सूर्य का मिथुन राशि में गोचर (15 जून, 2019)
तेज और पराक्रम के प्रतीक सूर्य ग्रह को विशेष रूप से जीवन में मान, सम्मान और कार्यक्षेत्र में सरकारी सेवाओं में कार्यरत होने का कारक माना जाता है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में सूर्य की स्थिति शुभ होती है तो इससे उन्हें राजनीतिक जीवन में सफलता प्राप्त होने की संभावना काफी बढ़ जाती है। हालांकि दूसरी तरफ यदि किसी कुंडली में सूर्य की स्थिति कमजोर हो तो इससे जातक को समाज में मिलने वाले मान सम्मान में कमी, परिवार में पिता के साथ मतभेद और आँख से जुड़ी कोई समस्या उत्पन्न होने की संभावना रहती है। चूँकि वर्तमान में सूर्य का गोचर मिथुन राशि में होने जा रहा है, लिहाज़ा इसका प्रभाव सभी बारह राशि के जातकों पर सामान्य रूप से पड़ने वाला है। आपकी राशि से जिस भाव में सूर्य की स्थिति होगी उसके अनुसार ही आपको अच्छे और बुरे फल प्राप्त होंगें। जहाँ तक सूर्य के अशुभ प्रभावों का सवाल है तो, वैदिक ज्योतिष में बहुत से ऐसे उपाय बताए गए हैं जिसके प्रयोग से आप सूर्य के बुरे प्रभावों से बच सकते हैं। सभी नव ग्रहों का केंद्र सूर्य को ही माना जाता है, लिहाज़ा सूर्य का प्रभाव ख़ासा मायने रखता है।
सूर्य गोचर का समय
वैदिक ज्योतिष में वर्णित नव ग्रहों में सूर्य ग्रह को राजा की उपाधि दी गई है। सूर्य अग्नि तत्व और लाल वर्ण वाला ग्रह है। यह पूर्व दिशा का स्वामी है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार सूर्य को सिंह राशि का स्वामी माना जाता है। इसके अलावा सूर्य को आत्मा और पिता का कारक भी माना जाता है। व्यक्ति की जन्म कुंडली में यह विशेष रूप से सम्मान, सफलता, प्रगति और उच्च पद को प्रदर्शित करता है। इस साल सूर्य का गोचर 15 जून 2019, शनिवार को सायं 17:31 बजे मिथुन राशि में होगा और 17 जुलाई 2019 तक इसी राशि में स्थित रहेगा। सूर्य के इस गोचर का प्रभाव सभी बारह राशियों के जातकों पर होगा। आइए आपको बताते हैं कि समस्त 12 राशियों पर सूर्य के मिथुन राशि में होने वाले इस गोचर का क्या विशेष प्रभाव पड़ने वाला है। इसके साथ ही हम सभी राशियों के लिए सूर्य के विशेष उपाय भी बताने जा रहे हैं, जिन्हें अपनाने से आप सूर्य गोचर के विपरीत प्रभाव से बच सकते हैं।
यह भविष्यफल चंद्र राशि पर आधारित है। अपनी चंद्र जानने के लिए क्लिक करें: चंद्र राशि कैल्कुलेटर
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मेष राशि
सूर्य के मिथुन राशि में गोचर के दौरान ये आपकी राशि से तीसरे भाव में विराजमान होंगें। इस गोचर के दौरान आपके निर्णय लेने की क्षमता में वृद्धि होगी और आपका आत्मबल मजबूत होगा। इसके साथ ही आपके स्वभाव में उग्रता आ सकती है जिसका विपरीत प्रभाव आपके कार्यक्षेत्र पर पड़ सकता है। इस गोचर काल के दौरान कार्यक्षेत्र में आपकी नकारात्मक छवि बन सकती है। पारिवारिक जीवन की बात करें तो परिवार में पिता के साथ वैचारिक मतभेद होने की संभावना भी है। इसके साथ ही छोटे भाई बहनों को स्वास्थ्य