्टी डीलिंग या कमीशन एजेंट के रूप में काम कर रहे हैं, वे इस दौरान अपने काम से अच्छा खासा लाभ कमा सकते हैं।
आर्थिक दृष्टिकोण से, यह अवधि कन्या राशि के जातकों के लिए लाभकारी सिद्ध हो सकती है। इस दौरान आप सट्टा बाज़ार जैसे कि शेयर मार्केट, स्टॉक मार्केट आदि से आर्थिक लाभ प्राप्त कर सकते हैं। अटका हुआ या रुका हुआ धन भी वापस मिलने की संभावना है। इस दौरान आप छोटी अवधि (अल्पकालिक) की परियोजनाओं में निवेश करने की योजना बना सकते हैं। साथ ही, पैतृक संपत्ति से लाभ प्राप्त होने के भी योग बन रहे हैं।
व्यक्तिगत जीवन की बात करें तो इस दौरान परिवार के सदस्यों, विशेष रूप से माता जी के साथ आपका कोई विवाद या बहस होने की आशंका है। आपके संबंध अपने पिता के साथ भी बहुत अच्छे नहीं रह सकेंगे। इस अवधि में आपके पिता को कुछ स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। आपको यह सलाह दी जाती है कि उनके स्वास्थ्य का ख़्याल रखें और उनकी देखभाल करें। जो जातक वैवाहिक जीवन व्यतीत कर रहे हैं, उन्हें अपने जीवनसाथी तथा ससुराल पक्ष के लोगों के साथ संबंध में कुछ ग़लतफ़हमियों का सामना करना पड़ सकता है। कुल मिलाकर यह अवधि आपके व्यक्तिगत जीवन के मामले में थोड़ी तनावपूर्ण रह सकती है।
उपाय: प्रतिदिन अपने माथे पर सफेद चंदन का तिलक लगाएं और चंदन की सुगंध वाला इत्र प्रयोग करें।
करियर की हो रही है टेंशन! अभी ऑर्डर करें कॉग्निएस्ट्रो रिपोर्ट
तुला
तुला राशि के जातकों के लिए शुक्र उनके लग्न भाव तथा आठवें भाव यानी कि दीर्घायु, आकस्मिक घटनाओं और परिवर्तन के भाव का स्वामी है। शुक्र का यह गोचर तुला राशि के जातकों के व्यक्तिगत जीवन के लिए काफ़ी महत्वपूर्ण है क्योंकि उनके लग्न भाव का स्वामी सातवें भाव यानी कि संगठन, वैवाहिक सुख और यात्रा के भाव में गोचर करेगा। इस गोचर काल के दौरान शुक्र की दृष्टि तुला राशि के प्रथम भाव पर भी होगी।
पेशेवर रूप से देखा जाए तो इस दौरान आप कार्यक्षेत्र में अधिक ऊर्जावान रहेंगे और अपने करियर में कई तरह की नई चीज़ों के साथ प्रयोग करना पसंद करेंगे। आप अपनी वर्क प्रोफ़ाइल को बदलने के बारे में सोच सकते हैं या अपनी मौजूदा प्रोफ़ाइल में कुछ रचनात्मक आयामों को जोड़ने का प्रयास कर सकते हैं। आपको इस अवधि में मार्केटिंग और काम के विस्तार के लिए कुछ यात्राएं करनी पड़ सकती हैं।
जो जातक प्रोफ़ेशनल सर्विसेज़ (पेशेवर सेवाओं) में हैं, वे इस दौरान अपने कार्यक्षेत्र में एक अलग पहचान और लोकप्रियता हासिल कर सकते हैं। जो जातक संयुक्त उद्यम या साझेदारी के व्यवसाय में हैं, वे इस दौरान अपने व्यवसाय की वृद्धि के लिए कुछ नई रणनीतियां बना सकते हैं और कुछ नए बदलाव कर सकते हैं।
इस अवधि में आपका व्यक्तिगत जीवन काफ़ी आनंदमयी रहने वाला है। आप सकारात्मक सोच वाले लोगों के आस-पास रहना पसंद करेंगे और एक अच्छा माहौल बनाने का प्रयास करेंगे। जो जातक एकल जीवन व्यतीत कर रहे हैं, उन्हें इस अवधि में अपना हमसफ़र मिलने की प्रबल संभावना है। वहीं विवाहित जातकों के लिए भी शुक्र का यह गोचर अनुकूल रहने वाला है। इस दौरान आपके बीच प्रेम और आपसी समझ में वृद्धि हो सकती है। जिससे आपके बीच नज़दीकियां बढ़ सकती हैं। आप अपने जीवनसाथी के साथ एक बेहतर समय साझा करने में सफल हो सकते हैं।
उपाय: अपने काम करने वाले हाथ की अनामिका में गुलाबी स्फटिक (क्वार्ट्ज़) की अंगूठी पहनें। आप गुलाबी स्फटिक का ब्रेसलेट बनवाकर भी पहन सकते हैं।
वृश्चिक
वृश्चिक राशि के जातकों के लिए शुक्र उनके सातवें भाव यानी कि साझेदारी और संगठन के भाव तथा बारहवें भाव यानी कि व्यय और हानि के भाव का स्वामी है। इस गोचर काल के दौरान शुक्र वृश्चिक राशि के छठे भाव यानी कि सेवा, विवाद, प्रतिस्पर्धा और रोग के भाव में गोचर करेगा।
इस दौरान आपको पेशेवर मोर्चे पर कुछ उतार-चढ़ाव का सामना करना पड़ सकता है। कार्यक्षेत्र में कुछ विरोधियों की वजह से आपके सामने कठिन चुनौतियां आ सकती हैं। साथ ही, इस अवधि में आप कुछ यात्राओं की योजना बना सकते हैं लेकिन ऐसी आशंका है कि इन यात्राओं से आपको कुछ ख़ास हासिल नहीं होगा यानी कि आपको सकारात्मक परिणाम न मिलने की आशंका है।
जो जातक साझेदारी के व्यवसाय में हैं, उन्हें इस अवधि के दौरान अपने साझेदार के साथ बातचीत के समय थोड़ा सावधान रहने की ज़रूरत है चूंकि किसी प्रकार का विवाद या बहस होने की आशंका है।
जो जातक ख़ुद के व्यवसाय में हैं, उन्हें इस दौरान कोई भी सौदा या लेन-देन करते समय सतर्क रहने की सलाह दी जाती है। आशंका है कि आपके विरोधी या प्रतिद्वंद्वी आपको या आपके कारोबार को नुकसान पहुंचाने का प्रयास कर सकते हैं। कुल मिलाकर इस अवधि में आपको अपने पेशेवर जीवन के प्रति थोड़ा सावधान रहने की ज़रूरत पड़ सकती है।
शुक्र के इस गोचर के दौरान आपको स्वास्थ्य संबंधी कुछ समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। आशंका है कि आपको अपनी ऊर्जा में कमी और स्टैमिना में कमी महसूस हो सकती है। साथ ही, किसी पुरानी बीमारी से पुनः पीड़ित होने संभावना है। आपको यह सलाह दी जाती है कि अपने स्वास्थ्य का ख़्याल रखें और नियमित रूप से अपने स्वास्थ्य की जांच कराएं।
वैवाहिक जीवन व्यतीत कर रहे जातकों को अपने जीवनसाथी के साथ संबंध में कुछ विवादों का सामना करना पड़ सकता है, जिसकी वजह से रिश्ते में दूरियां भी आ सकती हैं।
उपाय: कन्याओं को वस्त्र एवं आभूषण दान करें।
बृहत् कुंडली: जानें ग्रहों का आपके जीवन पर प्रभाव और उपाय
धनु
धनु राशि के जातकों के लिए शुक्र उनके छठे भाव यानी कि विवाद और प्रतिस्पर्धा के भाव तथा ग्यारहवें भाव यानी कि आय, लाभ और मित्र के भाव का स्वामी है। इस गोचर काल के दौरान शुक्र धनु राशि के पांचवें भाव यानी कि प्रेम, शिक्षा और संतान के भाव में गोचर करेगा।