संबंधी कोई समस्या आ सकती है। इस दौरान निजी स्तर पर आपकी रुचि धार्मिक क्रियाकलापों में ज्यादा होगी और आप धार्मिक अनुष्ठानों में ज्यादा वक़्त गुज़ार सकते हैं। गोचर की अवधि के दौरान आपके जीवन में किसी ऐसे शख़्स की एंट्री हो सकती है जिसके साथ भविष्य में आपका नया रिश्ता जुड़ सकता है। प्रेम जीवन में मधुरता आएगी और पार्टनर के साथ ये वक़्त काफी ख़ुशनुमा व्यतीत होगा। कुल मिलाकर देखा जाए तो मेष राशि के जातकों के लिए सूर्य का गोचर मिला जुला परिणाम लेकर आ रहा है।
उपाय: सूर्य ग्रह के विपरीत प्रभावों से बचने के लिए पूर्ण श्रद्धा के साथ अपने पितरों की पूजा करें।
वृषभ राशि
इस गोचर के दौरान सूर्य आपकी राशि से दूसरे भाव में विराजमान होने वाले हैं। इस गोचर काल के दौरान आर्थिक रूप से आपको आमदनी होने की संभावना है। गोचर की इस अवधि में आपकी आय के स्रोत में वृद्धि हो सकती है और इसके साथ ही साथ ज़मीन जायदाद के मामलों में भी आपको मुनाफ़ा प्राप्त हो सकता है। इसके साथ ही आप अपनी प्रॉपर्टी को किराए पर देकर भी अच्छा ख़ासा लाभ उठा सकते हैं। सूर्य का ये गोचर आपके अहम् में वृद्धि कर सकता है, लिहाज़ा गोचर काल के दौरान विशेष सावधानी बरतें। ध्यान रखें कि इस दौरान किसी को भी कोई ऐसी बात ना कहें जिससे उनके दिल को चोट पहुँचती हो। स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से देखें तो सूर्य का ये गोचर आपके लिए नुक़सानदेह साबित हो सकता है। परिणामस्वरूप गोचर की अवधि के दौरान अपनी सेहत का ख़ास ख्याल रखें। यदि आप शादीशुदा हैं तो इस दौरान अपने जीवनसाथी के स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखें क्योंकि गोचर काल का विपरीत प्रभाव उनके स्वास्थ्य पर पड़ सकता है। जहाँ तक पारिवारिक जीवन की बात है तो सूर्य के प्रभाव से परिवार में किसी प्रकार के वाद विवाद की स्थिति उत्पन्न हो सकती है। गोचर की इस अवधि के दौरान वृषभ राशि के जातक खुद का विशेष ध्यान रखें, भोजन में केवल घर के ताज़ा बने भोज्य पदार्थ का ही सेवन करें।
उपाय: सूर्य के विपरीत प्रभावों से बचने के लिए छोटी कन्याओं की सेवा करें और उनका आशीर्वाद लें।
मिथुन राशि
चूँकि सूर्य का गोचर आपकी ही राशि में हो रहा है इसलिए ये आपकी राशि से लग्न भाव यानि की प्रथम भाव में स्थापित होंगे सूर्य का ये गोचर आपके स्वभाव में आक्रामकता ला सकता है, जिसका विपरीत प्रभाव आपके प्रेम संबंध और वैवाहिक जीवन में देखने को मिल सकता है। जहाँ एक तरफ आपके पार्टनर के साथ झगड़े हो सकते हैं, वहीं दूसरी तरफ जीवनसाथी के साथ भी वैचारिक मतभेद की स्थिति उत्पन्न हो सकती है। ऐसी स्थिति से बचने के लिए आवश्यक है कि आप अपनी वाणी में सौम्यता बनाए रखें। स्वास्थ्य के लिहाज से देखें तो सूर्य का ये गोचर आपके लिए हानिकारक साबित हो सकता है। इस अवधि में आप बुखार और सिरदर्द की समस्या से पीड़ित हो सकते हैं। बहरहाल गोचर काल में अपनी सेहत का पूर्ण रूप से ध्यान रखें। स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से बचने के लिए खासतौर से आपको एक स्वस्थ्य जीवनशैली अपनाने की आवश्यकता पड़ सकती है। इसके अलावा पारिवारिक स्तर पर आने वाली समस्याओं से निपटारे में आपके भाई बहन का आपको भरपूर सहयोग प्राप्त हो सकता है। सूर्य का ये गोचर मिथुन राशि के जातकों के लिए निम्न फलदायी साबित होने वाला है।