पेशेवर रूप से देखा जाए तो शुक्र का यह गोचर धनु राशि के उन जातकों के लिए अनुकूल सिद्ध हो सकता, जो सर्विस में हैं। इस अवधि में आय में वृद्धि होने तथा अच्छा खासा प्रोत्साहन मिलने के योग बन रहे हैं। इसके अलावा, आप किसी पार्ट टाइम सर्विस में भी हिस्सा ले सकते हैं, जिससे आपको अतिरिक्त धन लाभ होने की संभावना है।
जो जातक ख़ुद के व्यवसाय में हैं, उन्हें सलाह दी जाती है कि इस दौरान किसी भी नई परियोजना में किसी प्रकार का निवेश करने से बचें साथ ही, मार्केट से धन उधार लेने से भी बचें अन्यथा आपको धन वापस करने में कुछ परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।
छात्रों के लिए शुक्र का यह गोचर फलदायी सिद्ध हो सकता है। इस दौरान आप अपनी पढ़ाई में ध्यान केंद्रित करने के साथ-साथ एकाग्रचित्त होकर पढ़ाई करने में भी सक्षम रह सकेंगे, जिससे आप अपने विषयों को बेहतर ढंग से समझ पाएंगे। यह अवधि प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे छात्रों के लिए भी अनुकूल सिद्ध हो सकती है। आपको भी अपनी मेहनत का सकारात्मक फल प्राप्त होने की संभावना है।
व्यक्तिगत जीवन की बात करें तो शुक्र का यह गोचर आपके लिए अधिक अनुकूल न रहने की आशंका है। यदि आप वैवाहिक जीवन व्यतीत कर रहे हैं तो इस अवधि में आपको अपने जीवनसाथी के संबंध में छोटी-छोटी बातों पर कुछ विवादों का सामना करना पड़ सकता है। जिसकी वजह से आप थोड़ा चिंतित नज़र आ सकते हैं। इस दौरान आपके परिवार में किसी नन्हे मेहमान की भी दस्तक हो सकती है. जो जातक एकल जीवन व्यतीत कर रहे हैं, प्रबल संभावना है कि वे इस गोचर के दौरान किसी रिश्ते में प्रवेश कर सकते हैं।
उपाय: देवी लक्ष्मी को गुलाबी फूल चढ़ाएं और "श्री सूक्तम" का पाठ करें।
मकर
मकर राशि के जातकों के लिए शुक्र 2 महत्वपूर्ण भावों यानी कि पांचवें भाव (प्रेम, संतान और मनोरंजन) तथा दसवें भाव (पेशे, कर्म) का स्वामी है। इस गोचर काल के दौरान शुक्र मकर राशि के चौथे भाव यानी कि सुख, परिवार और आराम के भाव में स्थित रहेगा। शुक्र का यह गोचर आपके जीवन के सभी पहलुओं के लिए अनुकूल रहने वाला है।
पेशेवर रूप से देखा जाए शुक्र का यह गोचर आपके करियर में उन्नति और प्रगति करने के कई अवसर लेकर आने वाला है। जो जातक फ़ैशन इंडस्ट्री, ज्वेलरी, म्यूज़िक और मीडिया क्षेत्र में कार्यरत हैं, वे इस दैरान अपनी प्रोफ़ाइल में उन्नति और उत्थान देख सकते हैं। साथ ही, आप अधिक रचनात्मक हो सकते हैं, जो कि आपके करियर के लिए फलदायी सिद्ध होगा। किसी भी नई परियोजना या उद्यम में निवेश करने से आपको लाभ प्राप्त हो सकता है। जो जातक ऑटोमोबाइल से जुड़े व्यवसाय में हैं, वे भी इस गोचर के दौरान अपने व्यवसाय में वृद्धि देख सकते हैं। आपके उत्पाद (प्रोडक्ट) की मांग बढ़ सकती है साथ ही, आप कुछ अच्छे सौदे करने में भी सफलता हासिल कर सकते हैं।