उपाय: सूर्यदेव के नकारात्मक प्रभावों से बचने के लिए प्रत्येक रविवार के दिन गुड़ दान करें।
कर्क राशि
सूर्य के मिथुन राशि में गोचर के दौरान ये आपकी राशि से बारहवें भाव में विराजमान होंगें। सूर्य के इस गोचर के दौरान आपको विदेश यात्रा का सुख प्राप्त हो सकता है। सूर्य के गोचर की इस अवधि में आप अपने शत्रुओं पर विशेष रूप से विजय प्राप्त कर सकते हैं। इस दौरान आपको कुछ मामलों में जहाँ सकारात्मक लाभ प्राप्त होंगें वहीं कुछ मामलों में नकारात्मक प्रभाव भी देखने को मिल सकते हैं। इस दौरान यदि आपका कोर्ट कचहरी में कोई मामला चल रहा है तो उसमे फैसला आपके पक्ष में आ सकता है। अगर आर्थिक पक्ष की बात करें तो, गोचर की अवधि में आपको आर्थिक रूप से ख़ासा नुकसान पहुँच सकता है। लिहाजा अपने ख़र्चों पर काबू रखें और जहाँ तक संभव हो केवल जरूरत की चीजों पर ही खर्च करें। इस गोचर काल के दौरान आपको अपने स्वास्थ्य को लेकर ख़ासा सावधानी बरतने की आवश्यकता पड़ सकती है। अपनी सेहत को लेकर इस दौरान किसी भी तरह की लापरवाही ना बरतें। यदि आप व्यापारी हैं तो इस गोचर काल में आपको विदेशी स्रोतों में निवेश करने से लाभ प्राप्त हो सकता है। इसके अलावा यदि आप शादीशुदा हैं तो, गोचर की इस अवधि के दौरान कर्क राशि के जातकों को खासतौर से अपने जीवन साथी की सेहत का भी विशेष ख्याल रखने की आवश्यकता होगी।
उपाय: विशेष लाभ के लिए भगवान शिव की आराधना करें और उन्हें गेहूँ अर्पित करें।
सिंह राशि
इस गोचर के दौरान सूर्य आपकी राशि से ग्यारहवें भाव में स्थापित होंगें। सिंह राशि वालों के लिए सूर्य के गोचर की ये स्थिति विशेष रूप से लाभदायक साबित होने वाली है। इस दौरान से जहाँ एक तरफ समाज में आपके मान सम्मान में वृद्धि होगी, वहीं दूसरी तरफ आप अपने दोस्तों के बीच भी आकर्षण का केंद्र बने रहेंगे। गोचर की इस अवधि के दौरान आपको अपने दोस्त और पार्टनर दोनों का भरपूर साथ मिलेगा। कार्यक्षेत्र की बात करें तो, इस दौरान आपके अधीनस्थ कर्मचारियों के साथ आपके अच्छे संबंध स्थापित हो सकते हैं। लिहाजा इसका सकारात्मक प्रभाव आपके कामकाज पर देखने को मिल सकता है। इसके अलावा इस गोचर काल में किसी सरकारी योजना से भी आपको अचानक ही लाभ प्राप्त हो सकता है। हालाँकि यदि बात करें प्रेम जीवन की तो यहाँ आपके लिए समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। अपने पार्टनर पर किसी भी चीज का दवाब ना बनाएँ, ये आपके रिश्ते के लिए नुक़सानदेह साबित हो सकता है। इसी प्रकार से वैवाहिक जीवन में भी सुख शांति बरक़रार रखने के लिए जीवनसाथी के साथ मधुर संबंध बनाए रखें। परिवार में बच्चों के स्वभाव में आपको जिद्दीपन देखने को मिल सकता है।
उपाय: सूर्य के नकारात्मक प्रभाव से बचने के लिए माथे पर केसरिया तिलक लगाएँ।
कन्या राशि
सूर्य के मिथुन राशि में गोचर के दौरान ये आपकी राशि से दसवें भाव में स्थापित होंगें। सूर्य का ये गोचर आपके लिए कार्यक्षेत्र और व्यापार के क्षेत्र में ख़ासा लाभदायक सिद्ध हो सकता है। इस गोचर काल में जहाँ एक तरफ आपको बिज़नेस में मुनाफ़ा होगा वहीं दूसरी तरफ कार्यक्षेत्र में भी पदोन्नति की संभावना है। कार्यक्षेत्र में आपके मान सम्मान में वृद्धि होगी और आपकी मेहनत की भी सराहना होगी। इस दौरान बिज़नेस के फैलाव के लिए आपको किसी विदेशी स्रोत से लाभ प्राप्त हो सकता है। पारिवारिक जीवन की बात करें तो, इस गोचर काल में परिवार में किसी बात को लेकर अशांति की स्थिति उत्पन्न हो सकती है। दूसरी तरफ आपको माता-पिता की सेहत को लेकर भी चौकन्ना रहने की आवश्यकता होगी। उनकी सेहत में होने वाली गिरावट से मानसिक अशांति रहेगी। इस राशि के छात्रों की बात करें तो उन्हें सूर्य के गोचर से विशेष लाभ मिलने वाला है। यदि आप परिश्रम करते हैं तो उसका फल आपको ज़रुर मिलेगा। लिहाजा इस दौरान कन्या राशि के जातक अपना लक्ष्य तय करें और उसके अनुरूप ही कठिन परिश्रम करें।
उपाय: सूर्य के नकारात्मक प्रभावों से बचने के लिए प्रातः 8 बजे से पूर्व सूर्य मंत्र का जाप करें।
तुला राशि
सूर्य का गोचर आपकी राशि से नौवें भाव में होगा। गोचर की ये अवधि आपके लिए आर्थिक रूप से ख़ासी प्रभावशाली साबित होगी। इस दौरान आपको आर्थिक स्तर पर बड़े फायदे मिल सकते हैं। संभव है कि इस गोचर काल में आपकी आय में भी बढ़ोतरी हो, इसके अलावा किसी अनजान स्रोत से भी लाभ की संभावना बन सकती है। सूर्य के इस गोचर के दौरान किसी लंबी यात्रा पर भी जाना हो सकता है, आर्थिक रूप से ये यात्रा आपके लिए लाभदायक साबित हो सकती है। इस समय आपका ध्यान धार्मिक और आध्यात्मिक कार्यों की तरफ ज्यादा होगा। गोचर काल में आप किसी धार्मिक यात्रा पर भी जा सकते हैं। सूर्य के सकारात्मक प्रभाव से आपको कार्यक्षेत्र में भारी लाभ देखने को मिल सकता है। बॉस आपकी तारीफ करेंगे और सहकर्मी आपके सहयोग के लिए हमेशा साथ नजर आएँगे। सरकारी कर्मचारियों को सरकार की तरफ से कोई ख़ास तोहफ़ा मिल सकता है। हालाँकि पारिवारिक जीवन में भाई बहनों के साथ पैतृक संपत्ति को लेकर विवाद की स्थिति उत्पन्न हो सकती है। इसके फलस्वरूप परिवार में तनाव का माहौल होगा और मन अशांत रहेगा। तुला राशि के जातकों के लिए सूर्य का ये गोचर मध्यम फलदायी साबित होने वाला है।
उपाय: सूर्य देव के नकारात्मक प्रभाव से बचने के लिए सूर्य देव को प्रातः काल तांबे के पात्र से अर्घ्य दें।
वृश्चिक राशि