व्यक्तिगत जीवन की बात की जाए तो शुक्र के इस गोचर के दौरान आपका पारिवारिक जीवन भी काफ़ी सुखद रहने वाला है। आप अपने परिवार के सदस्यों के साथ एक अच्छा समय बिता सकते हैं। प्रबल संभावना है कि आप अपने निजी इस्तेमाल के लिए कोई वाहन ख़रीद सकते हैं।
जो जातक प्रेम संबंध में हैं, वे अपने रिश्ते को एक कदम आगे की ओर ले जाते हुए शादी के बंधन में बंध सकते हैं। वहीं विवाहित जातकों के लिए भी यह समय अनुकूल रहने वाला है। आपके बीच प्रेम और आपसी समझ में वृद्धि होगी। साथ ही आप एक-दूसरे के साथ अच्छा समय बिताने में सक्षम रह सकते हैं।
उपाय: शुक्रवार के दिन नवविवाहित कन्याओं को सौंदर्य प्रसाधन (कॉस्मेटिक) दान करें और उनका आशीर्वाद प्राप्त करें।
कुंभ
कुंभ राशि के जातकों के लिए शुक्र योगकारक ग्रह है और यह उनके महत्वपूर्ण केंद्र यानी कि माता, संपत्ति और सुख के चौथे भाव का स्वामी है। साथ ही शुक्र कुंभ राशि के महत्वपूर्ण त्रिकोण यानी कि भाग्य और धर्म के नौवें भाव का भी स्वामी है। इस गोचर काल के दौरान शुक्र कुंभ राशि के तीसरे भाव यानी कि यात्रा, संचार और भाई-बहन के भाव में गोचर करेगा।
पेशेवर रूप से देखा जाए तो शुक्र का यह गोचर कुछ नौकरीपेशा जातकों के लिए पदोन्नति का सौभाग्य लेकर आ सकता है। जो जातक मीडिया और थिएटर इंडस्ट्री में काम कर रहे हैं, उन्हें अपने कार्यक्षेत्र में एक अलग पहचान मिलने की संभावना है। आप इस दौरान कुछ आधिकारिक लोगों से अच्छे संबंध बना सकते हैं साथ ही, आपको कुछ बड़ी हस्तियों से मीटिंग का मौका भी मिल सकता है। यह संबंध आपके करियर ग्राफ को एक नई ऊंचाई में ला जा सकते हैं।
जो जातक यात्रा से जुड़े व्यवसाय में हैं या एजुकेशनल इंस्टिट्यूट से जुड़े काम कर रहे हैं, उनके लिए भी यह अवधि अनुकूल रहने वाली है। आप अपनी संबंध मार्केट या कार्यक्षेत्र में प्रसिद्धि और एक अलग छवि हासिल करने में सफल हो सकते हैं। अपने व्यवसाय में नई योजनाओं और रणनीतियों को लागू करने के लिए यह समय प्रबल है। आपको इसमें सकारात्मक परिणाम प्राप्त हो सकते हैं।
व्यक्तिगत जीवन की बात करें तो इस दौरान आप अपने दोस्तों और परिचितों के साथ छोटी यात्राओं की योजना बना सकते हैं। आपके संबंध अपने भाई-बहनों के साथ बेहतर रह सकेंगे और आपको अपने प्रयासों में उनकी तरफ़ से पूरा सहयोग प्राप्त हो सकता है। इस गोचर के दौरान आपकी संवाद शैली (कम्युनिकेशन स्किल) में भी ग़ज़ब का सुधार होने की संभावना है, जिससे कि आप अपने आस-पास के लोगों का दिल जीतने में सफलता प्राप्त कर सकते हैं।
उपाय: अपने हाथ की अनामिका में बिना जोड़ वाली चांदी की अंगूठी पहनें या फिर गले में चांदी के चेन पहनें।
मीन
मीन राशि के जातकों के लिए शुक्र उनके तीसरे भाव यानी कि बल, साहस और छोटी यात्रा के भाव तथा आठवें भाव यानी कि विरासत, आकस्मिक धन लाभ और अनिश्चितता के भाव का स्वामी है। इस गोचर काल के दौरान शुक्र मीन राशि के दूसरे भाव यानी कि बचत, धन और परिवार के भाव में गोचर करेगा।
पेशेवर रूप से देखा जाए तो आपको अपने कार्यक्षेत्र में कुछ अप्रत्याशित घटनाओं और आकस्मिक बदलाव का सामना करना पड़ सकता है। आपको यह सलाह दी जाती है कि इस दौरान अपने कार्यस्थल पर थोड़ा सतर्कता बरतें अन्यथा आप किसी साज़िश का शिकार हो सकते हैं। आशंका है कि कार्यस्थल पर आपके विरोधी आपकी छवि बिगाड़ने का प्रयास कर सकते हैं।
जो जातक ख़ुद के व्यवसाय में हैं, उन्हें कुछ नुकसान का सामना करना पड़ सकता है। वहीं जो जातक सट्टा बाज़ार जैसे कि शेयर मार्केट और स्टॉक मार्केट आदि से जुड़े हुए हैं, उन्हें इस दौरान अपने निवेशों या डीलिंग्स में अधिक सावधानी बरतने की सलाह दी जाती है क्योंकि ऐसी आशंका है कि इस अवधि में आपकी गणना और अनुमान कमज़ोर पड़ सकता है, जिसकी वजह से धन हानि हो सकती है। आपको यह भी सलाह दी जाती है कि इस अवधि में किसी भी प्रकार का निवेश करने से बचें, चाहे वो छोटी अवधि की कोई परियोजना हो या फिर लंबी अवधि की।
व्यक्तिगत जीवन की बात करें तो यह समय आपके पारिवारिक जीवन में कुछ उतार-चढ़ाव लेकर आ सकता है। आपको अपने घर सदस्यों के साथ संबंध में कुछ ग़लतफ़हमियों और मतभेदों का सामना करना पड़ सकता है। इस अवधि में आपके घर के किसी सदस्य की तबीयत बिगड़ सकती है, जिसकी वजह से आप थोड़ा परेशान हो सकते हैं। आपके सामने ऐसी स्थिति भी आ सकती है कि आपके माता-पिता और भाई-बहन आपके प्रयासों में ज़्यादा सहयोग नहीं करेंगे, जिसकी वजह से आप भावनात्मक रूप से आहत हो सकते हैं। इस दौरान आपके ख़र्चों में वृद्धि होने की आशंका है। आप फ़िज़ूलख़र्च कर सकते हैं, जो कि आपके लिए ज़्यादा सुखदायी और संतोषजनक नहीं रहेगा।
उपाय: यदि संभव हो तो शुक्रवार के दिन व्रत रखें और कन्याओं को चावल, दूध, चीनी या सफेद मिठाई दान करें।
सभी ज्योतिषीय समाधानों के लिए क्लिक करें: एस्ट्रोसेज ऑनलाइन शॉपिंग स्टोर
हम आशा करते हैं कि आपको यह आर्टिकल पसंद आया होगा। एस्ट्रोसेज के साथ जुड़े रहने के लिए आपका बहुत-बहुत धन्यवाद!
Astrological services for accurate answers and better feature
Astrological remedies to get rid of your problems

AstroSage on MobileAll Mobile Apps
AstroSage TVSubscribe
- Horoscope 2023
- राशिफल 2023
- Calendar 2023
- Holidays 2023
- Chinese Horoscope 2023
- Education Horoscope 2023
- Purnima 2023
- Amavasya 2023
- Shubh Muhurat 2023
- Marriage Muhurat 2023
- Chinese Calendar 2023
- Bank Holidays 2023
- राशि भविष्य 2023 - Rashi Bhavishya 2023 Marathi
- ராசி பலன் 2023 - Rasi Palan 2023 Tamil
- వార్షిక రాశి ఫలాలు 2023 - Rasi Phalalu 2023 Telugu
- રાશિફળ 2023 - Rashifad 2023
- ജാതകം 2023 - Jathakam 2023 Malayalam
- ৰাশিফল 2023 - Rashifal 2023 Assamese
- ରାଶିଫଳ 2023 - Rashiphala 2023 Odia
- রাশিফল 2023 - Rashifol 2023 Bengali
- ವಾರ್ಷಿಕ ರಾಶಿ ಭವಿಷ್ಯ 2023 - Rashi Bhavishya 2023 Kannada