सूर्य ग्रह के मिथुन राशि में गोचर के दौरान ये आपकी राशि से आठवें भाव में स्थापित होंगें। सूर्य का ये गोचर वृश्चिक राशि वालों के लिए स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से प्रतिकूल साबित होने वाला है। लिहाजा इस दौरान आपको अपनी सेहत का ख़ासा ध्यान रखने की आवश्यकता है। इस दौरान खासतौर से अपने खान-पान का ख्याल रखें। तला, भुना और मसालेदार भोजन भूलकर भी ग्रहण ना करें। साथ ही जितना हो सके, घर का बना खाना ही खाएँ। इस गोचर अवधि के दौरान आपकी बोलचाल में परिवर्तन देखने को मिल सकता है। बहरहाल इस समय प्रयास करें कि दूसरों के साथ किसी भी प्रकार के मतभेद की स्थिति में ना पड़ें। कामकाज के सिलसिले में इस दौरान आपको किसी अनचाही यात्रा पर जाना पड़ सकता है, लेकिन ये यात्रा आपके लिए फलदायी रहेगी। सूर्य के प्रभाव से आपको कार्यक्षेत्र में उतार चढ़ाव की स्थिति का सामना करना पड़ सकता है। लेकिन निरंतर प्रयासों से आप अपने लक्ष्य को पाने में सफल रहेंगे। आपके लिए सूर्य का ये गोचर मिला-जुला परिणाम लेकर आएगा।
उपाय: विशेष लाभ के लिए भगवान शिव की आराधना करें और उन्हें गुड़ का भोग लगाएँ।
धनु राशि
इस गोचर के दौरान सूर्य आपकी राशि से सातवें भाव में स्थित होंगें। इस गोचर काल में सूर्य का प्रभाव आपके वैवाहिक जीवन के लिए ख़ासा प्रभावशाली साबित होने वाला है। अपने मन में किसी भी प्रकार का अहंकार ना पाले, अन्यथा इसका नकारात्मक प्रभाव आपकी शादीशुदा जिंदगी पर देखने को मिल सकता है। इस दौरान आपको आपके जीवनसाथी से किसी विशेष प्रकार का लाभ प्राप्त हो सकता है। सूर्य का प्रभाव आपके लिए सामाजिक रूप से लाभदायक साबित होने वाला है। समाज में आपकी छवि में सुधार होगा और आप ज्यादा से ज्यादा लोगों के संपर्क में आएँगे। दूसरी तरफ कार्यक्षेत्र में आपको उच्च अधिकारियों से लाभ मिल सकता है। यदि आप किसी सरकारी संस्थान में कार्यरत हैं तो, गोचर की अवधि के दौरान आपको कोई सरकारी लाभ भी मिल सकता है। यदि आप किसी से प्यार करते हैं और उनसे शादी करना चाहते हैं तो, ये समय आपके लिए सबसे उत्तम है। बहरहाल आपके प्यार के रास्ते में कुछ मुसीबतें ज़रुर आएँगी लेकिन अंत में जीत आपकी ही होगी। बिज़नेस से जुड़े लोगों के लिए भी गोचर की ये अवधि बेहद फलदायी साबित होने वाली है, आपको अचानक ही किसी लाभ की प्राप्ति हो सकती है। धनु राशि वालों के लिए ये गोचर मध्यम फलदायी सिद्ध होगा।
उपाय: तांबे के लोटे में शुद्ध जल और कुमकुम मिलाकर उसे भगवान सूर्य को अर्पित करें।
मकर राशि
सूर्य के गोचर की इस अवधि में ये आपकी राशि से छठे भाव में विराजमान होंगें। इस गोचर काल के दौरान आप खुद को पहले से ज्यादा ऊर्जावान महसूस करेंगे। इसके साथ ही साथ आपके दुश्मन पराजित होंगें और आप अपने कार्यों में सफलता प्राप्त कर सकेंगे। आर्थिक रूप से देखें तो गोचर का समय आपके लिए पिछले कर्जों से मुक्त होने के लिए बेहद उत्तम है। इस दौरान आप अपने सभी कर्जों को चुका सकते हैं और एक नयी शुरुआत करने में सक्षम रहेंगे। हालांकि इस समय आपके ख़र्चों में भी वृद्धि हो सकती है, लिहाजा तालमेल बनाकर चलें। अब यदि बात करें स्वास्थ्य जीवन की तो, गोचर की इस अवधि के दौरान आप किसी विशेष शारीरिक समस्या से ग्रस्त हो सकते हैं। सूर्य के गोचर के दौरान खासतौर से वाहन चलाते वक़्त विशेष सावधानी बरतें। यदि आपका कोई कोर्ट केस चल रहा है तो, फैसला आपके पक्ष में आने की पूरी संभावना है। कार्यक्षेत्र में खुद को साबित करने के लिए आपको विशेष मेहनत करने की आवश्यकता पड़ सकती है। लिहाजा कामकाज में सफलता के लिए मेहनत करने से किसी भी कीमत पर पीछे ना हटें। मकर राशि वालों के लिए सूर्य का गोचर सामान्य फलदायी साबित होगा।
उपाय: सूर्य देव के नकारात्मक प्रभावों से बचने के लिए रविवार के दिन बैल को गेहूँ एवं गुड़ खिलाएँ।
कुंभ राशि
सूर्य के मिथुन राशि में गोचर के दौरान ये आपकी राशि से पांचवें भाव में स्थापित होंगें। सूर्य के गोचर के प्रभाव से विशेष रूप से बच्चों की तबियत में गिरावट हो सकती है। लिहाजा इस दौरान यदि आपके परिवार में कोई बच्चा है तो उसकी सेहत का विशेष ध्यान रखें। सूर्य के गोचर काल में आपको अपने स्वास्थ्य का भी ख़ास ध्यान रखने की आवश्यकता पड़ सकती है। स्वास्थ्य संबंधी कोई समस्या आपको ख़ासा परेशान कर सकती है, बहरहाल सतर्कता ज़रुर बरतें। यदि आप किसी के प्रेम में हैं तो संभव है कि आप दोनों के बीच किसी बात को लेकर लड़ाई-झगड़े की स्थिति उत्पन्न हो सकती है। ग़ौरतलब है कि इस दौरान आपको अपने अहंकार पर काबू रखने की आवश्यकता होगी अन्यथा रिश्ते में कड़वाहट आ सकती है। यदि आप शादीशुदा हैं तो इस गोचर का लाभ विशेष रूप से आपके जीवनसाथी को मिल सकता है। कार्यक्षेत्र की बात करें तो नौकरीपेशा लोग इस दौरान किसी नई जगह संलग्न कर सकते हैं। कुंभ राशि के जातकों के लिए यदि स्वास्थ्य को छोड़ दें तो सूर्य का ये गोचर फलदायी साबित हो सकता है।
उपाय: सूर्य देव के विपरीत प्रभावों से बचने के लिए रविवार के दिन तांबे का दान करें।
मीन राशि
इस गोचर के दौरान सूर्य आपकी राशि से चौथे भाव में विराजमान होंगें। सूर्य के प्रभाव से आपको पारिवारिक जीवन में ख़ासा मुसीबतें झेलनी पड़ सकती हैं। परिवार में सदस्यों के बीच किसी बात को लेकर मतभेद की स्थिति उत्पन्न हो सकती है, जिससे तनाव का माहौल रहेगा। इसके साथ ही माता पिता के स्वास्थ्य को लेकर भी इस समय आप परेशान हो सकते हैं। घर में शांति बनाए रखने का प्रयास करें और छोटी-छोटी बातों पर अपनी प्रतिक्रिया ना व्यक्त करें। कार्यक्षेत्र की बात करें तो, यहाँ आप अपनी मेहनत के बलबूते अपने लक्ष्य को प्राप्त करने में सफल रहेंगे। लिहाजा करियर के दृष्टिकोण से आपके लिए सूर्य का ये गोचर फलदायी साबित होगा। हालांकि गोचर की अवधि के दौरान आपके अहंकार में वृद्धि हो सकती है, लेकिन आप उससे बाहर निकलने में कामयाब रहेंगे। आपके निर्णय लेने की क्षमता में वृद्धि होगी और आप जीवन में आने वाली सभी परिस्थितियों के लिए खुद को सबल बना पाने में कामयाब रहेंगे। वैवाहिक जीवन की बात करें तो, यदि आपका जीवनसाथी नौकरी पेशा हैं तो उन्हें इस दौरान ख़ासा लाभ प्राप्त हो सकता है। कुल मिलाकर देखें तो मीन राशि वालों के लिए गोचर की ये अवधि लाभदायक सिद्ध होगी।
उपाय: सूर्य देव के नकारात्मक प्रभावों से बचने के लिए विशेष रूप से रविवार के दिन गेहूँ दान में दें।
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